रायपुर। जब पूरी दुनिया में न किसी तरह की इलेक्ट्रॉनिक मीडिया थी न प्रिंट मीडिया यहां तक कि कागज, कलम, दवात का आविष्कार भी नहीं हुआ था तब भी नारद जी केवल देवलोक में ही नहीं अपितु पृथ्वीलोक तक समाचार पहुंचाने का कार्य करते थे। यह बातें छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष राजेश्री महंत रामसुंदर दास जी महाराज ने नारद जयंती के अवसर पर अपना विचार व्यक्त करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि ऋषि नारद जी विश्व के प्रथम संवाददाता हैं उनकी पहुंच ब्रह्मांड के नायक भगवान विष्णु से लेकर मृत्यु लोक के प्रत्येक स्थानों तक थी। वे जहां भी चाहते अहर्निश हरि नाम संकीर्तन करते, वीणा वादन हुए पहुंच जाया करते थे। देव लोक की खबर से मृत्यु लोक को और मृत्यु लोक के निवासियों की खबर से देवलोक को अवगत कराया करते थे। केवल इतना ही नहीं नारद जी संपूर्ण संसार के स्वामी भगवान विष्णु जी, सृष्टिकर्ता ब्रह्मा जी और कालों के महाकाल भगवान शिव जी से सीधा प्रत्यक्ष संवाद करते थे।
एक बार उन्होंने भगवान विष्णु को ही भगवान के माया के वशीभूत होकर श्राप दे डाला। बाद में भगवान ने जब अपनी माया को हटा लिया तब उन्हें आत्मग्लानि हुई और क्षमा मांगने लगे तब भगवान श्री हरि ने उनसे कहा- जपहु जाइ संकर सत नामा। होइहि ह्रदयँ तुरत बिश्राम।। कोउ नहिं सिव समान प्रिय मोरें। असि परतीति तजहु जनि भोरें।। वे ब्रह्माजी के मानस पुत्र और भगवान विष्णु के अनन्य भक्त थे। भगवान श्री कृष्ण ने श्रीमद्भगवद्गीता में यहां तक कहा है कि -देवर्षिणां च नारदः अर्थात देवर्षियों में मैं साक्षात नारद मुनि हूं।
राजेश्री महन्त जी महाराज ने कहा कि नारद जी संसार में जितने भी लोग पत्रकारिता जगत से जुड़े हुए हैं उन सब के पूर्वज हैं। ये लोग आज जो कार्य कर रहे हैं उस कार्य को नारद जी अनंत काल से करते आ रहे हैं। उन्होंने समस्त पत्रकारिता जगत को नारद जयंती की शुभकामनाओं के साथ बधाई दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि श्री दूधाधारी मठ में ज्येष्ठ कृष्ण द्वितीया को परंपरागत रूप से नारद जयंती मनाया गया। इस अवसर पर विशेष पूजा अर्चना की गई जिसमें श्रद्धालु जन बड़ी श्रद्धा भक्ति पूर्वक उपस्थित होकर पुण्य लाभ प्राप्त किया। इस अवसर पर विशेष रूप से मुख्तियार रामछवि दास जी, पुजारी राम अवतार दास जी, राम मनोहर दास जी, रामदेव दास जी, मीडिया प्रभारी निर्मल दास वैष्णव, सुरेंद्र तिवारी, प्रवेश नारायण शुक्ला ,अंकुश तिवारी, जय नारायण शुक्ला, भीष्म देव शर्मा, यश पांडे, रामरतन दास, हर्ष दुबे सहित अनेक गणमान्य जन उपस्थित थे।