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खुशी पाल की इच्छा है अनिल शर्मा, संजय लीला भंसाली की फिल्मों में अभिनय करना

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अभिनेत्री खुशी पाल बॉलीवुड में अपना डेब्यू करने जा रही है। इनकी आगामी फिल्म की शूटिंग लगभग पूरा हो चुका है। इस फिल्म की शूटिंग मध्यप्रदेश के रीवा क्षेत्र के आस पास के मनोरम स्थलों पर किया गया है। इसके साथ ही साउथ सिनेमा और बॉलीवुड फिल्म में इनके अभिनय का सिलसिला शुरू होने जा रहा है। इससे पहले खुशी ने म्यूजिक वीडियो ‘पहले जा फिर जानेजान’, ‘अम्बरान दे तोर’ में अभिनय किया है। इसके अलावा वह वेब सीरीज, फिल्म और विज्ञापनों में अभिनय कर रही हैं। खुशी पाल नेपाल देश के लुम्बिनी के पास एक छोटे शहर की रहने वाली है। बचपन से बॉलीवुड फिल्मों को देखकर उनके मन में फिल्मों के प्रति चाहत जागी और शाहरुख खान की कुछ कुछ होता है देखकर बॉलीवुड में आने की उनकी इच्छा प्रबल हो गई। सलमान खान, शाहरुख खान, प्रियंका चोपड़ा और कटरीना कैफ उनके पसंदीदा कलाकार हैं। निर्देशक अनिल शर्मा और संजय लीला भंसाली की फिल्में इन्हें पसंद है और वह चाहती हैं कि भविष्य में उनके साथ काम करने का मौका मिले। बैडमिंटन और फुटबॉल खेलना इन्हें पसंद हैं। ट्रेवलिंग और सिंगिंग का इनको शौक है। रहस्यमयी और ऐतिहासिक जगह इन्हें अच्छी लगती है।
खुशी पाल कहती हैं कि चूंकि मैं नेपाल से हूं इसलिए सबसे पहले मैंने हिंदी भाषा सीखा। डांस और अभिनय की कला मेरे अंदर थी बस उसे निखारने का अभ्यास किया।
उनका कहना है कि सब को ख्वाब देखने का हक है और उसे पूरा करने की कोशिश करनी चाहिए। यदि आप इंडस्ट्री में आना चाहते हैं तो आपको कोई रोक नही सकता। अपनी मेहनत और लगन पर विश्वास रखें क्योंकि आपसे बेहतर आपको कोई और नहीं जान सकता। अनुभव से बड़ा कोई शिक्षक नहीं है।
उन्होंने अपने इंडस्ट्री में आने के सफर के बारे में बताया कि यह उनके लिए ऐसा था मानो जमीन से उठकर आसमान को पकड़ना हो। यहाँ तक पहुंच पाना सबके बस की बात नहीं। आज मैं छोटे जगह से मायानगरी का सफर तय कर पाई, यह सब अपनी मेहनत और लगन से किया है। यहाँ संघर्ष किया, मेहनत किया और आज अपनी मंजिल की ओर जा रही हूँ।

मराठी चित्रपट भिम जयंती के ट्रेलर और पोस्टर लॉन्च पर भाजपा नेता भारती लवेकर, योगीराज दाभाडकर और रमेश गौड़ की उपस्थिति

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मुंबई। उमेश म्हाइस्कर की मराठी चित्रपट “भिम जयंती” का ट्रेलर और पोस्टर 6 अप्रैल 2025 को इम्पा, अंधेरी, मुंबई में लॉन्च किया गया। उसी अवसर पर भाजपा नेता भारती लवेकर, भाजपा नेता व नगरसेवक योगीराज दाभाडकर और आरपीआई नेता रमेश गौड़, एक्टर रॉकी महाजन, अमित जाधव मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। साथ ही फिल्म के कलाकार और टीम भी उपस्थित रहे।
फिल्म के निर्माता वर्षा म्हाइस्कर और उमेश म्हाइस्कर, सह निर्माता यशवंत भांडेकर, उज्वला भांडेकर और संतोष मेंडेकर हैं। फिल्म के म्यूजिक डायरेक्टर बाबा जागीरदार, लिरिक्स राइटर संजय बंसल, एक्शन डायरेक्टर मोहम्मद अली और कोरियोग्राफर कौशर शेख़ एवं मंगेश देवके हैं। गीतों के गायक शेखर गायकवाड़, स्वप्निल बंदोडकर, वैशाली सावंत, रेशमा सोनवाने, मंगेश चव्हाण, श्वेता दांडेकर और दिनेश हिलोडे हैं। फिल्म के मुख्य कलाकार हर्षवर्धन शिंदे, श्रेयानवी कासद, अजय राठौड़, उमेश म्हाइस्कर, प्रशांत तोतला, सीमा सपकाल, उत्कर्ष म्हाइस्कर हैं।
ट्रेलर लॉन्च के दौरान मुख्य अतिथि भारती लवेकर ने कहा कि फिल्म का ट्रेलर बहुत अच्छा लगा। भिम जयंती बाबासाहब के विचारों से प्रेरित फिल्म है और सामाजिक संदेश देने वाली फिल्म है।
भिम जयंती चित्रपट के निर्माता उमेश म्हाइस्कर ने बताया कि यह फिल्म बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर के सिद्धांतों पर आधारित है। यह फिल्म 25 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज की जाएगी। इस फिल्म का निर्देशन विलास गाडगे ने किया है। फिल्म निर्माण में टीम का भरपूर सहयोग मिला। पहली चित्रपट थी लेकिन हमारे साथ अनुभवी लोग जुड़े थे जिससे शूटिंग में कोई बाधा नहीं हुई।
रमेश गौड़ ने कहा कि राम नवमी के दिन भिम जयंती का ट्रेलर लॉन्च होना गर्व की बात है। ये एक संदेश वाहक फिल्म है जो भिम सैनिकों का मार्गदर्शन करेगी।
अभिनेता प्रशांत तोतला ने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि बहुत ही कमाल के लोकेशन में शूटिंग पूरी हुई है। निर्माता ने सबका ख्याल रखा। मिलजुलकर सबने इस फिल्म को पूरा किया। शीतकालीन मौसम में कलाकारों ने जी जान लगाकर शूटिंग में भाग लिया। हीरोइन ने खूब ठंडी में काम करके समर्पित कलाकार का परिचय दिया।
एक्टर हर्षवर्धन शिंदे ने निर्माता उमेश और वर्षा का आभार जताया और कहा कि उन्होंने मेरे जैसे न्यूकमर पर भरोसा किया और मुख्य भूमिका निभाने का अवसर प्रदान किया।
एक्ट्रेस श्रेयानवी कासद ने बताया कि शूटिंग का एक्सपीरियंस शानदार रहा। इस दरम्यान बढ़िया माहौल रहता था। आप सभी अतिथियों से विनती है कि इस फिल्म को जरूर देखें और अपना प्यार दें।
ट्रेलर लॉन्च कार्यक्रम में पुणे से मुंबई पहुंचे सिंगर शेखर गायकवाड़ ने फिल्म का शीर्षक गीत आली आली भिम जयंती गाना गाया।

Jeev Aashraya: A Beacon of Hope for Abandoned Animals in Lucknow City

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Report: Dr R B Chaudhary

Lucknow (Uttar Pradesh):Jeev Aashraya, one of India’s pioneering animal welfare organizations, has released its Annual Report for 2024-2025, highlighting a remarkable expansion in its services. Despite operating with limited resources, the organization continues to deliver exceptional animal welfare services, earning widespread recognition among animal lovers and residents of Lucknow.

Established in 2011, Jeev Aashraya is a non-profit organization dedicated to animal rescue, rehabilitation, and medical care in Lucknow, Uttar Pradesh. Driven by the vision of “Pashu-Seva” (Animal Service), the organization has emerged as one of the largest and most active animal welfare NGOs in Uttar Pradesh. Over the past 15 years, more than 141,536 animals have been rescued and rehabilitated under its care.

At the core of its mission, Jeev Aashraya aims to strengthen the human-animal bond by providing comprehensive healthcare, medical treatment, and rehabilitation for homeless and abandoned animals. The organization envisions a compassionate society where animals live with dignity and security, fostering a deeper sense of love and respect between humans and animals.

Jeev Aashraya operates several impactful programs to promote animal welfare and create a more inclusive environment for all living beings. Mangal Pashu Bhandara – A weekly initiative dedicated to feeding stray animals, Mangal Pashu Bhandara is organized every Tuesday across different locations in Lucknow. Through this program, Jeev Aashraya provides nutritious meals to cows, monkeys, goats, dogs, and other animals, ensuring their well-being.

Free Anti-Rabies Vaccination & Medical Camps:Launched in April 2024, these weekly medical camps offer free anti-rabies vaccinations, medical checkups, and treatment for stray and pet animals. Conducted every Sunday at Jeev Aashraya Hospital, these camps are led by qualified veterinarians dedicated to improving animal health and safety.

Key Achievements (2024-2025) are multi dimensional and make it perfect animal welfare shelter in Lucknow city. Despite numerous challenges, Jeev Aashraya has achieved significant milestones in animal welfare during the past year.

The various milestone send land marks achieved viz. Rescued and rehabilitated over 141,536 animals,Conducted 51 Free Anti-Rabies Vaccination & Medical Camps, Provided medical care to 150+ animals every Sunday and Organized Mangal Pashu Bhandara every Tuesday, feeding countless stray animals. Organisation has established the Jeev Aashraya Hospital, Jeev Aashraya Gudauli Gaushala (for rescued cattle) and Jeev Aashraya Dog Shelter (Shwan Nagar).

Despite its commendable impact, Jeev Aashraya faces several challenges, including limited financial resources, manpower shortages, and inadequate medical supplies. However, the organization remains steadfast in its commitment, relying on community support, donations, and dedicated volunteers. Jeev Aashraya following the principles of compassionate world where every animal receives the love and care they deserve.

Jeev Aashraya calls upon individuals, organizations, and philanthropists to contribute in any way possible—whether through financial donations, volunteering, or spreading awareness. Every contribution makes a meaningful difference in the lives of abandoned and vulnerable animals. For donations or volunteering opportunities, please contact: Email: jeevaashraya@gmail.com ; Phone: 8009521111, 8009392222 and Website: www.jeevaashraya.com

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बेसहारा पशुओं के लिए ‘जीव आश्रय’एक आशा की किरण

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लखनऊ शहर में बेसहारा पशुओं के लिए ‘जीव आश्रय’एक आशा की किरण,संस्था ने गत वर्ष 141,536 से अधिक जानवरों को बचाया

रिपोर्ट: डॉ. आर.बी. चौधरी

लखनऊ (उत्तर प्रदेश): देश के अग्रणीय पशु कल्याण संगठनों में से एक ‘जीव आश्रय’ ने 2024-2025 के लिए अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है जिसमें अपनी सेवाओं में उल्लेखनीय विस्तार पर प्रकाश डाला गया है। सीमित संसाधनों के बावजूद भी संगठन असाधारण पशु कल्याण सेवाएं जारी रखा है जिससे लखनऊ के पशु प्रेमियों और निवासियों के बीच व्यापक लोकप्रियता हासिल किया है।

यह बता दे कि वर्ष 2011 में स्थापित ‘जीव आश्रय’ लखनऊ, उत्तर प्रदेश में पशु बचाव, पुनर्वास और चिकित्सा देखभाल के लिए समर्पित एक गैर-लाभकारी संस्था है। “पशु-सेवा” के दृष्टिकोण से प्रेरित होकर, संगठन उत्तर प्रदेश के सबसे बड़े और सबसे सक्रिय पशु कल्याण गैर सरकारी संगठनों में से एक के रूप में उभरा है। पिछले 15 वर्षों में संस्था ने 141,536 से अधिक जानवरों को बचाया और उन्हें उचित स्थान पर प्राकृतिक जीवन प्राप्त करने के लिए रिलीज किया है।

अपने मिशन के मूल सिद्धांत में ‘जीव आश्रय’ का उद्देश्य निराश्रित और दूसरों के द्वारा सड़क पर छोड़े गए जानवरों के लिए बेहतरीन स्वास्थ्य सेवा, चिकित्सा उपचार और प्राकृतिक स्थान पर रिलीज करने जैसे मानवीय कार्यों को अपना कर संस्था ने मैन-एनिमल बॉन्डिंग की एक नई पहल है। संस्था आज एक दयावान समाज की स्थापना करने में निरंतर आगे बढ़ रहा है। यह एक ऐसा कार्य है जहां मुख्य पशु पक्षियों के गरिमा और सुरक्षा के साथ मनुष्यों और जानवरों के बीच प्यार और सम्मान की गहरी भावना पैदा हो रही है।’जीव आश्रय’ पशु कल्याण को बढ़ावा देने और सभी जीवित प्राणियों के लिए एक बेहतर से बेहतर वातावरण बनाने के लिए कई प्रभावशाली कार्यक्रम संचालित कर रहा है जो निरंतर प्रगति के पद पर अग्रसर है। इस प्रगति में निम्नलिखित कार्यक्रम शामिल किए गए हैं –

मंगल पशु भंडारा: आवारा पशुओं को खिलाने के लिए एक साप्ताहिक पहल, मंगल पशु भंडारा लखनऊ में विभिन्न स्थानों पर हर मंगलवार को आयोजित किया जाता है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, ‘जीव आश्रय’ गायों, बंदरों, बकरियों, कुत्तों और अन्य जानवरों को पौष्टिक भोजन प्रदान करता है, जिससे उनका कल्याण सुनिश्चित होता है। नि:शुल्क एंटी-रेबीज टीकाकरण और चिकित्सा शिविर: अप्रैल 2024 में शुरू किए गए, ये साप्ताहिक चिकित्सा शिविर आवारा और पालतू जानवरों के लिए नि:शुल्क एंटी-रेबीज टीकाकरण, चिकित्सा जांच और उपचार प्रदान करते हैं। ‘जीव आश्रय’ अस्पताल में हर रविवार को आयोजित इन शिविरों का नेतृत्व योग्य पशु चिकित्सकों द्वारा किया जाता है जो पशु स्वास्थ्य और सुरक्षा में सुधार के लिए समर्पित हैं।

संस्था की प्रमुख उपलब्धियां (2024-2025) बेशक बहुआयामी हैं और इसे लखनऊ शहर में एक आदर्श पशु कल्याण आश्रय बनाती हैं। कई चुनौतियों के बावजूद भी आज ‘जीव आश्रय’ ने पिछले वर्ष के दौरान पशु कल्याण में महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं। संगठन द्वारा प्राप्त विभिन्न उपलब्धियों में 141,536 से अधिक जानवरों को बचाया और पुनर्वासित किया गया, 51 नि:शुल्क एंटी-रेबीज टीकाकरण और चिकित्सा शिविर आयोजित किए गए, हर रविवार को 150+ जानवरों को चिकित्सा देखभाल प्रदान की गई और हर मंगलवार को मंगल पशु भंडारा आयोजित किया गया, जिसमें अनगिनत आवारा जानवरों को खिलाया गया। संगठन ने जीव आश्रय अस्पताल, जीव आश्रय गुदौली गौशाला (बचाई गई मवेशियों के लिए) और जीव आश्रय डॉग शेल्टर (श्वान नगर) की स्थापना की है।

संस्था इस प्रकार की अनेक सराहनीय कार्यों के बावजूद ‘जीव आश्रय’ को सीमित वित्तीय संसाधनों, जनशक्ति की कमी और अपर्याप्त चिकित्सा आपूर्ति सहित कई चुनौतियों का सामना कर रहा है। हालांकि, संगठन सामुदायिक समर्थन, दान और समर्पित स्वयंसेवकों पर भरोसा करते हुए अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ है। जीव आश्रय एक दयालु दुनिया के सिद्धांतों का पालन कर रहा है जहां हर जानवर को वह प्यार करने और देखभाल के लिए उन्हें हक देने का बहुत बड़ा अभियान चला रहा है।

एक विशेष अनुरोध में ‘जीव आश्रय’ व्यक्तियों, संगठनों और परोपकारियों से किसी भी तरह से योगदान करने का आह्वान करता है – चाहे वह वित्तीय दान, स्वयंसेवा या जागरूकता फैलाना हो। प्रत्येक योगदान परित्यक्त और कमजोर जानवरों के जीवन में प्यार के साथ-साथ जीवन की नई चेतना और विश्वास पैदा करने में अनूठा कार्य कर रहा है। संस्था ने दानवीरों और पशु प्रेमियों से सहयोग का आग्रह करते हुए अपने संस्था सहित बैंक का विवरण (ईमेल: <jeevaashraya@gmail.com ,फोन: 8009521111, 8009392222 एवं वेबसाइट: www.jeevaashraya.com) दिया है।

अंधेरी पश्चिम में खुला स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक का नया आउटलेट

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मुंबई। भारत के सबसे तेजी से बढ़ता लाइव-पॉप्सिकल और जेलाटो ब्रांड स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक (Scuzo Ice ‘O’ Magic) लगातार अपना विस्तार कर रहा है। ब्रांड ने अब बिल्डिंग नंबर 26, मीरा टॉवर के सामने ओशिवरा, अंधेरी पश्चिम में अपना नया स्टोर ओपन किया है। इससे मुंबई में ब्रांड की मौजूदगी और भी बढ़ेगी। स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक फ्रोजन डेजर्ट की दुनिया में एक नया बदलाव लाया है और अब अंधेरी वेस्ट के लोग भी इस जादुई लाइव पॉप्सिकल का मजा ले सकते हैं, जहां उन्हें सेहत और स्वाद का अनोखा मेल मिलेगा।
स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक में कस्टमर्स अपनी पसंद के फलों को चुनकर अपनी मनपसंद पॉप्सिकल कस्टमाइज कर सकते हैं और मिनटों में अपनी आंखों के सामने ही फ्रेश बनते देख सकते हैं। पॉप्सिकल के अलावा, मेन्यू में कई लाजवाब डेजर्ट भी शामिल हैं, जैसे – आर्टिसन जेलाटो, क्रंची वाफल, सॉफ्ट पैनकेक, क्रीमी मिल्कशेक, रिच डेजर्ट केक और टेस्टी सन्डे। सभी प्रोडक्ट 100% प्योर फ्रूट्स और हाई क्वालिटी प्रीमियम इनग्रेडिएंट से तैयार किये जाते हैं, जिनमें किसी भी प्रकार के केमिकल या प्रिज़रवेटिव का इस्तेमाल नहीं होता, जिससे उपभोक्ता बिना किसी चिंता के इनका आनंद ले सकते हैं।

स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक के फाउंडर गगन आनंद ने कहा कि ओशिवारा में अपना नया आउटलेट लॉन्च करने को लेकर बेहद उत्साहित हैं और अब और भी ज्यादा ग्राहकों को हमारा इनोवेटिव फ्रोजन डेजर्ट एक्सपीरियंस देने का मौका मिलेगा। हमें उम्मीद है कि यहां डेजर्ट प्रेमियों को अपने खास, क्वालिटी और टेस्टी डेजर्ट से खुश कर पाएंगे।
मुंबई में स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक के फ्रेंचाइज़ यूनिट पार्टनर दीपक शाक्य ने कहा, ‘स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक लॉन्च करना हमारे लिए गर्व की बात है। हमारा मकसद सिर्फ टेस्टी डेजर्ट देना नहीं, बल्कि एक ऐसा अनोखा अनुभव देना है जो ब्रांड की मस्ती और रोमांच को दर्शाता है। हम डेजर्ट प्रेमियों को हमारे अनोखे और बोल्ड फ्लेवर्स के साथ कुछ नया और खास देने का मौका देना चाहते हैं।’
ओशिवरा, अंधेरी पश्चिम में इस नए आउटलेट का उद्घाटन होने से पता चलता है कि स्कूज़ो आइस ‘ओ’ मैजिक अपने उस मिशन में आगे बढ़ रहा, जहां उसका उद्देश्य पूरे भारत में नए और हेल्दी फ्रोजन डेजर्ट पहुंचाना है।

पुणे के अस्पताल ने गर्भवती महिला को नहीं किया भर्ती, सीएम फडणवीस ने दिया ये आदेश

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महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने 10 लाख रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान नहीं करने के कारण पुणे के एक अस्पताल द्वारा गर्भवती महिला को भर्ती करने से कथित तौर पर इनकार किए जाने की घटना की जांच के लिए पुणे में तैनात धर्मार्थ विभाग के संयुक्त आयुक्त के नेतृत्व में एक समिति गठित करने का आदेश दिया है। इस मुद्दे को एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमित गोरखे ने उठाया था और एक वीडियो संदेश में उन्होंने कहा कि उनके निजी सहायक की पत्नी तनीषा भिसे को दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल ने भर्ती करने से मना कर दिया, जिसके बाद उन्हें दूसरे अस्पताल में ले जाया गया जहां जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद महिला की मौत हो गई। 
सीएम फडणवीस ने समिति गठित करने का दिया आदेश

मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) की ओर से जारी एक बयान में कहा गया, ‘‘मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में भर्ती करने से इनकार किए जाने के बाद एक महिला की मौत की घटना को गंभीरता से लिया है। उन्होंने घटना की जांच के लिए पुणे में तैनात धर्मार्थ विभाग के संयुक्त आयुक्त की अध्यक्षता में एक जांच समिति के गठन का आदेश दिया है।’’ इसमें कहा गया है कि जांच समिति का नेतृत्व पुणे में तैनात धर्मार्थ विभाग के संयुक्त आयुक्त करेंगे और इसमें उप सचिव यमुना जाधव, धर्मार्थ अस्पताल सहायता प्रकोष्ठ के उप प्रमुख के प्रतिनिधि और प्रकोष्ठ के अधिकारी, मुख्यमंत्री सचिवालय और सर जे.जे.अस्पताल समूह मुंबई के अधीक्षक, विधि एवं न्याय विभाग के उप सचिव/अवर सचिव इस जांच समिति के सदस्य सचिव होंगे।’’

अस्पताल ने अपनी रिपोर्ट में क्या कहा

इस बीच, दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल ने अपनी आंतरिक जांच रिपोर्ट में कहा है कि 10 लाख रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान न करने पर गर्भवती महिला को भर्ती करने से इनकार करने के आरोप ‘भ्रामक’ हैं और उसके परिजन द्वारा ये आरोप ‘निराशा में’ लगाए गए हैं। इसमें कहा गया है कि महिला की गर्भावस्था उच्च जोखिम वाली श्रेणी में थी और उसके सात महीने के कम वजन वाले दो भ्रूणों तथा पुरानी बीमारियों के इतिहास के कारण कम से कम दो महीने तक नवजात को गहन चिकित्सा इकाई (एनआईसीयू) में उपचार की आवश्यकता थी। इसमें कहा गया है कि उपचार के लिए 10 से 20 लाख रुपये की आवश्यकता थी और परिवार को सलाह दी गई थी कि धन की कमी की स्थिति में वे मरीज को जटिल सर्जरी के लिए सरकारी ससून जनरल अस्पताल में भर्ती करा सकते हैं।

अस्पताल ने बनाई चार सदस्यीय समिति

इन आरोपों के मद्देनजर, अस्पताल ने चार सदस्यीय समिति द्वारा जांच कराई, जिसमें डॉ.धनंजय केलकर (चिकित्सा निदेशक), डॉ.अनुजा जोशी (चिकित्सा अधीक्षक), डॉ.समीर जोग (गहन चिकित्सा इकाई के प्रभारी) और डॉ.सचिन व्यवहारे (प्रशासक) शामिल थे। समिति ने अपनी जांच रिपोर्ट में दावा किया कि जब महिला के रिश्तेदारों ने डॉ.केलकर से संपर्क किया तो उन्होंने उनको जितना हो सके उतनी राशि का भुगतान करने की सलाह दी, लेकिन उन्होंने सलाह नहीं मानी।

गर्भवती महिला को भर्ती करने से इनकार के मामले में अजित पवार व बावनकुले ने कार्रवाई का वादा किया।

अजित पवार ने कही ये बात

महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शुक्रवार को कहा कि 10 लाख रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान न किए जाने पर अस्पताल में भर्ती न किए जाने के कारण एक गर्भवती महिला की मौत के मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को दंडित किया जाएगा। पवार ने कहा कि घटना की विस्तृत जांच के आदेश दे दिए गए हैं। पुणे के जिलाधिकारी जितेंद्र डूडी ने कहा कि जिला सिविल सर्जन को इस घटना के संबंध में दो दिन में रिपोर्ट पेश करने के लिए कहा गया है। यह कथित घटना दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में 28 मार्च को हुई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमित गोरखे के निजी सहायक की पत्नी तनीषा भिसे की दूसरे अस्पताल में जुड़वां लड़कियों को जन्म देने के बाद मौत हो गई थी।

चंद्रशेखर बावनकुले बोले- सीएम और डिप्टी सीएम ने इसे गंभीरता से लिया

पुणे जिले के संरक्षक मंत्री पवार ने एक बयान में कहा, ‘‘विशेषज्ञ चिकित्सकों की एक समिति द्वारा घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं। मैंने जिलाधिकारी से बात की है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि जांच में तेजी लाई जाए और यह पारदर्शी एवं निष्पक्ष तरीके से की जाए। उन्होंने बताया कि अस्पताल ने इस घटना के संबंध में अपना बयान दर्ज करवा दिया है और सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। पवार ने कहा, ‘‘सरकार इस घटना से आक्रोशित लोगों की भावनाओं को समझती है और दोषियों को कानून के अनुसार सजा दी जाएगी। नागरिकों को संयम बरतना चाहिए और सरकार का सहयोग करना चाहिए।’’ मंत्री और भाजपा की महाराष्ट्र इकाई के प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने घटना का गंभीरता से संज्ञान लिया है।

(इनपुट-भाषा)

मिल्की मिस्ट और मिल्कलेन की साझेदारी

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मुंबई। इनोटेरा के डेयरी और पशु आहार व्यवसाय मिल्‍कलेन ने भारत के अग्रणी और नवोन्‍मेषी डेयरी ब्रांडों में से एक, मिल्‍की मिस्‍ट के साथ रणनीतिक साझेदारी की घोषणा की है। इस गठजोड़ का उद्देश्य है मिल्‍की मिस्‍ट के बढ़ते मूल्‍य-वर्द्धित उत्‍पादों के लिए उच्च गुणवत्ता वाला, पूरी तरह से ट्रेसेबल (ट्रैक करने योग्य) दूध सुनिश्चित करना। मिल्‍कलेन प्रीमियम दूध की आपूर्ति के लिये अपने किसानों के मजबूत नेटवर्क और कठोर गुणवत्‍ता नियंत्रण से काम लेगी, जबकि मिल्‍की मिस्‍ट उन्‍नत डेयरी उत्‍पादों की आपूर्ति के लिये अपनी एडवांस्‍ड प्रोसेसिंग टेक्‍नोलॉजी और बाजार की पहुँच का इस्‍तेमाल करेगी। इस साझेदारी के तहत मिल्कलेन तीन वर्षों से अधिक समय तक प्रतिदिन 100 किलोलीटर प्रीमियम दूध की आपूर्ति करेगा। यह सहयोग 10,000 से अधिक किसानों को सीधे लाभ देगा, उन्हें उचित मूल्य और पोषण-समृद्ध पशु आहार की पहुंच सुनिश्चित करेगा।

400 करोड़ रुपये से अधिक के इस अनुबंध के तहत, मिल्कलेन अपने 100% बल्क मिल्क कूलर (बीएमसी) मॉडल, भारत में पहली बार इस्तेमाल की जा रही स्टेनलेस स्टील कैन वितरण प्रणाली और कठोर गुणवत्ता जांच जैसे प्रोटोकॉल के जरिए मिल्की मिस्ट को सर्वोत्तम गुणवत्ता वाला 100 किलोलीटर प्रीमियम दूध पहुंचाएगा। कलेक्शन सेंटर्स पर एंटीबायोटिक और मिलावट की गहन जांच की जाएगी। साथ ही, सप्लाई चेन की रीयल-टाइम ट्रैकिंग के ज़रिए पारदर्शिता, निरंतरता और ट्रेसबिलिटी सुनिश्चित होगी।

मिल्‍की मिस्‍ट, जो कि मूल्‍य-वर्द्धित डेयरी क्षेत्र में अग्रणी है, तमिलनाडु के पेरुंदुरई में स्थित अपने 75 एकड़ के पूर्णत: ऑटोमेटेड प्‍लांट में रोजाना 1.5 मिलियन लीटर दूध का प्रसंस्करण (प्रोसेस) करता है। कंपनी पवन और सौर ऊर्जा के उपयोग के ज़रिए स्थायित्व (सस्टेनेबिलिटी) के लिए प्रतिबद्ध है। मिल्कलेन के साथ यह सहयोग कंपनी की सप्लाई चेन को और अधिक मज़बूती देगा।

मिल्कलेन के मैनेजिंग डायरेक्टर हरीश शर्मा ने कहा, “यह साझेदारी पारदर्शिता, सस्टेनेबिलिटी और किसानों के सशक्तिकरण के प्रति हमारी साझा प्रतिबद्धता को दर्शाती है। हमारा उद्देश्य मिल्की मिस्ट को 100% ट्रेसेबल और उच्च गुणवत्ता वाला दूध प्रदान करना है। हम तकनीक आधारित दृष्टिकोण से काम करते हैं और अपने 10,000 से अधिक किसान नेटवर्क, 150 से अधिक बीएमसी यूनिट्स और 40 से अधिक गुणवत्ता परीक्षणों के ज़रिए डेयरी क्षेत्र में नई मिसाल कायम कर रहे हैं।”

मिल्की मिस्ट डेयरी के सीईओ डॉ. के. रत्नम ने कहा, “हम उपभोक्ताओं को विश्वसनीय, नवीन और उच्च गुणवत्ता वाले डेयरी उत्पाद देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। मिल्कलेन के साथ यह साझेदारी हमारे लिए एक स्थिर, अच्छी तरह से जांचा-परखा दूध सुनिश्चित करेगी। इसके अतिरिक्त, किसानों को वैज्ञानिक रूप से तैयार पोषणयुक्त पशु आहार और उचित मूल्य के ज़रिए सपोर्ट मिलेगा, जिससे संपूर्ण डेयरी इकोसिस्टम मज़बूत होगा।”

एम्बुलेंस से गौ तस्करी, दो की मौत, दो की हालत गंभीर, धार का मामला,

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ग्रामीणों ने पुलिस से की शिकायत एम्बुलेंस का उपयोग मरीजों को अस्पताल पहुंचाना होता है जिससे उन्हें समय पर उपचार मिल सके और उनकी जान बच जाये लेकिन मध्य प्रदेश में इन दिनों एम्बुलेंस प्याज खरबूजे और गौवंश ले जा रही है, पिछले दिनों मुरैना में प्याज से भरी एम्बुलेंस फिर गुना में खरबूजे से भारी एम्बुलेंस मिली थी अब धार में तस्करी के लिए गौवंश लेकर जा रही एम्बुलेंस मिली है।

 

Cow smuggling in an ambulance in Dhar MP: मध्य प्रदेश में गौ और गौवंश हत्या पर सख्त कानून है बावजूद इसके गौवंश तस्करी करने वाले गिरोह इस गैरकानूनी काम को कर रहे हैं, लगातार एक्शन के बाद अब तस्करों ने एम्बुलेंस को अपना हथियार बनाया है जिससे ये कहीं भी चैकिंग में रोके नहीं जा सकें और गौवंश को काटने के लिए आसानी से निकाल कर ले जा सके लेकिन गौमाता को पूजनीय मानने और गौहत्या को पाप समझने वाले सनातनी लोगों की नजर से ये बच नहीं पाते ऐसा ही एक मामला धार जिले के धामनोद से सामने आया है धार जिले के धामनोद थाना क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है एक एम्बुलेंस से गौवंश का परिवहन होते मिला है। गणपति घाट के नए ब्रिज के नीचे खड़ी एक एंबुलेंस क्रमांक MP 09 BA 0981 में गौवंश (सांड/बैल) भरे हुए थे। खड़ी  एम्बुलेंस हिलने लगी तो पलाशमाल के पूर्व सरपंच श्री राम और कुछ ग्रामीणों को शंका हुई उन्होंने जाँच की तो देखा कि एम्बुलेंस के अंदर गौवंश है।

9 गौवंश ठूंस ठूंस कर भरे थे, 2 की मौत हो चुकी थी दो बीमार थे दरअसल एम्बुलेंस का टायर फटा हुआ था इसलिए वो ब्रिज के नीचे खड़ी थी ग्रामीणों को जब उसमें गौवंश दिखाई दिए तो उन्होंने इसका ताला तोड़ा तो देखा कि एम्बुलेंस की बाकायदा गौवंश ले जाने के हिसाब से ही तैयार किया गया था, उसके अन्दर 9 गौवंश ठूंस ठूंस कर भरे थे जिसमें से 2 मृत अवस्था में थे जबकि दो की हालत गंभीर थी ।

लोकसभा में वक्फ संशोधन बिल पास

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Waqf Amendment Bill:  लोकसभा ने बुधवार को विभिन्न विपक्षी दलों के सदस्यों के कड़े विरोध के बीच वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को पारित कर दिया। इस बिल के पक्ष में 288 सांसदों ने वोट किया जबकि बिल के विरोध में 232 वोट पड़े। विपक्ष के सांसदों ने चर्चा के दौरान बिल के खिलाफ 100 से ज्यादा संशोधन प्रस्ताव दिए लेकिन वोटिंग के दौरान विपक्ष के सभी संशोधन गिर गए। चर्चा के दौरान  सरकार ने कहा कि अगर वह वक्फ संशोधन विधेयक नहीं लाती तो संसद भवन समेत कई इमारतें दिल्ली वक्फ बोर्ड के पास चली जातीं और कांग्रेस के शासनकाल में वक्फ संपत्तियों का सही से प्रबंधन होता तो केवल मुसलमानों की ही नहीं, बल्कि देश की तकदीर भी बदल जाती।
राज्यसभा में नंबर गेम की बात करें तो कुल मौजूद सदस्यों की संख्या 236 है। वक्फ संशोधन बिल पास कराने के लिए 119 सांसदों के समर्थन की जरूरत है। मनोनीत और निर्दलीय सदस्यों को मिलाकर एनडीए का आंकड़ा 125 पहुंच जाता है। वहीं विपक्षी दलों की बात करें तो वहां उनकी 95 है। वहीं 16 सदस्य ऐसे हैं जिनपर अभी सस्पेंस बना हुआ है। आइये जानते हैं राज्यसभा में क्या है नंबर गेम।

वक़्फ़ बिल का समर्थन (NDA)

  1. बीजेपी 98
  2. जेडीयू 4
  3. एनसीपी 3
  4. टीडीपी 2
  5. जेडीएस 1
  6. आरपीआई (अठावले) -1
  7. शिवसेना 1
  8. एजीपी 1
  9. आरएलडी 1
  10. यूपीपीएल 1
  11. आरएलएम 1
  12. पीएमके 1
  13. टीएमसी-एम 1
  14. एनपीपी 1
  15. निर्दलीय 2
  16. मनोनीत 6
कुल 125

वक़्फ़ बिल का विरोध (इंडिया गठबंधन )

  1. कांग्रेस 27
  2. टीएमसी 13
  3. डीएमके 10
  4. एसपी 4
  5. आप 10
  6. वाईएसआरसी 7
  7. आरजेडी 5
  8. जेएमएम 3
  9. सीपीआईएम 4
  10. सीपीआई 2
  11. आईयूएमएल 2
  12. एनसीपी -पवार 2
  13. शिवसेना -यूबीटी 2
  14. एजीएम 1
  15. एमडीएमके 1
  16. केसीएम 1
  17. निर्दलीय 1
कुल 95
वक़्फ़ बिल पर सस्पेंस 
  1. बीआरएस 4
  2. बीजेडी 7
  3. एआइएडीएमके 4
  4. बीएसपी 1
कुल 16

धार्मिक कामकाज में हस्तक्षेप नहीं

केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने लोकसभा में वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को चर्चा और पारित कराने के लिए रखते हुए यह भी कहा कि इसके माध्यम से सरकार और वक्फ बोर्ड मस्जिद समेत किसी धार्मिक संस्था के किसी धार्मिक कामकाज में हस्तक्षेप नहीं करेंगे। उन्होंने वक्फ संशोधन विधेयक के खिलाफ विपक्षी दलों के दावों को खारिज करते हुए कहा कि 1995 में जब कई संशोधनों के साथ व्यापक कानून बनाया गया था, तब किसी ने नहीं कहा था कि यह असंवैधानिक और गैरकानूनी है। रिजिजू ने कहा, ‘‘आज हम इसे सुधार कर ला रहे हैं तो यह असंवैधानिक लग रहा है।

वक्फ की संपत्तियां बेचनेवालों पर लगेगी लगाम

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि वक्फ की संपत्तियां बेच खाने वाले को इससे बाहर निकालने के लिए यह कानून लाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस संशोधन विधेयक का उद्देश्य औने-पौने दाम पर सौ साल के लिए वक्फ की जमीन किराये पर देने वाले लोगों को पकड़ना है। शाह ने कहा, ‘‘यह पैसा जो चोरी होता है, उसे पकड़ने का काम वक्फ बोर्ड करेगा।’’ उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके राज्य में (वक्फ की जमीन के लिए) जो मिलीभगत चल रह रही है वह अब नहीं चलेगी। गृह मंत्री ने कहा, ‘‘वे कहते हैं कि इसका (वक्फ की संपत्ति) हिसाब-किताब न करो, लेकिन इसका पैसा देश के गरीबों के लिए है न कि धन्ना सेठों के चोरी करने के लिए है।’’ शाह ने दावा किया कि विधेयक के कानून का रूप लेने के चार साल के अंदर मुस्लिम भाइयों को पता चल जाएगा कि यह कानून उनके फायदे में हैं।

सपा और कांग्रेस ने कहा-समस्या बढ़ेगी

सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने लोकसभा में कहा कि अपनी नाकामी पर पर्दा डालने के लिए सरकार वक्फ (संशोधन) विधेयक लाई और यह सत्तारूढ़ भाजपा का ‘‘सियासी हठ’’ है तथा ‘‘उसकी सांप्रदायिक राजनीति का एक नया रूप’’ है। उन्होंने विधेयक पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि वक्फ से जुड़े जिन मुद्दों पर फैसला लिया जाना था उन्हें इस विधेयक में अहमियत नहीं दी गई है। कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई ने लोकसभा में बुधवार को आरोप लगाया कि एक विशेष समुदाय की जमीन पर सरकार की नजर है। उन्होंने दावा किया कि मौजूदा वक्फ कानून में संशोधन होने पर देश में मुकदमेबाजी बढ़ेगी। उन्होंने सदन में वक्फ (संशोधन) विधेयक पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि वह यह नहीं कर रहे हैं कि संशोधन की जरूरत नहीं है, बल्कि संशोधन होना चाहिए और ‘‘हम इसके विरोध में नहीं हैं।’’ गोगोई ने कहा, ‘‘ यह कानून को और मजबूत बनाने के लिए होना चाहिए लेकिन इस विधेयक से देश में और समस्या बढ़ेगी, मसले बढ़ेंगे और मुकदमेबाजी भी बढ़ेगी।’’

मुंबई: कांदिवली के व्यास शॉपिंग सेंटर मामले में विवाद गहराया, पूर्व सिक्रेट्री ने लगाए गंभीर आरोप

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मुंबई, कांदिवली स्थित व्यास शॉपिंग सेंटर सोसायटी में चल रहा विवाद अब और गहरा गया है। सोसायटी की पुरानी प्रबंधन समिति को कथित तौर पर गैरकानूनी तरीके से बर्खास्त करने का मामला सामने आया है, जिसके बाद पूर्व सिक्रेट्री उमेश शाह ने सोसायटी के वर्तमान प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। शाह ने दावा किया है कि कमिटी को हटाने की प्रक्रिया में नियमों की खुली अनदेखी की गई और यह कदम सोसायटी के सदस्यों के हितों को नजरअंदाज करते हुए लिया गया।

उमेश शाह के मुताबिक, पुरानी कमिटी को बिना किसी औपचारिक नोटिस या सामान्य सभा की मंजूरी के बर्खास्त कर दिया गया, जो महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव सोसायटीज़ एक्ट के प्रावधानों का स्पष्ट उल्लंघन है। उन्होंने कहा, “यह एक सुनियोजित साजिश है, जिसमें पारदर्शिता की कमी और संभावित भ्रष्टाचार की बू आती है। हमारी कमिटी ने सोसायटी के विकास के लिए कई अहम कदम उठाए थे, लेकिन कुछ लोगों के निजी स्वार्थ के चलते हमें हटाया गया।” शाह ने यह भी आरोप लगाया कि वर्तमान प्रशासन ने सोसायटी के फंड का दुरुपयोग किया और सदस्यों को अंधेरे में रखा गया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार, यह विवाद पिछले कुछ महीनों से चल रहा था, लेकिन अब यह खुलकर सामने आ गया है। सोसायटी के कुछ सदस्यों ने शाह के समर्थन में आवाज उठाई है, जबकि कुछ ने नए प्रशासन का पक्ष लेते हुए कहा कि पुरानी कमिटी के कार्यकाल में भी कई अनियमितताएँ थीं। इस बीच, सोसायटी के मौजूदा पदाधिकारियों ने अभी तक इन आरोपों पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि यदि शाह के दावे सही पाए जाते हैं, तो यह मामला रजिस्ट्रार ऑफ को-ऑपरेटिव सोसायटीज़ के पास जा सकता है, और गैरकानूनी बर्खास्तगी साबित होने पर पुरानी कमिटी को बहाल करने का आदेश भी जारी हो सकता है। शाह ने संकेत दिया है कि वह इस मामले को कानूनी रूप से लड़ने के लिए तैयार हैं और जल्द ही रजिस्ट्रार के पास शिकायत दर्ज करेंगे।
कांदिवली के इस व्यावसायिक परिसर के आसपास रहने वाले लोगों और दुकानदारों के बीच भी इस मुद्दे को लेकर चर्चा जोरों पर है। कई लोगों का मानना है कि यह विवाद सोसायटी की संपत्ति और प्रबंधन के नियंत्रण को लेकर है। फिलहाल, सभी की नजर इस बात पर टिकी है कि यह मामला आगे कैसे बढ़ता है और क्या इसमें कोई बड़ा खुलासा होता है।
क्या है मामला
व्यास शॉपिंग सेंटर कांदिवली जिसकी पुरानी कमिटी में उमेश शाह सिक्रेट्री थे। मगर २०२३ में अचानक से सोसायटी पर एडमिनिस्ट्रेटर बैठा दिया गया और बिना सोसायटी चुनाव के ही पुरानी कमिटी को बर्खास्त करते हुए बीना किसी सोसाइटी चुनाव के ही नए मेंबर्स बना दिए गए।
उमेश शाह ने डेप्युटी रजिस्ट्रार देव कटे पर आरोप लगाया है कि उन्हें सोसायटी कानूनों की जानकारी काम है क्योकि वह एक नेशनल हॉकी प्लेयर है उन्हें स्पोर्ट कोटे के तहत नियुक्त किया गया है। शाह के अनुसार इन पर पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लग चुके है। व्यास शॉपिंग सेंटर में बड़े पैमाने पर लैंड लार्ड की देख रेख में अवैध बांधकाम भी हुए है जिसकी शिकायत मनपा में किया गया है।