जींद, 30 सितंबर । हरियाणा गौ सेवा आयोग के चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने कहा कि सरकार द्वारा इस वर्ष प्रदेश की गौशालाओं में गौवंशों के संवर्धन व संरक्षण के लिए 45 करोड़ रुपये की राशि भिजवाई गई है। गौ सेवा आयोग द्वारा गौवंश के कल्याणार्थ निरंतर कार्य किया जा रहा है। इससे पहले प्रदेश में यह व्यवस्था नहीं थी। वे शुक्रवार को विश्राम गृह में अधिकारियों व गौशालाओं के प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों गौवंश में लंपी बीमारी फैली। इस बीमारी को रोकने के लिए तुरंत प्रदेश के 19 लाख गौवंशों के लिए 20 लाख वैक्सीनेशन की व्यवस्था की गई और पशुपालन विभाग तथा गौसेवकों की मदद से सात दिनों में सभी गौवंशो का टीकाकरण किया गया। जिससे हरियाणा में इस बीमारी पर काबू पाया गया और इस बीमारी से गौवंश की मृत्यु का प्रतिशत कुल दो प्रतिशत रहा। आयोग द्वारा गोबर को डीएपी खाद के विकल्प के रूप में इस्तेमाल करने हेतू कार्य किया जा रहा है, जिसके लिए लैब टैस्टिंग का कार्य पूरा हो चुका है। अब इसे क्षेत्र में भेजा जाएगा। इस व्यवस्था के पूरा होने से किसानों को डीएपी खाद के विकल्प के रूप में एक अच्छी खाद मुहैया होगी। इसके साथ-साथ गोबर के इस्तेमाल से पेंट, मूर्तियां, गौमूत्र से दवाईया इत्यादि बनाने का कार्य किया जा रहा है।
बैठक के दौरान चेयरमैन ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सरकार द्वारा गौशाला के लिए दो रुपये प्रति यूनिट बिजली का रेट फिक्स किया गया है। इससे अधिक के रेट का बिल गौशाला में नहीं जाना चाहिए। बैठक के बाद चेयरमैन श्रवण कुमार गर्ग ने सोमनाथ गौशाला का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया और पौधा रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। इस अवसर पर नगराधीश अमित कुमार, नगरपरिषद चेयरमैन के प्रतिनिधि डा. राज सैनी, आदित्य गर्ग, महेश, सिया राम, भीम सिंह व गउशालाओं के संचालक भी उपस्थित रहे।