महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधान परिषद की सदस्यता भी छोड़ दी है। लाइव ब्रॉडकास्ट में उन्होंने कहा कि मैं नहीं चाहता कि शिवसैनिकों का खून बहे इसलिए मैं पद छोड़ रहा हूं। आप चाहें तो इसकी खुशी मना सकते हैं। आपको बता दें कि राज्यपाल ने 30 जून को फ्लोर टेस्ट का आदेश दिया था। आज यानी 29 जून को सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट के फैसले पर रोक लगाने से इनकार कर दिया था। इसी बीच उद्धव ने इस्तीफा दे दिया।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे यांनी आज राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी यांची राजभवन येथे भेट घेऊन मुख्यमंत्री पदाचा राजीनामा त्यांचेकडे सुपूर्द केला.
राज्यपाल कोश्यारी यांनी उद्धव ठाकरे यांचा राजीनामा स्वीकारला असून पर्यायी व्यवस्था होईपर्यंत पदाचा कार्यभार सांभाळण्यास सांगितले आहे. pic.twitter.com/0o1Jzrm0pW
— Governor of Maharashtra (@maha_governor) June 29, 2022
कांग्रेस-एनसीपी को धन्यवाद,
उद्धव ठाकरे ने कहा, आज मंत्रिमंडल की बैठक हुई, मुझे इसका संतोष है कि बालासाहेब ठाकरे ने जिन शहरों का जो नाम रखा था, औरंगाबाद का नाम संभाजीनगर और उस्मानाबाद का नाम धाराशिव आज हमने उनको वे नाम आधिकारिक तौर पर दिए हैं. उन्होंने कहा, NCP और कांग्रेस के लोगों को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने मेरा साथ दिया. आज शिवसेना से सिर्फ मैं, अनिल परब, सुभाष देसाई और आदित्य ये चार ही लोग उस प्रस्ताव के पास होने के समय मौजूद रहे.
महाराष्ट्र में राजनीतिक हलचल तेज,
मुख्यमंत्री के इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र में हलचल तेज हो गई है. पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस एक होटल में कोर कमिटी की बैठक कर रहे हैं. इस्तीफे के बाद महाराष्ट्र के निर्दलीय विधायक रवि राणा ने कहा, पहले ही मुख्यमंत्री को इस्तीफा देना चाहिए था. उनकी बंद मुट्ठी में जो पावर थी वह भी निकल गयी है. जो हनुमान चालीसा का अपमान करता है, उनको सबक हनुमान भक्तों ने सिखाया है. सभी चाहते हैं देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री बनना चाहिए.