सुनील जैन राना’ – विभूति फीचर्स
जिस प्रकार जन्मपत्री एवं हस्तरेखाओं द्वारा ज्योतिषी भूत-भविष्य का पता लगा लेते हैं, उसी प्रकार अंक विज्ञान
द्वारा भी मानव के व्यक्तित्व के बारे में काफी जानकारी प्राप्त की जा सकती है। प्राचीनकाल में भारतीय
खगोलशास्त्री, मि व बैवीलोनिया के विद्वानों ने अंकों के रहस्य के बारे में बहुत सटीकता से बताया है। सुप्रसिद्ध
पाश्चात्य अंकशास्त्री कीरो ने ग्रहों के रहस्य को उजागर कर सभी लोगों को इस ज्ञान से लाभान्वित किया है। इन सब
ज्ञाताओं ने अनेक रहस्यों को खोलकर रख दिया था, जिसे आज के आधुनिक विज्ञान ने सैकड़ों वर्ष बाद सही बताया
है।

अंक से व्यक्तिव की जानकारी- अंकों द्वारा हम किसी भी व्यक्ति के बारे में काफी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। अंक
से तात्पर्य 1 से 9 तक के अंकों से है। हमारी जन्मतिथि के अंक के आधार पर हमारे व्यक्तित्व का पता चल जाता है।
यूं तो अंकों से जानकारी के कई तरीके हैं और उनका वर्णन करना भी काफी व्यापक है। हम आपको यहां तरीकों के
नाम संक्षिप्त में बता रहे हैं एवं मुख्य तरीका थोड़ा विस्तार से बता रहे हैं। अंक ज्ञान 5 प्रकार से किया जा सकता है।
1. मूलांक, 2. भाग्यांक, 3. नामांक, 4. स्तूपांक, 5. संयुक्तांक।
मूलांक- इससे तात्पर्य जन्मांक से है अर्थात हमारी जन्मतिथि का अंक। हमारी जन्मतिथि 1 से 9 तक के मूल अंकों में
निहित है। जिनकी जन्मतिथि दो अंकों में है, उन्हें उन दोनों अंकों को जोड़कर योग द्वारा एक अंक निकाल लेना
चाहिए जैसे अंक 10=1+0=1 अंक 19=1+9=10=1+0=1 अंक। हमारी जन्मतिथि से हमारे व्यक्तित्व के बारे में काफी
कुछ बताया जा सकता है।
भाग्यांक- इसका तात्पर्य जन्मतिथि, माह एवं वर्ष से होता है। उदाहरण- यदि आपका जन्म 6 मार्च 1965 को है तो
भाग्यांक इस प्रकार निकलेगा, 6+3+ 1+ 9+ 6+ 5= 30= 3+0=3 अर्थात् भाग्यांक 3 होगा।
नामांक- नामांक जानने के लिए प्रचलित नाम के अंग्रेजी के अक्षरों को बताये गये नम्बरों से गणना कर एवं जोड़कर
नामांक निकाला जाता है।
स्तूपांक एवं संयुक्तांक के लिए भी कुछ सटीक फॉर्मूले हैं। उनके द्वारा गणना कर ही एक अंक निकाल सकते हैं।
उपरोक्त सभी विधियों में मूलांक या जन्मांक की सर्वाधिक उपयोगिता है। मूलांक द्वारा कुछ बातें इस प्रकार बतायी
गयी हैं।
अंक 1- जन्मांक 1, 10, 19, 28 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह सूर्य का प्रतिनिधि अंक है। इस अंक वाले व्यक्ति
स्वाभिमानी, उच्चाभिलाषी, दृढ़निश्चयी, आत्मनिर्भर, शक्तिशाली एवं प्रखर बुद्धि वाले होते हैं। ऐसे व्यक्ति अपने
साथ अच्छा व्यवहार करने वालों के साथ हित एवं अपने को हानि पहुंचाने वालों के साथ दुष्टïता करना नहीं भूलते।
ऐसे लोगों से उनकी इच्छा के विपरीत कार्य करवाना असम्भव-सा होता है। ये अपनी प्रखर बुद्धि से अपने व्यवसाय,
अपने पद की गरिमा बनाये रखते हैं। नेतृत्व करने की इनमें अत्यधिक क्षमता होती है।
अंक 2- जन्मांक 2, 11, 20, 29 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह चन्द्रमा का प्रतिनिधि अंक है। 2 अंक वाले व्यक्ति
विनम्र, उदार, कल्पनाशील, कलाप्रिय, धैर्यवान व भावुक होते हैं। इसी भावुकता के कारण ये ज्यादा तरक्की नहीं कर
पाते हैं। विनय तथा उदार स्वभाव इनके आत्मविश्वास को डगमगा देता है, जिसके कारण ये चाहकर भी ज्यादा आगे
नहीं बढ़ पाते हैं। इनकी सोच प्राय: इन तक ही सीमित रहती है।

अंक 3- जन्मांक 3, 12, 21, 30 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह देवगुरु बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। इस अंक वाले
व्यक्ति महत्वाकांक्षी, स्वाभिमानी, दृढ़ निश्चयी, बुद्धिमान, अनुशासनप्रिय एवं एकांतप्रिय होते हैं। खूब धन कमाना
एवं खर्च कर डालना इनका स्वभाव होता है। तानाशाही प्रवृत्ति के कारण अपनी बात को मनवाने के चक्कर में वे अपने
शत्रु भी बना लेते हैं। ऐसे व्यक्ति जिस भी क्षेत्र में कार्य करें, उच्चतम सफलता प्राप्त करते हैं, लेकिन आकस्मिक
कार्यों से इनको धनहानि भी बहुत होती है।
अंक 4 -जन्मांक 4, 13, 22, 31 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह अंक यूरेनस या हर्षल का प्रतिनिधित्व अंक है। 4 अंक
वाले व्यक्ति व्यवहार कुशल, आत्माभिमानी, व्यवस्थित, अपरम्परावादी होते हैं। कम विनोदप्रियता, धन अपव्यय,
स्वास्थ्य के प्रति सतर्क, कम मिलनसार इनका स्वभाव होता है। लीक से हटकर कार्य करना, परम्परागत नियमों से
कमी ढूंढऩा, किसी भी बात को विपरीत दृष्टिïकोण से देखना इनकी आदत होती है। 4 अंक वाले व्यक्ति कुछ अलग ही
स्वभाव व सोच वाले होते हैं।
अंक 5- जन्मांक 5, 14, 23 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह अंक बुध का प्रतिनिधि अंक है। 5 अंक वाले महत्वाकांक्षी,
लेकिन सरल स्वभावी एवं सेवाभावी होते हैं। किसी से भी मित्रता कर लेना एवं अपने को कष्टï में डालकर भी मित्रों की
सहायता करना इनका स्वभाव होता है। बड़े-बड़े कार्यों की योजनाएं बनाना, लेकिन पूरी न कर पाना, शीघ्र धन प्राप्ति
के कार्यों में रुचि रखना, किसी से आचरण में अच्छे तो अच्छे रहना एवं किसी से आचरण में बुरे हैं तो बुरे ही रहना
इनकी आदत होती है। अपने ऊपर थोड़ा-सा मानसिक दबाव पड़ते ही इनमें चिड़चिड़ापन आ जाता है।
अंक 6- जन्मांक 6, 15, 24 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह अंक शुक्र का प्रतिनिधि अंक है। 6 अंक वाले व्यक्ति
व्यवहारकुशल, आत्मविश्वासी, दृढ़निश्चयी, हाजिर जवाब, स्पष्टï वक्ता, सौन्दर्योपासक, अनुशासनप्रिय, देशभक्त
एवं हठी होते हैं। किसी भी कार्य को योजनापूर्वक दृढ़ता से करना, चातुर्यपूर्ण बातें कर दूसरों को प्रभावित करना, अपने
आकर्षण से मित्र बनाना एवं अपनी बात को मनवाने में इन्हें महारथ हासिल होती है। विपरीत परिस्थितियों में भी ये
अपनी बात से पीछे नहीं हटते।
अंक 7- जन्मांक 7, 16, 25 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह अंक नेप्चून का प्रतिनिधि अंक है। 7 अंक वाले व्यक्ति
स्वतंत्र स्वभावी, विचारशील, धार्मिक, मौलिक, सतर्क, तीव्र बुद्धिमान, हिम्मती, दृढ़निश्चयी, विवेकवान होते हैं। ये
किसी भी कार्य को प्रारंभ कर उसे पूरा करके ही छोड़ते हैं। कठिनाइयों से घबराते नहीं, बहुत सोच-समझकर
योजनाबद्ध एवं बुद्धिमानीपूर्वक कार्य करते हैं। ये रूढि़वादी नहीं होते। अपने विवेक से मौलिक बातें कहना इनका
स्वभाव होता है। मौलिकता उनके व्यवहार में, उनके व्यवसाय में दृष्टिगोचर होती है।
अंक 8- जन्मांक 8, 17, 26 वाले इसी श्रेणी में आते हैं। यह अंक शनि का प्रतिनिधि अंक है। अधिकांशत: 8 अंक को
सौभाग्यशाली अंक नहीं माना जाता है। इस अंक वाले व्यक्ति को जीवन भर संघर्ष, प्रतिस्पर्धा, ईष्र्या का सामना
करना पड़ता है। ये लोग तीव्र महत्वाकांक्षाओं के कारण सफलता के शॉर्टकट तलाशते रहते हैं, जिसके कारण व्यर्थ के

झंझट में पड़ जाते हैं। ऐसे लोग गंभीर प्रकृति और धार्मिक रुचि के होते हैं, लेकिन कभी-कभी इनकी कट्टïर धार्मिकता
के कारण स्थिति विकट हो जाती है। समाज में उनके प्रति गलतफहमी बनी रहती है।
अंक 9- जन्मांक 9, 18, 27 वाले इस श्रेणी में आते हैं। यह अंक मंगल का प्रतिनिधित्व करता है। 9 अंक वाले
आत्मविश्वासी, शौकीन, हितैषी सौन्दर्योपासक, अनुशासनप्रिय, संघर्षशील, दृढ़निश्चयी, परोपकारी होते हैं। मित्र
बनाने में दक्ष, कार्य को समय पर सफलतापूर्वक करना इनका स्वभाव होता है। कार्य में बाधा आने पर भी निरन्तर
संघर्ष कर दृढ़ इच्छाशक्ति से ये सभी बाधाएं पार कर लेते हैं। कार्य में दूसरों का दखल ये बर्दाश्त नहीं कर पाते। ये
स्वतंत्र स्वभाव के होते हैं। स्त्री के प्रेमजाल में फंस जायें तो अपना सब कुछ गंवा सकते हैं। (विभूति फीचर्स)

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