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पार्थ चटर्जी व अर्पिता मुखर्जी का बांग्लादेशी मंत्री कनेक्‍शन आया सामने

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कोलकाता, राज्य ब्यूरो। शिक्षक भर्ती घोटाला में पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी करीबी अभिनेत्री अर्पिता मुखर्जी का अब बांग्लादेश से भी तार जुड़े होने की बात सामने आ रही है। ईडी सूत्रों के मुताबिक हवाला के जरिए संभवतः रुपये बांग्लादेश और वहां से फिर अन्य कहीं भेजे जाने की आशंका है। साथ ही अर्पिता के बांग्लादेश की एक मंत्री और शिक्षाविद् से भी अच्छे संबंध होने की बात कही जा रही है। वह पिछले कुछ वर्षों में कई बार बांग्लादेश जा चुकी हैं। जांच अधिकारियों ने पूर्व मंत्री पार्थ चटर्जी के कुछ बांग्लादेशी करीबियों की पहचान की गई है। जिसमें बांग्लादेश के एक प्रमुख शिक्षाविद्, बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना के कैबिनेट मंत्री के साथ-साथ उनके करीबी एक सेना के पूर्व प्रमुख का नाम भी सामने आ रहा है। इसे लेकर ईडी अधिकारी काफी गंभीर हैं और दिल्ली के आला अधिकारियों की इसकी सूचना दी गई है।

अर्पिता मुखर्जी का बांग्लादेश कनेक्शन सबसे पहले उस समय सामने आया था, जब टालीगंज स्थित फ्लैट में मिले नोटों में एक सफेद बैग भी मिला था, जिस पर बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान की तस्वीर छपी हुई थी। ईडी अब इस मामले में हवाला चैनल की तलाश शुरू कर दी है।

ईडी के सूत्रों के मुताबिक इस बात के संकेत मिल रहे हैं इस घोटाले में जमा किए गए रुपये का एक बड़ा हिस्सा हवाला के जरिए बांग्लादेश भेजे गए। उन्हें यह भी जानकारी मिल रही है कि उन रुपये को बांग्लादेश में जमीन और घर खरीदने में भी निवेश हुआ हो इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है। साथ ही वहां से रुपये अन्तीय किसी और देश में भी भेजे जा सकते हैं। शुरुआती जांच में इस मामले कोलकाता की दो कंपनियों के शामिल होने का संदेह है।

ईडी को संदेह है कि वे दो कंपनी मनी लांड्रिंग में शामिल हैं। इनमें एक का रेडीमेड गारमेंट है, जबकि दूसरा शिक्षा व्यवसाय से जुड़ा है। रेडीमेड गारमेंट कंपनी दोनों देशों में कारोबार करती है। यह कंपनी बांग्लादेश से कुछ लोकप्रिय ब्रांड के कपड़े आयात करती है और उन्हें देश के बाजारों में बेचती है। शिक्षा व्यवसाय में शामिल कंपनी बांग्लादेश में इंजीनियरिंग और तकनीकी कालेज और अंग्रेजी माध्यम के स्कूल खोलने में भी दिलचस्पी रखती है। सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश के एक सेवानिवृत्त सेना अधिकारी और एक राज्य मंत्री का भी नाम सामने आ रहा है। खबर है कि अर्पिता लगातार बांग्लादेश की यात्रा किया करती थीं। उन्होंने बांग्लादेश के एक प्रमुख शिक्षाविद् के साथ नजदीकियां बनाकर उसका इस्तेमाल किया।

डॉ कृष्णा चौहान द्वारा मुम्बई में “राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2022” का भव्य आयोजन सम्पन्न

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अभिजीत राणे, डॉ सुनील बालीराम गायकवाड़, एसीपी बाजीराव महाजन, रज़ा मुराद, डॉ योगेश लखानी, डॉ परीन सोमानी, आरती नागपाल, सुजाता मेहता, अनिल नागरथ, टीनू वर्मा, दिलीप सेन, वीआईपी, एहसान कुरैशी, श्यामलाल (भय्या जी स्माइल), ज़ीनत एहसान कुरैशी, डिज़ाइनर डॉ भारती छाबड़िया, आयुर्वेदाचार्य प्रकाशजी टाटा, पब्लिसिटी डिज़ाइनर आर राजपाल, कई हस्तियों को मिला पुरुस्कार

मुम्बई में अवार्ड समारोह के शो मैन कहे जाने वाले डॉ कृष्णा चौहान ने 20 जुलाई 2022 को भव्य रूप से “राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2022” का आयोजन मुम्बई के मेयर हॉल में किया। केसीएफ प्रस्तुत इस पुरस्कार समारोह में उन लोगों को नवाजा गया जिन्होंने समाज सेवा और मानव सेवा का उल्लेखनीय कार्य किया है। डॉ कृष्णा चौहान द्वारा आयोजित अवार्ड समारोह में अभिजीत राणे, डॉ सुनील बालीराम गायकवाड़, एसीपी बाजीराव महाजन, रजा मुराद, डॉ योगेश लखानी, डॉ परीन सोमानी, आरती नागपाल, एक्शन डायरेक्टर और एक्टर टीनू वर्मा, अनिल नागरथ, डिज़ाइनर डॉ भारती छाबड़िया, दिलीप सेन, सुजाता मेहता, कॉमेडियन वीआईपी, ज़ीनत एहसान कुरैशी, सोशल वर्कर आराधना सोलंकी, श्यामलाल (भय्याजी स्माइल) और एहसान कुरैशी सहित कई हस्तियां मौजूद रहीं। सिमरन आहूजा ने शानदार एंकरिंग की। दीप प्रज्वलित करने के बाद प्रोग्राम की शुरुआत हुई।

इस अवसर पर अभिजीत राणे ने कहा कि डॉ कृष्णा चौहान को हम सब मोटिवेट करने आए हैं। पिछले 4 साल से वह लोगों को सम्मान दे रहे हैं। वह निर्माता निर्देशक भी हैं उनके नए प्रोजेक्ट्स के लिए बहुत बहुत बधाई।
डॉ सुनील बालीराम गायकवाड़ ने कहा कि मैं डॉ कृष्णा चौहान को धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने हमें इस बेहतरीन कार्यक्रम में बुलाया। वह 20 साल से इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं। कोविड काल के दौरान उन्होंने न सिर्फ जरूरतमंदों को राशन किट बांटा बल्कि सबसे बड़ी बात यह रही कि उन्होंने भगवतगीता भी लोगों को दिया।

आयुर्वेदाचार्य प्रकाशजी टाटा, जो मध्यप्रदेश के थे, उन्होंने डॉ कृष्णा चौहान को धन्यवाद कहा कि इन्होंने राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2022 का सफल आयोजन किया।
युवा बिज़नसमैन योगेश ने भी डॉ कृष्णा चौहान का शुक्रिया अदा किया।
शीरीं फरीद ने अपना डांस पेश किया जो सभी को पसन्द आया।
राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2022 से जिन हस्तियों को सम्मानित किया गया उनमें
डॉ सुनील साठे, आयुर्वेदाचार्य डॉ प्रकाश टाटा जी, डॉ सुनील बालीराम गायकवाड़, दिव्यांशु चौधरी, राजकुमार शर्मा, अजय मिश्रा, रूपा बावेश दोषी, ऋषभ पवार, सागर विश्वडिया, दीनदयाल मुरारका का नाम उल्लेखनीय है। इन्हें अवार्ड देने के बाद बेहतरीन डांसर सिया द्वारा डांस परफॉर्मेंस पेश किया गया जिनके नृत्य को सभी ने सराहा और तालियां मिलीं।
सिया को यहां अवार्ड भी मिला, शीरीं फरीद को भी सम्मान से नवाजा गया। सुंदरी ठाकुर, डॉ भारती छाबड़िया, सोशल वर्कर आराधना सोलंकी को भी राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2022 से नवाजा गया।

इस अवसर पर आराधना सोलंकी ने डॉ परीन सोमानी व दिलीप सेन का विशेष सम्मान किया।
एक्टर श्यामलाल जी (भय्या जी स्माइल फेम), सोमस क्रिएशन, योगेश भान, नाफ़े खान, सुजाता मेहता, एसीपी बाजीराव महाजन, पुनीत वोरा, असमा कपाड़िया सोशल एक्टिविस्ट, डॉ अर्चना देशमुख को भी सम्मानित किया गया। डॉ एसके टांक की ट्रॉफी राजू टांक ने ग्रहण की। पंकज भट्ट, राजकुमार शर्मा, टीनू वर्मा, आरती नागपाल, अनिल नागरथ, ऋषभ पवार, कॉमेडियन वीआईपी, एहसान कुरैशी, गीतकार व सोशल वर्कर ज़ीनत एहसान कुरैशी, एक्ट्रेस मानवी त्रिपाठी और जय कुमार को भी राष्ट्रीय रत्न सम्मान 2022 से सम्मानित किया गया। डॉ भारती छाबड़िया, शीरीं फरीद, सिमरन आहूजा, नाफ़े खान, डॉ प्रकाश टाटा, पब्लिसिटी डिज़ाइनर आर राजपाल, सोशल वर्कर सुंदरी ठाकुर, दीनदयाल मुरारका, राजू टांक, मधु मंगल दास (कथा वाचक), राकेश आचार्य, पंडित रामकुमार शर्मा, शिल्पी चुघ (सेलेब्रिटी योगा एंड फिटनेस ट्रेनर), पीके गुप्ता, रूपा भावेश दोषी, भावेश चंदूलाल दोषी (सोशल वर्कर कपल), श्री महावीर क्लिनिक मलाड, एम प्रकाश (गीतकार), सिया काले, डॉ सुनील राठे, को राष्ट्रीय रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर डॉ कृष्णा चौहान ने कई पत्रकारों, फोटोग्राफर को भी सम्मान से नवाजा। फोटोग्राफर राजेश कुरील, फोटोग्राफर दिनेश परेशा, स्टिल फोटोग्राफर महताब आलम को भी सम्मानित किया गया। जर्नलिस्ट संतोष साहू, गाज़ी मोईन, दविंद्र खन्ना (वीएस नेशन), पंकज पाण्डेय, शैलेश पटेल (मुम्बई रफ्तार), सलामत अली, नासिर तांगले, दिलीप पटेल (मुंबई तरंग), राजेन्द्र कुरील, प्रदीप शर्मा (पॉलिटिकल एडिटर 24 न्यूज़), सुंदर मोरे, केवल कुमार (चीफ एडिटर लियो मीडिया डिजिटल), टिंकू चौहान (डायरेक्टर ऑफ न्यूज़ एंड एंटरटेनमेंट वेब), समीर खान (भारत न्यूज़), नेम सिंह (मुम्बई चक्र), दिनेश गंभावा, प्रवीण मकवाना (लोक सामना न्यूज़), प्रमोद शर्मा (ब्यूरो चीफ महाराष्ट्र), उपेंद्र किशन पंडित और राहुल वरुण (द फिल्मी चर्चा) को भी इस पुरस्कार से नवाजा गया।


गौरतलब बात है कि डॉ कृष्णा चौहान 2 अक्टूबर 2022 को महात्मा गांधी रत्न अवार्ड का आयोजन भी करने जा रहे हैं, जो दूसरे साल होने जा रहा है।
आपको बता दें कि डॉ कृष्णा चौहान अपनी नेक्स्ट हॉरर थ्रिलर फिल्म आत्मा डॉट कॉम की शूटिंग भी जल्द शुरू करने जा रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि डॉ कृष्णा चौहान न सिर्फ एक सफल बॉलीवुड डायरेक्टर हैं, एक्टिव सोशल वर्कर हैं बल्कि अवार्ड्स फंक्शन्स करवाने के मामले में अव्वल नम्बर पर माने जाते हैं। उनका एक अवार्ड फंक्शन सम्पन्न होता है और वह अपने नेक्स्ट पुरुस्कार समारोह की तैयारियों में लग जाते हैं।

आपको बता दें कि डॉ कृष्णा चौहान का हिंदी अल्बम “ज़िक्र तेरा” हाल ही में रिलीज हुआ है और उनकी हिंदी फिल्म “आत्मा डॉट कॉम” शीघ्र ही फ्लोर पर जाने वाली है, इसके संगीतकार दिलीप सेन हैं।

दिल्ली हाईकोर्ट ने तीन कांग्रेस नेताओं से स्मृति ईरानी और उनकी बेटी संबंधी पोस्ट हटाने को कहा

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नई दिल्ली: दिल्ली उच्च न्यायालय ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी द्वारा दायर दीवानी मानहानि मामले में कांग्रेस नेताओं जयराम रमेश, पवन खेड़ा और नेट्टा डिसूजा को शुक्रवार को समन जारी किया.

इसके साथ ही जस्टिस मिनी पुष्कर्णा की एकल पीठ ने कांग्रेस नेताओं को ईरानी और उनकी बेटी पर लगे आरोपों के संबंध में सोशल मीडिया से ट्वीट, रीट्वीट, पोस्ट, वीडियो और तस्वीरें हटाने का भी निर्देश दिया है.

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय मंत्री ईरानी ने उनके और उनकी बेटी के खिलाफ कथित रूप से निराधार आरोप लगाने को लेकर दो करोड़ रुपये से अधिक के हर्जाने की मांग की है.

अदालत ने कहा कि अगर प्रतिवादी 24 घंटे के भीतर उसके निर्देशों का पालन नहीं करते, तो सोशल मीडिया मंच ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब स्वयं इससे संबंधित सामग्री हटा दें.

कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी (18) पर गोवा में ‘अवैध बार’ चलाने का आरोप लगाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से ईरानी को मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी. इसके बाद ईरानी ने यह कानूनी कार्रवाई की.

अदालत ने कहा कि ईरानी के खिलाफ ‘अपमानजक और फर्जी’ आरोप लगाए गए. न्यायाधीश ने कहा, ‘प्रथमदृष्टया यह माना जाता है कि वास्तविक तथ्यों की पुष्टि किए बिना वादी के खिलाफ निंदनीय आरोप लगाए गए. प्रतिवादियों के संवाददाता सम्मेलन के कारण किए गए ट्वीट और रीट्वीट को देखते हुए वादी की प्रतिष्ठा को गंभीर क्षति पहुंची है.’

जस्टिस ने कहा, ‘मैं प्रतिवादी एक से तीन (कांग्रेस नेताओं) को यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम और ट्विटर सहित सभी सोशल मीडिया मंचों से संवाददाता सम्मेलन के दौरान लगाए गए आरोपों को हटाने के लिए एक अंतरिम निषेधाज्ञा पारित करना उचित समझता हूं.’

अदालत ने आरोपों के साथ वादी और उसकी बेटी के संबंध में साझा किए गए पोस्ट, वीडियो, ट्वीट, रीट्वीट, छेड़छाड़ की गईं तस्वीरों को हटाने और उनके पुन: प्रसार को रोकने के लिए भी निर्देश जारी किया.

मामले को आगे की सुनवाई के लिए 15 नवंबर को अदालत के समक्ष और रजिस्ट्रार के समक्ष 18 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया गया है.

अदालत के आदेश के बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्विटर पर लिखा कि वे कोर्ट के सामने अपना पक्ष रखेंगे और ईरानी द्वारा पेश किए पहलू को चुनौती देंगे। खेड़ा और डिसूजा ने इसे रीट्वीट किया है.

मालूम हो कि बीते दिनों स्मृति ईरानी की बेटी ज़ोइश द्वारा उत्तरी गोवा के असगांव में संचालित एक रेस्टोरेंट विवादास्पद तरीके से सुर्खियों में आ गया.

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा, पार्टी महासचिव जयराम रमेश और पार्टी के गोवा प्रमुख अमित पाटकर ने दिल्ली और पणजी में प्रेस कॉन्फ्रेंस में ईरानी और उनके परिवार को निशाना बनाते हुए आरोप लगाए थे. विवाद इस बात पर है कि यह रेस्टोरेंट पिछले कुछ समय से एक मृत व्यक्ति के नाम पर शराब लाइसेंस का नवीनीकरण हासिल करता रहा है.

बीते 21 जुलाई को गोवा के आबकारी आयुक्त नारायण एम. ने वकील एरेस रोड्रिग्स द्वारा दायर एक शिकायत के आधार पर ज़ोइश ईरानी द्वारा संचालित ‘सिली सोल्स कैफे एंड बार’ को कारण बताओ नोटिस जारी किया है. आरोप है कि शराब लाइसेंस पाने के लिए धोखाधड़ी वाले और मनगढ़ंत दस्तावेज पेश किए गए.

यह नोट किया गया कि लाइसेंस के नवीनीकरण के लिए आवेदन 22 जून 2022 को एंथनी डीगामा के नाम पर किया गया था. हालांकि पिछले साल मई में उनकी मौत हो गई थी. कारण बताओ नोटिस में कहा गया है, ‘लाइसेंस धारक की 17/05/2021 को मृत्यु हो जाने के बावजूद पिछले महीने लाइसेंस का नवीनीकरण किया गया था.’

कांग्रेस ने कथित कारण बताओ नोटिस की एक प्रति भी साझा करते हुए आरोप लगाया था कि नोटिस देने वाले आबकारी अधिकारी का कथित तौर पर अधिकारियों के दबाव के बाद तबादला किया जा रहा है.

वहीं, ईरानी ने इसके बाद कहा था कि कांग्रेस ने उनकी बेटी ज़ोइश का चरित्र हनन किया और उसे निशाना बनाया. उन्होंने कहा कि उनकी 18 वर्षीय बेटी कॉलेज की पहले वर्ष की छात्रा है और कोई बार नहीं चलाती है.

गौ तस्करी की शंका में आदिवासियों से मारपीट, बाद में समझौता

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गौ तस्करी की शंका में आदिवासियों से मारपीट, बाद में समझौता

खंडवा में गौ तस्करी की शंका में जामली गांव के ग्रामीणों ने आदिवासियों की पिटाई कर दी. घटना के बाद पीड़ित आदिवासी ग्रामीणों की शिकायत करने थाने पहुंचे. पीड़ित आदिवासियों का कहना था कि वह गांव के किसानों से दान मिली गायों को लेकर अपने गांव लेकर जा रहे थे. रात के समय जामली गांव में ही अपने रिश्तेदार के यहां रुके थे. उसी समय 20 -25 ग्रामीणों ने उनके साथ मारपीट की. पुलिस ने मारपीट करने वाले ग्रामीणों को बुलाया और दोनों पक्षों की बातचीत सुनी. पुलिस ने बताया कि मामला गौ तस्कर के बजाय गोदान का था और इसी गलतफहमी में दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई, बाद में समझौता भी हो गया.

हिमाचल प्रदेश – गौ सेवा आयोग ने 3 साल में जुटाए 77.61 करोड़, 20 हजार गोवंश को मिला सहारा

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शिमला: हिमाचल प्रदेश में गोवंश कल्याण के लिए स्थापित गोसेवा आयोग ने तीन साल में 77 करोड़ रुपये से अधिक की रकम जुटाई है. प्रदेश में विगत चार साल में बीस हजार से अधिक गोवंश को सहारा मिला है. पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया कि (Virender Kanwar on Gau Seva Aayog) जयराम सरकार का लक्ष्य जल्द से जल्द सड़कों से बेसहारा गोवंश को गोशालाओं में पहुंचाना है. राज्य सरकार ने निजी गोशालाओं को भी प्रोत्साहन दिया है. गोवंश की सेवा के लिए प्रति गोवंश पहले पांच सौ रुपये रोजाना की रकम को भी बढ़ाकर सात सौ रुपये किया गया है.

हिमाचल प्रदेश गौ सेवा आयोग की स्थापना 1 फरवरी 2019 को हुई थी. अब तक आयोग ने 77,61,20, 537 रुपये की राशि एकत्र की है. इसमें से अब तक 58,47,16, 057 रुपये की राशि खर्च की गई है. प्रदेश में बड़े गौ अभयारण्य और बड़े गौ सदनों की संख्या 12 है. जबकि 7 अन्य का निर्माण कार्य जारी है. प्रदेश 203 छोटे गौ सदन गौवंश को संरक्षण दे रहे हैं. इनमें से 133 सरकार के पास पंजीकृत हैं.

इन सभी गौ सदनों और अभ्यारण्य में कुल 20053 गौवंश को आश्रय मिला है. गौ सदनों और गौ अभ्यारण्य के निर्माण के लिए प्रदेश सरकार ने अब तक 35,88,03,800 रुपये खर्च किए. वहीं, 500 रुपये प्रति गाय प्रति माह प्रोत्साहन राशि के रूप में सरकार ने 16,12,07,384 रुपये दिए. प्रदेश सरकार ने 700 रुपये प्रोत्साहन राशि के रूप में 12259800 रुपये गौ सदनों को दिए हैं.

 

अगर जिले के अनुसार गौवंश सरक्षंण के लिए उठाए कदमों की बात करें तो प्रदेश में 5500 गायों के संरक्षण के लिए गौ शालाओं का निर्माण कार्य अंतिम चरण पर है. जिला सिरमौर में 1,67,31,950 रुपये स्वीकृत राशि से गौ अभ्यारण्य, कोटला बोग का निर्माण किया जा रहा है. यहां 300 बेसहारा गायों को संरक्षण मिलेगा. वहीं, जिला ऊना के थानकला में 2,03,82,317 की लागत से गौशाला का निर्माण किया जा रहा है. यहां 300 बेसहारा गायों को सरंक्षण मिलेगा. इसके अलावा जिला सोलन के अन्यारण्य, होण्डा कुणडी में 700 बेसहारा गायों के लिए आश्रय का निर्माण किया जा रहा है. इस पर 2,97,18,900 रुपये खर्च आएगा.

जिला हमीरपुर में बड़ा गौसदन खेरी में 2,64,82,400 रुपये से 500 और गसोता में 53,41,800 रुपये की लागत से 200 गायों के संरक्षण के लिए निर्माण कार्य जारी है. कांगड़ा जिले में बड़ा गौसदन बाई अटारिया में 250 गायों, अभ्यारण्य गहन (जयसिंहपुर) में 500 गायों, गौसदन खल्जिया में 400 गायों, गौ आभ्यरण्य लुथान में 1000 गायों के संरक्षण को आधारभूत ढांचा तैयार किया जा रहा है. ज्वाली के खबल में 700 बेसहारा गायों के संरक्षण के लिए भवन निर्माण कार्य जारी है.

मंडी के लोंगनी में 150 गायों का गौशाला जल्द ही तैयार होने वाली है. इसके अलावा शिमला के सुन्नी में 500 बेसहारा गायों के लिए गौसदन शुरू हो चुका है. पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार का लक्ष्य हिमाचल को बेसहारा गौवंश से मुक्त करना है. इसके लिए हिमाचल सरकार लगातार कार्य कर रही है. वीरेंद्र कंवर ने कहा कि प्रदेश सरकार ने प्रोत्साहन राशि को भी बढ़ाया गया है. पहले यह राशि 500 रुपये थी अब 700 रुपये कर दिया है.

छत्तीसगढ़ में पहले दिन 2306 लीटर गौ-मूत्र की हुई खरीदी

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रायपुर। छत्तीसगढ़ में 28 जुलाई हरेली पर्व से शुरू हुई गौ-मूत्र खरीदी की सरकारी योजना के पहले दिन 2306 लीटर गौ-मूत्र क्रय किया गया। सर्वाधिक 307 लीटर गौ-मूत्र की खरीदी कबीरधाम जिले में हुई। बालोद जिले में पहले दिन 287 लीटर तथा महासमुंद जिले में 184 लीटर गौ-मूत्र की खरीदी हुई। राज्य में 4 रुपए लीटर की दर से गौ-मूत्र खरीदी की शुरुआत फिलहाल 63 गांवों के गौठानों में हुई है।

निकट भविष्य में राज्य के सभी गौठानों में इसकी खरीदी होने लगेगी। इसके लिए आवश्यक तैयारियों के साथ-साथ गौठान समितियों के सदस्यों और महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं को गौ-मूत्र की खरीदी से लेकर उससे जैविक कीटनाशक ,जीवामृत-ग्रोथ प्रमोटर बनाने का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की विशेष पहल पर राज्य में गोबर के बाद अब गौ-मूत्र खरीदी का उद्देश्य जैविक खेती को बढ़ावा देकर खाद्यान्न की विषाक्तता में कमी लाना तथा खेती की लागत को कम करना है।

राज्य में गौ-मूत्र खरीदी योजना के पहले हितग्राही मुख्यमंत्री भूपेश बघेल स्वयं बने। उन्होंने मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में आयोजित हरेली तिहार के अवसर पर 5 लीटर गौ-मूत्र, चंदखुरी की निधि स्व-सहायता समूह को 20 रुपये में बेचकर राज्य के पहले विक्रेता भी बने। छत्तीसगढ़ देश का पहला राज्य है, जो पशुपालक ग्रामीणों से दो रूपए किलो में गोबर खरीदी के बाद अब 4 रूपए लीटर में गौ-मूत्र की खरीदी कर रहा है।

इस पहल से राज्य में पशुपालकों की आय में बढ़ोत्तरी और जैविक खेती को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। गोबर की खरीदी और इससे जैविक खाद के निर्माण से राज्य में जैविक खेती को बढ़ावा मिला है। गौ-मूत्र खरीदी का मकसद इससे गौठानों में जैविक कीटनाशक, जीवामृत, ग्रोथ प्रमोटर का निर्माण करना है, ताकि राज्य के किसानों को कम कीमत पर जैविक कीटनाशक सहजता से उपलब्ध कराया जा सके। छत्तीसगढ़ में गोधन न्याय योजना की शुरुआत 2 साल पहले 20 जुलाई 2020 को हरेली पर्व के दिन से ही हुई थी।

इसके तहत गौठनों में पशुपालक ग्रामीणों से गोबर कर बड़े पैमाने पर जैविक खाद का निर्माण और उसका खेती में उपयोग किया जा रहा है।

गौ-मूत्र से जैविक कीटनाशक तैयार कर किसानों को 50 रुपये लीटर में उपलब्ध कराया जाएगा। राज्य के बस्तर जिले के सर्वाधिक 7 गौठानों में गौ-मूत्र की खरीदी की जा रही है, जबकि राजनादगांव और रायपुर जिले के 3-3 गौठनों में गौ-मूत्र खरीदा जा रहा है, शेष जिलों के 2-2 गौठानों में गौ-मूत्र की खरीदी शुरु की गई है।

पहले दिन 28 जुलाई को कोरिया जिले में 110 लीटर, बलरामपुर जिले में 45 लीटर, सूरजपुर में 37 लीटर, सरगुजा में 163 लीटर, जशपुर में 24 लीटर, रायगढ़ में 49 लीटर, कोरबा में 82 लीटर, जांजगीर-चांपा में 36 लीटर, बिलासपुर में 39 लीटर, मुंगेली में 52 लीटर , गौरेला -पेंड्रा- मरवाही जिले में 15 लीटर गोमूत्र की खरीदी हुई।

इसी तरह 28 जुलाई को कबीरधाम जिले में सर्वाधिक 307 लीटर, राजनादगांव में 47 बेमेतरा में 85, दुर्ग में 52 ,बालोद जिले में 207, बलौदा- बाजार में 55, रायपुर में 64, गरियाबंद में महासमुंद में 184, धमतरी में 12, कांकेर जिले में 125, कोंडागांव में 15, बस्तर में 59, नारायणपुर में 11 दंतेवाड़ा में 112 , सुकमा जिले में 105 और बीजापुर जिले में 35 लीटर गोमूत्र की खरीदी हुई।

मनाली के गोशाला गांव में सात दिवसीय गौ कथा महायज्ञ समारोह शुरू

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मनाली के गोशाल गांव में शुक्रवार से सात दिवसीय गौ कथा महायज्ञ समारोह की शुरुआत हुई। इस अवसर पर भव्य कलशयात्रा निकाली गई। इसमें बड़ी संख्या में महिलाओं व कन्याओं ने सिर पर कलश रख यात्रा में भाग लिया।

कलशयात्रा की शुरुआत ब्‍यास नदी की पूजा अर्चना के साथ हुई। महिलाओं ने ब्यास नदी में पानी भरकर कलशयात्रा की शुरुआत की। इस दौरान वाद्य यंत्रों के साथ कलशयात्रा मुख्य गांव से होती हुई मंदिर परिसर पहुंची। यहां विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में भक्तों ने भगवान के जयकारों से माहौल को भक्तिमय बना दिया। कलशयात्रा के बाद मंदिर में संगीत में गौ कथा का शुभारंभ भी कर दिया गया है। कार्यक्रम के भक्तों को खाने पीने की पूरी व्यवस्था की गई है।

पुरोहित बुधराम शर्मा ने बताया कि कलशयात्रा में तीनों देव ब्रह्मा, विष्णु व महेश के साथ 33 करोड़ देवी देवता स्वयं कलश में विराजमान होते हैं। वहीं कलश को धारण करने वाले जहां से भी ग्राम का भ्रमण करता है वहां की धरा पवित्र हो जाती है। जो अपने सिर पर कलश धारण करता है उसकी आत्मा को ईश्वर पवित्र और निर्मल करते हुए अपनी शरण में ले लेते हैं।

मनाली की उझी घाटी में इतिहास में पहली बार आयोजित हो रहे गौ कथा महायज्ञ के लिए 17 देवी देवता भाग के रहे हैं। ऐतिहासिक गांव गोशाल में इस महायज्ञ का आयोजन घाटी के नौ गांव कोठी, सोलंग, पलचान, रुआड, कुलंग, मछाच, बुरुआ, शनाग व गोशाल के ग्रामीण मिलकर कर रहे हैं। महायज्ञ को आयोजन कमेटी के अध्यक्ष वेद राम ठाकुर व कारदार हरि सिंह ठाकुर ने बताया कि देवताओं का आगमन वीरवार को हो गया है जबकि आज कलशयात्रा से गौ कथा महायज्ञ शुरू हो गया। गोशाल के आराध्य देवों व्यास ऋषि, गौतम ऋषि व कंचन नाग के प्रांगण में आयोजित हो रहे इस महायज्ञ में पराशर ऋषि कुलंग, वशिष्ठ ऋषि वशिष्ठ, मनु ऋषि व माता हिडिंबा मनाली, सियाली महादेव सियाल, शंख नारायण नसोगी, गोहरी देवता पारशा, शांडिल्य ऋषि शालीन, सृष्टि नारायण अलेउ, शावर्णी माता व थान देवता शुरु, फाइया नाग प्रीणी, तक्षक नाग भनारा, संध्या गायत्री जगतसुख, प्यूली नाग बटाहर, गणेश भगवान घुड़दौड़ व बशुकी नाग हालाण की मौजूदगी में यह यज्ञ हो रहा है। उझी घाटी के कुल पुरोहित पंडित बुध राम शर्मा ने बताया कि पंडित नटराजन आचार्य, पंडित विपिन की देखरेख में 21 ब्राह्मण महायज्ञ में भाग ले रहे हैं।

फिल्म ‘मैच ऑफ लाइफ’ से डेब्यू कर रहे हैं यश मेहता, अक्षय हैं इनके फेवरेट

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मुम्बई। प्रोड्यूसर विशाल मेहता की हिंदी फिल्म ‘मैच ऑफ लाइफ’ 5 अगस्त को सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है, इस फ़िल्म से बॉलीवुड में नवोदित हीरो यश मेहता की धमाकेदार एंट्री होने जा रही है। यश मेहता का लुक, उनकी परफॉर्मेंस फिल्म के ट्रेलर में जबरदस्त दिख रही है। याशिका मोशन पिक्चर्स के बैनर तले बनी फिल्म ‘मैच ऑफ लाइफ’ को स्क्रीनशॉट मीडिया एंड एंटरटेनमेंट ग्रुप द्वारा ऑल इंडिया रिलीज किया जा रहा है।
उल्लेखनीय है कि यश मेहता ने मारवाह एक्टिंग स्कूल नोएडा से तीन वर्ष का एक्टिंग कोर्स किया है साथ ही उन्होंने थिएटर भी किया है।
यश मेहता का कहना है कि अगर एक आम आदमी किसी सेलेब्रिटी जैसी शक्ल लेकर पैदा होता है तो उसके साथ क्या क्या होता है, यह कहानी है इस फ़िल्म की। पिछले 3 वर्ष से हम इस फिल्म की मेकिंग में लगे हुए थे, शुरुआत छोटे लेवल पर हुई थी, लेकिन यह बड़ी पिक्चर बन गई है। मथुरा, नोएडा, गाज़ियाबाद, लख़नऊ, मुम्बई, ऋषिकेश, दिल्ली सहित कई रमणीय लोकेशन पर इस फिल्म की शूटिंग हुई है। सेट पर मुझे यश नहीं मेरे किरदार अर्जुन के नाम से बुलाया जाता था।
साउथ इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री स्टेफी पटेल इसमे यश मेहता की हीरोइन बनी हैं। स्टेफी के साथ उनका वर्किंग एक्सपीरियंस बहुत ही अच्छा रहा। 40 दिनों की शूटिंग में सभी साथी कलाकारों के साथ बेहतर बॉन्डिंग बन गई थी।
फ़िल्म में चार अलग अलग जॉनर के खूबसूरत गाने हैं और यश मेहता का फेवरेट सांग यारियां है।
यश मेहता अपने सीन को रियलिस्टिक बनाने पर जोर देते हैं। वह बताते हैं कि मूवी के एक सीन में दिखाया गया है कि डायरेक्टर अमित मिश्रा को एक्सप्लॉइट करता है, मैं जब अमित से उस डायरेक्टर की सच्चाई उसे बताने की कोशिश करता हूँ तो वह भड़क जाता है और गुस्से में मुझे एक थप्पड़ मारता है। मैं यह सीक्वेंस रियल चाहता था इसलिए मैंने अमित से कहा था कि वह मुझे जोरदार थप्पड़ मारे ताकि यह थप्पड़ नकली न लगे। जब अमित ने मुझे जोर से मारा तो मेरे कान के पर्दे फट गए थे, इलाज के बाद यह ठीक हुआ।
अपने भविष्य की योजनाओं के बारे में यश मेहता ने बताया कि फिलहाल तो हम सब मैच ऑफ लाइफ की रिलीज को लेकर बेहद उत्साहित हैं। फ़िल्म के अंत मे हमने इसके पार्ट 2 की संभावना भी रखी है। साथ ही मैं कई अपकमिंग म्युज़िक वीडियो में भी दिखाई देने वाला हूँ।
यश मेहता अक्षय कुमार को अपना फेवरेट स्टार मानते हैं क्योंकि वह अपने सारे एक्शन खुद करते हैं। यश मेहता एक ऐसी रोमांटिक एक्शन फिल्म करना चाहते हैं जिसमें जबरदस्त फाइट सीक्वेंस हो।
फिल्म के प्रोड्यूसर विशाल मेहता गाजियाबाद से हैं और मैच ऑफ लाइफ बतौर निर्माता उनकी पहली फिल्म है। उन्होंने बताया कि विराट कोहली के हमशक्ल को देखकर उनके दिमाग में इस फिल्म की कहानी का आयडिया आया। फिल्म में लीड रोल यश मेहता ने निभाया है जिन्होंने अपने लुक और परफॉर्मेंस पर काफी जबर्दस्त मेहनत की है। मथुरा में हमने फ़िल्म की 10 दिनों की शूटिंग कर ली थी। फिल्म को और बेहतर बनाने के लिए एक और निर्माता कपिल पूरी को जोड़ा। जब बजट बढ़ा तो कास्ट भी बढ़ गई। यह एक पारिवारिक सिनेमा है जिसमें रोमांस, कॉमेडी, एक्शन और म्यूजिक का बेहतरीन तालमेल है। डायरेक्टर अमन सागर ने बड़ी मेहनत से इस फिल्म को बनाया है।
विशाल मेहता ने आगे बताया कि यश पर्दे पर काफी अच्छे लग रहे हैं। एक्शन सीक्वेंस में उन्होंने कमाल किया है। वह बाकायदा अभिनय का प्रशिक्षण लेकर इंडस्ट्री में आए हैं।
फ़िल्म में एक पार्टी सांग, एक इमोशनल सांग, एक सांग ऋषिकेश में शूट हुआ है और एक टाइटल सांग है जिसे शबाब साबरी ने गाया है।
विशाल मेहता कहते हैं कि अमित का किरदार ऐसा है कि वह सपने में कहीं भी पहुंच जाता है। गली के बच्चों के साथ क्रिकेट खेलने लगता है। अमित का कैरक्टर लूज़र का है जबकि यश मेहता उसे हर जगह बचाता है। विराट अपनी फील्ड का विराट है, किसी की शक्ल लेने से कोई विराट नहीं बन जाएगा। हमने यही दर्शाने की कोशिश की है। टाइटल को लेकर काफी सोचा, तब मैच ऑफ लाइफ का आईडिया आया और भाग्यशाली हूँ कि यह टाइटल मिल भी गया।
याशिका मोशन पिक्चर्स के तले हम मैच ऑफ लाइफ 2 भी बनाएंगे।
फ़िल्म में एक प्रोड्यूसर का किरदार भी दिखाया गया है जिसे विशाल मेहता ने निभाया है।
विशाल मेहता ने बताया कि फ़िल्म की कास्टिंग से लेकर रिलीज तक इसरार अहमद का भी काफी योगदान है।
हमने कम बजट में काफी बेहतरीन सिनेमा बनाया है जिसकी कहानी दर्शकों का दिल जीत लेगी। थिएटर रिलीज़ के बाद हम इसे एक अच्छे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी रिलीज करेंगे।
इस फिल्म में यश मेहता हीरो हैं उनके अलावा अमित मिश्रा, राजपाल यादव, स्टेफी पटेल, गजाला परवीन,
सुप्रिया कार्णिक, सुधा चंद्रन, अनिल धवन, ज़ाकिर हुसैन, अखिलेंद्र मिश्रा, हेमंत पाण्डेय, वृजेश हिर्जे, अरुण बाली और पंकज बेरी ने भी अभिनय किया है।
मोस्ट टैलेंटेड एक्टर यश मेहता का मानना है कि वास्तव में जीवन भी एक मैच है, उसी बात को इस फ़िल्म मैच ऑफ लाइफ में दर्शाने की कोशिश की गई है। हम सबको उम्मीद है कि ऑडिएंस इस फिल्म को और मेरे किरदार को पसन्द करेगी। फ़िल्म की कहानी, पटकथा और संवाद लेखक खुद प्रोड्यूसर विशाल मेहता हैं। फिल्म के संगीतकार श्वेता बहेती तायल और रवि चोपड़ा हैं।

मामाअर्थ का एक्सक्लूसिव ब्रांड आउलेट फोनिक्स मॉल कुर्ला, मुंबई में लांच 

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मुंबई। हाउस ऑफ होनासा के तेजी से बढ़ते हुए एफएमसीजी ब्रांड, मामाअर्थ ने अपने एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट (ईबीओ) मुंबई के फोनिक्स मार्केट सिटी, कुर्ला और इनफिनिटी मॉल मॉलाड में खोले हैं। इस टॉक्सिन फ्री पर्सनल केयर ब्रांड के तहत बेबी केयर से लेकर ब्यूटी और पर्सनल केयर के उत्पादों की फुटकर (रिटेल) बिक्री की जाएगी। मामाअर्थ के एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट का शुभारंभ वरुण अलघ (सीईओ, होनासा कंज्युमर प्राइवेट लिमिटेड) और ग़ज़ल अलघ (सीआईओ और सह-संस्थापक, मामाअर्थ) की उपस्थिति में फीनिक्स मार्केट सिटी, कुर्ला में हुआ।
मामाअर्थ ने बेबीकेयर ब्रांड की टाक्सिक फ्री ब्रांड से शुरूआत की थी, लेकिन ग्राहकों की मांग के चलते इसने वयस्कों के लिए भी टाक्सिन फ्री पर्सनल केयर उत्पादों के क्षेत्र में भी अपने कदम फैला दिए। ग्राहकों पर बारीक नज़र रखते हुए और उत्पादों की ऑफलाइन उपलब्धता की बढ़ती मांग के मद्देनजर इस ब्रांड ने ऑफलाइन तरीके से उत्पाद बेचने का निश्चय किया। यह जानते हुए कि एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स ब्रांड को मजबूती और विस्तार देने के लिए जरूरी हैं मामाअर्थ ने अपने एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स शुरू किए हैं। ईबीओ के माध्यम से ग्राहक ब्रांड को लेकर आकर्षित करते हैं और उन्हें ब्रांड का एक नया अनुभव मिलता है।
ब्रांड के स्टोर अभी मुंबई की दो महत्वपूर्ण जगहों- इनफिनिटी मॉल मालॉड और फोनिक्स मार्केट सिटी कुर्ला में खोले गए हैं। 380 वर्ग फीट और 197 फीट की एरिया वाले इन स्टोरों में 140 से ज्यादा मामाअर्थ के एस्केयू मिलेंगे जिनमें स्किनकेयर, हेयरकेयर, पर्सनल केयर और नए रेंज के कलर केयर शामिल हैं।
एक्सक्लूसिव ब्रांड आउलेट की लांचिंग के अवसर पर होनासा कंज्युमर प्राइवेट लिमिटेड के सीईओ वरूण अलघ ने कहा, “होनासा कंज्यूमर का कारोबार, ब्रांड का निर्माण करना है और ब्रांड का निर्माण ग्राहकों के दिमाग में होता है। ग्राहकों के साथ संवाद करने के जो माध्यम हैं वह बदलते और विकसित होते रहेंगे। चूंकि हम एक डिजिटल कंपनी भी हैं लिहाजा, डिजिटल प्लेटफार्म और तकनीकि हमारे साथ अच्छे से जुड़े हुए हैं। लेकिन हमारा मुख्य उद्देश्य ग्राहकों से जुड़े रहना है, और हमारी प्राथमिकता है कि ग्राहकों की यात्रा में साथ-साथ चलें। अगर ग्राहक आपसे ऑफलाइन खरीदी करना चाहते हैं तो आपको वहां उपस्थित रहना होगा। इसी जरूरत को समझते हुए हमने ऑफलाइन जाने का निर्णय लिया और उसके लिए एक्सक्लूसिव ब्रांड आउटलेट्स खोले हैं। हम उम्मीद करते हैं कि ग्राहक हमें ऑफलाइन भी उसी तरह का प्रतिसाद देंगे जैसा कि उन्होंने डिजिटल रूप में दिया है।
मामाअर्थ एक उद्देश्य से चलने वाला ब्रांड है जिसका इस बात में मजबूती से विश्वास है कि अच्छाई भीतर की चीज़ होती है, इसी के मद्देनजर वह अच्छाई को अपने उत्पादों और कार्यों से आगे बढ़ाना चाहती है। मामाअर्थ का मानना है कि अच्छाई हमारे उन छोटे-छोटे चुनावों से शुरू होती है जिन्हें हम रोजाना करते हैं। ब्रांड का विचार इस मामले में शुरू से ही बहुत स्पष्ट रहा है कि वह हमेशा ही प्रकृति के श्रेष्ठ चीजों का इस्तेमाल करेगी और किसी तरह के टॉक्सिन या खतरनाक रसायनों का प्रयोग अपने उत्पादों में नहीं करेगी। ये सारे उत्पाद बिना जानवरों की हत्या किए, प्लॉस्टिक फ्री हैं और कंपनी ने पिछले साल ही पौधों को संवारने का संकल्प किया है। इस संकल्प के तहत ही ब्रांड को जो भी आर्डर उसके वेबसाइट पर मिलते हैं उस प्रत्येक आर्डर पर एक पौधा लगाया जाता है। कंपनी ने साल 2025 तक 15 लाख से ज्यादा पौधे लगाने का इरादा कर रखा है।

गौ तस्करों से एनकाउंटर- हरियाणा में पुलिस की भूमिका में गौरक्षक

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गायों की तस्करी के संबंध में अक्सर आप को खबरें पढ़ने और सुनने को मिलती हैं। लेकिन यहां पर हम एक ऐसी तस्वीर दिखाएंगे जिसे देखने के बाद आप चौंक जाएंगे। आप तस्वीर में देख सकते हैं ट्रक में गायों को भरकर उन्हें ले जाया रहा है। लेकिन मुस्तैद गौरक्षकों की वजह से गायों को बचा लिया गया। मामला दिल्ली से सटे गुरुग्राम का है। हरियाणा के मेवात इलाके में पशुओं की तस्करी की खबरें आती रहती हैं। लेकिन इन तस्वीरों को देखने के बाद साफ है कि गौरक्षक पुलिस की भूमिका में आकर बेजुबानों की जान बचा रहे हैं।

  • केएमपी एक्सप्रेव पर मुठभेड़
  • चार गौतस्कर गिरफ्तार
  • अवैध हथियार भी बरामद
  • 26 गायों को बचाया गया
  • दिल्ली से गायों को तस्कर ले आ रहे थे

कई किलोमीटर तक गौतस्करों का पीछा
ट्रक का गौरक्षकों ने कई किलोमीटर तक पीछा किया। गौतस्करों को जब जानकारी मिली तो वो केएमपी एक्सप्रेस वे पर पहुंचे और पीछा करना शुरू कर दिया। गौरक्षकों की बार बार चेतावनी के बाद भी गौतस्कर भागते रहे। करीब 26 किमी दूरी तय करने के बाद ट्रकि डिवाइडर से टकरा गई और तस्कर कूदकर भागने लगे। गौतस्करों से पूछताछ में पता चला कि वो दिल्ली से गाय लेकर आ रहे थे।