PM Modi Parliament Speech: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति अभिभाषण पर लोकसभा में धन्यवाद प्रस्ताव पर हो रही चर्चा का जवाब दिया. अपने भाषण के शुरू में पीएम मोदी ने कहा कि इस बार मैं धन्यवाद के साथ-साथ राष्ट्रपति जी का अभिनंदन भी करना चाहता हूं. गणतंत्र के मुखिया के रूप में उनकी उपस्थिति ऐतिहासिक तो है ही, देश की कोटि-कोटि बेटियों के लिए यह बहुत बड़ा प्रेरणा का अवसर भी है.

पीएम ने राहुल गांधी पर साधा निशाना 

पीएम मोदी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी का नाम लिए बिना उनपर निशाना साधा. पीएम मोदी ने कहा, यहां चर्चा में हर किसी ने अपने अपने आकड़ें और तर्क दिए… अपनी रूचि, प्रवृति और प्रकृति के अनुसार अपनी बातें रखी और जब इन बातों को समझने का प्रयास करते हैं तो यह भी ध्यान में आता है कि किसकी कितनी क्षमता, योग्यता और इरादा है. देश इन सभी का मूल्यांकन करता है.

पीएम मोदी ने कहा, मैं कल देख रहा था. कुछ लोगों के भाषण के बाद कुछ लोग खुशी से उछल रहे थे. वे कह रहे थे ये हुई ना बात. उन्हें अच्छी नींद भी आई होगी. आज समय से उठ भी नहीं पाए होंगे. उनके लिए कहा गया है कि ये कह के हम दिल को बहला रहे हैं, वो अब चल चुके हैं, वो अब आ रहे हैं. पीएम मोदी ने कहा, जनजातीय समुदाय के प्रति नफरत भी दिखाई दी है और हमारे जनजातीय समाज के प्रति उनकी सोच क्या है, लेकिन जब इस प्रकार की बातें टीवी के सामने कही गईं तो भीतर पड़ा हुआ जो नफरत का भाव था, वो सच बाहर आ ही गया.

अपने भाषण में पीएम ने कहा, राष्ट्रपति जी का भाषण हो रहा था तो कुछ लोग कन्नी भी काट गए. एक बड़े नेता महामहिम राष्ट्रपति जी का अपमान भी कर चुके हैं. राष्ट्रपति जी ने अपने भाषण में कहा था, जो भारत अपनी अधिकांश समस्याओं के लिए दूसरों पर निर्भर था, वो आज दुनिया की समस्याओं के समाधान का माध्यम बन रहा है. पीएम ने कहा, जब राष्ट्रपति जी के भाषण पर चर्चा मैं सुन रहा था, तो मुझे लगा कि बहुत सी बातों को मौन रहकर स्वीकार किया गया है.
यानी, राष्ट्रपति जी के भाषण के प्रति किसी को ऐतराज नहीं है.

पीएम मोदी ने कहा, राष्ट्रपति जी ने यह भी कहा था… देश की एक बड़ी आबादी ने जिन सुविधाओं के लिए दशकों तक इंतजार किया, वे इन वर्षों में उसे मिलीं.  देश सरकारी योजनाओं में भ्रष्टाचार की समस्याओं से मुक्ति चाहता था, वो मुक्ति उसे अब मिल रही है. उन्होंने कहा, सदन में हंसी-मजाक, टीका-टिप्पणी, नोंक-झोंक होती रहती है, लेकिन हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि आज राष्ट्र के रूप में गौरवपूर्ण अवसर हमारे सामने खड़े हैं. गौरव के क्षण हम जी रहे हैं.

पीएम मोदी का UPA पर बड़ा हमला

पीएम मोदी ने 2004 से 2014 तक की यूपीए सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा, लगभग तीन दशकों तक भारत में राजनीतिक अस्थिरता रही.
आज हमारे पास एक स्थिर और निर्णायक सरकार है और एक स्थिर और निर्णायक सरकार में विश्वास हमेशा राष्ट्र हित में निर्णय लेने का साहस रखता है. उन्होंने कहा, CWG के टाइम भी ये घोटालों में फंसे रहे. इन्होंने मौके को मुसीबत में पलट दिया. उन 10 सालों में भारत की आवाज वैश्विक मंचों पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी.  UPA की पहचान यह थी कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया. तकनीक के समय ये 2G घोटाले में फंसे रहे और सिविल न्यूक्लियर डील के समय ये ‘कैश फॉर वोट’ में फंसे रहे.

पीएम ने कहा, 2004 से 2014 आजादी के इतिहास में घोटाला का दशक रहा. दस साल भारत के हर कोने में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा।. हर नागरिक असुरक्षित था. 10 साल में कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक देश हिंसा का शिकार था. पीएम ने कहा, आतंकवाद पर सीना तान कर हमले करने का इनके पास सामर्थ नहीं था और 10 साल तक मेरे देश के लोगों का खून बहता रहा. 2014 से पहले के दशक को Lost Decade के नाम से जाना जाएगा और 2030 का दशक अब India Decade के नाम से जाना जाएगा. देश में हर स्तर, हर क्षेत्र में, हर सोच में आशा ही आशा नजर आ रही है. सपने और संकल्प लेकर चलने वाला देश है. लेकिन कुछ लोग ऐसे निराशा में डूबे हुए हैं कि क्या कहें….

काका हाथरसी ने कहा था-

आगा-पीछा देख कर, क्यों होते गमगीन
जैसी जिसकी भावना वैसा दिखे सीन…

प्रधानमंत्री ने कहा, आज UPA की पहचान यही है कि इन्होंने हर मौके को मुसीबत में पलट दिया. जब Tech और Information का युग तेजी से बढ़ रहा थो तो ये 2G में फंसे रहे. Civil Nuclear Deal की चर्चा थी तो ये Cash for Vote में फंसे रहे. 2010 में Commonwealth Games हुए. CWG घोटाले में पूरा देश बदनाम हो गया.

पीएम मोदी ने कहा कभी आर्थिक प्रगति की चर्चा हो.. तो यहां से निकल RBI को गाली.  9 साल में Constructive Criticism की जगह Compulsive Criticism ने ले ली है.  इन्होने 9 साल आलोचना करने की जगह आरोप में गंवा दिए.

पीएम ने कहा, चुनाव हार जाओ तो EVM को गाली, चुनाव आयोग को गाली… कोर्ट में फैसला पक्ष में नहीं आया तो सुप्रीम कोर्ट की आलोचना, भ्रष्टाचार की जांच हो रही हो तो जांच एजेंसियों को गाली, सेना अपना पराक्रम दिखाए तो सेना को गाली… सेना पर आरोप. उन्होंने कहा, हिंदुस्तान इस बात को हर पल याद रखेगा कि 2014 के पहले का दशक The Lost Decade के रूप में जाना जाएगा और इस बात से कोई इनकार नहीं कर सकता कि 2030 का दशक पूरे विश्व के लिए India’s Decade है.

तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं,
कमाल यह है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं…

बिना सिर-पैर की बातें करने के आदि होने के कारण इनको यह भी याद नहीं रहता कि पहले क्या कहा था. उन्होंने जो अहंकार में डूबे रहते हैं, उनको लगता है कि मोदी को गाली देकर ही हमारा रास्ता निकलेगा. गलत आरोप लगा कर ही आगे बढ़ पाएंगे. मोदी पर देश का यह भरोसा अखबार की सुर्ख़ियों और टीवी पर चमकते चेहरों से नहीं हुआ है.

पीएम मोदी के भाषण से पहले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी, आप लोकतंत्र की आवाज़ को मिटा नहीं सकते. भारत के लोग आपसे सीधे सवाल कर रहे हैं. जवाब दीजिए.

संसद में विभिन्न मुद्दों पर तीन दिन तक चले गतिरोध के बाद मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के चंद्र प्रकाश जोशी ने राष्ट्रपति अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश किया था. इसके बाद मंगलवार को निम्न सदन में शुरू हुई चर्चा के दौरान कांगेस नेता राहुल गांधी, द्रमुक नेता कानिमोझी, तृणमूल कांग्रेस नेता महुआ मोइत्रा तथा केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी सहित विभिन्न दलों के नेताओं एवं सदस्यों ने अपना पक्ष रखा. लोकसभा में यह चर्चा 12 घंटे तक चलनी है.

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