उत्तर प्रदेश के वाराणसी (Varanasi, Uttar Pradesh) स्थित ज्ञानवापी परिसर में बने विवादित मस्जिद (Gyanvapi Masjid) का आज शनिवार (14 मई 2022) को फिर से सर्वे और वीडियोग्राफी का काम शुरू हो गया है। पिछली बार के हालातों को देखते हुए और कोर्ट के सख्त रूख के कारण सुरक्षा के भारी इंतजाम किए गए हैं। सर्वे के लिए कमिश्नर अजय कुमार मिश्र (Ajay Kumar Mishra) के साथ विशेष कोर्ट कमिश्नर विशाल सिंह (Vishal Singh) और सहायक कोर्ट कमिश्नर अजय प्रताप सिंह (Ajay Pratap Singh) भी रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की संभावित दौरे की तैयारियों को देखने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) भी आज वाराणसी में हैं। इसका विशेष ध्यान रखा गया है। उधर, ज्ञानवापी विवाद मामले की याचिकाकार्ता राखी सिंह (Rakhi Singh) का प्रतिनिधित्व कर रहे अधिवक्ता शिवम गौर (Shivam Gaur) ने बताया, ”आज हम अंडरग्राउंड सेल में प्रवेश करेंगे और वीडियोग्राफी शुरू करेंगे।”

मस्जिद कमिटी और मुस्लिमों के विरोध को देखते हुए इस बार सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। चप्पे-चप्पे पर सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। विवादित क्षेत्र के 500 मीटर के दायरे में आने वाले सभी दुकानों को बंद करा दिया गया है। वहीं, मंदिर के दर्शनार्थियों को लेकर काशी जोन के DCP आरएस गौतम ने कहा कि लोगों को किसी भी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए पुख्ता इंतजाम किए गए हैं, दर्शन अच्छे से हो और सब कुछ ठीक रहे।
ज्ञानवापी परिसर का सर्वे सुबह आठ बजे से 12 बजे तक होगा। इस संबंध में शुक्रवार (13 मई 2022) को प्रशासन ने प्रतिवादी अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे तहखाने की चाभी माँगी। कमिटी के प्रतिनिधियों ने कहा कि वे तहखाना खोलकर सर्वे में कमीशन को मदद करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि सर्वे के दौरान तहखाना खुला रहना चाहिए।

वहीं, प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों ने कहा कि यदि चाभी नहीं दी जाती है तो कोर्ट के आदेश का पालन करने के लिए ताला तोड़ा जाएगा। अंजुमन के पदाधिकारियों ने तहखाने की चाभी अपने पास होना कबूल किया। तब पदाधिकारियों ने ताला खोलकर सर्वे कराने का भरोसा दिया।

अंजुमन इंतेजामिया मस्जिद कमेटी के सचिव यासीन सईद ने मुस्लिमों से शांति-व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि कोर्ट के आदेश के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की जा सकती है और कमेटी कानूनी कार्यवाही कर रही है। उन्होंने कहा कि आवाम सब्र से काम ले और शांति व्यवस्था बनाए रखें, क्योंकि विरोध करने वालों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

बता दें कि काशी विश्वनाथ मंदिर और ज्ञानवापी परिसर में बनी मस्जिद का विवाद 1931 से जारी है। इस प्रकरण में प्रतिवादी सुप्रीम कोर्ट भी पहुँचा था और यथास्थिति बनाए रखने की अपील की थी, लेकिन कोर्ट ने इससे इनकार कर दिया। हालाँकि, मामले की सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट तैयार हो गया है।

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