स्मृति शेष – मौन हुई अमीन सयानी की मीठी और मोहक आवाज
अमीन सयानी हमारे जमाने के ऐसे अकेले रेडियो उद्घोषक थे जिन्हे देश उनकी शक्ल से नहीं बल्कि आवाज से पहचानता था। अमीन सयानी ने अपने जीवन के 91 साल की यात्रा में से लगभग 60 साल तक देश की जनता को अपनी आवाज के जादू से बांधे रखा। आज की पीढ़ी को शायद इस बात पर भरोसा नहीं होगा कि कोई व्यक्ति केवल अपनी आवाज की दम पर लोगों के दिलो-दिमाग पर छाया रह सकता है। अमीन सयानी से मैं कभी मिला नहीं किन्तु मुझे और मेरे जैसे असंख्य लोगों को ये लगता है कि अमीन सयानी उनके परिवार के सदस्य हैं ।रह वह जमाना था जब देश में कोई टीवी चैनल नहीं था।