मुम्बई – 30 मई को ही नरेन्द्र मोदी ने दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी। नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के 8 साल 30 मई 2022 को पूरे हो चुके है। 15 जून 2022 तक पूरे प्रदेश में 8 साल ‘सेवा, सुशासन और गरीब कल्याण’ के कार्यक्रम आयोजित करने का संकल्प पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिया और उस अभियान की शुरुआत कर दी है।

आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर नारी सशक्तिकरण की जानकारी देते हुए उन्होंने अपनी सरकार द्वारा किये गए इस दिशा में प्रयासों को ट्वीट के माध्यम से बताया उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि – ” बीते 8 वर्षों में नारी शक्ति के सशक्तिकरण में सरकार ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। महिलाओं के नेतृत्व में विकास को शुरू से ही प्राथमिकता दी गई है। इसी का परिणाम है कि हमारी करोड़ों माताओं, बहनों और बेटियों का जीवन आसान हुआ है और वे देश के उत्थान में बढ़-चढ़कर योगदान दे रही हैं। ”

महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता

आज के समय में भारत देश में महिला सशक्तिकरण की आवश्यकता इसलिए जरूरी है, क्योंकि संसार के विभिन्न समाज में स्त्रियों की आर्थिक, सामाजिक, शैक्षणिक, पारिवारिक, स्वास्थ्य सम्बन्धी, व्यवसाय, आदि गतिविधियों में पर्याप्त योगदान से एक लंबे समय तक वंचित व शोषित रखा गया। स्त्रियों को केवल घर का कार्य करने तक ही सीमित कर दिया गया। समाज पुरुष प्रधानता की ओर बढ़ता गया। महिलाएं ज्ञान विज्ञान व कला आदि के प्रत्येक क्षेत्र में पिछड़ती चली गई। बाल विवाह प्रारम्भ हो गया। बालिकाओं को स्कूल व कॉलेज जाने से रोका गया। नारियों को उन सभी प्रकार शिक्षा प्रणाली से वंचित किया गया जिससे वे पुरुषों के बराबर स्थान प्राप्त कर सकती थी।

मोदी सरकार ने किया है महिला सशक्तिकरण को ले कर अच्छा काम

पिछले सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को मन की बात की और कहा कि महिला सेल्फ हेल्प ग्रुप बेहतरीन काम कर रही हैं. वह तंजावुर डॉल समेत खिलौने और आर्टिफिशियल ज्वेलरी बना रही हैं. इससे महिलाओं का सशक्तीकरण हो रहा है. पीएम ने लोगों से अपील की कि सेल्फ हेल्प ग्रुप को बढ़ावा दें. इससे आत्मनिर्भर भारत को मजबूती मिलेगी। इसी तरह से प्रधानमंत्री मोदी महिला सशक्तिकरण बोलते रहते है। सरकार ने बहुत सी योजनाए बनाई है जिसमे से बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना , कन्या समृद्धि योजना , प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना , सुरक्षित मातृत्व आश्वासन सुमन योजना , फ्री सिलाई मशीन योजना
प्रधानमंत्री समर्थ योजना , महिला शक्ति केंद्र योजना , इत्यादि है , जिस से आज महिलाओ को लाभ मिल रहा है।

नारी शक्ति पुरस्कार

नारी शक्ति पुरस्कार स्कीम की शुरुआत 1999 में की गई, यह पुरस्कार उन पीड़ित महिलाओं के लिए है जो समाज के लिए अच्छा काम करती हैं। ये पुरस्कार राष्ट्रीय स्तर का है। इस पुरस्कार की स्थापना करने के पीछे केंद्र सरकार का भारत की महिलाओं के लिए सशक्तिकरण और उनके प्रति सेवा कार्य को मान्यता प्रदान करना है। यह पुरस्कार ख़ास करके उन महिलाओं को दिया जाता है जो विशेष रूप से कमज़ोर और पीड़ितों के हालातों को जीत कर कुछ हासिल करती है या कहे ऐसी महिलाएँ जो इन हालातों से बाहर आकर कुछ अलग करने का सोचती है। इन महिलाओं को मनी प्राइस और सर्टिफिकेट दिया जाता है। इन योजनाओं से यह तो साबित हो जाता है कि सरकार महिलाओं के विकास को लेकर हर तरीक़े का प्रयास काफ़ी लंबे वक़्त से कर रही है। आज समाज में महिलाओं की भूमिकाओं को अलग-अलग तरीक़े से देखा जा सकता है। आज शायद ही ऐसा कोई सैक्टर होगा जिसमें महिलाओं की उपस्थिति दर्ज ना हुई हो। आज इन सभी योजनाओं से महिलाओं के लिए आगे भी सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे है।

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