प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान संगठन और झारखंड इंटलेक्चुअल फोरम
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान संगठन और झारखंड इंटलेक्चुअल फोरम द्वारा कंस्टिट्युशन क्लब ऑफ इंडिया में आहूत झारखंड ग्लोबल कन्वेंशन के एक गरिमापूर्ण आयोजन में जनसेवा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करनेवाले विभिन्न व्यक्तियों का सम्मान किया गया। सम्मानमूर्तियों में झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री सी पी सिंह, झारखंड पर पांच पुस्तकें लिखने वाले श्री शैलेंद्र महतो, पूर्व सांसद वृजमोहन राम, डॉ पंकज सोनी, डॉ नेहा सिन्हा, आई ए एस श्री रचित राज, श्री दिनेश प्रसाद, श्री सुखदेव यादव, श्री अभिषेक सहाय,झारखंड परिवर्तन संघ के अध्यक्ष श्री अरविंद आर्या श्रीमती कीर्ति चौधरी ,डॉ विकास लाल,श्री मोहन प्रसाद साव, श्री सुरेन्द्र कुमार, विश्वविख्यात रॉक पेंटर श्री सुबोध नेमलेकर एवं कैंसरपीड़ितों की सेवा में रत राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यकर्ता राजेश झा के नाम शामिल हैं।
रेल मंत्रालय में पब्लिक सर्विस कमेटी के अध्यक्ष श्री रमेशचंद्र रत्न ने कहा कि राष्ट्र के निर्माण में रेलवे का महत्वपूर्ण योगदान है और इसने प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान की भारी सफलता के लिए अपनी भूमिका को विस्तार दिया है। इससे झारखंड को भी बहुत लाभ मिला और मिल रहा है। इससे राज्य की उन्नति के नए -नए आयाम खुल रहे हैं। उन्होंने बतौर अध्यक्ष अपने वर्तमान दूसरे कार्यकाल में रेलवे द्वारा जन सेवाओं की सुलभता का विस्तार से वर्णन किया।
इस अवसर पर राज्यसभा सांसद एवं भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सैयद जफर इस्लाम ने राष्ट्र की उन्नति में झारखंड के योगदानों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने देश में उद्योगों के लिए अनुकूल माहौल बनाया एवं विभिन्न योजनाओं के माध्यम से जनसामान्य की भी आर्थिक उन्नति का मार्ग प्रशस्त किया। वैश्विक मानचित्र पर भारत के मजबूत राष्ट्र के रूप में उदित होने को लेकर उन्होंने स्टार्टअप्स, किसान सम्मान निधि, प्रधानमंत्री रोजगार ऋण सुविधाओं के विस्तार पर प्रकाश डाला।
झारखंड विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष श्री सी पी सिंह ने इस आयोजन और इसके संदेशों को गाँवों -कस्बों तक पहुँचाने की बात कही। वे स्वयं को ‘लाइव टाइम एचीवमेंट अवार्ड ‘ दिये जाने पर धन्यवाद ज्ञापित कर रहे थे।
इस सम्मान समारोह के संयोजक श्री प्रेम कुमार ने बताया कि झारखंड के विकास की आवश्यक शर्त झारखंड में आमूलचूल बदलाव है। युवाओं की विपुल शक्ति को राष्ट्रनिर्माण में लगाने, स्टार्टअप – उद्यमिता,रोजगार -सृजन तथा स्वास्थ्य एवं शिक्षा की सुलभता के द्वारा राज्य की समृद्धि से वहाँ के लोगों के जीवन स्तर में उन्नति लाने के लिए प्रतिभाओं का सम्मान राष्ट्रीय राजधानी में किये जाने का सुप्रभाव प्रांत में दिखेगा ।सामाजिक समरसता एवं समन्वय से ही झारखंड में बदलाव की बयार बहेगी।
आत्मनिर्भर भारत अभियान संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि समुन्नत झारखंड की परिकल्पना को साकार करने के लिए वहाँ की प्रतिभाओं को अपनी माटी, अपने लोगों के लिए काम करने हेतु प्रोत्साहित करना होगा। संगठन के कार्यकारी अध्यक्षश्री रामकुमार पाल ने कहा कि इस मंच का लक्ष्य झारखंड प्रांत की राष्ट्रीय विकास में भागीदारी को बढ़ाने का वातावरण सृजित करना भी है।
इस आयोजन में लोकसभा के सचिव श्री मनीष बघेल , वैज्ञानिक जियालाल जैसवार, रक्षा मंत्रालय के अवर सचिव श्री सुनील पाल, राजस्व अवर सचिव श्री सुनील कुमार , दिल्ली के कमीशनर श्री राजेश पाल आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे।
मुंबई मे कितनी गौशालाएँ हैं?
सबसे बड़ा शुभ काम
प्रश्नावली भरना -भराना
गौ+देश सेवा का सौभाग्य देना
नाम उम्र
पता_
शहर,राज्य
मोबाइल नंबर _ इमेल__
प्रेरक का नाम _ नंबर
1) पूर्ण गौरक्षा का उपाय क्या है?_
2) गौरक्षा के उपाय खोजने साप्ताहिक बैठक कर सकते हैं? _
3) कितने गौचित्र100₹ मंगा कर बांट सकते हैं? _
4) कितने बैनर @ 200 मंगा/बनवा कर मंदिरों / गौशालाओ में लगा सकते हैं? _ 5) किस गौशाला में जाते हैं? वहाँ गोबर गोमूत्र से क्या बनता है? ____________
6) कमाई बढ़ाने, कलह मिटाने नवग्रह धूप चेतन कर सकते हैं? (1नग-2₹, सुबह-शाम =4₹, ×360 =1440₹) _ 7) प्रत्यक्ष घर गोपालते हैं या परोक्ष किसी गौशाला में पालन खर्च भेजते है? कितनी? _ 8) भस्म या गौ चरण रज का तिलक लगा सकते हैं? 9) शहर +राज्य की गौशालाओं की सूचि भेज सकते है? _ 10) जैविक अन्न खाते/खाना/खिलाना (दुकान खोलना) चाहते है? 11) गौरक्षार्थ, प्रतिदिन हनुमान चालीसा करते/कर सकते हैं?
12) किस मंदिर में सामूहिक हनुमान चालीसा कर सकते हैं? _ 13) गोघृत दीपक व हवन करते/कर सकते है? _ 14) अपनी दक्षता बढ़ाने विपश्यना-शिविर ले सकते हैं? (www.dhamma.org/en-US/locations/directory#IN पंजीकरण करा कर जाएं)
15) कितने ₹ के पंचगब्य उत्पाद (मंजन, अंगराग, शैम्पू, नवग्रह धूप, गोनाइल, कंडा, गोघृत, अर्क, घनवटी, मोबाइल चिप, खाद, कीटनाशक, साबुन, जीवामृत आदि) हर माह ले सकते हैं? _ 16) गौरक्षार्थ *राष्ट्रीय अहिंसा मंच को 1-100₹ प्रतिदिन =365 या अधिक कितनी राशि दें सकते हैं? __
17) पंचगब्य उत्पाद बनाने का प्रशिक्षण लेना चाहते हैं?
18) गोउद्योग लगाने, सांसदो, विधायकों, संतो, उद्यमियों, गौशालाओ, मंदिरों को लिख सकते हैं?
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दिनांक हस्ताक्षर
राष्ट्रीय अहिंसा मंच – राम
बैंक आफ बडौदा, खाता संख्या
77720200000838
IFSC BARBOBJRABI
या सुशील कुमार पांडे 9681105070 Phone Pay, Paytm & Gpay में भेजें। गौचित्र मिलेगा।
(राम, इस धन से गौचित्र, बैनर, गोउत्पाद, गोकाष्ट, गोबर गैस, बैल संयंत्र, जैविक अन्न आदि का प्रचार करेगा।
*राष्ट्रीय अहिंसा मंच-राम, 132/1, महात्मा गाँधी रोड, कलकत्ता 700007, मोबाइल 9433023999




संगीतकार दिलीप सेन ने किया ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘मल्टीप्लेक्स प्ले’ का उद्घाटन
हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर अंधेरी (पश्चिम) मुम्बई स्थित एन.के.एफ.सी प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय मौर्य हाउस में ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘मल्टीप्लेक्स प्ले’ का उद्घाटन संगीतकार दिलीप सेन और एडवोकेट शैलेश दूबे ने संयुक्त रूप से नारियल तोड़कर व फीता काटकर किया। इस अवसर पर संगीतकार दिलीप सेन नेमल्टीप्लेक्स प्ले एप्प भी जारी किया।इस कार्यक्रम में कंपनी के सीएमडी रेहान अली, निर्देशक अमोल द्विवेदी एवं कंपनी के प्रोग्रामिंग हेड अविनाश जाधव, उदय मोहित, दीपांकर अधिकारी, वेस्टर्न इंडिया फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन से सेक्रेटरीदिलीप दलवी, अभिनेत्री नयन पवार, सुनिता कांबले, निर्देशक हरेंद्र हॅरी, एस पी मिलिंद, प्रतिक यादव, एडवोकेट अजय पोल, बालासाहेब गोरे, कोरील राजेश कुमार, अभिषेक खन्ना (कामेडियन)और कंपनी के क्रिएटिव डायरेक्टर महादेव सालोखे आदि उपस्थित थे।

बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की सूची में एन.के.एफ.सी प्रा.लि. शामिल है इसलिए इस कंपनी के द्वारा संचालित ‘मल्टीप्लेक्स प्ले’ ओटीटी प्लेटफॉर्म से जुड़े निवेशकों व निर्माताओं का आर्थिक व्यवहार सुरक्षित होने का दावा कंपनी के सी.एम.डी. रेहान अली करते हैं। इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हिंदी भोजपुरी, मराठी इंग्लिश सहित 15 भाषाओं के कंटेंट्स का समावेश होगा। यह ओटीटी प्लेटफॉर्म उच्च तकनिकी संसाधनों से सुसज्जित होने के कारण इस पर प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रम अन्य ओटीटी के मुकाबले अच्छी गुणवत्ता के साथ दिखाई देंगे।प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय
कुरूक्षेत्र मे रविदास जी विश्व महापीठ के दो दिन के अधिवेशन संपन्न
पवित्र भूमि कुरूक्षेत्र हरियाणा में संत रवि दास जी धर्म शाला मे आयोजित विश्व महा पीठ की ओर से आयोजित हरियाणा कुरुक्षेत्र में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल और हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारु दत्तात्रेय के कर कमलों से सांसद श्री डॉ सिकंदर, सामाजिक न्याय अधिकारिता राज्य मंत्री श्री नारायण स्वामी, रविदास आचार्य सुरेश राठौड़, राज्य सभा सदस्य दुष्यंत गौतम और गुजरात के विधायक श्री आत्माराम परमार और देश के विभिन्न प्रांतों से महा पीठ के पदाधिकारी एवं रविदास जी के अनन्य भक्त की उपस्थिति में कार्यकारिणी बैठक एवं दो दिन का अधिवेशन जो दिनांक – 9 और 10 अप्रैल 2022 तक आयोजित किया गाया है जिसका उद्घाटन दौनों राज्यपालों द्वारा दीप प्रज्वलित करके किया गया इस कार्यक्रम में गुजरात प्रदेश सचिव महा पीठ डॉ गुलाब चंद पटेल, श्री भानुभाई परमार वडोदरा, श्री रतिलाल बी चौहान, श्री नागजी भाई के गोहिल, छगन भाई के सोलंकी भरुच श्री जयेशभाई वडोदरा, गुजरात अध्यक्ष पूर्व विधायक श्री आर एम पटेल, श्री किशोर भाई अहमदाबाद उपस्थित थे .
इस कार्यक्रम में सभी का हार्दिक स्वागत उपाध्यक्ष श्री सूरजभान कटारिया ने कार्यक्रम का संचालन किया था, दुष्यंत गौतम ने संत रवि दास जी विश्व महा पीठ के बारे में विस्तृत जानकारी दी, आचार्य सुरेश राठौड़ ने अतिथियों का स्वागत किया और भजन तो ही मोहि प्रस्तुत किया, हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल श्री राजेन्द्र सिंह ने अपना प्रवचन किया और संस्था को हिमाचल प्रदेश राज भवन की ओर से रुपया पांच लाख की राशि देने की घोषणा की राज्य पाल हरियाणा ने अध्यक्षीय वक्तव्य दिया और रुपये दश लाख की राशि देने की घोषणा कीसामाजिक न्याय अधिकारिता केंद्रीय राज्य मंत्री ने अपना वक्तव्य अंग्रेजी में दिया, इस कार्यक्रम में बाहर से आए सदस्यों को भोजन की असुविधा हुई, निवास बहुत सुन्दर जगह जय राम विद्यापीठ ब्रह्म सरोवर कुरूक्षेत्र हरियाणा में की गई थी, प्रथम सत्र 1.30 बजे दोपहर मे खत्म हुआ था भोजन के बाद दूसरा सत्र था, इस कार्यक्रम की महत्व पूर्ण बात यह थी कि लोग पूरे देश से इस कातिल गर्मी सहकार भी भारी संख्या में उपस्थित रहे अंत में आभार व्याप्त बिहार के मंत्री ने किया और सत्र समाप्ति की घोषणा की गई दूसरे दिन हरियाणा के मुख्य मंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर उपस्थित रहे हैं, इन्होने सभी समाज को मिलजुलकर रहने का और जो पिछडे है इन्हें मुख्य धारा में लाने के लिए कहा, इस सम्मेलन के आयोजकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामना दी, संस्था की ओर से बहुत सारे प्रस्ताव पारित किये गये, जिसमें देश के विभिन्न प्रांतों से आये हुए प्रदेश अध्यक्षों ने अपनी अनुमती मौखिक रूप से भी दी, कार्यक्रम का आयोजन बहुत ही सुन्दर था, कुरुक्षेत्र में रोड स्थित बहुत ही खराब है, ओटो मे बैठे तो पूरा शरीर डिस्को करने लगा, मिट्टी भी उड़ रही थी, नाक से मिट्टी अंदर जा रही थी, ओटो रिक्शा चालक ने बताया कि कितने सालो से ये रोड कच्चा ही रह गया है उस पर डामर रोड नहीं बन पाया है लोग परेशान हैं किन्तु क्या करे प्रशासन कोई ध्यान नहीं दे रहा है, ब्रह्म सरोवर कुरूक्षेत्र हरियाणा में बहुत ही सुन्दर जगह पर जाने का अवसर प्राप्त हुआ, ब्रह्म सरोवर के सामने जय राम विद्यापीठ मे रुकने का अवसर प्राप्त हुआ बहुत ही पवित्र माना जाता है यह कुरूक्षेत्र हरियाणा की धरती पर जहा कृष्ण भगवान ने अर्जुन को उपदेश दिया था, महा भारत का युद्ध इसी धरती पर हुआ था .
इस कार्यक्रम में गुजरात के विधायक एवं अन्तरराष्ट्रीय महा पीठ के महा मंत्री श्री आत्मा राम परमार ने अपना उद्बोधन दिया था पूर्व विधायक एवं अध्यक्ष गुजरात प्रदेश विश्व महा पीठ श्री आर एम पटेल साहब ने अपने वक्तव्य में कहा कि एक लाख रुपये की राशि किताब संत रवि दास जी के बारे में पब्लिश करने हेतु देंगे और श्री किशोर भाई जो गुजरात प्रदेश के कार्यकारी सचिव हे इन्होने भी एक लाख रुपये की राशि देने की घोषणा की है
डॉ गुलाब चंद पटेलसचिव गुजरात प्रदेश विश्व महा पीठ संत रवि दास जी अध्यक्ष महात्मा गांधी साहित्य मंच गांधीनगरMo 8849794377
चर्चाओं के बीच : अभिनेत्री जागृति सिंह परिहार
चर्चित टीवी शो ‘भाभी जी घर पर हैं’ में अपनी प्रतिभा का जलवा बिखेरने के बाद अभिनेत्री जागृति सिंह परिहार इन दिनों टीवी जगत में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। उनको हाल ही में साउथ की दो अनाम फिल्मों के लिए और कई म्यूजिक वीडियो के लिए अनुबंधित किया गया है। मिस वर्ल्ड ग्लोरी में थर्ड रनरअप रहीं जागृति सिंह परिहार मध्यप्रदेश के दमोह जिला की रहने वाली हैं। स्कूल की पढ़ाई दमोह से ही की और आगे की पढ़ाई के के लिए भोपाल गईं। मास्टर इन स्पोर्ट्स फिजियोथेरेपी की डिग्री हासिल की। मिस भोपाल के पेजेंट में वह रनरअप रहीं। कई ब्यूटी पेजेंट्स में विनर भी रहीं। मुम्बई के नानावती अस्पताल में फिजियोथेरेपिस्ट के रूप में काम शुरू किया। साथ ही वह एक्टिंग के लिए ऑडिशन भी देती रहीं। 4-5 महीने नानावती अस्पताल में काम करने के बाद उन्हें लोकप्रिय टीवी शो ‘भाभी जी घर पर हैं’ में काम मिल गया। जागृति ने इस शो में करीब 12 किरदार निभाए हैं। टीवी शो ‘भाभीजी घर पर हैं’ में अपनी भूमिका को प्रभावी ढंग से निभाने के लिए वह काफी लोकप्रिय हैं।

छेदी सिंह की पत्नी गुलबिया के रोल में उनकी इस शो में एंट्री हुई थी बाद में मास्टरजी की पत्नी सहित कई रोल किए। अभिनेत्री जागृति सिंह परिहार सिर्फ एक शो में कई किरदारों को निभाने का पूरा श्रेय निर्माताओं को देती है। गौरतलब है कि जागृति ने इस शो में करीब 12 किरदार निभाए हैं। ‘भाभीजी घर पर हैं’ के निर्माताओं के प्रति अपना आभार प्रकट करते हुए वो कहती हैं “मैं वाकई ‘भाभीजी घर पर हैं’ का हिस्सा बनकर खुद को भाग्यशाली मानती हूँ। मुझे एक ही शो में कई भूमिकाएं निभाने का सौभाग्य मिला है। मुझे नहीं लगता कि ऐसा किसी एक्ट्रेस ने भी किया है। एक एयर होस्टेस की भूमिका निभाने से लेकर एक पड़ोसी से लेकर, एक ठग से लेकर नौकरानी तक, मैंने कई तरह की भूमिकाएँ की हैं, जो सभी एक-दूसरे से अलग हैं”।
जागृति का मानना है कि किसी भी शो का कैरेक्टर स्केच सबसे ज्यादा मायने रखता है। यदि किरदार आकर्षक है और अच्छी तरह से लिखा और ढाला गया है, तो दर्शकों को याद रह जाता है।’चिड़ियाघर’, ‘हप्पू की उल्टन पलटन’, ‘जीजा जी छत पर हैं’ सहित और भी कई सीरियल्स में जागृति ने काम किया है। पिछले डेढ़ दो साल से उन्हें म्यूज़िक वीडियो के भी ऑफर आ रहे हैं। उनके दो गाने ‘हार ले’ और ‘देसी’ रिलीज होकर लोकप्रिय हो चुके हैं। इनके अलावा 4-5 सांग्स आने वाले हैं उनमें से एक ‘हंजू’ गीत इसी माह आने वाला है।प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय
64वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में संगीतकार ए. आर. रहमान ने शिरकत की
संगीत की दुनिया का सबसे बड़े पुरस्कार ग्रैमी अवार्ड्स समारोह का आयोजन इस बार अमेरिका के लॉस वेगास स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ रिकॉर्डिंग आर्ट्स एंड साइंसेज में किया गया। दो बार ग्रैमी अवार्ड्स से सम्मानित भारतीय संगीतकार ए. आर. रहमान ने अपने पुत्र एवं पार्श्व गायक ए.आर. अमीन के साथ इस बार के 64वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में शिरकत की। इस बार इस समारोह में न्यूयॉर्क की भारतीय-अमेरिकी गायिका फाल्गुनी शाह और बेंगलुरू में रहने वाले संगीतकार रिक्की केज़ को भी ‘ग्रैमी अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। फाल्गुनी शाह को ‘ए कलरफुल वर्ल्ड’ के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल एल्बम श्रेणी में ग्रैमी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। वहीं, रिक्की केज़ को ‘डिवाइन टाइड्स’ के लिए सर्वश्रेष्ठ नये एल्बम की श्रेणी में ग्रैमी अवार्ड से नवाजा गया। ग्रैमी अवॉर्ड हॉलीवुड का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड है जिसमें म्यूजिक जगत से जुड़े सितारों को अलग-अलग कैटेगरी में अवॉर्ड देकर सम्मानित किया जाता है। इसकी शुरुआत 4 मई 1959 की गई थी। पहले ग्रैमी अवॉर्ड समारोह में वर्ष 1958 के लिए कलाकारों की संगीत उपलब्धियों का सम्मान और सम्मान करने के लिए आयोजित किया गया था। ग्रैमी अवॉर्ड का ट्रॉफी सोने का पानी चढ़ा हुआ ग्रामोफोन का प्रतिनिधित्व करता है। 64वें एनुअल ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में के दिग्गज म्यूजीशियंस, सिंगर्स, कंपोजर्स आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बेस्ट न्यू आर्टिस्ट का अवॉर्ड आलीविया रोड्रीगो को मिला तो वहीं बेस्ट ट्रेडिशनल पॉप वोकल के लिए लेडी गागा को इस अवॉर्ड से नवाजा गया। विश्वविख्यात सिंगर लेडी गागा भी इस अवॉर्ड शो में अपने हुस्न का जमकर जलवा बिखेरा। अवॉर्ड से सम्मानित होने के बाद सेलिब्रिटीज ने फोटोशूट भी करवाया।

64वें एनुअल ग्रैमी अवार्ड्स :
* साल का बेस्ट गीत – ‘लीव द डोर ओपन’, ब्रैंडन एंडरसन, क्रिस्टोफर ब्रॉडी ब्राउन, डर्नस्ट एमिल और ब्रूनो मार्स, गीतकार सिल्क सोनिक
* बेस्ट न्यू आर्टिस्ट – ओलिविया रोड्रिगो
* बेस्ट पॉप सोलो परफॉर्मेंस – ‘ड्राइविंग लाइसेंस’
* बेस्ट ट्रेडिशनल पॉप वोकल एल्बम – ‘लव फॉर सेल’ टोनी बेनेटन और लेडी गागा
* बेस्ट पॉप वोकल – सोर, ओलीविया
* बेस्ट डांस – अलाइव, रूफस डू सोल
* बेस्ट डांस, इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक एलबम – सबकॉन्शियस्ली, ब्लैक कॉफ़ी
* बेस्ट ऑल्टरनेटिव म्यूजिक एलबम –’डैडीज़ होम’, सेंट विंसेंट
* बेस्ट कंट्रेंप्रेरी इंस्ट्रूमेंटल एलबम – ‘ट्री फाल्स, टेयलर ईगस्टी’
* बेस्ट रॉक परफॉर्मेंस – मेकिंग अ फायर, फू फाइटर्स
* बेस्ट मेटल परफॉर्मेंस – ‘द एलियन’ ड्रीम थिएटर
* बेस्ट रॉक सॉन्ग – ‘वेटिंग ऑन अ वॉटर’, डावे ग्रोहल, टेयलर हॉकिंस , रैमी जैफी, नेट मेंडेल , क्रिस शिफ्लेट और पेट स्मेर , गीतकार फू फाइडर्स
* एलबम ऑफ द इयर विनर – ‘वी आर’, जोन बटीस्टे
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

गीता, कुरान और बाईबिल को साथ में पढ़ाने का मूढ़तापूर्ण आग्रह
शिक्षा संस्थानों और मीडिया द्वारा फैलाये गये व्यापक अज्ञान का यह कारण है कि कुछ उत्साहित नवशिक्षित हिन्दू इस कल्पना से प्रसन्न हो रहे हैं कि उच्चतर माध्यमिक या माध्यमिक कक्षाओं में गीता, कुरान और बाईबिल का सार साथ-साथ पढ़ाया जायेगा। अपनी मूढ़ता में मग्न वे मान रहे हैं कि गीता तो अत्यन्त उदात्त शास्त्र है ही और समस्त मनुष्यों के लिये कल्याणकारी मार्ग और नियम बताती है। अतः उसे पढ़ कर छात्र-छात्रायें सहज ही गीता के प्रति श्रद्धा पाल लेंगे। जबकि कुरान और बाईबिल अपने-अपने अनुयायियों के अतिरिक्त शेष मनुष्यों के प्रति इतनी अधिक हिंसा और घृणा तथा द्वेष और दुर्भाव सिखाते हैं कि उनसे हर पढ़ने वाला जुगुप्सा और विरक्ति पाल लेगा।
बौद्धिक अन्धता का यह एक विशेष उदाहरण है। अपने चारों ओर जो नित्य घटित होता है, उसे न देखना और अपने ही मन की कल्पनाओं और उड़ानों में मगन रहना इसे ही कहते हैं। नवशिक्षित हिन्दू इसी मानसिक व्याधि के शिकार हैं।
उन्हें यह पता नहीं कि गीता, कुरान और बाईबिल में क्या लिखा है, यह छांट कर पढ़ाया जायेेगा और धोखा देते हुये पढ़ाया जायेगा। मौलवी और पादरी इसमें निष्णात हैं और आधुनिक हिन्दू विद्वान आत्मवंचना और मिथ्याकथन में निपुणता की पराकाष्ठा को छू रहे हैं। इसमें नेकनीयती और बदनीयती भर की बात नहीं है। सद्च्छिापूर्वक ही हिन्दू ऐसा करते रहे हैं।
इसमें एक महत्वपूर्ण उदाहरण संस्कृत, फारसी और अंग्रेजी के उद्भट विद्वान, परम तपस्वी और सात्विक सज्जन आचार्य विनोबा भावे का है। वे परम पवित्र जीवन जीने वाले महापुरूष थे। सबका भला चाहते थे और प्रेम, मैत्री तथा करूणा का प्रसार चाहते थे। उन्होंने कुरान धर्मसार और ख्रीस्त धर्मसार पुस्तकें लिखी हैं। दोनों में कुरान और बाईबिल के ऐसे अंश चुन-चुनकर एकत्र किये हैं और फिर उनकी ऐसी झूठी पंडिताऊ व्याख्या की है कि लगता है कि मानों जो वेदों में है, वही इन दोनों ग्रंथों में है।
मैं उन्हें व्यक्तिगत रूप से भी जानता था और कुछ दिनों तक भूदान आंदोलन में उनके साथ एक उदीयमान युवक के रूप में पदयात्रा भी की थी। उनकी नेकनीयती और सज्जनता निर्विवाद है। साधु चरित और तपस्वी थे। संस्कृत के विद्वान थे। परंतु जो कुछ उन्होंने कुरान और बाईबिल के चयनित अंशों की हिन्दी में व्याख्या करते हुये प्रस्तुत किया है, वह झूठ है, अनर्थकारी है और पाठक को वंचना तथा छल में डालने वाली है। क्योंकि मैंने भी इन तीनों को पढ़ा है और उनके विस्तृत ऐतिहासिक तथा सामाजिक एवं आध्यात्मिक संदर्भों का भी अध्येता हूँ। अतः मैं निश्चित रूप से जानता हूँ कि विनोबा जी ने जो उन दोनों किताबों के सार कहकर प्रस्तुत किया है, वह झूठ है और अनजाने ही यह उनसे बड़ा छल हो गया है। उनको पढ़कर हिन्दू बच्चे ही नहीं, बड़े बूढ़े भी केवल भ्रमित हुये हैं, हो रहे हैं और भ्रमित होते रहेंगे। अतः यह अनुचित कार्य है।
स्पष्ट है कि बच्चों के लिये इन तीनों पुस्तकों पर पाठ्यक्रम के लिये लिखने वाले लोग आचार्य विनोबा भावे से बड़े विद्वान नहीं होंगे। यह असंभव है कि उनसे बड़ा कोई विद्वान इस विषय पर पाठ्यक्रम के लिये लिखे। दूसरी ओर, अगर कुरान और बाईबिल में जो कुछ भी है, उसे अनावृ़त्त रूप में समझा कर लिखा गया, तो उन दोनों ही समुदायों के नेता और मुल्ला तथा पादरी भारत में भूचाल मचा देंगे।
यदि इन तीनों ही ग्रथों को महाविद्यालय में सम्पूर्ण भी पढ़ा दिया जाये, तो भी विश्वविद्यालय स्तर के छात्रों तथा अध्यापकों में भारत में इतनी परिपक्वता नहीं है कि वे मूल संदर्भाें और परम्पराओं को जाने। इसकी जगह वे उदात्त भारतीय अर्थों के साथ ही उन दोनों पुस्तकों को भी देखेंगे और भयंकर आत्मवंचना से ग्रस्त हो जायेंगे। कुरान के जितने भी हिन्दी अनुवाद सुलभ हैं, उन सबमें भयावह अवधारणाओं को उदात्त भारतीय पदावली में जानबूझकर प्रस्तुत किया गया है। जो शुद्ध छल, वंचना और धोखाधड़ी है। इसी प्रकार ईसाई पादरियों ने तो वंचना और छल में अद्भुत निपुणता अर्जित की है। आखिर ‘गॉड’ को ईश्वर या परमेश्वर, रिलीजन को धर्म, थियालॉजी को ब्रह्मविद्या आदि छलपूर्वक प्रचारित करने में भारत में उन्हें अद्भुत सफलता प्राप्त हुई ही है। इसीलिये भारत शासन के द्वारा सनातन धर्म (हिन्दू धर्म) को अल्पसंख्यकों के मजहब के बराबर संरक्षण देने की मांग ही एकमात्र करणीय मांग है। जिसके लिये न तो सबल हिन्दू सामने आते दिख रहे हैं और न ही संघ या भाजपा ने आजतक इसकी मांग भी की है या आश्वासन दिया है।
उसके स्थान पर गीता, कुरान और बाईबिल को साथ-साथ पढ़ाने की मांग हिन्दुओं के लिये आत्मवंचना और व्यापक अवधि में आत्महनन का कारण बनने वाली है।
ब्राउन स्ट्रीट नही गणेश स्ट्रीट कहिए
उत्तरी अमेरिका का सबसे पुराना मंदिर गणेश देवस्थान है जिसकी सड़क को ब्राउन स्ट्रीट कहा जाता था। उस सड़क के नाम को बदलने को लेकर स्थानीय हिंदुओं द्वारा काफी समय से विभिन्न कार्यक्रम किये जा रहे थे। यह कार्यक्रम भगवान गणेश से जुड़ी तार्किक प्रस्तुति, उनके द्वारा शुभ और लाभ के संदेशों से संबंधित थे।न्यूयॉर्क में भारतीय महावाणिज्य दूत रणधीर जायसवाल द्वारा इसे पूर्णतम रूप प्रदान किया गया।
पिछले शनिवार को क्वीन बरो के अध्यक्ष डोनोवन रिचर्ड्स, न्यूयॉर्क के मेयर एरिक एडम्स की उपस्थिति में ब्राउन स्ट्रीट का नाम बदलकर गणेश टेम्पल स्ट्रीट कर दिया गया। न्यूयॉर्क जैसे बड़े शहर में, भगवान गणेश के नाम पर एक सड़क का नामकरण विदेशों में हिंदू धर्म की स्वीकार्यता और उसके सहज समवेशी होने का प्रमाण है। यह न केवल हिंदुओं बल्कि भारत तथा विश्व के सभी लोगों के लिए गर्व की बात है क्योंकि यही विचार ऐसा है जो प्राणिमात्र के कल्याण को अपना अंतिम लक्ष्य मानता है।
अनोखा बंधन’ का पोस्ट प्रोडक्शन वर्क पूर्णता की ओर अग्रसर
ब्रह्मवादिनी फिल्म्स के बैनर तले बनी भोजपुरी फिल्म ‘अनोखा बंधन’ का पोस्ट प्रोडक्शन वर्क पूर्णता की ओर अग्रसर है। अब बहुत जल्द ही यह फिल्म सिनेदर्शकों तक पहुँचने वाली है। मदन चौरसिया द्वारा निर्मित इस फिल्म के निर्देशक आशोक अत्री, पटकथा व संवाद लेखक ए बी मोहन व डा. वशिष्ठ नारायण सिंह, संगीतकार मनोज भास्कर, कोरियोग्राफर संतोष सर्वदर्शी व मनोज भास्कर और सिनेमेटोग्राफर अजय रौनियार हैं।

निर्माता मदन चौरसिया ने स्वयं इस फिल्म की कहानी को लिखा है। इस फिल्म की कहानी पर प्रकाश डालते हुए कहते हैं “इस फिल्म का नायक शराब के नशे में धुत होकर एक गरीब परिवार के युवक को अपनी कार से कुचल देता है। लिहाजा उस युवक की मौत हो जाती है। अदालत में नायक को सजा सुनाई जाती है कि, नायक तीन वर्ष तक गांव में रहकर मेहनत मजदूरी करके मृतक परिवार का भरण पोषण करे और नायक को मृतक परिवार का भरण पोषण करना पड़ता है। इस फिल्म के माध्यम से संदेश देने का प्रयास किया गया है कि सहज व सरल मुक्ति मार्ग के लिए निर्धारित दायित्व को पूरे मनोयोग से निभाने का प्रयास करना चाहिए”। 6 कर्णप्रिय गीतों से सजी इस भोजपुरी फिल्म के मुख्य कलाकार आनंद देव मिश्रा, तनुश्री, ग्लोरी मोहंतो, सृष्टि भंडारी, आशा चौहान, सिमरन, रमन श्रीवास्तव, यादवेंद्र यादव, संजना, देव सिंह राजपूत और बेबी नैना चौरसिया आदि हैं।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय