गौशालाओं में सहारा न मिलने से अधितांश गौ-वंश सड़कों पर रहते हैं – हर साल सड़कों पर मारी जा रहीं 500 से ज्यादा गाय
100 गौशालाएं, लेकिन नहीं मिल रहा सहारा जिले के गौवंश के पालन के लिए गोशालओं का निर्माण किया गया है। पूरे जिले में 170 गोशालाएं स्वीकृति हुई, जिसमें से 100 बन चुकीं हैं, लेकिन जो गोशालाएं बनकर तैयार हो गई है। उनमें गोवंश को सहारा नहीं मिल पा रहा है। कुछ गोशालाएं तो शुरु होने के बाद बंद हो गई। ऐसे में लाखों रुपए खर्च के बाद भी गोवंश सड़कों में मारे-मारे फिर रहे हैं। गोवंश हर रोड़ सड़क दुर्घटनाओं के शिकार हो रहे हैं। इन घटना में गौवंश के साथ-साथ वाहन चालकों को भी छति हो रहे हैं।