महाराष्ट्र में पानी की कमी के चलते सांगली और सतारा जिलों में लोगों की हालात बदतर होती जा रही हैं. केवल 15 दिनों में गांव में केवल 1 पानी का टैंकर आ रहा है. इसी की वजह से अब गांव के लोगों ने ऐलान किया कि अगर गांव में पानी नहीं होगा तो वोट भी नहीं दिया जाएगा. सांगली गांव के लोग पानी की किल्लत से इतना ज्यादा परेशान है कि गांव में पानी की चोरियां तक होने लगी है. इसी के चलते कुछ दिन पहले सांगली और सतारा जिलों में नहरों के किनारे धारा 144 लगा दी गई है. जिससे की पानी की चोरियो को रोका जा सके.
पश्चिमी महाराष्ट्र के सांगली और सतारा जिलों के गांव में जल संकट इतना बढ़ गया है कि 22 गांवों में 15 दिनों के अंदर केवल एक बार टैंकर से पानी लाया जा रहा है. पानी की कमी के कारण किसी भी प्रकार से खेती नहीं की जा रही यहां बच्चों के लिए स्कूल जाना मुश्किल हो गया है क्योंकि स्कूल में पानी उपलब्ध नहीं है.
नेता वोट के लिए आते हैं, चुनाव को जीतने के बाद यहां भटकते भी नहीं
स्थानीय निवासी ने बताया, ‘हमें 15 दिनों के बाद पानी मिल रहा है. हम खाट के नीचे बर्तन रखकर नहाते हैं और जो पानी बचता है उससे कपड़े धोते हैं. हमें प्रतिदिन 20 रुपये देकर पीने का पानी मिलता है. स्थिति यह है कि जब से हमारी शादी हुई है और हम इस गांव में आए हैं, तब से नेता वोट के लिए आते हैं, लेकिन चुनाव के बाद वे यहां भटकते नहीं हैं.’