सवाईमाधोपुर. यहां पर शहर में गौ मंगल भागवत कथा में प्रवचन करने जोधपुर से आए कथावाचक राधा कृष्ण महाराज शनिवार को नई अनाज मण्डी में पहुंचे और वहां व्यापारियों के बीच प्रवचन करते हुए गायों की सेवा में सहयोग के लिए आगे आने की अपील की। उन्होंने कहा कि सभी ग्रंथों में गाय की सेवा से बढकऱ पुण्य कार्य नहीं है। हम स्वयं नियमित गौ सेवा नहीं कर पाते हैं तो गौशालाओं में गायों की सेवा के लिए सहयोग को आगे आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी व्यवस्था निर्धारित की जाए जिसमें सभी मण्डी व्यापारियों का योगदान हो ।

प्रति बोरी, प्रति कट्टा के हिसाब से या अन्य तरीके से गायों की सेवा में सहयोग की व्यवस्था शुरू की जा सकती है। पहले भी व्यापारियों ने शहर में जो गीता भवन बना है। उसके निर्माण के लिए प्रति बोरी, प्रति कट्टा 10 पैसे बोरी या 25 पैसे बोरी के हिसाब से व्यापारियों ने सहयोग किया था। ऐसा ही सहयोग अब होना चाहिए। व्यापारियों ने राधा कृष्ण महाराज को विश्वास दिलाया कि हम सभी व्यापारी गौ सेवार्थ भी सहयोग जरूर प्रदान करेगें।

इधर राधा कृष्ण गौ सेवा समिति एवं नंद बाबा गौ सेवा समिति के संयुक्त तत्वाधान में शहर में चल रही गौ मंगल भागवत कथा में कथावाचक राधा कृष्ण महाराज ने शुक्रवार रात को भगवान कृष्ण के प्राकट््य के पश्चात कारागृह से कान्हा को वासुदेव द्वारा गोकुल पहुंचाने की कथा सुनाई। उन्होंने गोकुल से कन्या को कारागृह में लाने, राजा कंस को अष्टम संतान की सूचना प्रहरियों द्वारा देने, कंस द्वारा नवजात कन्या के वध की चेष्टा तथा अष्ट भुजाधारी योग के रूप में पधारी कन्या का आकाशवाणी करके कंस को मारने वाले के जन्म होने की चेतावनी की कथा का वर्णन किया गया।

इसी क्रम में कान्हा की बुआ सुनंदा के आगमन, उनका नंद बाबा समेत सारे गोकुल को नंद बाबा के घर कान्हा के जन्म की सूचना देने आदि प्रसंगों का बखान किया। आयोजन से जुड़े हनुमान मित्तल ने बताया कि इस दौरान राधा कृष्ण ने कान्हा की बाललीला, शिव महिमा का वर्णन, गोरस का महत्व, भारत में नारी पूजा का महत्व, कन्यादान के पूर्व गोदान के महत्व के साथ वृंदावन और राधा रानी के संबंध के बारे में धार्मिक कथाओं का वर्णन किया। शाम 6 बजे से रात्रि 10 बजे तक होरही कथा में काफी श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।

Previous articleपशु तस्करी का मामला, कंटेनर से 10 मवेशी बरामद
Next articleगौ हत्या के आरोपियों और तस्करों पर चला बाराबंकी पुलिस का डंडा, करोड़ों की संपत्ति कुर्क

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here