लखनऊ – मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर जोरदार हमले किए। इस दौरान सीएम योगी ने अखिलेश के गोबर वाले बयान की याद दिलाते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष को गोबर में बदबू आती है। कैसी विडंबना है! गाय के गोबर को लक्ष्मी का स्वरूप माना होता तो ऐसा नहीं कहते। हो सकता है वह पूजा न करते हों, चचा शिवपालजी से ही कुछ सीखा होता। इस पर अखिलेश ने कहा कि जानते हैं घरों में गोवर्धन की पूजा होती है। सीएम ने कहा, इसका मतलब चाचा का असर आया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव विकास की बातें करते हैं लेकिन उन्हें गोबर से बदबू आती है। फिर कहा कि आप चाचा शिवपाल सिंह से कुछ सीख लिए होते तो ऐसा न कहते। हमारे यहां तो गाय का गोबर पवित्र माना गया है। कई बार घरों में जब पूजा होती है तो वहां भगवान की मूर्ति नहीं होती, सिर्फ गोबर की पूजा की जाती है। गाय के गोबर को लक्ष्मी का प्रतीक माना गया है।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब तो गोबर से अगरबत्ती भी बन रही है। अगर आप पूजा करते तो जरूर जानते। इस पर अखिलेश बोले कि हम भी गोवर्धन पूजा करते हैं। योगी ने मुस्कुरा कर कहा कि ‘यह भी चाचा के संपर्क में आने का परिणाम है।’ अखिलेश बोले कि गोबर को उतना मैं नहीं जानता था जितना नेता सदन जानते हैं। अब गोबर पर रिसर्च करूंगा। गौरतलब है कि बजट पर चर्चा में भाग लेते हुए अखिलेश ने योगी से कहा था कि आपने गोबर देखा है, उसे ही लागू कर रहे हैं।
भाषण में दिखा भैंस के दूध का असर : अखिलेश यादव पर हमला जारी रखते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आपने गौ माता की सेवा की होती तो गोबर का महत्व समझते। फिर बोले कि नेता प्रतिपक्ष के भाषण में भैंस के दूध का ज्यादा असर दिखा। भैंस के दूध में वसा ज्यादा होती है। फिर कटाक्ष किया कि कहावत भी है कि ‘जिसकी लाठी उसकी भैंस।’

इत्र वाले मित्र खिला रहे थे गुल : सीएम योगी ने सपा से जुड़े इत्र कारोबारी को लेकर भी तंज किया। यह कहते हुए कि आपके इत्र वाले मित्र बहुत गुल खिला रहे थे लेकिन हमने कन्नौज के इत्र उद्योग को एक जिला एक उत्पाद (ओडीओपी) योजना से जोड़ा है। पिछले पांच वर्षों में कन्नौज में 55 नई इकाइयां स्थापित हुई हैं। कोरोना के बावजूद उप्र ने 2.7 मिलियन डालर का इत्र निर्यात किया। कन्नौज के परफ्यूम पार्क और संग्रहालय के लिए 100 करोड़ रुपये का बजट प्राविधान ऋण के रूप में किया है।

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