जी 20 देशों के सम्मेलन में भारतीय कूटनीति की जो धाक दिखी, क्या दुनिया के देश भारत की तरफ एक उम्मीद की नजर से देख रहे हैं?
देखा जाय तो भारतीय हितों के लिहाज से G20 की यह बैठक बेहद उपयोगी रही। प्रधानमंत्री मोदी ने इस मंच का पूरा कूटनीतिक लाभ उठाया। इस दौरान उन्होंने कई वैश्विक नेताओं के साथ द्विपक्षीय वार्ता कर भारत के पक्ष को रखा। मोदी ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। इस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी शानदार केमिस्ट्री देखने को मिली। दोनों नेताओं ने एक दूसरे का गर्मजोशी के साथ स्वागत किया था । यूक्रेन जंग के बाद अमेरिका, भारत की तटस्थता की नीति से खफा चल रहा है।प्रधानमंत्री मोदी की जर्मन चांसलर ओलाफ शोल्ज के साथ द्विपक्षीय बैठक की। इसके साथ उन्होंने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक के साथ लंबी वार्ता की। दोनों नेताओं ने व्यापक साझेदारी को लेकर समीक्षा की। इस क्रम में मोदी और इटली में उनके समकक्ष के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता हुई। चीन के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय वार्ता नहीं हुई, लेकिन मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग के साथ गर्मजोशी के साथ मुलाकात हुई। मोदी को मिल रहे सम्मान और रुतबे को चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने अपने आंखों से देखा। भारत की अंतरराष्ट्रीय जगत में क्या साख है इसे चिनफिंग महसूस कर रहे होंगे। (युवराज) अशोक भाटिया