कर्नाटक एक बार फिर बहस का विषय बन गया है दरअसल पेजावर संत विश्वप्रसन्ना तीर्थ स्वामी जी की धर्मातरण और गौ हत्या जैसे मामलों पर कर्नाटक में कड़े कानून लाने की मांग की है। जिसके बाद कर्नाटक में राजनीति बहस शुरु हो गई है राज्य की भाजपा सरकार पहले ही विवादों से जुड़ा मुद्दा धर्मातरण विरोधी अधिनियम और गौ हत्या विरोधी कानून को लागू कर चुकी है।

कांग्रेस ने कहा सत्ता में आई तो रद्द करेंगे दोनों कानून

धर्मांतरण विरोधी अधिनियम को वापस लेने के संबंध में ईसाई धर्मगुरुओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई से निवेदन किया है। विपक्षी कांग्रेस ने कहा है कि अगर वह इस साल विधानसभा चुनाव के बाद सत्ता में आती है तो दोनों कानूनों को रद्द कर देगी।

पेजावर संत अपने बयान में क्या कहा?

पेजावर संत ने सोमवार को हासन में राघवेंद्र मठ की अपनी यात्रा के दौरान कहा कि हालांकि सरकार ने कानून बनाए हैं, लेकिन दोनों मुद्दों से संबंधित घटनाएं अभी भी हो रही हैं।उन्होंने कहा, सरकार को इस संबंध में कानूनों को और अधिक शक्तिशाली बनाने पर विशेष ध्यान देना चाहिए।, सरकारें लोगों की मांग के अनुसार कानून बना रही हैं। लेकिन ये आंखों में धूल झोंक रहे हैं। इस दिशा में कानून को सही मायने में लागू करने की जरूरत है। संत ने कहा, धर्मांतरण विरोधी अधिनियम के बावजूद जबरन धर्मांतरण बंद नहीं हुआ है। परिवारों को विभाजित किया जा रहा है, जिससे जीवन का नुकसान हो रहा है और नफरत बढ़ रही है। सरकार को मौजूदा कानून को और अधिक शक्तिशाली बनाने के लिए विशेष प्रयास करने चाहिए। उन्होंने दावा किया कि राज्य में गोहत्या भी जारी है। सरकार को इस तरह के घटनाओं को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।

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