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उत्तर प्रदेश में ‘सम्राट पृथ्वीराज’ फिल्म टैक्स फ्री यादव कुल में छिड़ी जंग मुलयम ने दी अखिलेश को हिदायत

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योगी आदित्‍यनाथ सरकार के मंत्रियों और विधायकों के लिए आज लखनऊ के लोकभवन में फिल्‍म ‘सम्राट पृथ्‍वीराज’ की स्‍पेशल स्‍क्रीनिंग रखी गई। अक्षय कुमार संग पूरी स्‍टार कास्‍ट भी इस मौके पर मौजूद है बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार और मानुषी छिल्‍लर की फिल्‍म ‘सम्राट पृथ्‍वीराज’ कल सिनेमा घरों में रिलीज होने वाली है। इसके पहले आज मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ और उनके मंत्रियों के लिए लखनऊ के लोकभवन में फिल्‍म की स्‍पेशल स्‍क्रीनिंग कराई गई। फिल्‍म देखने के बाद सीएम योगी ने इसे यूपी में टैक्‍स फ्री करने का ऐलान किया। उन्‍होंने कहा कि फिल्‍म बहुत अच्‍छी बनी है। लोग पूरे परिवार के साथ इस फिल्‍म को देख सकते हैं। इतिहास के लिहाज से यह फिल्‍म अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है।

सीएम योगी आदित्‍यनाथ, डिप्‍टी सीएम केशव मौर्य, योगी सरकार के कई मंत्री, विधायक और अधिकारि‍यों ने फिल्‍म देखी। हालांकि कानपुर दौरे के चलते मुख्‍यमंत्री फिल्‍म शुरू होने के कुछ देर बाद लोकभवन पहुंचे। सीएम योगी लोकभवन पहुंचे तो अभिनेता अक्षय कुमार ने उनका स्‍वागत किया। इसके पहले बुधवार को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और मोदी सरकार के अन्‍य मंत्रियों ने ‘सम्राट पृथ्‍वीराज’ फिल्‍म देखी थी। उन्‍होंने अक्षय कुमार और मानुषी छिल्‍लर के अभिनय को खूब सराहा। लखनऊ के लोकभवन के ऑडिटोरियम में फिल्‍म की स्‍पेशल स्‍क्रीनिंग कराई गई। फिल्‍म अभिेनेता अक्षय कुमार, एक्‍ट्रेस मानुषी छिल्‍लर और डायरेक्‍टर चंद्र प्रकाश द्विवेदी भी खासतौर पर वहां मौजूद हैं। फिल्‍म प्रमोशन के लिए इससे पहले अक्षय कुमार और मानुषी छिल्‍लर वाराणसी भी गए थे।
फिल्‍म में अक्षय कुमार ने पृथ्‍वीराज की भूमिका निभाई है। उनके अलावा फिल्‍म में संजय दत्‍त, सोनू सूद और आशुतोष राणा ने भी अभिनय किया है। वाराणसी में अक्षय कुमार ने मीडिया से कहा था कि यह दुर्भाग्‍य की बात है कि इतिहास में मुगलों के बारे में तो बहुत कुछ बताया गया लेकिन पृथ्‍वीराज चौहान के बारे में सिर्फ दो पैराग्राफ ही लिखा गया।

उत्तर प्रदेश में ‘सम्राट पृथ्वीराज’ फिल्म टैक्स फ्री यादव कुल में छिड़ी जंग मुलयम ने दी अखिलेश को हिदायत,फिल्म को ले कर अखिलेश यादव ने एक यैसा ट्वीट किया जिस से मजबूर मुलायम यादव को भी ट्वीट करना पड़ा और अखिलेश यादव को नशीहत देते हुए हिदायत देते हुए भविष्य को चेताया।

अखिलेश ने ट्वीट करते हुए लिखा कि – ” बीजेपी का पूरा कैबिनेट दिवालियापन का शिकार है महंगाई चरम पर है गरीब भूखों मर रहे हैं तुमको मोहम्मद गोरी का याद आ रहा है पहले रोटी की व्यवस्था करो गरीबों के लिए नहीं तो पुराने इतिहास को पढ़ने के चक्कर में नया इतिहास बन जाएगा की भुखमरी की चपेट में आकर करोड़ों लोग मर गए ” . मुलायम यादव ने अखिलेश के इस ट्वीट पर अपनी राय रखते हुए ट्वीट किया कि -” नेता प्रतिपक्ष ने ट्विटर पर जो मण्डली बिठा रखी है उसने धीरे धीरे सब खत्म करने का ठान लिया है। अब योगी मण्डली के साथ फ़िल्म देखने जा रहे है तो उससे क्या दिक्कत है? योगी ये फ़िल्म देख कर संदेश देना चाहते है? आप इस पर पोस्ट लिख कर क्या देना चाहते है? क्यो बेवकूफो वाली हरकत की जा रही। खैर अब तो फिल्म उत्तर प्रदेश में टैक्स फ्री हो चुकी है। देखते है ट्वीटर पर यादव कुनबे का क्या होता है।

Hardik Patel To Join BJP -हार्दिक पटेल ने थामा गौ माता का दामन 15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ आज बीजेपी में शामिल

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अहमदाबाद - हार्दिक पटेल गुजरात की राजनीति में एक उभरता हुआ सितारा बनते नजर आ रहे हैं. गुजरात में कभी पाटीदार आंदोलन तो कभी कांग्रेस में शामिल होने से लेकर उसके प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद कांग्रेस को अलविदा कहने के बाद अब बीजेपी पार्टी का दामन थामने तक वह लगातार सुर्खियां बटोरते रहे हैं. फिलहाल हार्दिक पटेल आज दोपहर 12 बजे अपने 15 हजार कार्यकर्ताओं के साथ बीजेपी में शामिल हो गए। शामिल होने से पहले हार्दिक पटेल पूजन कर पुराने पापों से मुक़्ति के लिए गौ माता से प्रार्थना किया और अपनी शरण में भाजपा के साथ फलने फूलने का निवेदन किया।

बता दें कि हार्दिक पटेल ने गत माह कांग्रेस पार्टी छोड़ी थी। उनको गुजरात प्रदेश का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। मगर हार्दिक का आरोप था कि उनको काम की आजादी और अधिकार नहीं थे। उन्होंने प्रदेश कांग्रेस के काम के तरीके पर कई बार सवाल उठाए थे। हार्दिक को प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल और वरिष्ठ नेता नितिन पटेल ने भाजपा की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर कोई और सीनियर नेता, कोई केंद्रीय स्तर का नेता वहां मौजूद नहीं था। गुजरात से मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल भी वहां नहीं थे।

हार्दिक पटेल का भाजपा में स्वागत करने के लिए गांधीनगर में पार्टी दफ्तर के बाहर उनका पोस्टर लगाया गया था। भाजपा में शामिल होने से पहले सुबह हार्दिक पटेल ने ट्वीट भी किया था। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा था कि ‘राष्ट्रहित, प्रदेशहित, जनहित एवं समाज हित की भावनाओं के साथ आज से नए अध्याय का प्रारंभ करने जा रहा हूँ। भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के नेतृत्व में चल रहे राष्ट्र सेवा के भगीरथ कार्य में छोटा सा सिपाही बनकर काम करूँगा।

ज्ञात हो कि पीएम मोदी के लिए यमराज से लेकर झूठा शब्दों का इस्तेमाल कर फेमस होने वाले हार्दिक पटेल ने अब तो खुद ही बीजेपी का दामन थाम लिया है गौ पूजन भी कर लिया है अवसरवादी रजनीति का यह एक जीता जगता नमूना है। सत्ता के लॉलीपॉप ने अब हार्दिक पटेल को गौ भक्त भी बना दिया है। देखते है भाजपा में कितनी लम्बी पारी खेलते है।

गांधी परिवार से क्या है नेशनल हेराल्ड का नाता ?

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नेशनल हेराल्ड मामले (National Herald Case) में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Congress President Sonia Gandhi) और राहुल गांधी की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग (Money Laundering) के एक मामले में पूछताछ के लिए सोनिया गांधी और राहुल गांधी को बुधवार को समन जारी किया। सोनिया गांधी को ईडी के सामने 8 जून वहीं राहुल गांधी को 2 जून को पेश होने को कहा गया है।

राहुल गांधी फिलहाल देश में नहीं है जिसकी वजह से पेशी की तारीख को 5 जून तक टालने के लिए पत्र लिखा गया है। इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस (Congress) की ओर से केंद्र सरकार पर निशाना साधा गया तो वहीं सरकार की ओर से कहा गया कि जब कोई गलती नहीं की तो चिंता किस बात की। आखिर यह नेशनल हेराल्ड का पूरा मामला है क्या जिसको लेकर गांधी परिवार के सामने यह मुश्किल खड़ी हुई है।

ईडी के अधिकारियों ने बताया कि एजेंसी धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत सोनिया गांधी और राहुल गांधी के बयान दर्ज करना चाहती है। ईडी ने जांच के तहत हाल में कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और पवन बंसल से पूछताछ की थी। अधिकारियों ने बताया कि ईडी सोनिया गांधी और राहुल गांधी तथा कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं से पूछताछ कर वित्तीय लेनदेन, यंग इंडियन के प्रवर्तकों और एजेएल की भूमिका के बारे में पता लगाना चाहती है। यहां की एक निचली अदालत द्वारा यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ आयकर विभाग की जांच का संज्ञान लेने के बाद एजेंसी ने पीएमएलए के आपराधिक प्रावधानों के तहत एक नया मामला दर्ज किया था। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने इस संबंध में 2012 में एक शिकायत दर्ज कराई थी।

नेशनल हेराल्ड केस, क्या है आरोप;
यह मामला नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़ा है। साल 1938 में भारत के पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने इसकी स्थापना की। अखबार का मालिकाना हक एसोसिएटेड जर्नल लिमिटेड एजेएल के पास था जो दो और अखबार छापा करती थी हिंदी में नवजीवन और उर्दू में कौमी आवाज। 1956 में एजेएल को गैर व्यावसायिक कंपनी के तौर पर स्थापित किया गया और कंपनी एक्ट धारा 25 से कर मुक्त कर दिया गया। कंपनी धीरे-धीरे घाटे में चली गई। कंपनी पर 90 करोड़ का कर्ज भी चढ़ गया।

इस बीच साल 2010 में यंग इंडियन के नाम से एक अन्य कंपनी बनाई गई। जिसका 76 प्रतिशत शेयर सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास और बाकी का शेयर मोतीलाल बोरा और आस्कर फर्नांडिस के पास था। कांग्रेस पार्टी ने अपना 90 करोड़ का लोन नई कंपनी यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिया। लोन चुकाने में पूरी तरह असमर्थ द एसोसिएट जर्नल ने सारा शेयर यंग इंडियन को ट्रांसफर कर दिया। इसके बदले में यंग इंडियन ने महज 50 लाख रुपये द एसोसिएट जर्नल को दिए। बीजेपी नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने एक याचिका दायर कर आरोप लगाया कि यंग इंडियन प्राइवेट ने केवल 50 लाख रुपये में 90 करोड़ वसूलने का उपाय निकाला जो नियमों के खिलाफ है।

कैसे शुरू हुआ पूरा मामला और कैसे बढ़ा आगे;
साल 2012 नवंबर महीने में सुब्रमण्यम स्वामी ने केस दर्ज कराया। केस दर्ज होने के दो साल बाद जून 2014 में अदालत ने सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ समन जारी किया। इसी साल अगस्त महीने में प्रवर्तन निदेशालय ईडी ने संज्ञान लिया और मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज किया। केस दर्ज होने के बाद अगले साल 19 दिसंबर 2015 में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी समेत अन्य आरोपियों को दिल्ली की पटियाला कोर्ट ने नियमित जमानत दी।

इसके अगले साल 2016 में सुप्रीम कोर्ट ने कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कार्रवाई रद्द करने से इनकार कर दिया। राहत की बात यह रही कि कोर्ट ने सभी आरोपियों को व्यक्तिगत पेशी से छूट प्रदान कर दी। इसके दो साल बाद 2018 में दिल्ली हाई कोर्ट ने सोनिया और राहुल गांधी की आयकर विभाग के नोटिस के खिलाफ दायर याचिका खारिज कर दी। इस फैसले के खिलाफ कांग्रेस की ओर से सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया गया। हाई कोर्ट के फैसले को चुनौती देने वाली याचिका को सुप्रीम कोर्ट ने खारिज कर दिया और कहा कि आयकर की जांच चलती रहेगी।

राज्य सभा चुनाव – भाजपा की रणनीति ने कांग्रेस का खेल बिगाड़ा

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नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने राज्यसभा चुनाव के लिए जो रणनीति तय की है, उसने कांग्रेस (Congress) के लिए खासी मुश्किल खड़ी कर दी है. इस महीने की 10 तारीख को 15 राज्यों में राज्यसभा की 57 सीटों के लिए चुनावों में राजस्थान, हरियाणा, कर्नाटक और महाराष्ट्र में कांटे की टक्कर तय है. तय सीटों से ज्यादा उम्मीदवार उतारने से मतदान पेचीदा हो गया है. भाजपा ने चारों राज्यों में अपनी संख्या के आधार पर तय जीत वाली सीटों के अलावा एक-एक अन्य उम्मीदवार उतार कर और निर्दलीय उम्मीदवारों को समर्थन देकर विपक्षी खेमे खासकर कांग्रेस के लिए दिक्कतें बढ़ा दी हैं. ऐसी स्थिति में कांग्रेस के लिए क्रॉस वोटिंग को रोकना बहुत बड़ी चुनौती बन गई है. इसके लिए कांग्रेस ने अपने विधायकों की घेराबंदी शुरू करती है।

हरियाणा में राज्यसभा की दो सीट पर चुनाव होने हैं और तीन उम्मीदवार मैदान में हैं. जीत के लिए 31 विधायकों की जरूरत है. भाजपा के पास अपने 41 विधायक हैं और उसके उम्मीदवार कृष्ण लाल पंवार 31 वोट हासिल कर आसानी से जीत सकते हैं. कांग्रेस के पास भी 31 विधायक हैं और उसके उम्मीदवार अजय माकन भी पूरे वोट मिलने पर जीत जाएंगे. यह अलग बात है कि एक भी वोट कटने पर भाजपा व जजपा समर्थित उम्मीदवार निर्दलीय कार्तिकेय शर्मा के साथ मामला फंस जाएगा. ऐसे में कार्तिकेय के रिश्ते कांग्रेस में रहे हैं, उनके पिता एवं परिवार के लोग कांग्रेस में महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं. ऐसे में माकन के लिए भी दिक्कतें बढ़ सकती हैं।

कांग्रेस के लिए राजस्थान में बाहरी उम्मीदवार सिरदर्द बने हुए हैं. ऐसे में भाजपा ने निर्दलीय सुभाष चंद्रा को समर्थन देकर कांग्रेस के तीसरे उम्मीदवार के लिए संकट बढ़ा दिया है. गणित के आधार पर राज्य में जीत के लिए 41 विधायकों के वोट चाहिए. ऐसे में भाजपा के पास अपने एक उम्मीदवार को 41 वोट देने के बाद 30 वोट अतिरिक्त रहते हैं, जो निर्दलीय सुभाष चंद्रा को जाएंगे. ऐसे में चंद्रा अगर 11 वोट हासिल कर लेते हैं तो कांग्रेस का तीसरा उम्मीदवार हार जाएगा. कांग्रेस के पास अपने 108 विधायक हैं. इस तरह से उसे 15 और का समर्थन चाहिए. इस कड़ी में विगत दिनों सीएम अशोक गहलोत ने राज्यसभा उम्मीदवारों के साथ निर्दलीय विधायकों के साथ बैठक की थी.

कर्नाटक में भाजपा और कांग्रेस दोनों ने एक-एक ज्यादा उम्मीदवार उतारा है. ऐसे में जेडीएस के एकमात्र उम्मीदवार की संभावनाएं घट गई हैं. वहां पर जीत के लिए 45 वोट चाहिए. भाजपा के पास 122 विधायक हैं और वह अपने दोनों उम्मीदवारों केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमन और अभिनेता जग्गेश को जिताने के बाद अपने तीसरे उम्मीदवार लहर सिंह के लिए 32 वोट बचा लेगी. उसे 13 और वोट की जरूरत रहेगी. कांग्रेस के पास 70 विधायक हैं और एक उम्मीदवार को जिताने के बाद दूसरे उम्मीदवार के लिए वह 25 वोट ही बचा सकेगी और उसे 20 वोट की जरूरत होगी. ऐसे में दूसरी वरीयता में भाजपा भारी पड़ेगी।

महाराष्ट्र में भाजपा ने तीसरा उम्मीदवार उतार कर महाविकास अघाड़ी में शिवसेना की दिक्कतें बढ़ा दी हैं. छह सीटों के चुनाव में हर सीट के लिए 42 वोट की जरूरत है. भाजपा दो सीटें आसानी से जीत सकती है. महाविकास अघाड़ी भी तीन सीटें जीत सकती है. महाविकास अघाड़ी से चार उम्मीदवार हैं. इनमें शिवसेना से संजय राउत और संजय पवार, एनसीपी से प्रफुल्ल पटेल और कांग्रेस से इमरान प्रतापगढ़ी शामिल हैं. कांग्रेस और एनसीपी अपने उम्मीदवार जिता सकती हैं, लेकिन शिवसेना के दो में से एक की ही जीत पक्की है. भाजपा को तीसरी सीट के लिए 11 विधायकों का और समर्थन चाहिए होगा. हालांकि शिवसेना को 30 और विधायक चाहिए. जाहिर है कांग्रेस और एनसीपी के बचे विधायकों से भी उसका समर्थन पूरा नहीं होगा. इस तरह से देखा जाए तो राज्यसभा चुनाव में बीजेपी ने कांग्रेस और अन्य दलों के लिए रास्ता पेचीदा कर दिया है।

मालाड पोस्ट ऑफिस में 40 साल काम करने पर रिटायर हुए चंद्रकांत शिरसाट

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मुंबई। बरसात, ठंडी व गर्मी की बिना परवाह किए हमेशा पोस्टमैन लोगो को पत्र इत्यादि घर तक पहुँचाते है। ऐसे ही एक मेहनती व प्रतिभाशाली पोस्टमैन से ओवरसियर बने चंद्रकांत गंगाराम शिरसाट है।जो कि पिछले 40 वर्षों तक मालाड(वेस्ट) में जकरिया रोड पर स्थित मालाड डिलीवरी पोस्ट ऑफिस में काम किया और 31 मई 2022 को रिटायर हुए। इस अवसर पर मालाड डिलीवरी पोस्ट ऑफिस के सभी कर्मचारियों द्वारा एक भव्य विदाई समारोह का आयोजन किया गया था ।और पोस्ट ऑफिस को सजाया गया था व बेंजो पार्टी को बुलाया गया था।

कार्यक्रम के दौरान पोस्टल पोस्टमास्टर संध्या झारापकर द्वारा ओवरसियर शिरसाट को शाल,नारियल व पुष्पगुच्छ देकर सम्मानित किया गया और लोंगो ने गिफ्ट दिया।सभी पोस्ट ऑफिस के कर्मचारियों ने, नेशनल एसोसिएशन ऑफ पोस्टल एम्प्लाइज के व अन्य यूनियन के पदाधिकारियों ने अपने अपने विचार व्यक्त किये। पोस्टमैन और सभी कर्मचारी बहुत भावूक हो गए। एक साथ ख़ुशी और गम दोनों का माहौल बन गया।

चंद्रकांत शिरसाट ने कहा,” 40 साल तो बहुत अच्छे से गुजरा लेकिन उसके बाद के 6 महीने गुजारना काफी मुश्किल रहा। सबको छोड़ते हुए दुख तो हो रहा है लेकिन क्या कर सकते है? मैं सभी को साथ देने के लिए धन्यवाद देता हूँ।”
इस अवसर पर पोस्टऑफिस के व यूनियन के संतोष लाड,आर एन राहटे, संतोष पास्ते, वी डी नाईक, संजय कालोखे,सदानंद नाईक अपराज इत्यादि जैसे कई पोस्टमैन व पदाधिकारी उपस्थित रहे और कार्यक्रम में सफल बनाया।

ध्वनि प्रदूषण से हृदय रोग – आप को भी आ सकता है हार्ट अटैक

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इन मौतों को देखते हुए ईयर मफ्स के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की बात हो रही है

मुंबई: अप्रैल २०२२ में उज्जैन में एक शादी में डीजे की थाप पर नाचते हुए एक 18 वर्षीय लड़के की मौत हो गई थी , पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उसके दिल में खून का थक्का जमने का पता चला तो डॉक्टरों ने कहा कि डीजे की तेज आवाज से दिल का दौरा पड़ा था ।
कोलकाता के मशहूर सिंगर केके को एक कॉन्सर्ट में परफॉर्म करने के दौरान अचानक सीने में दर्द उठा और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया , लेकिन उनका दुर्भाग्यपूर्ण बस उनकी मौत हो गई।ज्ञात हो कि पिछले 10 वर्षों में, पूरे भारत में तेज आवाज के कारण दिल का दौरा पड़ने से होने वाली मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है। इन मौतों को देखते हुए ईयर मफ्स के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाने की बात हो रही है।

कार्डियोलॉजिस्ट ने कहा कि एयरपोर्ट पर काम करने वाले स्टाफ, लाइव शो में काम करने वाली तकनीक के साथ-साथ कलाकार, औद्योगिक एस्टेट में काम करने वाले स्टाफ, ट्रैफिक पुलिस को अपने दिल का खास ख्याल रखने की जरूरत है। इस बारे में और जानकारी देते हुए डॉ. विनय बोरवाल, हृदय रोग विशेषज्ञ, प्लेटिनम अस्पताल, मुलुंड. विनय बोरवाल ने कहा, “अमेरिका में”डॉक्टरों की एक टीम ने 499 नागरिकों पर जोर से हृदय रोग और स्ट्रोक के लिए अध्ययन किया है, और उनमें से 40 हृदय रोग से पीड़ित हैं क्योंकि उनका निवास स्थान शोर भरे क्षेत्र में था, इसलिए पश्चिमी देशों में हवाई अड्डे, कारखाने और तेज शोर। कारखाने आवासीय से बहुत दूर हैं क्षेत्र और वहां इस्तेमाल होने वाले 90 प्रतिशत पटाखों का उपयोग केवल रोशनी के उद्देश्य से होता है लेकिन भारत में स्थिति अलग है और हमारे पास 90 प्रतिशत पटाखे हैं।वे शोर कर रहे हैं। चिकित्सा क्षेत्र में शरीर पर शोर के प्रभाव और इसके परिणामस्वरूप हृदय गति में वृद्धि के बारे में बताया गया है। यह पाया गया है कि 50 से 60 वर्ष और उससे अधिक आयु वर्ग के लोगों के शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। 90 डेसिबल से ऊपर का शोर न केवल कानों के लिए बल्कि हमारे स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक है।

तेज आवाज से उनींदापन हो सकता है, नींद की कमी से उच्च रक्तचाप हो सकता है और फेफड़ों में हवा के बुलबुले बन सकते हैं, जिससे दिल का दौरा पड़ सकता है। ” जोर से और कोरोनाविश्लेषण के दौरान, बोरीवली में एपेक्स ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के एक वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ, डॉ। हेमंत खेमानी कहते हैं, ”कोरोना और हृदय रोग का आपस में गहरा संबंध है. कोरोना की दूसरी लहर में कुल संक्रमित मरीजों में से 50 प्रतिशत को दिल का दौरा पड़ा पाया गया. सीधे हृदय की मांसपेशियों में प्रवेश करता है, जिससे हृदय की मांसपेशियों को नुकसान होता है.यदि यह व्यक्ति लगातार तेज आवाज के संपर्क में रहता है, तो हृदय पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने का खतरा होता है क्योंकि कमजोर हृदय ठीक से पंप नहीं कर पाता है। फेफड़े, हाथ, पैर और मस्तिष्क में अचानक गांठ बन जाती है और व्यक्ति को दिल का दौरा पड़ता है। कोरोना नागरिकों को तुरंत तेज आवाज में जाने से बचना चाहिए, या यदि यह संभव नहीं है, तो शोर के डेसिबल को कम करने के लिए उनके कान में एक छोटी सी कपास की गेंद डालें।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया ट्वीट नारी सशक्तिकरण की दी जानकारी

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मुम्बई – 30 मई को ही नरेन्द्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के 8 साल 30 मई 2022 को पूरे हो चुके है। 15 जून 2022 तक पूरे प्रदेश में 8 साल ‘सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण’ के कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिया और उस अभियान की शुरुआत कर दी है।

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नारी सशक्तिकरण की जानकारी देते हुए उन्होंने अपनी सरकार द्वारा किये गए इस दिशा में प्रयासों को ट्वीट के माध्यम से बताया उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि – ” बीते 8 वर्षों में नारी शक्ति के सशक्तिकरण में सरकार ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। महिलाओं के नेतृत्व में विकास को शुरू से ही प्राथमिकता दी गई है। इसी का परिणाम है कि हमारी करोड़ों माताओं, बहनों और बेटियों का जीवन आसान हुआ है और वे देश के उत्थान में बढ़-चढ़कर योगदान दे रही हैं। ”

महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता

आज के समय में भारत देश में महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता इसलिए जरूरी है, क्योंकि संसार के विभिन्न समाज में स्त्रियों की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, पारिवारिक, स्वास्थ्य सम्बन्धी, व्यवसाय, आदि गतिविधियों में पर्याप्त योगदान से एक लंबे समय तक वंचित व शोषित रखा गया। स्त्रियों को केवल घर का कार्य करने तक ही सीमित कर दिया गया। समाज पुरुष प्रधानता की ओर बढ़ता गया। महिलाएं ज्ञान विज्ञान व कला आदि के प्रत्येक क्षेत्र में पिछड़ती चली गई। बाल विवाह प्रारम्भ हो गया। बालिकाओं को स्कूल व कॉलेज जाने से रोका गया। नारियों को उन सभी प्रकार शिक्षा प्रणाली से वंचित किया गया जिससे वे पुरुषों के बराबर स्थान प्राप्त कर सकती थी।

मोदी सरकार ने किया है महिला सशक्तिकरण को ले कर अच्छा काम

पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की और कहा कि महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप बेहतरीन काम कर रही हैं. वह तंजावुर डॉल समेत खिलौने और आर्टिफिशियल ज्वेलरी बना रही हैं. इससे महिलाओं का सशक्तीकरण हो रहा है. पीएम ने लोगों से अपील की कि सेल्फ हेल्प ग्रुप को बढ़ावा दें. इससे आत्मनिर्भर भारत को मजबूती मिलेगी। इसी तरह से प्रधानमंत्री मोदी महिला सशक्तिकरण बोलते रहते है। सरकार ने बहुत सी योजनाए बनाई है जिसमे से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना , कन्या समृद्धि योजना , प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना , सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना , फ्री सिलाई मशीन योजना
प्रधानमंत्री समर्थ योजना , महिला शक्ति केंद्र योजना , इत्यादि है , जिस से आज महिलाओ को लाभ मिल रहा है।

नारी शक्ति पुरस्कार

नारी शक्ति पुरस्कार स्कीम की शुरुआत 1999 में की गई, यह पुरस्कार उन पीड़ित महिलाओं के लिए है जो समाज के लिए अच्छा काम करती हैं। ये पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर का है। इस पुरस्कार की स्थापना करने के पीछे केंद्र सरकार का भारत की महिलाओं के लिए सशक्तिकरण और उनके प्रति सेवा कार्य को मान्यता प्रदान करना है। यह पुरस्कार ख़ास करके उन महिलाओं को दिया जाता है जो विशेष रूप से कमज़ोर और पीड़ितों के हालातों को जीत कर कुछ हासिल करती है या कहे ऐसी महिलाएँ जो इन हालातों से बाहर आकर कुछ अलग करने का सोचती है। इन महिलाओं को मनी प्राइस और सर्टिफिकेट दिया जाता है। इन योजनाओं से यह तो साबित हो जाता है कि सरकार महिलाओं के विकास को लेकर हर तरीक़े का प्रयास काफ़ी लंबे वक़्त से कर रही है। आज समाज में महिलाओं की भूमिकाओं को अलग-अलग तरीक़े से देखा जा सकता है। आज शायद ही ऐसा कोई सैक्टर होगा जिसमें महिलाओं की उपस्थिति दर्ज ना हुई हो। आज इन सभी योजनाओं से महिलाओं के लिए आगे भी सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे है।

इंडिया गेट पर नेताजी को तराशने का टास्क 15 – अगस्त की समय सीमा से पहले पूरा होने की उम्मीद है।

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    गौरतलब है कि इस साल 21 जनवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया गेट पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस की ग्रेनाइट की प्रतिमा स्थापित किए जाने की जानकारी दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, “ऐसे समय जब पूरा देश नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती मना रहा है, मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि ग्रेनाइट से बनी उनकी भव्य प्रतिमा इंडिया गेट पर स्थापित की जाएगी। यह उनके प्रति भारत के ऋणी होने का प्रतीक होगा।” इसके बाद नेताजी की बेटी अनीता बोस ने प्रधानमंत्री आभार जताते हुए कहा था कि आजादी के सात दशक बाद नेताजी के आदर्शों और मूल्यों को पहचान मिल रही है। इससे देश में एक अच्छा संदेश जाएगा।

दिल्ली – कार्यालय प्रतिनिधि – मैसूरु के मूर्तिकार अरुण योगीराज, सुभाष चंद्र बोस जी की 30 फुट ऊंची प्रतिमा को तैयार करेंगे जिसे इंडिया गेट पर अमर जवान ज्योति स्थल के पीछे भव्य छतरी के नीचे स्थापित किया जाएगा। योगीराज ने केदारनाथ में आदि शंकराचार्य की 12 फुट ऊंची प्रतिमा भी तैयार की थी। मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि योगीराज एनजीएमए टीम के साथ मिलकर काम करेंगे और विशेष रूप से प्रतिमा के चेहरे की विशेषताओं पर काम करेंगे, क्योंकि वह चित्र मूर्तियाँ बनाने में माहिर हैं।

वह 1 जून को दिल्ली आएँगे और बोस की प्रतिमा पर काम 15 अगस्त की समय सीमा से पहले पूरा होने की उम्मीद है। योगीराज ने अपने ट्विटर हैंडल पर भी कई तस्वीरें शेयर की हैं, जिसमें वह बहुत ही बारीकी से मूर्तियों को आकार देते हुए नजर आ रहे हैं। केदारनाथ में स्थापित आदि शंकराचार्य की प्रतिमा के निर्माण के अलावा, योगीराज ने मैसूरु में महाराजा जयचामराजेंद्र वडेयार की 14.5 फुट की सफेद संगमरमर की प्रतिमा, महाराजा श्री कृष्णराज वाडियार-IV और स्वामी रामकृष्ण परमहंस की सफेद संगमरमर की प्रतिमा भी बनाई है।

यदि मैं गौ तस्कर हूं तो मुझें गिरफ्तार करो लेकिन मेरे साथ न्याय करो मामला पंहुचा मेनका गाँधी तक

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    बरेली: मेनका गांधी के पशु पक्षी अस्पताल में गाय के इलाज कराने को लेकर एक गौसेवक और केयर टेकर के बीच हुए विवाद में एक नया मोड़ आ गया जब सत्यम नमक व्यक्ति ने ने धीरज पाठक नमक व्यक्ति के खिलाफ मोर्चा खोल दिया । मंगलवार को गौसेवक सत्यम ने अपनी टीशर्ट पर कागज पर यह लिखा स्लोगन कि ( यदि मैं गौ तस्कर हूं तो मुझें गिरफ्तार करो लेकिन मेरे साथ न्याय करो ) लगाकर डीएम के पास पंहुचा । सत्यम ने डीएम को गौसेवक से अभद्रता व अव्यावहारिक तरीके से धमकाने के संबंध में शिकायती पत्र दिया है। जिसमें उसने केयर टेकर के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है ।

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समाचार के अनुसार फरीदपुर के बक्सरिया मोहल्ले में रहने वाला सत्यम गौड़ एक गौसेवक है। 26 मई को एक्सीडेंट में टिसुआ गांव के पास घायल हुई एक गाय को लेकर मेनका गांधी के पशु पक्षी अस्पताल पहुंचा था। जहां केयर टेकर धीरज पाठक और सत्यम में किसी बात को लेकर विवाद हाे गया था। जिसके बाद दोनों के बीच हाथापाई भी हुई थी। सत्यम ने माेबाइल तोड़ने व जेब में रखे 2200 रूपए छीनने का आरोप लगाया था। जिसके बाद उसने मामले की जानकारी लिखित रूप से अधिकारियों को दी थी।
सत्यम ने मेनका गांधी पर अभद्रता करने व अव्यावहारिक तरीके से धमकाने का गंभीर आरोप लगाया है। सत्यम ने उन पर गाै तस्कर कहने का आरोप लगाया है। इस मामले में सत्यम ने डीएम से स्वयं संज्ञान लेकर उचित कार्यवाही करवाने की कृपा करने की बात कही है। इसके साथ ही धीरज पाठक के खिलाफ उचित कार्यवाही करवाने का अनुरोध भी किया है। जब यह पूरा मामला मेनका गांधी तक अपने व्यक्ति के माध्यम से पंहुचा तो खुद मेनका गाँधी ने पुलिस को इस घटना की पूरी जानकारी दी और उचित संज्ञान लेने को कहा।

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विश्व दुग्ध दिवस यानी वर्ल्ड मिल्क डे के मौके पर संकल्प ले देशी गौ माता की ही दूध पिएंगे – ज़हर भी समा लेती हैं गाय

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World Milk Day 2022

World Milk Day दुनिया भर में 1 जून को विश्व दुग्ध दिवस यानी वर्ल्ड मिल्क डे (World Milk Day) मनाया जाता है. स्वास्थ्य (Health) के लिए दूध कितना महत्व रखता है और ये हमारी डाइट का कितना जरूरी हिस्सा है. इस बात को समझाने और दूध को डाइट में शामिल करने के लिए जागरुक (Aware) करने के उद्देश्य से इस दिन को मनाया जाता है. इसके साथ ही दूध को वैश्विक भोजन के रूप में मान्यता देना भी इसका उद्देश्य है. इस दिन को मनाये जाने के लिए हर वर्ष एक विशेष थीम तय की जाती है. आइये और जानते हैं इसके बारे में.

इस दिन को मनाने की वजह दुनिया भर में दूध को वैश्विक भोजन के रूप में मान्यता देना है. लोगों को लगता है कि दूध केवल बच्चों की सेहत के लिए ही ज़रूरी होता है और बड़ों को इसकी ज़रूरत नहीं होती है लेकिन ऐसा नहीं है. दूध हर व्यक्ति के स्वास्थ के लिए ज़रूरी होता है. इस बात को लोगों तक पहुंचाने के लिए विश्व भर में ये दिन मनाया जाता है. लोगों को ये समझाने की कोशिश भी की जाती है कि दूध को डाइट में शामिल करना इसलिए ज़रूरी है क्योंकि इसको पीने से सेहत को कई सारे फायदे मिलते हैं. इसके साथ ही इस दिन को मनाने का उद्देश्य डेयरी या दुग्ध उत्पादन के क्षेत्र में स्थिरता, आजीविक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देना भी है।
आईये जानते है देशी गाय के दूध पिने के क्या क्या फायदे होते है।

कभी नहीं होगा कैंसर :

देसी गाय की पीठ पर मोटा सा हम्प होता है ! जिसमे सूर्यकेतु नाड़ी होती हैं, जो सूर्य की किरणों के संपर्क में आते ही अपने दूध में स्वर्ण का प्रभाव छोड़ती हैं। जिस कारण गाय के दूध में स्वर्ण तत्व समा जाते हैं। देसी गाय का दूध पीने से कभी भी कैंसर का रोग नहीं होगा।
गाय का दूध गुणों का भण्डार हैं, इस दूध से अनेक बीमारिया सही होती हैं, जिन कारणों से ही भारत के लोगो में गाय के प्रति अपार स्नेह श्रद्धा और मातृत्व भाव होता हैं। आज हम जानेंगे के दूध के ऐसे अनजाने गुण जो हमने कभी सुने ही नहीं थे और जिन वजहों से ये अमृत तुल्य हैं।

जीवन भर गाय का दूध पीने वाले व्यक्ति कैंसर जैसे भयानक रोगो से बचे रहते हैं।* इसका दूध निरंतर सेवन करने से हमारी रोग प्रतिरोधक शक्ति इतनी बढ़ जाती हैं के कोई रोग नज़दीक नहीं फटकता। चाहे वो सर्दी खांसी हो, हृदय रोग हो, पेट के रोग, पुरुषो के रोग हो या स्त्रियों के रोग हो।

गाय के दूध में सोना

भारतीय नस्ल की गाय की रीढ़ की हड्डी में सूर्यकेतु नाड़ी होती हैं। सूर्य की किरणे जब गाय के शरीर को छूती हैं, तब सूर्यकेतु नाड़ी सूर्य की किरणों से सोना बनाती हैं। इसी कारण गाय के दूध और मक्खन में पीलापन होता हैं, गाय के दूध में विषनाशक तत्व होते हैं। गाय का दूध पीने से शुद्ध सोना शरीर में जाता हैं। दूध में मौजूद प्रोटीन “केसीन” की वजह से इसका रंग सफ़ेद होता हैं। दूध में सबसे पौष्टिक तत्व हैं कैल्शियम और विटामिन डी। कैल्शियम हमारी हड्डियों और दाँतो को मज़बूत बनाता हैं और विटामिन डी कैल्शियम को सोखने में मदद करता हैं।

दूध कैसा पीना चाहिए

दूध को अधिक देर तक गर्म नहीं करना चाहिए। पतले लोगो को मलाईदार दूध और मोटे लोगो को मक्खन निकला हुआ दूध पीना चाहिए। गाय का आधा किलो दूध अपने विशेष गुणों के कारण 250 ग्राम मांस और तीन अन्डो से अधिक मूल्यवान हैं। दूध पूर्ण भोजन हैं। इसमें सभी प्रकार के जीवनोपयोगी पदार्थ होते हैं।
दूध पीने का समय :
अक्सर लोग दूध रात में पीते हैं, मगर दूध पीने का सब से बढ़िया समय सुबह हैं। दूध का सही पाचन सूर्य की गर्मी से ही होता हैं। कोशिश करे रात की बजाये दूध सुबह ही पिए। और रात को भी पीना हो तो सोने से कम से कम तीन घंटे पहले पिए।

धारोष्ण दूध के फायदे:

धारोष्ण दूध मतलब ताज़ा निकला हुआ, छानकर, बिना गर्म किया हुआ मिश्री या शहद, भिगोई हुयी किशमिश का पानी मिलाकर 40 दिन में वीर्य शुद्ध होता हैं। नेत्रज्योति, स्मरण शक्ति बढ़ती हैं। खुजली, स्नायु दौर्बल्य, बच्चो का सूखा रोग, क्षय रोग(टी बी) हिस्टीरिया, हृदय की धड़कन आदि में उपयोगी हैं। यह छोटे छोटे बालको के लिए बहुत फायदेमंद हैं।

ज़्यादा उबालने से होते हैं पोषक तत्व नष्ट

दूध हमेशा ताज़ा धारोष्ण ही पीना चाहिए, यदि ये संभव ना हो तो दूध गर्म कर के पिए, दूध को ज़्यादा नहीं उबालना चाहिए,* *अधिक उबालने से दूध में ज़रूरी पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। दूध को उलट पुलट कर के झाग बना कर पीना चाहिए, ये झाग बहुत लाभदायक होता हैं।

चीनी मिलाने के नुकसान

दूध में चीनी नहीं मिलनी चाहिए। चीनी मिलाने से दूध में मौजूद कैल्शियम नष्ट हो जाता हैं। दूध में प्राकृतिक मिठास होती हैं, थोड़े दिन बिना चीनी का दूध पिएंगे तो आपको दूध की प्राकृतिक मिठास आने लगेगी। अगर मीठा मिलाना हो तो आप फ्लो का रस, मुनक्का को भिगो कर इसका पानी, ग्लूकोस, गन्ने का रस मिला सकते हैं। बुरा खांड या मिश्री मिला हुआ दूध वीर्यवर्धक और त्रिदोष नाशक होता हैं।

जिनको दूध पचता ना हो

जिन लोगो को दूध पचता नहीं वो लोग दूध में एक पीपल या शहद डाल कर पिए, इस से वायु नहीं बनेगी। दूध शीघ्र पचेगा, दूध अगर बादी करता हो तो अदरक के टुकड़े या सौंठ का चूर्ण और किशमिश मिलकर सेवन करे।

किन रोगो में दूध नहीं पीना चाहिए

*खांसी, दमा, दस्त, पेचिश, पेट दर्द और अपच आदि रोगो में दूध नहीं पीना चाहिए। इन रोगो में ताज़ा छाछ (मट्ठा) पीना चाहिए। घी भी इन रोगो में नहीं लेना चाहिए।

आयुर्वेद में अगर दूध कहा जाए तो इसको भारतीय गाय का दूध ही समझना चाहिए।* अगर कोई दूसरे जीव का दूध हो तो वो विशेष रूप से बताया जाता हैं जैसे भैंस का दूध, बकरी का दूध इत्यादि।

दूध में अनेको खनिज और पौषक तत्व

वैज्ञानिकों के अनुसार गाय के दूध में 8 प्रकार के प्रोटीन, 6 प्रकार के विटामिन, 21 प्रकार के एमिनो एसिड, 11 प्रकार के चर्बीयुक्त एसिड, 25 प्रकार के खनिज तत्त्व, 16 प्रकार के नाइट्रोजन यौगिक, 4 प्रकार के फास्फोरस यौगिक, 2 प्रकार की शर्करा, इसके अलावा मुख्य खनिज सोना, ताँबा, लोहा, कैल्शियम, आयोडीन, फ्लोरिन, सिलिकॉन आदि भी पाये जाते हैं। इन सब तत्त्वों के विद्यमान होने से गाय का दूध एक उत्कृष्ट प्रकार का रसायन (टॉनिक) है, जो शरीर में पहुँचकर रस, रक्त, मांस, मेद, अस्थि, मज्जा और वीर्य को समुचित मात्रा में बढ़ाता है। यह पित्तशामक, बुद्धिवर्धक और सात्त्विकता को बढ़ाने वाला है। *गाय के दूध से 1 ग्राम भी कोलोस्ट्रोल नहीं बढ़ता।
ज़हर भी समा लेती हैं गाय
यदि गाय कोई विषैला पदार्थ खा जाती है तो उसका प्रभाव उसके दूध में नहीं आता। गाय के शरीर में सामान्य विषों को पचाने की अदभुत क्षमता है। ये ज़हर देसी गाय के गले के नीचे लटकने वाले मांस में ही रह जाता हैं। एक शोध किया गया जिस में हर रोज़ देसी गाय को और अमेरिकन गाय को भोजन में थोड़ा थोड़ा ज़हर दिया गया ,और जब उनका दूध निकाला गया तो देशी गाय के दूध में कोई भी ज़हरीला तत्व नहीं मिला और अमेरिकन गाय में वही ज़हर पाया गया जो उसको खिलाया गया।
अनेक बीमारियो में हैं इसके फायदे :
• गाय का दूध, जीर्णज्वर, मानसि क रोगों, मूर्च्छा, भ्रम, संग्रहणी, पांडुरोग, दाह, तृषा, हृदयरोग, शूल, गुल्म, रक्तपित्त, योनिरोग आदि में श्रेष्ठ है।
• *गाय को शतावरी खिलाकर उस गाय के दूध पर मरीज को रखने से क्षय रोग (T.B.) मिटता है।*
• कारनेल विश्वविद्यालय के पशुविज्ञान के विशेषज्ञ प्रोफेसर रोनाल्ड गोरायटे कहते हैं कि गाय के दूध से प्राप्त होने वाले MDGI प्रोटीन के कारण शरीर की कोशिकाएँ कैंसरयुक्त होने से बचती हैं।
• *गाय के दूध से कोलेस्टरोल नहीं बढ़ता बल्कि हृदय एवं रक्त की धमनियों के संकोचन का निवारण होता है। इस दूध में दूध की अपेक्षा आधा पानी डालकर, पानी जल जाये तब तक उबालकर पीने से कच्चे दूध की अपेक्षा पचने में अधिक हल्का होता है।*
• *गाय के दूध में उसी गाय का घी मिलाकर पीने से और गाय के घी से बने हुए हलुए को, सहन हो सके उतने गर्म-गर्म कोड़े जीभ पर फटकारने से कैंसर मिटने की बात जानने में आयी है।*
• गाय के दूध में दैवी तत्त्वों का निवास है।
गाय के दूध में अधिक से अधिक तेज तत्व एवं कम से कम पृथ्वी तत्व होने के कारण व्यक्ति प्रतिभा सम्पन्न होता है और उसकी ग्रहण शक्ति (Grasping Power) खिलती है। ओज-तेज बढ़ता है। इस दूध में विद्यमान ‘सेरीब्रोसाडस’ तत्व दिमाग एवं बुद्धि के विकास में सहायक है।
• रेडियोधर्मी विकिरणों के प्रभाव को भी कर देती हैं नष्ट। केवल गाय के दूध में ही Strontian तत्व है जो कि अणुविकिरणों का प्रतिरोधक है। Russian वैज्ञानिक (प्रसिद्ध वैज्ञानिक शिरोविच) गाय के घी-दूध को एटम बम के अणु कणों के विष का शमन करने वाला मानते हैं और उसमें रासायनिक तत्व नहीं के बराबर होने के कारण उसके अधिक मात्रा में पीने से भी कोई ‘साइड इफेक्ट’ या नुकसान नहीं होता।
• तुरंत शक्ति देना वाला हैं इसका दूध।
प्रतिदिन गाय के दूध के सेवन से तमाम प्रकार के रोग एवं वृद्धावस्था नष्ट होती है। उससे शरीर में तत्काल वीर्य उत्पन्न होता है।
• एलोपैथी दवाओं, रासायनिक खादों, प्रदूषण आदि के कारण हवा, पानी एवं आहार के द्वारा शरीर में जो विष एकत्रित होता है उसको नष्ट करने की शक्ति गाय के दूध में है।