लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आज 50वां जन्मदिन मनाया जा रहा है. इस मौके पर राज्य भर में विभिन्न संगठनों ने अलग-अलग तरीके से सीएम योगी का जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रखी है. वहीं मुख्यमंत्री को जन्मदिन पर बधाई देने वालों का भी तांता लगा हुआ है. इसमें सबसे बड़ा नाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है, जिन्होंने ट्वीट करके सीएम योगी को जन्मदिन की शुभकामनाएं दी हैं.
देश की राजनीति में प्रमुख स्थान रखने वाले योगी आदित्यनाथ उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री है जो की अपनी विकासवादी और राष्ट्रवादी छवि के लिए जाने जाते है। हाल ही में संपन्न हुये उतर-प्रदेश के विधानसभा चुनावो में भी भाजपा को प्रचंड बहुमत मिला दिला कर दुरी बार मुख्यमंत्री बने योगी आदित्यनाथ का आज जन्म दिन है परम गौभक्त , गौमाता को वैभव दिलवाने में मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ का मंत्रालय दिन रात काम कर रहा है। आज प्रदेश में गौवंश को ले कर बहुत साड़ी योजनाए कार्य कर रहे है। यैसे परम गौ भक्त महाराज श्री के जन्म दिन पर उन्हें ढेरों शुभकामनाएं देते हुए उनकी राजनीतिक यात्रा और जीवन पर थोड़ी पुष्ट अपुष्ट जानकारी आप के साथ साझा करते हुए -जयश्री राम

Birthday greetings to UP’s dynamic Chief Minister @myogiadityanath Ji. Under his able leadership, the state has scaled new heights of progress. He has ensured pro-people governance to the people of the state. Praying for his long and healthy life in service of the people.

कौन है योगी आदित्यनाथ

योगी आदित्यनाथ उत्तर-प्रदेश के गोरखपुर जिले में स्थित गोरखनाथ मंदिर के महंत और प्रदेश के मुख्यमंत्री है। इन्होने वर्ष 1994 में गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ जी के सानिध्य में सिर्फ 22 वर्ष की उम्र में संन्यास ले लिया था। बाद में उन्हें वर्ष 2014 में इसी मठ का महंत भी बनाया गया था जिसके बाद 2017 में वे उतर-प्रदेश के 21 वे मुख्यमंत्री भी बने। योगी आदित्यनाथ को अधिकतर लोग एक प्रखर राष्ट्रवादी नेता के रूप में जानते है साथ ही वे विभिन धार्मिक समूहों से भी जुड़े है। वर्ष 2022 के हालिया चुनावो के परिणामो के आधार पर बीजेपी ने बहुमत हासिल किया है ऐसे में योगी का दुबारा सत्ता में आना तय है। इससे पहले भी वे लगातार 5 बार लोकसभा के सांसद रह चुके है।

योगी आदित्यनाथ का प्रारंभिक जीवन

योगी आदित्यनाथ के बचपन का नाम अजय सिंह बिष्ट रहा है। योगी आदित्यनाथ नाम इन्हे इनके गुरु द्वारा संन्यास ग्रहण करने के पश्चात प्रदान किया गया था। योगी का जन्म 5 जून 1972 को उत्तराखण्ड राज्य के पौड़ी जिले में यमकेश्वर तहसील में स्थित पंचूर ग्राम में आनंद सिंह बिष्ट के यहाँ हुआ। इनके पिताजी वन विभाग में फारेस्ट रेंजर थे जिनकी मृत्यु 20 अप्रैल 2020 को कोरोनाकाल के दौरान हो गयी थी। इनकी माता का नाम सावित्री देवी है जो की अभी भी योगी के पैतृक गाँव में रहती है। योगी के 3 भाई और 3 बहने है जिनमे से Yogi Adityanath 5वें नंबर की संतान है। योगी की प्रारंभिक शिक्षा टिहरी गढ़वाल के गजा क्षेत्र में स्थित स्कूल में हुई। इसके बाद ये आगे की शिक्षा के लिए ऋषिकेश आ गए जहाँ वर्ष 1989 में इन्होने भरत मन्दिर इण्टर कॉलेज से इंटरमीडिएट की परीक्षा उत्तीर्ण की थी।

आपको बता दे की योगी आदित्यनाथ हेमवती नन्दन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से गणित में स्नातक (BSc) है इसके अतिरिक्त इन्होने पोस्ट-ग्रेजुएशन के लिए भी एडमिशन लिया था परन्तु इस समय देश में राम-मंदिर का आंदोलन जोरो पर था ऐसे में इनका ध्यान भी आंदोलन की उठापटक के कारण विचलित हो गया जिससे की ये अपनी पोस्ट-ग्रेजुएशन की डिग्री पूरी नहीं कर पाए। वर्तमान में योगी आदित्यनाथ की उम्र 49 वर्ष है।

संन्यासी जीवन का सफर

योगी आदित्यनाथ पर गुरु गोरखनाथ का गहरा प्रभाव रहा है ऐसे में गोरखनाथ के जीवन पर शोध करने के लिए ये वर्ष 1993 में गोरखपुर आ गए थे। यहाँ गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ की शरण में इन्होने दीक्षा ली और फलस्वरूप 15 फरवरी 1994 को ये पूर्ण रूप से नाथ सम्प्रदाय का हिस्सा बन गए। साथ ही इन्होने अपनी पुरानी पहचान त्यागकर योगी आदित्यनाथ नाम भी ग्रहण कर लिया। 12 सितंबर 2014 को गोरखनाथ मंदिर के महंत अवैद्यनाथ के निधन के पश्चात इन्हे मंदिर का नया महंत घोषित किया गया है साथ ही ये मंदिर के पीठाधीश्वर भी है। आपको बता दे की Yogi Adityanath द्वारा वर्ष 1994 में ही संन्यास लिया जा चुका है इसलिए इन्होने शादी नहीं की है।

एक संत से लेकर मुख्यमंत्री की कुर्सी तक

योगी आदित्यनाथ के जीवन का राजनैतिक सफर कॉलेज के दिनों से ही शुरू हो गया था। अपने विद्यार्थी जीवन में ये अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के सक्रिय सदस्य भी रहे है। योगी द्वारा सबसे पहले वर्ष 1998 में बीजेपी के टिकट पर गोरखपुर सीट से जीत दर्ज की गयी थी। इसके बाद पुनः 1999 के लोकसभा चुनावो में उन्होंने जीत दर्ज की थी। बारहवीं लोक सभा के दौरान मात्र 26 वर्ष की उम्र में संसद पहुंचने वाले वे सबसे युवा सांसद थे। इसके बाद वर्ष 2004, 2009 और 2014 के लोकसभा चुनावो में भी इन्होने लगातार 5 बार संसद बनने का रिकॉर्ड बनाया था। वर्ष 2017 में हुये यूपी विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत मिलने के कारण इन्हे मुख्यमंत्री बनाया गया था।

विवादों से रहा है पुराना नाता

हालांकि अपनी प्रखर छवि के बावजूद भी योगी आदित्यनाथ अपने बयानों के कारण अकसर चर्चा में रहते है। सन् 2002 में इनके द्वारा निजी सेना के रूप में हिन्दू युवा वाहिनी संगठन की स्थापना भी की गयी है। 7 सितम्बर 2008 को प्रदेश के आजमगढ़ जिले में योगी पर जानलेवा हमला हुआ था जिसमे की वे बाल-बाल बचे थे। इसके अतिरिक्त भी गोरखपुर में हुये दंगो के दौरान योगी आदित्यनाथ को गिरफ्तार किया गया था।

 

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