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अल्लाह-हू-अकबर और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा रही थी मुस्लिम भीड़ -FIR में दर्ज डिटेल

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ऑपइंडिया स्टाफ़ की रिपोर्ट के अनुसार  हरियाणा के नूहं में कट्टरपंथी मुस्लिमों की भीड़ ने सोमवार (31 जुलाई 2023) को जलाभिषेक यात्रा में शामिल हजारों हिंदू श्रद्धालुओं पर हमला कर दिया था। इस मामले में दर्ज की गई FIR से कई जानकारियाँ सामने आईं हैं। हरियाणा पुलिस के असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर (ASI) धर्मेंद्र द्वारा कराई गई FIR में कहा गया है कि आपत्तिजनक नारे लगाते हुए हिंसक भीड़ ने नल्हड महादेव मंदिर में श्रद्धालुओं पर हमला किया था।

क्या है FIR में

ASI धर्मेंद्र की तहरीर पर IPC की धारा 148, 149, 295 ए, 332, 353, 186, 188, 427, 435, 307, शस्त्र अधिनियम की धारा 25 और सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 4 के तहत केस दर्ज किया गया है। नामजद आरोपितों में लुकमान, साहिल, वाज़िद हुसैन, ज़ाकिर और मुश्ताक हैं। इनके अलावा, 800-900 हमलावर अज्ञात दिखाए गए हैं।

ASI धर्मेंद्र ने अपनी शिकायत में कहा है कि जलाभिषेक यात्रा के दौरान वो ASI अरुण सिंह, हेड कॉन्स्टेबल जितेंद्र, होमगार्ड बीर सिंह, होमगार्ड त्रिलोक, होमगार्ड एजाज, एसपीओ नरेंद्र और ड्राइवर मोहम्मद बिलाल के साथ मंदिर की सुरक्षा में तैनात थे।

शिकायत में आगे बताया गया है कि मंदिर में चल रहे कार्यक्रम के दौरान समुदाय विशेष के लगभग 800 से 900 अज्ञात लोग साजिश के तहत पहुँच गए। वो एक साजिश के तहत धार्मिक कार्यक्रम में उपद्रव मचाने के लिए शिव मंदिर की तरफ बढ़े। ‘अल्लाह-हू-अकबर’ के नारे लगाती भीड़ के पास लाठी-डंडे, पत्थर और अन्य अवैध हथियार थे।

शिकायतकर्ता के मुताबिक, उन्होंने अपनी टीम के साथ इस भीड़ को रोकने की कोशिश की, लेकिन भीड़ ने मजहबी नारे लगाते हुए जलाभिषेक के लिए मौजूद श्रद्धालुओं और पुलिसकर्मियों को मारने की नीयत से उन पर हमला कर दिया।

FIR के मुताबिक, इस गोलीबारी में होमगार्ड बीर सिंह और त्रिलोक घायल हो गए। रोकने की पुलिस की तमाम कोशिशों के बावजूद भीड़ ने पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगा कर मंदिर की तरफ बढ़ना जारी रखा। इस बीच पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हवाई फायरिंग की।

हालाँकि, इस फायरिंग के बाद भीड़ ने भागने के बजाय मंदिर की तरफ जा रहीं गाड़ियों को जलाना शुरू कर दिया। ‘अल्लाह-हू-अकबर’ और ‘पाकिस्तान जिंदाबाद’ के नारे लगाते हुए हिंसक भीड़ ने वाहनों पर पेट्रोल बम फेंक दिया आग लगा दी।

 

देश के उभरते चित्रकारों को बढ़ावा देगा द हाट ऑफ आर्ट और मिलेगा बॉलीवुड का समर्थन

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मुंबई। पेंटिंग्स हमारे जीवन के विभिन्न रंगों से जुड़ी एक भावना होती है जिसे चित्रकार कैनवास पर उकेर कर अपनी अभिव्यक्ति को प्रदर्शित करता है। कुछ पेंटिंग वास्तविक होते हैं तो कुछ काल्पनिक, चित्रकार नयनाभिराम प्रकृति के सौंदर्य को सजीव प्राणियों व निर्जीव वस्तुओं तथा विभिन्न घटनाओं को कला के माध्यम से जीवंत रूप देते हैं इसके अलावा कुछ चित्रकार कल्पना को आधार बनाकर प्रस्तुत करते हैं।
पेंटिंग्स और प्रतिभाशाली आर्टिस्टों को प्रमोट करने में जुटी ज्योति यादव ने बॉलीवुड अभिनेता विंदु दारा सिंह के साथ हाल ही में द क्लब, अंधेरी में कुछ विशेष कलाकृतियों की प्रदर्शनी रखी थी। उसी अवसर पर बॉलीवुड से अभिनेता मुकेश ऋषि, शाहबाज खान, अनिल जॉर्ज, राजन मोदी, अभिनेत्री पूजा बत्रा, शशि शर्मा, एक्सहोबज की निदेशक हर्षला विघे, सुशीलाजीत साहनी और राकेश चौधरी की विशेष उपस्थिति रही। ज्योति यादव ने बताया कि मैं पिछले दस वर्ष से आर्ट इंडस्ट्री में सक्रिय हूँ। कुछ महीने बाद गोरेगांव एक्जीबिशन केंद्र में 9 से 11 नवम्बर 2023 को तीन हजार आर्टिस्टों की लगभग दस हजार पेंटिंग्स की प्रदर्शनी रखी जायेगी। उसके बाद 2024 में बेंगलुरु और दिल्ली में एक्जीबिशन रखा जाएगा। हमारा उद्देश्य है कि देश के कोने कोने से खासकर ग्रामीण क्षेत्रों के प्रतिभासंपन्न कलाकारों को एक मंच पर लाकर उन्हें आर्थिक रूप से सम्पन्न भी करना है। आर्ट प्रेमी विंदु दारा सिंह जी का हमें सहयोग मिल रहा है। दादा विला में उनका एक आर्ट गैलरी है। हमारे साथ हर्षला विघे तीन साल से जुड़ी हैं जो कलाकृतियों से प्रभावित हैं।


विंदू दारा सिंह ने कहा कि कला में जीवन को बदलने और सकारात्मक बदलाव लाने की शक्ति है। हमारा लक्ष्य एक ऐसा मंच प्रदान करना है जहां कलाकार फल-फूल सकें, खुद को अभिव्यक्त कर सकें और व्यापक दर्शकों तक पहुंच सकें।
द हाट ऑफ आर्ट एक पहल है जो कला समुदाय पर स्थायी प्रभाव डालने का वादा करती है। नई प्रतिभाओं को बढ़ावा देकर और रचनात्मकता का जश्न मनाकर, यह कला की दुनिया में कई हजारों लोगों के लिए नए रोजगार को भी बढ़ावा देने का कार्य कर रहे हैं।
बॉलीवुड हस्तियों और कला प्रेमियों के उत्साहपूर्ण समर्थन के साथ, द हाट ऑफ आर्ट एक अविस्मरणीय कार्यक्रम बनने के लिए तैयार है जो कला को देखने के हमारे तरीके को फिर से परिभाषित करेगा।
द हाट ऑफ आर्ट, एक्सहोबज प्राइवेट लिमिटेड की इस पहल का उद्देश्य एक ऐसा मंच बनाना है जहां विविध पृष्ठभूमि के प्रतिष्ठित, अनुभवी व उभरते कलाकार अपनी उत्कृष्ट कृतियों का प्रदर्शन कर सकें और अत्यधिक प्रतिस्पर्धी कला उद्योग में पहचान हासिल कर सकें। नवीनता, अभिव्यक्ति और कल्पना पर ध्यान देने के साथ, प्रदर्शनी से नए दृष्टिकोण और रचनात्मकता की लहर सामने आने की उम्मीद है जो कला समुदाय को उत्साहित करेगी।
मंत्रमुग्ध कर देने वाली पेंटिंग से लेकर विस्मयकारी मूर्तियों तक, यह कार्यक्रम कला प्रेमियों और खरीदारी के लिए वादा करता है। प्रदर्शनी पूरे देश में आयोजित करने का लक्ष्य रखा गया है जिससे कई शहरों में कला प्रेमियों को रचनात्मकता के इस उत्सव का अनुभव करने का मौका मिलेगा।
ज्योति यादव और विंदू दारा सिंह ने विभिन्न प्रकार के कलाकारों की कलाकृतियों को साथ में लाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी है, जो सामाजिक मुद्दों से लेकर अमूर्त चिंतन तक के विषयों का पता लगाती हैं, जो विशेष कलाकारों की बहुमुखी प्रतिभा और गहराई को प्रदर्शित करती हैं।

इम्पा की पहल पर 18 गुजराती फिल्मों को मिलेगी सब्सिडी

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मुम्बई। गुजरात की सरकार गुजराती भाषा में बनी 18 फिल्मों को जल्द ही सब्सिडी देगी। इम्पा की ओर से जारी एक प्रेस रिलीज में कहा गया है कि इंपा को को यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि इंपा विशेषकर इंंपा के अध्यक्ष अभय सिन्हा तथा इंपा के सभी कार्यकारी समिति के सदस्यों, विशेष रूप से संयुक्त सचिव अतुल पटेल के प्रयासों के कारण 18 गुजराती भाषा की फिल्मों को जल्द ही गुजरात सरकार की ओर से सब्सिडी दी जाएगी। गुजराती फिल्मों के निर्माण के लिए एक ऐसे स्तर का अनुकूल माहौल तैयार करने के उद्देश्य से, जिससे गुजराती फिल्मों की गुणवत्ता बढ़े और लोग अधिक से अधिक गुजराती फिल्में देखने के लिए प्रोत्साहित हों, ‘क्वालिटी इंटीग्रेटेड प्रमोशन’ के तहत गुजराती फिल्मों को वित्तीय सहायता दी जा रही है। इंपा के प्रयासों से गुजरात सरकार द्वारा गुजराती फिल्मों के लिए नीति – 2019”, के तहत लकी लॉकडाउन, शाबाश, गांधी नी बकरी, जोवाजेवी थाई, एडकोडैडको, हाथ ताली, मने लायजा, राहिल, लव यू पापा, परिचय नाम की 18 फिल्में, मारे शू?, हुन तारी हीर, माधव, नायिकादेवी: द वॉरियर क्वीन, गुजरात थी न्यू जर्सी, पेंटागन, लखमी, 2जी अपार्टमेंट्स को जल्द ही सब्सिडी दी जाएगी। सूचना निर्देशक कार्यालय द्वारा प्राप्त प्रस्ताव के अनुसार, स्क्रीनिंग कमेटी के मूल्यांकन के आधार पर कुल 18 गुजराती फिल्मों को वित्तीय सहायता देने की घोषणा की गई है। गुजरात सरकार द्वारा इन 18 फिल्मों को कुल 3,52,06,386/- रुपये की वित्तीय सहायता के भुगतान को मंजूरी दी गई है। सरकार के इस कदम का इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (इम्पा) के अध्यक्ष अभय सिन्हा ने स्वागत किया है।

अबेकस प्रशिक्षण से बढ़ रही है विद्यार्थियों की याददाश्त, पालकमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने की सराहना

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मुंबई में प्रतिष्ठित एसआईपी अबेकस रीजनल प्रोडिजी 2023 को मिला जबरदस्त रिस्पॉन्स

मुंबई। एसआईपी ॲकॅडमी वास्तव में अबेकस प्रशिक्षण प्रदान करके राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर रही है। इस उम्र में छात्रों को केवल शैक्षणिक विषयों के बजाय दीर्घकालिक कौशल सीखना चाहिए। एसआईपी अकादमी के छात्र यही कर रहे हैं। राज्य सरकार के कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवोपक्रम मंत्री, मुंबई उपनगर के पालकमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि अबेकस बच्चों के लिए एकाग्रता, सुनने और स्मृति में सुधार करता है।
एसआईपी अबेकस ने हाल ही में क्षेत्रीय स्तर के एसआईपी अबेकस रीजनल प्रोडिजी 2023 का आयोजन किया। बड़े पैमाने पर प्रतियोगिता बाबूभाई जगजीवन दास हॉल, डीजे संघवी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, कूपर हॉस्पिटल के सामने, विलेपार्ले वेस्ट, मुंबई में आयोजित की गई थी। इस अवसर पर कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में राज्य सरकार के कौशल, रोजगार, उद्यमिता और नवोपक्रम मंत्री, मुंबई उपनगर के पालकमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा, विले पार्ले विधायक पराग अलवानी, कर्मचारी चयन आयोग के निदेशक आईआरएस चिंथा अन्ना इसाक, संस्थान के केविन जॉन और राघवेंद्र भी उपस्थित थे। इस प्रतियोगिता में छात्रों ने 16 विभिन्न श्रेणियों में भाग लिया और प्रत्येक श्रेणी में विजेताओं की घोषणा की गई।
कौशल, रोजगार, उद्यमिता मंत्री, मुंबई उपनगर के पालकमंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में अपने सामाजिक और राजनीतिक करियर में मैंने कई चमत्कार देखे हैं लेकिन आज तक ऐसा कोई चमत्कार नहीं हुआ जो असाधारण हो। एसआईपी अकादमी वास्तव में अबेकस प्रशिक्षण प्रदान करके राष्ट्रीय शिक्षा नीति को लागू कर रही है। इस उम्र में छात्रों को केवल शैक्षणिक विषयों के बजाय दीर्घकालिक कौशल सीखना चाहिए। एसआईपी एकेडमी में प्रशिक्षण ले रहे छात्र यही कर रहे हैं। विद्यार्थियों की एकाग्रता का स्तर और गणना की गति देखकर मुझे बहुत खुशी हुई।
छात्रों को संबोधित करते हुए विधायक पराग अलवानी ने एसआईपी अबेकस मुंबई किड्स की उनके उत्साही और अत्यधिक प्रेरक कौशल के लिए सराहना की। चिंथा अण्णा इसाक ने कड़ी मेहनत, सही मानसिकता और किताबें पढ़ने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने एसआईपी प्रोडिजी प्रतिभागियों को हमेशा सही कौशल के लिए प्रयास करने के लिए प्रोत्साहित किया।
इस मेगा इवेंट में मुंबई भर के 16 केंद्रों से 700 से अधिक एसआईपी अबेकस छात्र एक साथ आए। प्रतियोगिता में, बच्चों ने 11 मिनट में गणित की लगभग 300 समस्याओं को हल किया, जिसमें अबेकस, गुणा और दृश्य अंकगणितीय जोड़ शामिल थे। यह प्रतियोगिता एसआईपी अबेकस छात्रों के लिए अंकगणित क्षमता, स्मृति और एकाग्रता में अपने असाधारण कौशल का प्रदर्शन करने का एक मंच है, जो उन्होंने एसआईपी अबेकस कार्यक्रम के माध्यम से हासिल किया है। रीजनल प्रोडिजी एसआईपी नेशनल प्रोडिजी प्रतियोगिता का हिस्सा है, जो कुछ महीनों में आयोजित की जाएगी। एसआईपी अबेकस ने पिछले कुछ वर्षों में भारत और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित टूर्नामेंटों के आकार और पैटर्न के लिए 5 लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स हासिल किए हैं।
मुंबई रीजनल प्रोडिजी में, 700 से अधिक छात्रों के माता-पिता, एसआईपी अबेकस इंडिया फ्रैंचाइज़ी पार्टनर्स और कर्मचारी इस भव्य प्रतियोगिता को देखने के लिए उपस्थित थे। समारोह में 1600 से अधिक अभिभावक शामिल हुए।

ई-स्प्रिंटो का ऑटोईवीमार्ट के साथ सहयोग

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इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री एवं वितरण को तेज करेगी

मुंबई। भारत के सबसे तेजी से बढ़ते इलेक्ट्रिक दोपहिया ब्रांड ई-स्प्रिंटो ने ग्रीव्स कॉटन लिमिटेड की खुदरा इकाई ग्रीव्स रिटेल के मल्टी-ब्रांड ईवी रिटेल स्टोर ऑटोईवीमार्ट के साथ अपने महत्वपूर्ण सहयोग की घोषणा की है। इस सहयोग का उद्देश्य ऑटोईवीमार्ट के खुदरा नेटवर्क के माध्यम से देश भर में ई-स्प्रिंटो के इलेक्ट्रिक वाहनों (ईवी) की शानदार रेंज की बिक्री और वितरण में तेजी लाना है।
ई-स्प्रिंटो अपने संपूर्ण प्रोडक्ट लाइनअप को टियर 1, 2 और 3 शहरों में फैले 100+ ऑटोईवीमार्ट स्टोर्स पर उपलब्ध कराएगा। इन वाहनों में लो-स्पीड और हाई-स्पीड इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन भी शामिल होंगे। ग्राहक पर्यावरण-अनुकूल ई-स्प्रिंटो और ई-स्प्रिंटो बीबी लो-स्पीड ईवी में से चुनाव कर सकते हैं या हाई-परफॉर्मेंस वाले स्प्रिंटो एचएस और अमेरी मॉडल का विकल्प चुन सकते हैं। यह विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो हर व्यक्ति की आवागमन आवश्यकताओं और प्राथमिकताओं को पूरा करने के लिए उपयुक्त ई-स्प्रिंटो विकल्प सुनिश्चित करता है।
ई-स्प्रिंटो के सह-संस्थापक और निदेशक अतुल गुप्ता ने कहा, “हमें ऑटोईवीमार्ट के साथ अपने सहयोग के जरिए भारत में ई-मोबिलिटी के दायरे का विस्तार करने की बेहद खुशी है। यह सहयोग हमारे विविधतापूर्ण उत्पाद पोर्टफोलियो को भारी संख्या में ग्राहकों तक पेश करने के लिए आकर्षक नए रास्ते खोलता है, जिससे जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों को पर्यावरण-अनुकूल आवागमन का आनंद मिल सकेगा। ऑटोईवीमार्ट के व्यापक खुदरा नेटवर्क के मजबूत समर्थन के साथ, हम सहज ग्राहक अनुभव प्रदान करने, भारत के आवागमन के तरीके में बड़ा बदलाव लाने और आने वाले कल को पर्यावहरण को सुरक्षित एवं संरक्षित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
ग्रीव्स रिटेल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी, नरसिम्हा जयकुमार ने कहा, “हम ऑटोईवीमार्ट में ई-स्प्रिंटो परिवार का स्वागत करना चाहते हैं। अपने व्यापक खुदरा नेटवर्क के माध्यम से ई-स्प्रिंटो की इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहनों की शानदार रेंज की पेशकश करके, ग्राहकों के लिए अत्याधुनिक ईवी की विविधतापूर्ण रेंज में से चयन करने हेतु उन्हें सशक्त बना रहे हैं। यह हमारे लिए इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को अपनाने में तेजी लाने और हर ग्राहक की जरूरतों और जीवनशैली के अनुरूप विभिन्न उत्पाद पेशकशों के साथ भारत के लिए ईवी विकास की कहानी बुनने का एक अवसर है।

निकिता चक्रवर्ती अपने शर्तों पर भूमिका का चयन करती हैं

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एक्ट्रेस निकिता चक्रवर्ती बॉलीवुड में बहुत पहले से काम कर रही है। वह कई फिल्मों, टेलीविजन, रंगमंच और विज्ञापन जगत में अपनी कला का जादू बिखेर चुकी हैं और आज भी अभिनय कर रही हैं। निकिता चक्रवर्ती का जन्म कोलकाता में हुआ और उनकी शिक्षा भी कोलकाता में हुई। लेकिन उनकी कर्मभूमि मुंबई है। उनकी माँ कोलकाता के रंगमंच और फिल्मों में काम करती थी और उन्हीं से प्रभावित होकर वह अभिनय जगत में आई। बचपन से ही वह कला जगत की दुनिया को देखती हुए बड़ी हुई है और बाल कलाकार के रूप काम करना शुरू कर दिया। कई बंगला और हिंदी फिल्मों में इन्होंने काम किया है। संजय दत्त की फिल्म ‘नमक’ में इन्होंने उनकी छोटी बहन की भूमिका निभाई थी और उनपर एक प्यारा सा गीत भी फिल्माया गया। इन्होंने बतौर हीरोइन तीन फिल्में की थी जिसमें दो फिल्म में इन्होंने रविकिशन के साथ काम किया था मगर किन्ही कारणों से दोनों फिल्में सिनेमाघरों में रिलीज नहीं हो सकी और एक फिल्म इन्होंने खुद छोड़ दी थी। फिल्में हो या टेलीविजन निकिता ने सदैव अपनी भूमिका को बारीकी से देख कर कार्य किया है। वह किसी भी भूमिका का चुनाव अपने शर्तों पर करती है अश्लीलता और चुम्बन दृश्यों से वह परहेज रखती है। उनका मानना है कि अगर आपमें टैलेंट है तो आपको किसी दिखावे या अश्लीलता की आवश्यकता नहीं है। वह भगवान शिव की अनन्य भक्त है और कर्मा में विश्वास करती हैं। वह बेहद स्पष्टवक्ता और स्वाभिमानी हैं। वह जानवरों से बेहद प्यार करती है खासकर कुत्तों से। उन्हें बागवानी का बेहद शौक है और वह अपने घर पर पचास से भी ज्यादा पौधे लगा चुकी हैं। वर्तमान समय में वह गोवा में रहती हैं।


निकिता मिथुन चक्रवर्ती की बहुत बड़ी प्रशंसक है। बचपन में मिथुन दा ने उन्हें अपना ऑटोग्राफ दिया और मुंबई आने को कहा था। जब वह मुंबई उनसे मिलने पहुंची तो मिथुन दा बड़े प्रेम पूर्वक उनसे मिले। उस समय मिथुन चक्रवर्ती अपनी फिल्म की शूटिंग कर रहे थे। वहीं निकिता के पास डायरेक्टर कवल शर्मा ने अपना असिस्टेंट भेजकर उन्हें अपनी फिल्म में संजय दत्त की छोटी बहन के रूप में काम करने के लिए प्रस्ताव भेजा और इसी के साथ मुंबई की फिल्म इंडस्ट्री में इन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत की। निकिता ने ‘एक्शन जैक्शन’ में कैमियो रोल भी किया है।
इन्होंने प्रसिद्ध अभिनेता प्रसोनजीत के साथ बंगला फिल्म में बाल कलाकार के रूप में काम किया है। इसके अलावा शक्ति कपूर से साथ रंगमंच पर ‘तुम रूठा ना करो’ नाटक में काम किया जिसके शो भारत और विदेश में बहुत हिट रहे थे।
निकिता ने कई सारे टीवी शो में अभिनय किया है जिनमें ज़ी टीवी के शो ‘कबूल है’ में चांद की भूमिका और सहारा टीवी की ‘जिंदगी तेरी मेरी कहानी’ में अहम भूमिका निभाकर लोकप्रियता हासिल की। इसके अलावा ‘आस्क मी’ के विज्ञापन में वह रणबीर कपूर के साथ नज़र आई थी और फरहा खान के साथ आईपीएल के विज्ञापन में भी वह थी।
स्मिता पाटिल, रेखा, शबाना आज़मी, श्रीदेवी और आलिया भट्ट जैसी अभिनेत्रियों के अभिनय से वह प्रभावित है और भविष्य में वह भी सशक्त भूमिका करना चाहती है। अभिनय के अलावा, स्केच बनाना, ड्राइंग करना, सिंगिंग, बागवानी, डांस और योगा निकिता को पसंद है। निकिता का कहना है कि इंसान को खुद पर विश्वास रखनी चाहिए और अच्छे कार्य करते रहना चाहिए, कभी किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए क्योंकि आपके अच्छे कर्म ही आपको आगे लेकर जाएंगे। उनका कहना है कि वर्तमान समय में डिजिटल प्लेटफॉर्म ने लोगों के हुनर को दिखाने और आगे बढ़ाने का रास्ता सरल कर दिया है लेकिन इसके साथ साथ युवाओं को फोन की लत भी लग गई है जो उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से खास कर उनके हृदय और आंखों को कमजोर बना रहा है इसलिये जो आपको भगवान ने उपहार दिया है उसका सही इस्तेमाल करें।

राजभवन में अथर्व फाउंडेशन द्वारा पूर्वोत्तर राज्यों के पूर्व सैनिकों और शहीदों के परिवार के लिए एम्बुलेंस भेंट

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मुम्बई। देश की रक्षा में बलिदान करने वाले सैनिकों के कल्याण के लिए कार्य करने वाली संस्था अथर्व फाउंडेशन द्वारा पूर्वोतर राज्य के सैनिकों और उनके परिवार के स्वास्थ्य कल्याण के लिए एंबुलेंस डोनेट किया। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में बोरीवली के विधायक और अथर्व फाउंडेशन के अध्यक्ष सुनील राणे ने असम और अरुणाचल प्रदेश राज्यों के राज्य सैनिक कल्याण बोर्ड्स को एम्बुलेंस भेंट करके पूर्व सैनिकों तथा शहीद जवानों के परिवारों के कल्याण के लिए अपने संकल्प को इस वर्ष भी पूरा किया है।
एंबुलेंस डोनेशन का उद्देश्य सशस्त्र बलों में सेवा करने वाले बहादुर सैनिकों और उनके परिवारों में आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं में सुधार करना है।


अथर्व फाउंडेशन पिछले एक दशक से अधिक समय से सैनिकों के कल्याण के लिए कई कार्यक्रम से जुड़ा रहा है। पिछले कुछ वर्षों में सुनील राणे के द्वारा उत्तर पूर्व के राज्यों के लिए विशेष रूप से कल्याणकारी योजनाओं की शुरूआत की गई। अथर्व फाउंडेशन ने 5 मई 2022 को मुंबई में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में सिक्किम और नागालैंड के राज्य सैनिक बोर्डों को एम्बुलेंस भेंट दी। इसके अलावा सुनील राणे ने 21 जनवरी 2020 को पूर्व सैनिक लीग चुराचांदपुर, मणिपुर को एक एम्बुलेंस दान की, और व्यक्तिगत रूप से पूर्व सैनिकों, शहीद परिवारों को मिले और उनकी समस्या पर चर्चा की।
पिछले दिनों सुनील राणे के नेतृत्व में दो दिवसीय रक्षा प्रदर्शनी का अभूतपूर्व आयोजन कोरा केंद्र मैदान बोरीवली में किया गया था।
सुनील राणे द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के अन्तर्गत शहीद सैनिकों की बेटियों को उच्च शिक्षा के लिए निःशुल्क लैपटॉप का वितरण किया जाता है।
इस अवसर पर सुनील राणे ने कहा कि प्रत्येक वर्ष की तरह अथर्व फाउंडेशन के द्वारा इस वर्ष भी विभिन्न कार्यकर्मों के माध्यम से सैनिकों के कल्याण के प्रति अपने संकल्प को पूरा कर रहा है। आज कारगिल विजय दिवस पर आधुनिक चिकित्सीय सुविधाओं से युक्त एंबुलेंस हमारी पूर्वोतर सैनिकों और उनके परिवार के स्वास्थ्य सेवाओं में उपयोगी साबित होगी।

– संतोष साहू

सड़कों पर घूमने वाली गौ-वंश को अब गौ-शाला में पहुंचाया जाएगा -CM के निर्देश के बाद कलेक्टर्स को निर्देश जारी

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The Cow Progeny Will Now Be Taken To The Cow Shed : भोपाल। प्रदेश के राजमार्गों और सड़कों पर बारिश के मौसम में बेतरतीब तरीके से गौ-वंश के खड़े रहने और बैठे रहने से दुर्घटना की लगातार आशंका बनी रहती है। इसे देखते हुए ही अब सड़कों पर घूमने वाली गौ-वंश को गौ-शाला पहुंचाया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने पिछले दिनों एक कार्यक्रम में मवेशियों के सड़कों पर आने पर चिंता जाहिर की थी और इस संबंध में जरुरी इंतजाम के निर्देश दिए थे। उसके बाद पशुपालन विभाग ने सभी कलेक्टर्स को इस संबंध में दिशा- निर्देश जारी किए हैं। निर्देश में कहा गया है कि निराश्रित गौ-वंश की वजह से किसानों की फसलों को होने वाले नुकसान और दुर्घटनाओं से जन-धन एवं पशुधन की हानि की रोकथाम और गौ-वंश के संरक्षण के लिये व्यवस्थापन कार्य किये जाये।

प्रमुख सचिव पशुपालन एवं डेयरी गुलशन बामरा द्वारा जारी इन निर्देशों में कहा गया है कि ग्रामीण क्षेत्रों में निराश्रित गौ-वंश को ग्राम पंचायतें अपने संसाधन अथवा स्थानीय परिवहन व्यवस्था से निकटतम गौ-शालाओं में पहुंचाये। नगरीय क्षेत्रों में हायड्रोलिक-स्थानीय वाहन की व्यवस्था, नगर निगम, नगरीय निकाय या जिला माइनिंग फंड आदि में उपलब्ध राशि से की जा सकती है। राजमार्गों पर घूमने वाले निराश्रित गौ-वंश की राजमार्ग संधारण संस्था के पेट्रोलिंग वाहन से सतत निगरानी की जाये और संस्था के या स्थानीय वाहन से निकटतम गौ-शालाओं या गोठानों तक पहुंचाएं।

गौ-शालाओं में पहुंचाए गए अतिरिक्त निराश्रित गौ-वंश के लिये चारा-भूसा आहार राशि मप्र गौ-संवर्धन बोर्ड द्वारा जिला गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन समितियों द्वारा 20 रूपये प्रति गौ-वंश, प्रति दिवस के मान से उपलब्ध करवाई जाएगी। गौ-शाला विहीन गांवों में ग्राम स्तरीय गोठान की व्यवस्था होगी कलेक्टर्स से कहा गया है कि जहां गौ-शाला नहीं है, निराश्रित गौ-वंश को पहुंचाने के लिये अस्थाई गौ-शाला,गोठान की व्यवस्था करें। ग्राम स्तरीय गोठान में 100 गौ-वंश के लिये लगभग एक एकड़ भूमि की व्यवस्था करें। गोठान ऐसी जगह बनाएं, जहाँ पानी का भराव न हो, वन्य भूमि, चराई के लिये 10 एकड़ भूमि गोठान के नजदीक उपलब्ध हो, पेयजल के लिये पास में नदी-तालाब आदि हो। गोठान भूमि की यथासंभव फेंसिंग करवाएं।

गोठानों के लिये गौसंवर्धन बोर्ड द्वारा 20 रूपये प्रति गौ-वंशए,प्रति दिवस के मान से राशि उपलब्ध करवाई जाएगी। गोठानों का संचालन स्थानीय निकायों, चयनित सेवाभावी गैर शासकीय संगठनों या स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जा सकता है। जिला स्तरीय गोठान की भी व्यवस्था होगी प्रत्येक जिले में 1000 गौ-वंश की क्षमता वाले जिला स्तरीय गोठान की भी व्यवस्था करने के निर्देश दिेये गये हैं। लगभग 10 एकड़ पर बनने वाले यह गोठान भी ऐसी जगह बनेंगे, जहां पानी का भराव न हो, चराई के लिये 50 से 100 एकड़ भूमि गोठान के नजदीक उपलब्ध हो, पेयजल के लिये नजदीक में तालाब-नदी आदि हों, गोठान भूमि की यथासंभव स्थाई या अस्थाई फेंसिंग करवाई जाएगी।

कलेक्टर्स से कहा गया है कि गोठान के निर्माण में मनरेगा या उपयुक्त मद में अप्रारंभ गौ-शालाओं की स्वीकृति को आवश्यकतानुसार निरस्त कर जिला स्तरीय गोठान के कार्य स्वीकृत किये जा सकते हैं। गौ-संवर्धन बोर्ड द्वारा गोठानों के गौ-वंश के लिये 20 रूपये प्रति गौ-वंश, प्रति दिवस के मान से चारे-भूसे की राशि उपलब्ध कराई जाएगी। गोठानों का संचालन जिला गौ-पालन एवं पशुधन संवर्धन समितियों द्वारा, चयनित स्थानीय निकायों, सेवाभावी गैर शासकीय संगठनों या स्व-सहायता समूहों द्वारा किया जाएगा।

ज़ेवर यूपी में ‘ज़ेवर फिल्म फेस्टिवल की होगी शुरुआत, बॉलीवुड के कलाकार होंगे शामिल

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मुम्बई। उत्तरप्रदेश में नोयडा के समीप ज़ेवर में बन रहे इंटरनेशनल एयरपोर्ट और नई फिल्मसिटी का निर्माण अब बॉलीवुड को भी ख़ूब आकर्षित कर रहा है।
केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के पूर्व सदस्य और फिल्म निर्माता निर्देशक कैलाश मासूम ने ‘ज़ेवर फिल्म फेस्टिवल’ के प्रस्ताव को लेकर ज़ेवर के विधायक धीरेंद्र सिंह से रबपुरा स्थित उनके निवास पर मुलाक़ात की। कैलाश मासूम ने बताया कि धीरेंद्र सिंह ने बहुत ही उत्साह के साथ इस प्रस्ताव को स्वीकार किया और हर संभव सहयोग करने की बात कही। साथ ही उन्होंने फेस्टिवल को सांस्कृतिक और उत्तरप्रदेश के विकास से जोड़ने जैसे कई महत्वपूर्ण सुझाव दिए।
मुंबई निवासी कैलाश मासूम ने बताया कि बहुत जल्द इस फ़ेस्टिवल की तारीख़ तय की जायेगी। गौतम बुद्ध नगर की स्थानीय जनता पहली बार फिल्मी सितारों से रुबरु होगी और उनके साथ एन्जॉय करेगी।
ग़ौरतलब है कि कैलाश मासूम मूलरूप से ज़ेवर के पास दयानतपुर गांव के रहने वाले हैं और पिछले 22 सालों से मुंबई फ़िल्म इंडस्ट्री में सक्रिय हैं।
कैलाश मासूम ने विधायक धीरेंद्र सिंह की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने ज़ेवर की जनता के लिए बहुत कुछ किया है, ज़ेवर की पहचान उनके नाम और उनके विकास कार्यों से जानी जाती है। हर जाति, समुदाय और धर्म के लोग उन्हें पसंद करते हैं। फ़ेस्टिवल के सवाल पर उन्होंने कहा कि बॉलीवुड की अनेक नामचीन हस्तियाँ इस फेस्टिवल में शिरकत करेंगी। फ़ेस्टिवल के अलावा फ़िल्म कलाकारों को उत्तर प्रदेश प्रतिभा सम्मान से भी सम्मानित किया जाएगा। इस फ़ेस्टिवल में मुख्य अतिथि के तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को आमंत्रित किया जाएगा।

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