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नैचुरल फार्मिंग का एक विशाल कारिडोर बनाएंगे- पीएम मोदी

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‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ कार्यक्रम में बोले पीएम मोदी- ‘पर्यावरण संरक्षण के लिए कई प्रयास कर रहा है भारत’

नई दिल्ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम ने कहा आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं। सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन आज बधाई के पात्र हैं, मार्च में इनकी संस्था ने मिट्टी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी और 27 देशों से होते हुए उनकी यात्रा 75वें दिन यहां पहुंची। वहीं, पीएम मोदी आज वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए वैश्विक पहल ‘लाइफस्टाइल फार द एनवायरनमेंट (LiFE) मूवमेंट’ का शुभारंभ करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन के सह-अध्यक्ष बिल गेट्स भी शामिल होंगे। वहीं, गुजरात के सूरत के पांडेसरा इलाके में बीती रात एक कपड़ा मिल में आग लग गई। दमकल की कई गाड़ियां मौके पर हैं। अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि भारत 2030 तक 26 मिलियन हेक्टेयर बंजर जमीन को रिस्टोर करने पर भी काम कर रहा है। पर्यावरण की रक्षा के लिए आज भारत नई नवीनता और प्रो पर्यावरण प्रौद्योगिकी पर लगातार जोर दे रहा है।

पीएम मोदी ने कहा हमने अपनी स्थापित विद्युत उत्पादन क्षमता का 40 परसेंट गैर-जीवाश्म-ईंधन आधारित स्रोत से हासिल करने का लक्ष्य तय किया था। ये लक्ष्य भारत ने तय समय से 9 साल पहले ही हासिल कर लिया है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा भारत आज जैव विविधता और वन्यजीव से जुड़ी जिन नीतियों पर चल रहा है, उसने वन्य-जीवों की संख्या में रिकार्ड वृद्धि की है। आज चाहे बाघ, शेर, तेंदुआ या फिर हाथी हो सभी की संख्या देश में बढ़ रही है। आज भारत ने पेट्रोल में 10 प्रतिशत इथेनाल ब्लेंडिंग के लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। आपको ये जानकर भी गर्व की अनुभूति होगी, कि भारत इस लक्ष्य पर तय समय से 5 महीने पहले पहुंच गया है।

नैचुरल फार्मिंग का एक विशाल कारिडोर बनाएंगे- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा इस साल के बजट में हमने तय किया है कि गंगा के किनारे बसे गांवों में नैचुरल फार्मिंग को प्रोत्साहित करेंगे, नैचुरल फार्मिंग का एक विशाल कारिडोर बनाएंगे। इससे हमारे खेत तो कैमिकल फ्री होंगे ही, नमामि गंगे अभियान को भी नया बल मिलेगा। पीएम ने कहा हम कैच द रेन जैसे अभियानों के माध्यम से जल संरक्षण से देश के जन-जन को जोड़ रहे हैं। इस साल मार्च में ही देश में 13 बड़ी नदियों के संरक्षण का अभियान भी शुरू हुआ है। इसमें पानी में प्रदूषण कम करने के साथ-साथ नदियों के किनारे वन लगाने का भी काम किया जा रहा है। पीएम मोदी ने कार्यक्रम के दौरान कहा कि पहले हमारे देश के किसान के पास इस जानकारी का अभाव था कि उसकी मिट्टी किस प्रकार की है, उसकी मिट्टी में कौन सी कमी है, कितनी कमी है। इस समस्या को दूर करने के लिए देश में किसानों को मिट्टी स्वास्थ्य कार्ड देने का बहुत बड़ा अभियान चलाया गया।
उन्होंने कहा मिट्टी को बचाने के लिए हमने पांच प्रमुख बातों पर फोकस किया है पहला- मिट्टी को केमिकल फ्री कैसे बनाएं। दूसरा- मिट्टी में जो जीव रहते हैं उन्हें कैसे बचाएं। तीसरा- मिट्टी की नमी को कैसे बनाए रखें, उस तक जल की उपलब्धता कैसे बढ़ाएं। चौथा- भूजल कम होने की वजह से मिट्टी को जो नुकसान हो रहा है, उसे कैसे दूर करें और पांचवा, वनों का दायरा कम होने से मिट्टी का जो लगातार क्षरण हो रहा है, उसे कैसे रोकें। 

पीएम मोदी ने कहा मुझे संतोष है कि देश में पिछले 8 साल से जो योजनाएं चल रही है, सभी में किसी न किसी रूप से पर्यावरण संरक्षण का आग्रह है। पर्यावरण रक्षा के भारत के प्रयास बहुआयामी रहे हैं। भारत ये प्रयास तब कर रहा है जब जलवायु परिवर्तन में भारत की भूमिका न के बराबर है। पीएम ने कहा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत ने CDRI और इंटरनेशनल सोलर अलायंस के निर्माण का नेतृत्व किया है। पिछले वर्ष भारत ने ये भी संकल्प लिया है कि भारत 2070 तक नेट जीरो का लक्ष्य हासिल करेगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विज्ञान भवन में मिट्टी बचाओ आंदोलन पर आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस दौरान पीएम ने कहा आप सभी को विश्व पर्यावरण दिवस की शुभकामनाएं। सद्गुरु और ईशा फाउंडेशन आज बधाई के पात्र हैं, मार्च में इनकी संस्था ने मिट्टी बचाओ आंदोलन की शुरुआत की थी और 27 देशों से होते हुए उनकी यात्रा 75वें दिन यहां पहुंची।

 

 

Birthday of CM Yogi- गौपुत्र ,धर्मरक्षक , राष्ट्रनायक योगी आदित्यनाथ जी केजन्मदिन पर विशेष

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 50वां जन्मदिन मनाया जा रहा है. इस मौके पर राज्य भर में विभिन्न संगठनों ने अलग-अलग तरीके से सीएम योगी का जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रखी है. वहीं मुख्यमंत्री को जन्मदिन पर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है. इसमें सबसे बड़ा नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है, जिन्होंने ट्वीट करके सीएम योगी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं.
देश की राजनीति में प्रमुख स्थान रखने वाले योगी आदित्यनाथ उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री है जो की अपनी विकासवादी और राष्ट्रवादी छवि के लिए जाने जाते है। हाल ही में संपन्न हुये उतर-प्रदेश के विधानसभा चुनावो में भी भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला दिला कर दुरी बार मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ का आज जन्म दिन है परम गौभक्त , गौमाता को वैभव दिलवाने में मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ का मंत्रालय दिन रात काम कर रहा है। आज प्रदेश में गौवंश को ले कर बहुत साड़ी योजनाए कार्य कर रहे है। यैसे परम गौ भक्त महाराज श्री के जन्म दिन पर उन्हें ढेरों शुभकामनाएं देते हुए उनकी राजनीतिक यात्रा और जीवन पर थोड़ी पुष्ट अपुष्ट जानकारी आप के साथ साझा करते हुए -जयश्री राम

Birthday greetings to UP’s dynamic Chief Minister @myogiadityanath Ji. Under his able leadership, the state has scaled new heights of progress. He has ensured pro-people governance to the people of the state. Praying for his long and healthy life in service of the people.

कौन है योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यनाथ उत्तर-प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित गोरखनाथ मंदिर के महंत और प्रदेश के मुख्यमंत्री है। इन्होने वर्ष 1994 में गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ जी के सानिध्य में सिर्फ 22 वर्ष की उम्र में संन्यास ले लिया था। बाद में उन्हें वर्ष 2014 में इसी मठ का महंत भी बनाया गया था जिसके बाद 2017 में वे उतर-प्रदेश के 21 वे मुख्यमंत्री भी बने। योगी आदित्यनाथ को अधिकतर लोग एक प्रखर राष्ट्रवादी नेता के रूप में जानते है साथ ही वे विभिन धार्मिक समूहों से भी जुड़े है। वर्ष 2022 के हालिया चुनावो के परिणामो के आधार पर बीजेपी ने बहुमत हासिल किया है ऐसे में योगी का दुबारा सत्ता में आना तय है। इससे पहले भी वे लगातार 5 बार लोकसभा के सांसद रह चुके है।

योगी आदित्यनाथ का प्रारंभिक जीवन

योगी आदित्यनाथ के बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट रहा है। योगी आदित्यनाथ नाम इन्हे इनके गुरु द्वारा संन्यास ग्रहण करने के पश्चात प्रदान किया गया था। योगी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखण्ड राज्य के पौड़ी जिले में यमकेश्वर तहसील में स्थित पंचूर ग्राम में आनंद सिंह बिष्ट के यहाँ हुआ। इनके पिताजी वन विभाग में फारेस्ट रेंजर थे जिनकी मृत्यु 20 अप्रैल 2020 को कोरोनाकाल के दौरान हो गयी थी। इनकी माता का नाम सावित्री देवी है जो की अभी भी योगी के पैतृक गाँव में रहती है। योगी के 3 भाई और 3 बहने है जिनमे से Yogi Adityanath 5वें नंबर की संतान है। योगी की प्रारंभिक शिक्षा टिहरी गढ़वाल के गजा क्षेत्र में स्थित स्कूल में हुई। इसके बाद ये आगे की शिक्षा के लिए ऋषिकेश आ गए जहाँ वर्ष 1989 में इन्होने भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

आपको बता दे की योगी आदित्यनाथ हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक (BSc) है इसके अतिरिक्त इन्होने पोस्ट-ग्रेजुएशन के लिए भी एडमिशन लिया था परन्तु इस समय देश में राम-मंदिर का आंदोलन जोरो पर था ऐसे में इनका ध्यान भी आंदोलन की उठापटक के कारण विचलित हो गया जिससे की ये अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी नहीं कर पाए। वर्तमान में योगी आदित्यनाथ की उम्र 49 वर्ष है।

संन्यासी जीवन का सफर

योगी आदित्यनाथ पर गुरु गोरखनाथ का गहरा प्रभाव रहा है ऐसे में गोरखनाथ के जीवन पर शोध करने के लिए ये वर्ष 1993 में गोरखपुर आ गए थे। यहाँ गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ की शरण में इन्होने दीक्षा ली और फलस्वरूप 15 फरवरी 1994 को ये पूर्ण रूप से नाथ सम्प्रदाय का हिस्सा बन गए। साथ ही इन्होने अपनी पुरानी पहचान त्यागकर योगी आदित्यनाथ नाम भी ग्रहण कर लिया। 12 सितंबर 2014 को गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ के निधन के पश्चात इन्हे मंदिर का नया महंत घोषित किया गया है साथ ही ये मंदिर के पीठाधीश्वर भी है। आपको बता दे की Yogi Adityanath द्वारा वर्ष 1994 में ही संन्यास लिया जा चुका है इसलिए इन्होने शादी नहीं की है।

एक संत से लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक

योगी आदित्यनाथ के जीवन का राजनैतिक सफर कॉलेज के दिनों से ही शुरू हो गया था। अपने विद्यार्थी जीवन में ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सक्रिय सदस्य भी रहे है। योगी द्वारा सबसे पहले वर्ष 1998 में बीजेपी के टिकट पर गोरखपुर सीट से जीत दर्ज की गयी थी। इसके बाद पुनः 1999 के लोकसभा चुनावो में उन्होंने जीत दर्ज की थी। बारहवीं लोक सभा के दौरान मात्र 26 वर्ष की उम्र में संसद पहुंचने वाले वे सबसे युवा सांसद थे। इसके बाद वर्ष 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावो में भी इन्होने लगातार 5 बार संसद बनने का रिकॉर्ड बनाया था। वर्ष 2017 में हुये यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के कारण इन्हे मुख्यमंत्री बनाया गया था।

विवादों से रहा है पुराना नाता

हालांकि अपनी प्रखर छवि के बावजूद भी योगी आदित्यनाथ अपने बयानों के कारण अकसर चर्चा में रहते है। सन् 2002 में इनके द्वारा निजी सेना के रूप में हिन्दू युवा वाहिनी संगठन की स्थापना भी की गयी है। 7 सितम्बर 2008 को प्रदेश के आजमगढ़ जिले में योगी पर जानलेवा हमला हुआ था जिसमे की वे बाल-बाल बचे थे। इसके अतिरिक्त भी गोरखपुर में हुये दंगो के दौरान योगी आदित्यनाथ को गिरफ्तार किया गया था।

 

जून महीना है दुधारू एवं अन्य सभी मवेशियों को अन्तं कृमि नाशक दवा देने का उपयुक्त समय

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गाय, भैंस के पेट में पलने वाले अदृश्य आंतरिक परजीवी जेसै फीताकृमि, गोलकृमि,लिवर फ्लयूक इत्यादि दुधारू पशुओं का प्रति ब्यांत 100 लीटर तक या प्रतिदिन आधा से 1.0 लीटर दूध उत्पादन कम कर देते हैं । एवं दूध उत्पादकता में 5 प्रतिशत तक की कमी हो जाती हैं। यही नहीं आन्तरिक कृमि मादा गो पशुओं की प्रजनन/गयाभिन होने की क्षमता भी 14 से 17 प्रतिशत तक कम कर देते है। और देशी पशुओं के कम दूध उत्पादन तथा कम होती प्रजनन क्षमता मुख्य कारण भी नियमित अंतराल पर कृमि नाशक दवा नहीं देना ही है।

साधारणतया माह मई, जून में पशु के पेट में पल रहे कृमियों का ब्रीडिंग सीजन होता है इसलिए जून माह में दवा दी जानी चाहिए। जुलाई, अगस्त माह में बरसाती पानी एवं बरसाती घांस,हरा चारा आदि खाना पीना पड़ता है जिनके साथ बरसाती कीड़े भी पशु के पेट में जाकर अपना डेरा जमा कर खून चूसना शुरू कर देते हैं। इनको समाप्त करने के लिए अक्टूबर माह में दवा दी जानी चाहिए।इसी प्रकार से नवम्बर, दिसंबर, जनवरी माह में रिजका,बरसीम, सरसों जैसे हरे चारे खिलाएं जाते हैं,इनके साथ भी विभिन्न प्रकार के कृमि पशु के पेट में चले जाते हैं। इनके निदान के लिए फरवरी माह में दवा दी जानी चाहिए।

इस प्रकार से मवेशियों को पेट के कीड़ों से मुक्त रखने के लिए फरवरी, जून एवं अक्टूबर माह में प्रति व्यस्क पशु अन्तः कृमि नाशक दवा एलबेंडाजोल या आईवरमेक्टीन या आक्सीकलोजेनाईड 100 एम एल दवा या अपने क्षेत्र के पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार कोई भी एक दवा दलिया, गुड में मिलाकर लड्डू बनाकर दे देते हैं तो दूध उत्पादन में होने वाले उपरोक्त अदृश्य नुकसान से बच सकते हैं।

अतः समस्त गाय ,भेंस ,बछड़ों को समय-समय पर अन्त कृमि नाशक दवा अवश्य देवें। पशु शरीर पर पलने वाले ब्राह्य कृमि चिंचडे, जूं एवं पिस्सू इत्यादि भी काफी नुकसान पंहुचाते है। पशुओं को इनसे भी बचाये रखना आवश्यक है। एक चिंचडा प्रति दिन 1.5 एम एल खून चूस जाता है। बाजार में प्रचलित ब्यूटोक्स दवा को एक लीटर पानी में 5.0 एम एल मिला कर या कोई अन्य दवा का पशु चिकित्सक की सलाह अनुसार पशु शरीर पर पोंछा लगाना या छिड़काव करना चाहिए। बची हुई दवा को पशु शाला में भी छिड़क देना चाहिए।

सभी पशुओं को उनकी इच्छा अनुसार सेंधा या साधारण नमक भी नियमित रूप से बिना नागा के पीने के पानी में या अलग से चारे की ठान में या प्लास्टिक के आधे कटे ड्रम में भरकर पशु के सामने रख कर उपलब्ध कराते रहें। साधारण तया प्रति व्यस्क मवेशी 30 से 35 ग्राम नमक प्रति दिन अवश्य ही देना चाहिए। ‌‌ ‌

– डॉ महेंद्र गर्ग ‌

सेवानिवृत्त प्रोफेसर, कृषि विश्वविद्यालय ,कोटा
सलाहकार,बायोगेस यूआ तयईटी, कोटा
पूर्व सलाहकार, राष्ट्रीय कामधेनु आयोग,नई दिल्ली

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गोरखनाथ धाम में की गऊ पूजा

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गोरखपुर – राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद गीता प्रेस शताब्दी कार्यक्रम में हिस्सा लेने के बाद बाबा गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने पहुंचे। वहां संस्कृत वेदपाठी बच्चों द्वारा वैदिक रीति से उनका स्वागत किया जाएगा। इस दौरान सीएम योगी और राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी मौजूद रहीं। राष्ट्रपति ने बाबा गोरखनाथ के दर्शन करके आशीर्वाद लिया। इसके बाद उन्होंने मंदिर परिसर का भ्रमण किया।
मंदिर परिसर में वहीं, स्थित गोशाला में गोसेवा भी की गऊ माता को प्रसाद खिलाया इस अवसर पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद काफी मंत्र्मुग्द दिखाई दे रही थी , मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सभी की अगुवाई करते हुए गौमाता की पूजा अर्चना करवाई। श्री गोरखनाथ मंदिर संस्थान के ऑफिसियल ट्वीटर से बड़ी खूबसूरत तस्वीरें ट्वीट की गई है।

समाचार के अनुसार गोरखपुर एयरपोर्ट राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और उनकी पत्नी सविता कोविंद शनिवार दोपहर को पहुंचे। उनका स्वागत यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने किया। यहां से वह सीधे गोरखपुर सर्किट हाउस के लिए निकल गए।

वहां आराम करने के बाद वह शाम 4.45 बजे गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह में शामिल होने के लिए निकल गए। गीते प्रेस पहुंचते ही महामहिम ने लीलाचित्र मंदिर के दर्शन कर किए। उन्होंने हर एक तस्वीर को बड़े गौर से देखा और समझा। इसके बाद मंच पर सीएम योगी के साथ पहुंच गए।

गीता प्रेस में बने मंच पर महामहिम और देश की प्रथम महिला का जोरदार स्वागत किया गया। साथ में राज्यपाल और सीएम योगी को अंगवस्त्र और पुष्प भेंट किया गया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शताब्दी वर्ष समारोह के शुभारंभ कार्यक्रम में दो पुस्तकों का विमोचन किया। इसमें तीन सौ रंगीन चित्रों के साथ आर्टपेपर पर प्रकाशित ‘श्रीरामचरितमानस’ और गीता प्रेस के संस्थापक जयदयाल गोयंदका द्वारा लिखित ‘गीता तत्वविवेचनी’ के परिवर्धित संस्करण शामिल है।

प्रधानमंत्री 5 जून को ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे

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New Delhi – विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी 5 जून को सुबह 11 बजे विज्ञान भवन में ‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ पर आयोजित कार्यक्रम में शामिल होंगे। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री उपस्थित लोगों को भी संबोधित करेंगे।
‘मिट्टी बचाओ आंदोलन’ मिट्टी के बिगड़ते स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसे सुधारने के लिए जागरूक दायित्व कायम करने के लिए एक वैश्विक आंदोलन है। सद्गुरु ने मार्च 2022 में इस आंदोलन की शुरुआत की थी, जिन्होंने 27 देशों से होकर 100 दिन की मोटरसाइकिल यात्रा शुरू की थी। 5 जून 100 दिन की यात्रा का 75वां दिन है। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री की भागीदारी भारत में मृदा स्वास्थ्य में सुधार के प्रति साझा चिंताओं और प्रतिबद्धता को प्रतिबिंबित करेगी।

प्रधानमंत्री 5 जून को वैश्विक पहल ‘लाइफ मूवमेंट’ को लॉन्च करेंगे

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इस लॉन्च से पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली को अपनाने के लिए विचारों को आमंत्रित करने के क्रम में ‘लाइफ ग्लोबल कॉल फॉर पेपर्स’ की भी शुरुआत होगी ,‘ लाइफ’ का विचार प्रधानमंत्री द्वारा ग्लासगो में कॉप26 के दौरान पेश किया गया था यह “बिना गंभीर विचार किये और विनाशकारी उपभोग” के बजाय “सोच-समझकर और विचार आधारित उपयोग’ पर केंद्रित है।

New Delhi – प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 5 जून, 2022 को शाम 6 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से  वैश्विक पहल, “पर्यावरण के लिए जीवनशैली अभियान” (लाइफस्टाइल फॉर द एनवायरनमेंट (लाइफ) मूवमेंट) का शुभारंभ करेंगे। यह लॉन्च ‘लाइफ ग्लोबल कॉल फॉर पेपर्स’ की भी शुरुआत करेगा, जो दुनिया भर में व्यक्तियों, समुदायों और संगठनों को पर्यावरण जागरूक जीवन शैली अपनाने के लिए प्रभावित करने और उनसे अनुरोध करने के क्रम में शिक्षाविदों, विश्वविद्यालयों और अनुसंधान संस्थानों आदि से विचारों और सुझावों को आमंत्रित करेगा। प्रधानमंत्री कार्यक्रम के दौरान मुख्य भाषण भी देंगे।

कार्यक्रम में श्री बिल गेट्स, सह-अध्यक्ष बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन; लॉर्ड निकोलस स्टर्न, जलवायु अर्थशास्त्री; प्रो. कैस सनस्टीन, नज थ्योरी के लेखक; श्री अनिरुद्ध दासगुप्ता, सीईओ और अध्यक्ष वर्ल्ड रिसोर्सेज इंस्टिट्यूट; सुश्री इंगर एंडरसन, यूएनईपी ग्लोबल हेड; श्री अचिम स्टेनर, यूएनडीपी ग्लोबल हेड और श्री डेविड मलपास, विश्व बैंक के अध्यक्ष व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे।

पिछले साल ग्लासगो में 26वें संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन (कॉप26) के दौरान प्रधानमंत्री द्वारा ‘लाइफ’ का विचार पेश किया गया था। यह विचार पर्यावरण के प्रति जागरूक जीवन शैली को बढ़ावा देता है, जो बिना गंभीर विचार किये और विनाशकारी उपभोग” के बजाय “सोच-समझकर और विचार आधारित उपयोग’ पर केंद्रित है।

 

Kanpur violence -राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी के यूपी दौरे के दौरान ही कानपुर में दंगा व हिंसा भड़कना अति-दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण

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 बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने कानपुर में जुमे की नमाज के बाद राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री की शहर में मौजूदगी के दौरान शुक्रवार को माहौल बिगाड़ने के प्रयास को पुल‍िस और खुफि‍या तंत्र की विफलता करार द‍िया। बसपा सुप्रीमों ने इस दौरान शान्ति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तेजक भाषणों आदि से बचने की भी अपील की है। बता दें क‍ि इससे पहले कानपुर में हुई ह‍िंंसा पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हिंसा के लिए भाजपा प्रवक्ता नुपूर शर्मा को दोषी ठहराते हुए गिरफ्तारी की मांग की और पुलिस और इंटेलिजेंस पर भी सवाल उठाए थे।

बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट करते हुए कहा क‍ि,’मा. राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री जी के यूपी दौरे के दौरान ही कानपुर में दंगा व हिंसा भड़कना अति-दुःखद, दुर्भाग्यपूर्ण व चिन्ताजनक तथा पुलिस खुफिया तंत्र की भी विफलता का द्योतक। सरकार को समझना होगा कि शान्ति व्यवस्था के अभाव में प्रदेश में निवेश व यहां का विकास कैसे संभव?

मायावती ने कहा क‍ि,’सरकार इस घटना की धर्म, जाति व दलगत राजनीति से ऊपर उठकर स्वतंत्र व निष्पक्ष उच्च-स्तरीय जाँच कराकर दोषियों के विरूद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे ताकि ऐसी घटना आगे न हो। साथ ही, लोगों से शान्ति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उत्तेजक भाषणों आदि से बचने की भी अपील की है।’

क्‍या है पूरा मामला: पैगंबर मोहम्मद साहब पर भाजपा प्रवक्ता नूपुर शर्मा की की गई विवादित टिप्पणी के बाद शुक्रवार दोपहर नमाज के बाद नई सड़क पर प्रदर्शन के बाद जमकर बवाल हुआ। पथराव कर कई गाड़ियां तोड़ दी गई पर फायरिंग के साथ बमबाजी भी हुई। पथराव में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। बवाल की सूचना पर डीएम और संयुक्त पुलिस आयुक्त समेत भारी फोर्स मौके पर पहुंचा और पैदल मार्च करते हुए लोगों को समझाने का प्रयास किया। घटना के बाद सीएम योगी ने सख्‍त कार्रवाई के न‍िर्देश दिए हैं लेकि‍न व‍िपक्ष पुल‍िस और खुफि‍या व‍िभाग की नाकामी बता कर इस मामले को तूल दे रहा है।

महाराष्ट्र में 70% ट्रक ड्राइवर तंबाकू के आदी हैं

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मुंबई: हाल ही में मनाए गए विश्व तंबाकू निषेध दिवस के अवसर पर, मुंबई और आसपास के शहरों में तंबाकू के सेवन के दुष्प्रभावों पर विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए गए। इस अवसर को चिह्नित करने के लिए, मुलुंड के प्लेटिनम अस्पताल ने तंबाकू की लत के खतरों को समझाने के लिए एक अनूठा कार्यक्रम आयोजित किया।

इस प्रोजेक्ट में सीधे मुंबई और नासिक से आए 150 ट्रक ड्राइवर और क्लीनर कैंसर की जांच की गई। कार्यक्रम का आयोजन श्री नासिक गुड्स ट्रांसपोर्ट कंपनी के माध्यम से नासिक-विलहोली स्थित ट्रक गोदाम में किया गया। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए प्लेटिनम अस्पताल के ऑन्कोलॉजिस्ट और सर्जन डॉ. मकरंद भोले ने कहा, “प्लैटिनम अस्पताल के माध्यम से हमने न केवल कैंसर की जांच की बल्कि ट्रक चालकों को धूम्रपान छोड़ने की सलाह भी दी।

साल के अंत में ड्राइविंग के क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं को 15 से 16 साल की उम्र के बीच तंबाकू की लत लग जाती है। उन्हें कभी ट्रक चलाने के लिए कभी 15 दिन तो कभी 1 महीने तक घर से बाहर रहना पड़ता है, जिससे उन्हें तंबाकू की लत लग जाती है। तंबाकू में मौजूद निकोटिन आदत को तोड़ना बहुत मुश्किल बना देता है और व्यक्ति को नशे की लत अधिक होती है इसलिए उन्हें हर छह महीने में परामर्श की आवश्यकता होती है। सबसे पहले समय बीतने के लिए व्यक्ति दिन में एक या दो बार तंबाकू का सेवन शुरू कर देता है और कुछ ही दिनों में यह आदत लत में बदल जाती है।

धीरे-धीरे, एक बार जब निकोटीन की एक निश्चित मात्रा स्थिर हो जाती है, तो पहले से मौजूद तंबाकू बंद हो जाता है और शरीर अधिक निकोटीन की मांग करने लगता है, और व्यक्ति 24 घंटे तक लगातार तंबाकू के संपर्क में रहता है। तंबाकू की थैलियां और चूना जेब में ले जा सकते हैं, कभी भी कहीं भी खा सकते हैं और किसी को भी ज्यादा खा सकते हैं मुझे समझ भी नहीं आ रहा है, जिसके चलते यह लत जाने-अनजाने और कभी-कभी जानबूझकर घर के लोगों द्वारा नज़रअंदाज कर दी जाती है।”

तंबाकू और तंबाकू उत्पाद हर साल दुनिया भर में अनुमानित 8 मिलियन और भारत में 10 लाख लोगों की जान लेते हैं। तंबाकू में कई तरह के केमिकल होते हैं। तंबाकू, सिगरेट, वीडी, मशेरी, गुटखा, खर्रा हृदय रोग, पक्षाघात और कैंसर के लिए एक जोखिम कारक है। डॉ. प्लेटिनम अस्पताल के कैंसर विशेषज्ञ ने कहा कि आज महाराष्ट्र में 70 प्रतिशत ट्रक चालक तंबाकू के आदी हैं और इस लत को छोड़ने का हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। मकरंद भोले ने प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का आयोजन विलोली में यातायात और आरटीओ विभाग के सहयोग से किया गया।

 

पंजाबी सिनेमा हिंदी सिनेमा के समानान्तर खड़ी होती दिखाई देने लगी है

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इन दिनों पंजाबी सिनेमा हिंदी सिनेमा के समानान्तर खड़ी होती दिखाई देने लगी है। पंजाबी फिल्मों का बाज़ार छोटा होने के बावजूद पंजाबी फिल्मों का कलेक्शन औसतन ठीक ठाक चल रहा है ।

इसी वजह से पंजाबी फिल्मों के निर्माण की गति में भी तेजी आई है। इन दिनों पंजाबी सिनेमा जगत में एक नाम तेजी से उभर कर सामने आया है लेखक और निर्देशक नरेश एस गर्ग का। जब नरेश गर्ग ने इंडस्ट्री में कदम रखा,पंजाबी फिल्म उद्योग पर कुछ चुनिंदा फिल्म निर्देशकों का कब्जा था, अब खुद को स्थापित करना इतना आसान नहीं था, धीरे-धीरे संपादक से लेखक और लेखक से निर्देशक तक का सफर पूरा करना। नरेश गर्ग का कहना है कि उनका सपना एक स्वच्छ सिनेमा की स्थापना करना है जहां मनोरंजन के नाम पर अश्लीलता या गंदगी नहीं परोसी जाती है, इसलिए मेरी हर फिल्म अपनी संस्कृति पर आधारित होती है।

मेरा मकसद है कि पूरा परिवार साथ में मेरी फिल्म देखे। नरेश का पहले भी एक सपना था,निर्देशक बनने के बाद अभिनेता बनना चाहते थे, यही वजह थी कि जब वो 12वीं की पढ़ाई कर रहे थे, तभी उनके पास मुंबई से फोन आया और वे बीच में ही पढ़ाई छोड़कर मुंबई के लिए निकल गए।

उन्होंने अभिनय का डिप्लोमा पूरा किया, जब उन्हें अभिनय में ज्यादा गुंजाइश नहीं मिली तो उन्होंने खुद को संपादन की ओर अग्रसर किया और फिर उसके बाद वो निर्देशन के क्षेत्र में आ गए। पंजाब के होशियारपुर जिले में 24अगस्त1974 को जन्मे नरेश एस गर्ग कई पंजाबी फिल्मों का लेखन और निर्देशन कर चुके हैं। संदेशपरक फिल्मों को प्राथमिकता देने वाले पंजाबी सिनेमा के मशहूर लेखक निर्देशक नरेश  गर्ग  को राज काकरा, जोनिता डोडा, नवदीप कलेर, नीतू पंढेर, गुरिंदर मक्का, धर्म युद्ध मोर्चा,  चमकीला फॉरएवर, खत्रे दा घुग्गू, मालवा दी जट्टी, सग्गी फुल, कौम दे हीरे, धन धन बाबा बुद्दन शाह जी और शाविंदर महल अभिनीत पंजाबी फिल्म पट्टा पत्ता सिंघन दा वैरी के निर्देशन के लिए जाना जाता है।

PM Modi in Kanpur-रिकॉर्ड निवेश यूपी में रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

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लखनऊ – ( कार्यालय प्रतिनिधि ) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने औद्योगिक परियानाओं की ग्राउंड ब्रेकिंग सेरेमनी में 80 हजार 224 करोड़ रुपये की 1406 औद्योगिक परियोजनाओं की आधारशिला रखी। इन प्रोजेक्ट के धरातल पर उतरने पर प्रदेश में पांच लाख रोजगार के नए अवसर सृजित होने का दावा किया गया है। इन्वेस्टर्स को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि यूपी बदल रहा है। यहां पर हो रहा निवेश यहां की युवा शक्ति को दिखाता है। लखनऊ में आयोजित इस कार्यक्रम के बाद पीएम मोदी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के गांव परौंख पहुंचे। यहां उन्होंने जनसभा को संबोधित किया।

प्रधानमंत्री ने आज के अपने सम्बोधन में कई महत्वपूर्ण बातों को उल्लेखित किया उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि – ” सबसे पहले तो मैं उत्‍तर प्रदेश के सांसद के नाते, काशी के सांसद के नाते निवेशकों का स्‍वागत करता हूं और निवेशकों का मैं इसलिए धन्‍यवाद करता हूं कि उन्‍होंने उत्‍तर प्रदेश की युवा शक्ति पर भरोसा किया है। उत्‍तर प्रदेश की युवा शक्ति में वो सामर्थ्‍य है कि आपके सपनों और संकल्‍पों को नई उड़ान, नई ऊंचाई देने का सामर्थ्‍य उत्‍तर प्रदेश के नौजवानों में है और आप जिस संकल्‍प को ले करके आए हैं, उत्‍तर प्रदेश के नौजवानों का परिश्रम, उनका पुरुषार्थ, उनका सामर्थ्‍य, उनकी समझ, उनका समर्पण आपके सभी सपने-संकल्‍पों को सिद्ध करके रहेगा, ये मैं आपको विश्‍वास दिलाता हूं।

काशी पर बोले पीएम

काशी का सांसद हूं तो एक सांसद के नाते मैं ये लोभ छोड़ नहीं सकता हूं, मोह छोड़ नहीं सकता हूं कि मैं इतना तो चाहूंगा कि आप लोग बहुत व्‍यस्‍त होते हैं, लेकिन कभी समय निकाल करके मेरी काशी देख कर आइए, काशी बहुत बदल गई, काशी बहुत बदल गई है। विश्‍व की ऐसी नगरी अपने पुरातन सामर्थ्‍य के साथ नए रंग-रूप में सज सकती है, ये उत्‍तर प्रदेश की ताकत का जीता-जागता उदाहरण है।

यूपी में 80 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश से संबंधित समझौते यहां हुए हैं। ये रिकॉर्ड निवेश यूपी में रोजगार के हजारों नए अवसर बनाएगा। ये भारत के साथ ही उत्तर प्रदेश की ग्रोथ स्टोरी पर बढ़ते विश्वास को दिखाता है। आज के इस आयोजन के लिए मैं यूपी के नौजवानों को विशेष बधाई दूंगा, क्योंकि इसका सबसे बड़ा लाभ यूपी के युवकों को, यु‍वतियों को, हमारी नई पीढ़ी को होने वाला है।

आजादी के 75वें वर्ष का पर्व है -पीएम

इस समय हम अपनी आजादी के 75वें वर्ष का पर्व मना रहे हैं। आजादी का अमृत महोत्‍सव मना रहे हैं। ये समय अगले 25 वर्षों के लिए अमृतकाल, नए संकल्‍प का काल, नए लक्ष्‍यों का काल और नए लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने के लिए सबका प्रयास के मंत्र को ले करके परिश्रम की पराकाष्‍ठा करने का अमृतकाल है। आज दुनिया में जो वैश्विक परिस्थितियां बनी हैं, वो हमारे लिए बड़े अवसर भी लेकर भी आई हैं। दुनिया आज जिस भरोसेमंद साथी को तलाश रही है, उस पर खरा उतरने का सामर्थ्य सिर्फ हमारे लोकतांत्रिक भारत के पास है। दुनिया आज भारत के potential को भी देख रही है और भारत की Performance की भी सराहना कर रही है।

कोरोना काल में भी भारत रुका नहीं, बल्कि अपने Reforms की गति को और बढ़ा दिया। इसका परिणाम आज हम सभी देख रहे हैं। हम G-20 अर्थव्यवस्थाओं में सबसे तेज़ी से Grow कर रहे हैं। आज भारत, Global Retail Index में दूसरे नंबर पर है। भारत, दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा Energy Consumer देश है। बीते साल दुनिया के 100 से अधिक देशों से, 84 बिलियन डॉलर का रिकॉर्ड FDI आया है। भारत ने बीते वित्तीय वर्ष में 417 बिलियन डॉलर यानि 30 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का मर्केंडाइज एक्सपोर्ट करके नया रिकॉर्ड बनाया है।

साझा प्रयासों को कई गुना अधिक बढ़ाने का है

एक राष्ट्र के रूप में अब ये समय अपने साझा प्रयासों को कई गुना अधिक बढ़ाने का है। ये एक ऐसा समय है, जब हम अपने फैसलों को सिर्फ एक साल या 5 साल को देखते हुए सीमित नहीं रख सकते। भारत में एक मज़बूत मैन्युफेक्चरिंग इकोसिस्टम, एक मज़बूत और डायवर्स वैल्यू और सप्लाई चेन विकसित करने के लिए हर किसी का योगदान आवश्यक है। सरकार अपनी तरफ से निरंतर नीतियां बना रही है, पुरानी नीतियों में सुधार कर रही है।

अपनी सरकार के ८ वर्ष पर बोले पीएम

अभी हाल ही में केंद्र की एनडीए सरकार ने अपने 8 वर्ष पूरे किए हैं। इन वर्षों में हम जैसा अभी योगी जी बता रहे थे, Reform-Perform-Transform के मंत्र के साथ आगे बढ़े हैं। हमने Policy Stability पर जोर दिया है, कॉर्डिनेशन पर जोर दिया है, Ease of Doing Business पर जोर दिया है। बीते समय में हमने हजारों कंप्लायंस खत्म किए हैं, पुराने कानूनों को समाप्त किया है। हमने अपने Reforms से एक राष्ट्र के रूप में भारत को मजबूती देने का काम किया है। One Nation-One Tax GST हो, One Nation-One Grid हो, One Nation-One Mobility Card हो, One Nation-One Ration Card हो, ये सारे प्रयास, हमारी ठोस और स्पष्ट नीतियों का प्रतिबिंब हैं।

जब से यूपी में डबल इंजन की सरकार बनी है, तब से यूपी में भी इस दिशा में तेजी से काम हो रहा है। विशेषकर यूपी में जिस प्रकार कानून-व्यवस्था की स्थिति सुधरी है, उससे व्यापारियों का भरोसा लौटा है, बिजनेस के लिए सही माहौल बना है। बीते वर्षों में यहां की प्रशासनिक क्षमता और गवर्नेंस में भी सुधार आया है। इसलिए आज जनता का विश्वास योगी जी की सरकार पर है। और जैसे उद्योग जगत के साथी अपने अनुभव के आधार पर अभी उत्‍तर प्रदेश की सराहना कर रहे थे। मैं सांसद के नाते अपने अनुभव बताता हूं। कभी हमने उत्‍तर प्रदेश के administration को निकट से नहीं देखा था। कभी मुख्‍यमंत्रियों की मीटिंग में लोग आया करते थे तो वहां के एजेंडा कुछ अलग होते थे। लेकिन एक सांसद के रूप में जब मैं यहां काम करने लगा तो मेरा विश्‍वास अनेक गुना बढ़ गया कि उत्‍तर प्रदेश की ब्‍यूरोक्रेसी, उत्‍तर प्रदेश के administration में वो ताकत है जो देश उनसे चाहता है।

जो बात उद्योग जगत के लोग कह र‍हे थे, एक सांसद के नाते मैंने स्‍वयं ने इस सामर्थ्य को अनुभव किया है। और इसलिए मैं यहां सरकार के सभी ब्यूरोक्रेट्स, सरकार के छोटे-मोटे हर व्यक्ति को ये जो मिजाज उनका बना है, इसके लिए बधाई देता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं। साथियों, आज यूपी की जनता ने 37 साल बाद किसी सरकार को फिर से सत्ता में वापस लाकर अपने सेवक को एक जिम्‍मेदारी सौंपी है।

उत्तर प्रदेश में भारत की पांचवें-छठे हिस्से की आबादी रहती है। यानी यूपी के एक व्यक्ति की बेहतरी भारत के हर छठे व्यक्ति की बेहतरी होगी। मेरा विश्वास है कि ये यूपी ही है, जो 21वीं सदी में भारत की Growth story को momentum देगा। और इसी दस वर्ष को आप देख लीजिए, एक उत्तर प्रदेश हिन्‍दुस्‍तान का बहुत बड़ा Driving Force बनने वाला है। इन 10 वर्षों में आपको दिखाई देगा।

जहां परिश्रम की पराकाष्ठा करने वाले लोग हों, जिस प्रदेश में देश की कुल आबादी का 16 प्रतिशत से अधिक कंज्यूमर बेस हो, जहां 5 लाख से अधिक आबादी वाले एक दर्जन से ज्यादा शहर हों, जहां हर जिले का अपना कोई ना कोई खास प्रोडक्ट हो, जहां इतनी बड़ी संख्या में MSMEs हों, लघु उद्योग हों, जहां अलग-अलग मौसमों में अलग-अलग कृषि उत्पादों-अनाज-फल-सब्जियों की बहार हो, जिस प्रदेश को गंगा, यमुना, सरयू समेत अनेक नदियों का आशीर्वाद प्राप्त हो, ऐसे यूपी को तेज़ विकास से भला कौन रोक सकता है?

बजट पर पीएम मोदी बोले

अभी इस बजट में ही हमने गंगा के दोनों किनारों पर, भारत सरकार के बजट की बात कर रहा हूं, 5-5 किलोमीटर के दायरे में केमिकल फ्री नैचुरल फार्मिंग का कॉरिडोर बनाने की घोषणा की है। डिफेंस कॉरिडोर की चर्चा तो होती है, लेकिन इस कॉरिडोर की कोई चर्चा नहीं करता है। यूपी में गंगा ग्यारह सौ किलोमीटर से ज्यादा लंबी हैं और यहां के 25 से 30 जिलों से होकर गुजरती हैं। आप कल्पना कर सकते हैं कि नेचुरल फार्मिंग की कितनी बड़ी संभावना यूपी में बनने जा रही है। यूपी सरकार ने कुछ वर्ष पहले अपनी फूड प्रोसेसिंग नीति भी घोषित की है। मैं समझता हूं, कॉरपोरेट वर्ल्ड के लिए और यहां जो उद्योग जगत के लोग हैं उनसे मैं आग्रहपूर्वक इस विषय पर कहना चाहता हूं। कॉरपोरेट वर्ल्‍ड के लिए इस समय एग्रीकल्चर में इंवेस्टमेंट की ये Golden Opportunity है।

तेज विकास के लिए, हमारी डबल इंजन की सरकार Infrastructure, Investment और Manufacturing तीनों पर एक साथ काम कर रही है। इस साल के बजट में साढ़े 7 लाख करोड़ रुपए के अभूतपूर्व capital expenditure का allocation इसी दिशा में उठाया गया कदम है। मैन्यूफैक्चरिंग को बढ़ावा देने के लिए हमने PLI स्कीम्स घोषित की हैं, जिनका लाभ आपको यहां यूपी में भी मिलेगा।

यूपी में बन रहा डिफेंस कॉरिडोर भी आपके लिए बेहतरीन संभावनाएं लेकर आ रहा है। भारत में आज डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग पर जितना जोर दिया जा रहा है, उतना पहले कभी नहीं दिया गया। आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत हमने बड़ी हिम्मत के साथ फैसला किया है, हमने 300 चीजें ऐसी identify की हैं और हमने निर्णय किया है कि ये 300 चीजें अब विदेश से नहीं आएंगी। यानी military equipments से जुड़ी हुई ये 300 चीजें हैं, मतलब डिफेंस के क्षेत्र में जो manufacturing में आना चाहते हैं उनके लिए इन 300 प्रोडक्ट के लिए तो assured market available है। इसका भी आपको बहुत ज्यादा लाभ मिलेगा।

फिज़िकल इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बना रहे हैं – पीएम

हम मैन्युफेक्चरिंग और ट्रांसपोर्ट जैसे पारंपरिक बिजनेस की डिमांड को पूरा करने के लिए फिज़िकल इंफ्रास्ट्रक्चर को आधुनिक बना रहे हैं। यहां यूपी में भी आधुनिक पावर ग्रिड हो, गैस पाइपलाइन का नेटवर्क हो या फिर मल्टीमॉडल कनेक्टिविटी, सभी पर 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार काम हो रहा है। आज यूपी में जितने किलोमीटर एक्सप्रेसवे पर काम हो रहा है, वो अपने आप में एक रिकॉर्ड है। आधुनिक एक्सप्रेसवे का सशक्त नेटवर्क उत्तर प्रदेश के सभी economic zones को आपस में कनेक्ट करने वाला है।

जल्द ही यूपी की पहचान आधुनिक railway infrastructure के संगम के रूप में भी होने वाली है। Eastern और western dedicated freight (फ्रेट) corridor यहीं यूपी में ही आपस में एक-दूसरे से जुड़ने वाले हैं। जेवर समेत यूपी के 5 इंटरनेशनल एयरपोर्ट्स, यहां की इंटरनेशनल कनेक्टिविटी को और मजबूत करने वाले हैं। ग्रेटर नोएडा का क्षेत्र हो या फिर वाराणसी, यहां दो Multi Modal logistics transport hub का निर्माण भी हो रहा है। Industrial strategy के हिसाब से, logistics के हिसाब से यूपी देश के सबसे आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर वाले राज्यों में शामिल हो रहा है। यूपी में बढ़ती हुई ये कनेक्टिविटी और बढ़ता हुआ Investment, यूपी के युवाओं के लिए अनेक नए अवसर लेकर आ रहा है।

आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर के निर्माण में गति आए, इसके लिए हमारी सरकार ने पीएम गतिशक्ति नेशनल मास्टर प्लान बनाया है। ये केंद्र सरकार, राज्य सरकार, अलग-अलग विभाग, अलग-अलग एजेंसियां, इतना ही नहीं स्‍थानीय समाज की संस्‍थाओं तक को, सभी को एक साथ जोड़ना, उसी प्रकार से प्राइवेट सैक्‍टर, बिजनेस से जुड़े संस्थानों को एक ही प्लेटफॉर्म पर लाने का काम ये पीएम गतिशक्ति योजना के द्वारा हो रहा है। इस प्लेटफॉर्म के माध्यम से किसी भी प्रोजेक्ट से जुड़े हर स्टेकहोल्डर को रियल टाइम जानकारी मिलेगी। अपने-अपने हिस्से का काम उसे कब तक पूरा करना है, इसकी प्लानिंग वो समय पर कर पाएगा। बीते 8 साल में प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करने का जो नया कल्चर देश में विकसित हुआ है, उनको ये नए आयाम देगा।

डिजिटल क्रांति पर पीएम क्या बोले

बीते वर्षों में भारत ने जिस तेजी से काम किया है, उसका एक उदाहरण हमारी डिजिटल क्रांति है। 2014 में हमारे देश में सिर्फ साढ़े 6 करोड़ ब्रॉडबैंड सब्सक्राइबर्स थे। आज इनकी संख्या 78 करोड़ से ज्यादा हो चुकी है। 2014 में एक GB डेटा करीब-करीब 200 रुपए का पड़ता था। आज इसकी कीमत घटकर 11-12 रुपए हो गई है। भारत दुनिया के उन देशों में है जहां इतना सस्ता डेटा है। 2014 में देश में 11 लाख किलोमीटर का ऑप्टिकल फाइबर था। अब देश में बिछाए गए ऑप्टिकल फाइबर की लंबाई 28 लाख किलोमीटर को पार कर चुकी है।

2014 में देश में 100 से भी कम ग्राम पंचायतों में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचा था। आज ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी ग्राम पंचायतों की संख्या भी पौने दो लाख को पार कर गई है। 2014 में देश में 90 हजार के आस-पास ही कॉमन सर्विस सेंटर्स थे। आज देश में कॉमन सर्विस सेंटर्स की संख्या भी 4 लाख से ज्यादा हो गई है। आज दुनिया के डिजिटल ट्रांजेक्शन का करीब-करीब 40 प्रतिशत भारत में हो रहा है, दुनिया का 40 प्रतिशत। किसी भी हिन्‍दुस्‍तानी को गर्व होगा। जिस भारत को लोग अनपढ़ बताते हैं, वो भारत ये कमाल कर रहा है।

हमने बीते 8 वर्षों में डिजिटल क्रांति के लिए जिस फाउंडेशन को मजबूत किया, उसी का नतीजा है कि आज अलग-अलग सेक्टर्स के लिए इतनी संभावनाएं बन रही हैं। इसका बहुत बड़ा लाभ हमारे युवाओं को मिला है। 2014 से पहले हमारे यहां कुछ सौ स्टार्ट-अप्स ही थे। लेकिन आज देश में रजिस्टर्ड स्टार्टअप्स की संख्या भी 70 हजार के आसपास पहुंच रही है। अभी हाल ही में भारत ने 100 यूनिकॉर्न का रिकॉर्ड भी बनाया है। हमारी नई इकोनॉमी की डिमांड को पूरा करने के लिए, डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती का बहुत लाभ आप लोगों को मिलने वाला है।

आत्मनिर्भर भारत पर भरोसा – पीएम

मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि यूपी के विकास के लिए, आत्मनिर्भर भारत के निर्माण के लिए जिस भी सेक्टर में, जो भी रिफॉर्म आवश्यक होंगे, वो रिफॉर्म निरंतर किए जाते रहेंगे। हम नीति से भी विकास के साथ हैं, निर्णयों से भी विकास के साथ हैं, नीयत से भी विकास के साथ हैं और स्वभाव से भी विकास के साथ हैं। हम सब आपके हर प्रयास में आपके साथ होंगे और हर कदम पर आपका साथ देंगे। आप पूरे उत्साह से उत्तर प्रदेश की विकास यात्रा में शामिल हों। उत्तर प्रदेश के भविष्य का निर्माण आपके भविष्य को भी उज्ज्वल बनाएगा। ये win-win situation है। ये निवेश सभी के लिए शुभ हो, सभी को लाभ देने वाला हो।