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ओंगल नस्ल की गाय रिकार्ड 13 करोड़ में बिकी, पूरा मामला जानकर रह जाएंगे दंग

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नई दिल्ली। चौंकिये मत! भारतीय नस्ल की एक गाय रिकार्ड 13 करोड़ रुपये में बिकी है। केंद्रीय पशु पालन, मत्स्य पालन एवं डेयरी मंत्री परषोत्तम रुपाला ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि ब्राजील में भारतीय ओंगल नस्ल की एक गाय 13 करोड़ रुपये में बिकी है, जो चौकाने वाली है। उन्होंने कहा कि इसी सप्ताह गाय की बिक्री हुयी है। शाहीवाल कांकरेज और कई अन्य नस्लों की गाय विदेशों में है जो भारी मात्रा में दूध देती है। रुपाला ने कहा कि भारतीय नस्ल की दुधारु पशुओं की विशेषताओं को लेकर किसानों तथा पशु पालकों को जागरुक किये जाने की जरुरत है। उन्होंनें कहा कि भारतीय नस्लों के पशुओं में नस्ल सुघार के लिए अनेक कार्यक्रम चलाये जा रहे हैं और इनमें से कई के बेहतर परिणाम भी सामने आने लगे हैं।

ओंगल नस्ल की गाय मूल रुप से आन्ध्रप्रदेश के प्रकाशम जिले की है। यह नस्ल ‘मुंह पक खूर पक’ और ‘मैड काऊ’ रोग प्रतिरोधी है जिसके कारण दुनिया भर में इसकी लोकप्रियता है। शक्तिशाली और आक्रामक गुणों के कारण इस नस्ल का उपयोग पूर्वी अफ्रीका और मैक्सिको ‘बुलफाइट’ में भी किया जाता है। अमेरिका, नीदरलैंड, मलेशिया, ब्राजील, कोलम्बिया, पुर्तगाल, इंडोनेशिया, आस्ट्रेलिया, फिजी, मारिशस तथा कई अन्य देशों में ओंगल नस्ल की गायें पायी जाती है।

#Ongal Breed Cow # Record 13 Crores # Stunned To Know # Whole Matter

वंदना भारद्वाज का नया म्यूजिक एल्बम ‘इश्क विच’ जारी

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एनजीओ माई हेल्पिंग हैंड्स फॉर चिल्ड्रेन एंड एनिमल्स की संचालिका,मॉडलिंग व अभिनय के क्षेत्र में क्रियाशील वंदना भारद्वाज का नया म्यूजिक एल्बम ‘इश्क विच’ जारी कर दिया गया है। अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा को अपना आदर्श मानने वाली मॉडल/अभिनेत्री वंदना भारद्वाज सामाजिक कार्यों में रुचि रखने के साथ साथ बी2सी नेटवर्क, यूनाइटेड वेगन प्राइवेट लिमिटेड (चार्ली चैपलिन लावेगानो) के साथ बतौर निदेशक और मैरी क्लेयर सैलून और वेलनेस इंडिया कम्पनी के साथ प्रवक्ता के रूप में जुड़ी हुई हैं। हिमाचल प्रदेश में एक प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिता जीतने वाली एक मॉडल बनने से लेकर संगीत एल्बम तक व्यवसाय में आने तक के अपने सफर के बारे में पूछे जाने पर, वंदना कहती हैं कि बचपन से ही अभिनय और संगीत के प्रति बेहद लगाव रहने की वजह से मैं एंटरटेनमेंट की दुनिया में कदम रखी हूँ।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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आज भारतीयता को विस्तार देने की आवश्यकता है : प्रसून जोशी

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संस्कार -भारती द्वारा आयोजित सिने टाकीज में प्रसिद्ध गीतकार एवं सेंसर बोर्ड के अध्यक्ष मुख्य अतिथि प्रसून जोशी ने कहा कि समुद्र मंथन से प्राप्त अमृत की चर्चा होती है पर विष की बात भी होनी चाहिए। मंथन की प्रक्रिया पर भी बात होनी चाहिए। बीज को बोने का काम भी महत्वपूर्ण है। अब कंटेंट सृष्टि की बात होनी चाहिए। आज विचार को तलवार से नहीं दबाया जा सकता। भारतीयता को बचाने नहीं विस्तार देने की आवश्यकता है।
वर्चुअल रियलिटी और गेमिंग बहुत बड़ा क्षेत्र होने जा रहा है। संस्कृति का बीजारोपण उनमें भी करना चाहिए। जब आपको दिखता है तो आप उसे महसूस करते हैं।

प्रज्ञा प्रवाह के राष्ट्रीय संयोजक जे. नंदकुमार ने बीज वक्तव्य देते हुए कहा कि कला और संस्कृति को धर्म, अर्थ, यश के साथ समाज को उपदेश देने का काम भी करना चाहिए। भारत का अस्तित्व स्वधर्म ही है।फिल्म निर्माण का काम भी तब स्वाधीनता संग्राम का अंग था। कला एवं सिनेमा को भारत के संस्कृति से जोड़ना चाहिए।
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अजय भांम्रे जी कार्यकारी कुलपति ने कहा – मुंबई विवि में लोककला अकादमी, संगीत कला, नाटक पर पढ़ाई हो रही है।अन्य विषय भी शीघ्र शुरू होंगे।
इस अवसर पर प्रसून जोशी के हाथों फिल्मकार सुभाष घई को सम्मानित किया गया। सुभाष घई ने संस्कार – भारती की भूरि -भूरि प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि छुट्टियों का उपयोग बच्चों को गीता -महाभारत आदि पढ़ने और उसका सार लिखने के लिए कहें तो वह भारतीय संस्कृति को समझ सकेंगे। हमारे शास्त्रों में बीस हजार कहानियाँ हैं जिनपर फिल्म नहीं बनी हैं पर बनायी जानी चाहिए।

इससे पूर्व विशिष्ट अतिथि नीतीश भारद्वाज ने कहा कि नाट्यशास्त्र का प्रयोजन मनोरंजन, व्यवसाय रहा होगा पर अब इतिहास संरक्षण, विचार प्रवाह और पूरे देश की फिल्म चिंतन और मंथन का विषय बन गया है। अगले २५ वर्षों में सिनेमा का नरेटिव क्या होगा यह जानना चाहिए।
सुनियंत्रित योजना के तहत भारत के उपलब्धियों को दूसरे ले गए। हमें अपना सांस्कृतिक पहचान बनाने की आवश्यकता है। सिनेमा माध्यम का उपयोग विचार निर्माण के लिए होना चाहिए।

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चारधाम यात्रा 2022 : बिना पंजीकरण वाले यात्री रोके जाएंगे, ओवर चार्जिंग रोकने के लिए की जाएगी चालान और गिरफ्तारी की कार्रवाई

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बिना पंजीकरण के चारधाम यात्रा करने वाले यात्रियों को रोका जाएगा। वीकेंड पर चारधामों में श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ने की संभावनाओं को देखते हुए मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधू ने अधिकारियों को इस संबंध में निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि बिना पंजीकरण वाले यात्रियों को ऐसे स्थानों पर रोका जाए। जहां उनके ठहरने की उचित व्यवस्था हो सके।
शुक्रवार को सचिवालय में मुख्य सचिव ने चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं को लेकर अधिकारियों और संबंधित जिलों के डीएम की बैठक ली। मुख्य सचिव ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि चारधाम व्यवस्था सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो। इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जाएं। वीकेंड में श्रद्धालुओं के बढ़ने की संभावना है।
इसके लिए समुचित व्यवस्थाएं पहले से ही सुनिश्चित की जाए। बिना पंजीकरण वाले यात्रियों को आगे जाने से रोका जाए। साथ ही यात्रियों के रुकने के लिए उचित स्थानों पर टेंट का निर्माण किया जाए। यात्रियों को ऐसी जगहों पर रोका जाए, जहां उनके रुकने के लिए व्यवस्थाएं उपलब्ध कराई जा सके। उन्होंने कहा कि ओवर चार्जिंग से प्रदेश की छवि खराब होती है।
हेल्थ एडवाइजरी व अन्य जानकारियों का प्रसारण करने के निर्देश
इसे रोकने के लिए यात्रा मार्गों पर सख्त कदम उठाए जाएं। साथ ही ऐसे व्यक्तियों पर चालान करने के साथ गिरफ्तार भी किया जाए। मुख्य सचिव ने कहा कि चारधाम यात्रा सुव्यवस्थित तरीके से संचालित करने के लिए राज्य आपदा प्रचालन केंद्र कंट्रोल रूम को सक्रिय किया गया है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को जिला आपदा परिचालन केंद्रों को भी सक्रिय करते हुए चारधाम यात्रा से संबंधित सभी जानकारियां साझा करने के लिए आपदा परिचालन केंद्रों को चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम के रूप में प्रयोग करने के निर्देश दिए। उन्होंने चारधाम यात्रा मार्गों में शौचालय विशेषकर महिला शौचालय व पेयजल की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए मार्ग में ऑडियो संदेश के माध्यम से लगातार हेल्थ एडवाइजरी व अन्य जानकारियों का प्रसारण करने के निर्देश दिए।
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यात्रा मार्गों पर रात को भी चलेंगे मालवाहक वाहन
चारधाम यात्रा मार्गों पर जाम की समस्या को देखते प्रतिबंधित समय रात 10 बजे से सुबह चार बजे तक मालवाहक वाहन चल सकेंगे। मुख्य सचिव ने इस संबंध में परिवहन विभाग के अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने रात के समय चलने वाले मालवाहक वाहनों के ड्राइवर व कंडक्टरों की जगह-जगह पर चेकिंग कर यह भी सुनिश्चित किया जाए कि उन्होंने शराब न पी रखी हो। जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके। यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए यह भी सुनिश्चित कर लिया जाए कि कोई मालवाहक वाहनों की आड़ में यात्रियों को लेकर रात में यात्रा न करे।

Biplab Deb-के पीछे का राजनीतिक समीकरण- सुनील देवधर के खास रहे , बने मुख्यमंत्री और अब मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा , इस्तीफा दिया या फिर दिलवाया गया ?

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बयानों की वजह से चर्चा में रहने वाले देब, ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है कारण उनके उटपटांग बयानबाज़ी बताई जा रही है , मगर इसके पीछे के राजनीतिक समीकरण को समझने की जरुरत है। संघ के चाहते सुनील देवधर के खास बिप्लब देब यैसे इस्तीफा देंगे कोइ सोच नहीं सकता है। मगर उनकेअपने विवादित बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले देव के कुछ बयान प्रस्तुत है।

महाभारत काल में इंटरनेट होने की बात कहने वाले त्रिपुरा के सीएम बिप्लब देब ने शनिवार को पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके पीछे कारण बताया जा रहा है कि पार्टी आलाकमान उनके कार्यकलापों से संतुष्ट नहीं थे। इसकी पुष्टि उनके ताजा बयान से भी मिलती है। त्रिपुरा का सीएम बनने के बाद से बिप्लब कुमार देब ने अब तक कई ऐसे बयान दिए हैं, जिनको लेकर विवाद हो चुका है। उनके बयानों को लेकर उनकी खूब आलोचना भी हो चुकी है। वे न केवल महाभारत वाले बयान बल्कि पान की दुकान खोलने जैसे बयानों को लेकर विपक्ष के निशाने पर आ चुके हैं।

रवींद्रनाथ टैगोर को मिले नोबेल पुरस्कार को लेकर की थी गलत बयानी
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने रवींद्रनाथ टैगोर को मिले नोबेल पुरस्कार को लेकर भी गलत बयानी की थी। उन्होंने 2018 में उदयपुर में टैगोर की जयंती पर श्रृद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि टैगोर ने अंग्रेजों का विरोध करते हुए अपना नोबेल पुरस्कार लौटा दिया था। बिप्लब के इस बयान को लेकर उनकी सोशल मीडिया पर खूब आलोचना हुई थी।

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महाभारत काल में हुई थी इंटरनेट की खोज
बिप्लब देब ने एक बार कहा था कि इंटरनेट की खोज महाभारत काल में हुई थी। उन्होंने तर्क देते हुए कहा था कि संजय ने महाभारत का युद्ध सैटेलाइट के जरिए लाइव देखा था। तब उनके इस बयान को लेकर उनकी काफी आलोचना हुई थी और उनका खूब मजाक उड़ा था।

युवाओं को पान की दुकान खोलने की दी थी नसीहत
वहीं, एक बार मंच से बोलते हुए त्रिपुरा सीएम ने बेरोजगार युवाओं को पान की दुकान खोलने की नसीहत भी दी थी। उन्होंने कहा था कि युवा कई सालों तक राजनीतिक दलों के पीछे सरकारी नौकरी के लिए पड़े रहते हैं, लेकिन मेरा ये कहना है कि अगर वह इतनी भागदौड़ छोड़कर पान की दुकान खोल लें तो बैंक खाते में अब तक पांच लाख रुपए जमा होते।

पंजाबियों और जाटों पर बयान देकर आ गए थे निशाने पर
2020 जुलाई में एक कार्यक्रम में बोलते हुए बिप्लब देब ने पंजाबियों और जाटों को लेकर गलत बयानी कर दी थी। उन्होंने कहा था कि अगर हम पंजाब के लोगों के बारे में बात करते हैं तो हम कहते हैं, वह एक पंजाबी, एक सरदार है। सरदार किसी से डरते नहीं हैं। वे बहुत मजबूत हैं, लेकिन उनके पास कम दिमाग है। इसके बाद उन्होंने आगे बोलते कहा था कि “मैं आपको हरियाणा के जाटों के बारे में बताता हूं। वे कहते हैं कि जाट कम बुद्धिमान हैं, लेकिन शारीरिक रूप से स्वस्थ हैं। यदि आप एक जाट को चुनौती देते हैं, तो वह घर से अपनी बंदूक ले आएगा।

एक बार कोर्ट को लेकर दिया था ये बयान
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लव देव ने एक बार कथित तौर पर ‘ज्यूडिशियरी का मजाक’ उड़ाते हुए राज्य के अधिकारियों से कहा था कि वो ‘अदालत की अवमानना की चिंता किए बगैर काम करें।’ उन्होंने ये भी कहा था कि ‘पुलिस का इनचार्ज सीएम होता है.’ उन्होंने कहा था, ‘हम चुनी हुई सरकार हैं, कोर्ट नहीं कोर्ट लोगों के लिए है लोग कोर्ट के लिए नहीं.’ इस दौरान उन्होंने खुद को शेर भी बताया था।

नाखून नोंचने तक की दे चुके हैं धमकी
एक बार बिप्लब देब ने सरकार में दखल देने वालों को धमकी दी थी। उन्होंने धमकी भरे अंदाज में कहा था कि मेरी सरकार में दखल देने वालों के नाखून नोच लिए जाएंगे’। मेरी सरकार ऐसी नहीं होनी चाहिए की कोई भी आकर उसमें उंगली मार दे। मेरी सत्ता को कोई हाथ नहीं लगा सकता।
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कौन हैं माणिक साहा?
जानकारी के मुताबिक, माणिक साहा त्रिपुरा भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष हैं, जो बिप्लब कुमार देब की जगह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बनेंगे। गौर करने वाली बात यह है कि राज्य में करीब एक साल बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में बिप्लब कुमार देब ने इस्तीफा दिया तो भाजपा ने माणिक साहा का नाम आगे बढ़ा दिया। दरअसल, बिप्लब देब के इस्तीफे के बाद अब हर किसी की नजरें माणिक साहा पर टिक गई हैं।

ऐसा है माणिक साहा का राजनीतिक सफर
बता दें कि माणिक साहा पेशे से दंत चिकित्सक हैं। पिछले महीने अप्रैल में वह राज्यसभा सांसद चुने गए थे और त्रिपुरा से ऐसा करने वाले अकेले नेता हैं। साहा साल 2016 में कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे, जिसके बाद 2020 में उन्हें पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था।

खेलकूद से भी जुड़ा हुआ है नाता
जानकारी के मुताबिक, माणिक साहा त्रिपुरा क्रिकेट असोसिएशन के अध्यक्ष भी हैं। राजनीति में कदम रखने से पहले माणिक साहा त्रिपुरा मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते थे। बता दें कि माणिक साहा अब बिप्लब देब की जगह त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बनेंगे। अहम बात यह है कि बिप्लब देब ने त्रिपुरा में 25 साल पुराने वामपंथी शासन को सत्ता से हटाया था और 2018 में भाजपा को जीत दिलाई थी।

फिल्म ‘जुगजुग जियो’ का मोशन पोस्टर जारी

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सुपरहिट फिल्म ‘गूड न्यूज़’ के बाद निर्देशक राज मेहता ‘जुग जुग जियो’ के साथ एक बार फिर पारिवारिक
मनोरंजन लेकर आ रहे हैं। वायाकॉम18 स्टूडियोज़ और धर्मा प्रोडक्शंस की नवीनतम प्रस्तुति बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जुग जुग जियो’ अब प्रदर्शन के लिए पूरी तरह से तैयार है। ‘जुग जुग जियो’ एक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है। अनिल कपूर, नीतू कपूर, वरुण धवन, कियारा आडवाणी, मनीष पॉल और प्राजक्ता कोली द्वारा अभिनीत बहुचर्चित फिल्म ‘जुगजुग जियो’ का मोशन पोस्टर जारी कर दिया गया है। मोशन पोस्टर से दो पीढ़ियों के बीच का गहरा संबंध तथा परिवार का महत्व और एक दूसरे के प्रति आदर और प्यार की झलक दिखाई दे रही है, लंबे समय के बाद सिनेदर्शकों को बॉलीवुड की एक बेहतरीन पारिवारिक मनोरंजन युक्त फिल्म देखने मिलेगी।
प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

ज्ञानवापी विवादित ढाँचे में फिर सर्वे शुरू -तहखाने से होगी वीडियोग्राफी

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उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi, Uttar Pradesh) स्थित ज्ञानवापी परिसर में बने विवादित मस्जिद (Gyanvapi Masjid) का आज शनिवार (14 मई 2022) को फिर से सर्वे और वीडियोग्राफी का काम शुरू हो गया है। पिछली बार के हालातों को देखते हुए और कोर्ट के सख्त रूख के कारण सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। सर्वे के लिए कमिश्नर अजय कुमार मिश्र (Ajay Kumar Mishra) के साथ विशेष कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह (Vishal Singh) और सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह (Ajay Pratap Singh) भी रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की संभावित दौरे की तैयारियों को देखने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी आज वाराणसी में हैं। इसका विशेष ध्यान रखा गया है। उधर, ज्ञानवापी विवाद मामले की याचिकाकार्ता राखी सिंह (Rakhi Singh) का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता शिवम गौर (Shivam Gaur) ने बताया, ”आज हम अंडरग्राउंड सेल में प्रवेश करेंगे और वीडियोग्राफी शुरू करेंगे।”

मस्जिद कमिटी और मुस्लिमों के विरोध को देखते हुए इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। विवादित क्षेत्र के 500 मीटर के दायरे में आने वाले सभी दुकानों को बंद करा दिया गया है। वहीं, मंदिर के दर्शनार्थियों को लेकर काशी जोन के DCP आरएस गौतम ने कहा कि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, दर्शन अच्छे से हो और सब कुछ ठीक रहे।
ज्ञानवापी परिसर का सर्वे सुबह आठ बजे से 12 बजे तक होगा। इस संबंध में शुक्रवार (13 मई 2022) को प्रशासन ने प्रतिवादी अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे तहखाने की चाभी माँगी। कमिटी के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे तहखाना खोलकर सर्वे में कमीशन को मदद करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि सर्वे के दौरान तहखाना खुला रहना चाहिए।

वहीं, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यदि चाभी नहीं दी जाती है तो कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए ताला तोड़ा जाएगा। अंजुमन के पदाधिकारियों ने तहखाने की चाभी अपने पास होना कबूल किया। तब पदाधिकारियों ने ताला खोलकर सर्वे कराने का भरोसा दिया।

अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के सचिव यासीन सईद ने मुस्लिमों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोर्ट के आदेश के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है और कमेटी कानूनी कार्यवाही कर रही है। उन्होंने कहा कि आवाम सब्र से काम ले और शांति व्यवस्था बनाए रखें, क्योंकि विरोध करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी परिसर में बनी मस्जिद का विवाद 1931 से जारी है। इस प्रकरण में प्रतिवादी सुप्रीम कोर्ट भी पहुँचा था और यथास्थिति बनाए रखने की अपील की थी, लेकिन कोर्ट ने इससे इनकार कर दिया। हालाँकि, मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है।

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सिने सृष्टि :भारतीय दृष्टि’ का मंत्र राष्ट्र निर्माण में सिनेमा के योगदानों को बढ़ाएगा : अर्जुन राम मेघवाल

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राजेश झा

मुंबई। १३ मई १९५२ को देश की पहली चुनी हुई सरकार के लिए संसद के सत्र का प्रथम दिन था जिसने देश के स्वाधीन जीवन की नींव रखी थी। आज भी वही १३ मई है जब संस्कार भारती सिने टाकीज नामक दो दिनी आयोजन कर रही है जिसके विचार- मंथन से देश का सिनेमा राष्ट्र के निर्माण में अपने अधिकतम योगदान की प्रेरणा पाएगा। यह उद्गार केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने व्यक्त किये। वे संस्कार भारती -मुंबई विश्वविद्यालय तथा इंदिरा गांधी कला केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित दो दिवसीय सिने टाकीज कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित कर रहे थे।

अपने वक्तव्य में श्री मेघवाल ने विवेकानंद एवं मैना देवी प्रकरण का वर्णन करते हुए दृश्य श्रव्य माध्यम की महत्ता को भी रेखांकित किया। आपने कहा, विवेकानंद जी बड़े महापुरूष थे लेकिन वे खेतड़ी के एक नाटक कार्यक्रम में सम्मिलित होने से मना कर देते हैं। वे मैनाबाई का गायन सुनना नहीं चाहते, राजा अरिजीत सिंह जी के दबाब पर भी न आए। मैना बाई ने विवेकानंद को चुनौती दी मेरे अंदर बैठा नर व नारायण आपको दिखता क्यों नहीं।
स्वामी साधना कक्ष जाते हुए रूक जाते हैं यह सुनकर कि ‘ प्रभु मेरे अवगुण चित्त न धरो’
उस सभा में स्वामी विवेकानंद रो रहे थे और दूसरी वह मैना बाई रो रही थी। जैसे भजन पूरा हुआ स्वामीजी ने क्षमा मांगी।
१३ मई १९५२ को पहली बार चुनी हुई सरकार की पहली संसद बैठी थी।उसमें चर्चा हुई -पहले चुनाव में कम मतदान हुआ अगर सिनेमा हॉल में विज्ञापन दें तो लोग वोट देना व उसका महत्व समझेंगे।
दूर हटो दुनियावालो! ये भारत हमारा है गानेवाले हमारे सिनेमा ने क्या अपना योगदान नहीं दिये?
भीलों ने एक माह तक रोके रखा अंग्रेजों को,१७ मई १९१३ को १५०० भील शहीद हो गए। गोविंद गुरू ने कहा तुम देश के लिए मरे हैं प्रकृति इसे भर देगी। ये १५०० भील मरकर अंग्रेजों की चूलें हिल गयी हैं। १९१४ में प्रथम विश्वयुद्ध छिड़ गया।
कानपुर के विठूर विद्रोह हुआ।१८५७ में, पहलवान गंगू मेहतर हाथ में तलवार लेकर २०० अंग्रेजों को मार डाला।उसे सोये हुए स्थिति में अंग्रेजों ने पकड़कर पेड़ पर फांसी दी। ये ऐसी घटनाएँ हैं जिनपर फिल्म अवश्य बनायी जानी चाहिए।
उन्होंने आशा व्यक्त की कि इस दो दिनी कार्यक्रम में निश्चय ही मंथन से अमृत निकलेगा और देश को विश्वगुरु बनाने में सहयोगी होगा।

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इस अवसर पर बीज वक्तव्य देते हुए प्रख्यात अभिनेता -निर्देशक डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने कहा कि सिनेमा में भारतीयता होना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि आजादी के आंदोलन को फिल्म से जोड़ने का सुझाव किसी ने बापू को दिया तो वे बोले फिल्म वालों पर विश्वास नहीं किया जा सकता। ख्वाजा अहमद अब्बास ने इसपर बापू को पत्र लिखा था।
सिनेमा से पहले नाटक दृश्य श्रव्य माध्यम था। भरतमुनि ने वेद तुल्य नाट्य वेद का निर्माण कब और क्यों लिखा! मनोविनोद का वह साधन जो देखने व सुनने योग्य हो उस पांचवें वेद की रचना करने के लिए ब्रह्मा जी ने आदेश दिया। प्रजापति ने चारों वेदों से लेकर दैत्यदैव नाटकम् बनाया।
‘इंद्र ध्वज’ नाटक प्रस्तुत हुआ तब विरुपाक्ष ने नाटक को रोकने की कोशिश की। उसके आरोप थे कि उसके पूर्वजों का गलत इतिहास बताया गया है। तब साम दाम दंड भेद की रीति लेकर इंद्र आए। खुले में पहले नाटक होता था वह थियेटर में होने लगा।आपने इस बात को दुहराया कि जब सिनेमा में भारतीयता होगी तो वह चलेगा।

इस सत्र की विशिष्ट अतिथि प्रख्यात अभिनेत्री -निर्देशक व सेंसर बोर्ड की पूर्व अध्यक्ष सुश्री आशा पारेख ने कहा कि सिनेमा सृष्टि से जुड़े रहने का अभिमान है। हमारा देश विविधताओं से भरा है। सिने टाकीज का प्रभाव बढ़ेगा।
सिनेमा पहले मनोरंजन का माध्यम था अब वह विचारों का निर्माण करने का यंत्र है।
इससे पूर्व इस आयोजन के सलाहकार समिति के सदस्यों के वी विजेंद्र प्रशाद, जाह्नु बरुआ, विक्टर बनर्जी, वामन केंद्रे का अभिनंदन किया गया। इसके अलावा नईदुनिया (इंदौर) के फिल्म संपादक स्वर्गीय श्रीराम ताम्रकर द्वारा लिखी पुस्तक ‘एनसायलक्लोपीडिया ऑफ इंडियन सिनेमा’ का विमोचन किया गया।
इंदिरा गांधी कला केंद्र के सचिव सच्चिदानंद जोशी ने उद्घाटन -सत्र में कहा कि यह महत्वपूर्ण आयोजन है। पढ़ने पर १५-२०%, सुनकर ३०% और ऑडियो वीडियो का प्रभाव ६०% बनी रहती है। एवी कंटेंट की दिमाग पर रिटेंशन ज्यादा होती है।यह नरेटिव्स बनाने का दौर है इसलिए आवश्यक है भारतीय सिनेमा के प्रति चिंता हमारा कर्तव्य है। यह सिर्फ मनोरंजन नहीं बल्कि चेतना फैलाने के लिए बहुत प्रभावी माध्यम है। यह महत्वपूर्ण अकादमिक आयोजन है।मंत्री अर्जुन जी प्रख्यात लोकगायक भी हैं।
आगे आनेवाली लड़ाई विचारों की है, सेना की तरह बुद्धिजीवी समाज को नरेटिव की लड़ाई खुलकर लड़नी होगी।
इस अवसर पर मुंबई विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ सुभाष पेडनेकर ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि नई पीढ़ी को प्रेरित करनेवाली फिल्मों के निर्माण की आवश्यकता है। उन्होंने रेखांकित किया कि मुंबई विश्वविद्यालय ने ६ भारतरत्न और अनेक पद्म सम्मान से विभूषित व्यक्तित्वों को गढ़ा है। दृश्य श्रव्य माध्यम के बढ़ते प्रभावों को देखते हुए मुंबई विश्वविद्यालय निकट भविष्य में इससे जुड़े पाठ्यक्रम शुरू करेगा।

मुंबई विश्वविद्यालय में हो रहे इस कार्यक्रम का शुभारंभ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, डॉ सुभाष पेडनेकर, डॉ सच्चिदानंद जोशी, सुश्री आशा पारेख, डॉ चंद्रप्रकाश द्विवेदी,संस्कार भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष वासुदेव कामत और अरुण शेखर ने दीप प्रज्वलन करके किया। कोंकण प्रांत संस्कार भारती की टीम ने ध्येय गीत प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संस्कार भारती के संगठन मंत्री अभिजीत गोखले, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रचार प्रमुख सुनील आंब्रेकर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी रामलाल समेत देश के सभी फिल्मोद्योगों के ३५ से अधिक प्रतिनिधि, देश के कोने -कोने से आए फिल्मकार एवं फिल्म विषय के अध्येता उपस्थित र

आप अपना कद कैसे लंबा करें

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आज कल के खान- पान में इतना बदलवा आ चुका है कि इसका असर सबसे ज्यादा हमारे शरीर पर देखने को मिलता है। हमारे शरीर की लम्बाई हमारी पर्सनालिटी का अहम हिस्सा है जिनका कद लंबा होता है वो दिखने में भी आकर्षक लगते है, लेकिन बहुत से लोग ऐसे है जो कम हाइट को लेकर सबसे ज्यादा परेशान रहते है। जिसके लिए न जाने वह तरह तरह के हानिकारक पदार्थों का भी इस्तेमाल करते है। तो ऐसे में हम आपको बताएंगे की कौन से घरेलू नुस्खों को अपनाकर, आप अपना कद लंबा कर सकते है
1- पालक में केल्शियम , फाइबर , विटामिन्स और आयरन भरपूर होता है जिससे हमारे शरीर की मांसपेशियों को ताकत मिलती है। और हमारे शरीर को बढ़ने में भी मदद मिलती है।

2- ब्रोकोली एक ऐसी सब्जी है जो की फूलगोभी की तरह दिखती है जिसका रंग हरा होता है। इस सब्जी को खाने से विटामिन सी मिलता है जो शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाता हैं और जिससे लंबाई बढ़ने में मदद मिलती है।

3- शलगम हाइट बढ़ाने में काफी असरदर होता है। इसे कच्चा भी खाया जा सकता है।

4- बीन्स में कई प्रकार के पोष्क तत्व होते है जैसे फाइबर, विटामिन होता है । आप इसकी सब्जी बना कर भी खा सकते है।

अब एम्स में इलाज के लिए अनिवार्य होगा आधार कार्ड

5- गाजर के फायदे सबसे ज्यादा फायदे होते है इसके सेवन से लंबाई में भी मदद होती है।

6- बंदगोभी में प्रोटीन, विटामिन्स और आयरन होता है जो की हाइट हारमोन बढ़ने में मदद करता है।

7- शरीर के सही विकास के लिए संतुलित आहर खाना जरूरी होता है जो आपको विटामिन ए, बी, सी, डी तथा अन्य विटामिन प्रदान करता है। इसके लिए दूध, दही, अंकुरित अनाज, फल, सब्जियाँ आदि का नियमित सेवन करें।

8- लंबी हाइट पाने के लिए रोजना व्यायाम जरूर करें क्योंकि ऐसा करने से आपका शरीर में जल्दी सेविकास होता है।

पश्चिमोत्तानासन और ताड़ आसन विशेष लाभकारी हैं

बांस का मुरब्बा या बांस का आचार रोजाना प्रयोग करना चाहिए

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शरद पवार का पाकिस्तान राग

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार (Sharad Pawar) ने पाकिस्तान (Pakistan) के लोगों की तारीफ की है. शरद पवार ने कहा है कि पाकिस्तान की आम जनता शांति से रहना चाहती है. वहां कुछ ही लोग हैं जो नफरत फैलाते हैं. पाकिस्तानियों पर शरद पवार ने क्या कहा? शरद पवार ने कहा कि मेरा व्यक्तिगत अनुभव यह है कि पाकिस्तान के आम लोग हमारे विरोधी नहीं हैं. जो राजनीति करना चाहते हैं और सेना की मदद से सत्ता पर नियंत्रण रखना चाहते हैं, वे संघर्ष और नफरत का पक्ष लेते हैं. लेकिन अधिकांश लोग पाकिस्तान में शांतिपूर्ण माहौल चाहते हैं.

लोगों को है महंगाई से राहत की जरूरत
हालांकि, इससे पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार ने बुधवार को कहा था कि देश में लोगों को विकास, रोजगार चाहिए और महंगाई से राहत की जरूरत है, लेकिन कुछ लोग जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं.

कोई भी धर्म नफरत करना नहीं सिखाता
पुणे के पास पिंपरी-चिंचवाड़ नगर में ईद मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम ‘राष्ट्रीय एकता मंडली’ में पवार ने कहा कि कोई भी धर्म नफरत करना नहीं सिखाता है. कुछ लोग जाति और धर्म के नाम पर नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. लेकिन हम नफरत नहीं चाहते, हम झगड़ा नहीं चाहते, हम विकास चाहते हैं, हमें महंगाई से राहत चाहिए और हमारी नयी पीढ़ी रोजगार चाहती है. हम ऐसी स्थिति बनाना चाहते हैं जिसमें हमारा राज्य और देश हर क्षेत्र में आगे बढ़े.
पवार ने किया एकता बनाए रखने का आह्वान
एनसीपी चीफ ने कहा, ‘हालांकि ईद बीत गई है. यह सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है कि ईद के मौके का इस्तेमाल करके एकता बनाए रखी जाए.’ बता दें कि ईद के इस कार्यक्रम में विभिन्न धर्मों के नेता शामिल हुए थे.

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