सुभाष आनंद – विभूति फीचर्स
पंजाब के आई ए एस और आई.पी.एस अफसरों की पहली पसंद चंडीगढ़ हुआ करता था जबकि हरियाणा केडर के
अफसरों की पहली पसंद पंचकूला हुआ करता था । नए आंकड़ों के अनुसार अब पंजाब के बड़े अफसरों की पहली पसंद मोहाली बनता जा रहा है। सूत्रों से पता चला है कि मोहाली पंजाब का हिस्सा होने के कारण यहां कोठी बनाना बड़ा
आसान है और पंजाब के अन्य शहरों की अपेक्षा मोहाली कम प्रदूषण वाला इलाका भी है।
पंजाब के बड़े अधिकारी जो अपनी रिटायरमेंट पर बैठे हुए हैं उनकी पहली पसंद है कि उनका घर अपना हो और
अधिकतर चंडीगढ़ के आसपास हमेशा के लिए सैट होना चाहते हैं। वह चाहते हैं कि उनके बच्चे अच्छे कालेजों में
पढकऱ नौकरी की तलाश कर सकें। पंजाब हरियाणा व हिमाचल के 844 आई.ए.एस और आई.पी.एस अफसरों में 243 अफसरों के रेनबसेरे इन बड़े शहरों में बने हुए हैं।
पंजाब के 62 अफसर ऐसे हैं जिनकी मोहाली में 2 से ज्यादा जायदादें है, जबकि 14 अफसर ऐसे हैं जिनकी मोहाली में
3 से ज्यादा जायदादें हैं। 2019 में एक महिला आई.ए.एस अधिकारी ने एक रिहायशी कोठी सवा करोड़ में खरीदी थी।
आज उसकी कीमत 3 करोड़ से ज्यादा आंकी गई है। हरियाणा के 240 अफसरों ने अपने नाम पर जायदादें चंडीगढ़
और पंचकूला में बनाई थी, कई बेनामी जायदादें भी खरीदी गई। सूत्रों से मिली जानकारी के कारण यह बड़े अधिकारी
पंजाब के अन्य शहरों में इसलिए नहीं रहना चाहते,क्योंकि इन शहरों में भीड़-भाड़ ज्यादा होती है। सूत्रों से पता चला है
कि कई बड़े -बड़े अफसरों ने फ्लैटों की खरीद-फरोख्त का धंधा भी शुरू किया हुआ है। कई बड़े अधिकारियों ने अपने
बच्चों और पत्नी के नाम पर जायदादें खरीद रखी हैं। हरियाणा के 87 अफसरों ने गुडग़ांव में रिहायशी कोठियां बना
रखी है। फरीदाबाद में 24 अफसरों ने अपना रेनबसेरा बना रखा है,कई अफसरों ने तो फार्म हाऊस बना रखे हैं,
एक कनाल के प्लाट यहां सबकी पसंद बने हुए हैं,जिनकी कीमत करोड़ों रुपए की आंकी जा रही है। सूत्रों से मिली
जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन,डिप्टी डायरेक्टर पदों पर तैनात अधिकारी भी चंडीगढ़ के आसपास सैटल होना
चाहते हैं।
मोहाली में ऐसी कालोनियां भी काटी जा रही है जहां सिर्फ बड़े अफसरों को प्लाट दिए जाने का मालिक द्वारा फैसला
किया गया है ताकि प्लाटों के अधिक से अधिक पैसे कमा सकें। पंजाब के कुछ बड़े अधिकारियों के आमदनी से ज्यादा
जायदाद बनाने के केस भी विजीलैंस विभाग में पैंडिंग पड़े हुए हैं। इसी प्रकार हिमाचल के आई.ए.एस, आई.पी.एस
और कई बड़े अधिकारियों ने अपना रेनबसेरा शिमला में बनाया हुआ है,आंकड़ों के अनुसार 32 रिटायर्ड अफसरों में से
12 शिमला में रह रहे हैं,शिमला की आबो हवा भी बहुत अच्छी मानी जाती है। (विभूति फीचर्स)