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रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह चीन के किंगदाओ में एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेंगे

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श्री राजनाथ सिंह वैश्विक शांति व सुरक्षा पर भारत का दृष्टिकोण प्रस्तुत करेंगे, आतंकवाद को निर्मूल करने के लिए संयुक्त प्रयासों का आह्वान करेंगे तथा एससीओ देशों के बीच व्यापार, आर्थिक सहयोग और संपर्क को बढावा देने पर बल देंगे

रक्षा मंत्री चीन और रूस सहित कुछ भागीदार देशों के अपने समकक्षों के साथ द्विपक्षीय वार्ता करेंगे

रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह 25 से 26 जून, 2025 तक चीन के किंगदाओ में आयोजित होने वाली शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में एक उच्च-स्तरीय भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करेंगे। बैठक में क्षेत्रीय और अंतर्राष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा, आतंकवाद विरोधी प्रयासों और एससीओ सदस्य देशों के रक्षा मंत्रालयों के बीच सहयोग सहित कई मुद्दों पर चर्चा होने की उम्मीद है।

इस बैठक में रक्षा मंत्री एससीओ के सिद्धांतों के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को व्यक्त करने, अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए भारत के दृष्टिकोण को रेखांकित करने, क्षेत्र में आतंकवाद व उग्रवाद को खत्म करने के लिए संयुक्त प्रयासों का आह्वान करने के साथ ही एससीओ में शामिल देशों के अंदर और अधिक व्यापार, आर्थिक सहयोग एवं संपर्क की आवश्यकता पर बल देंगे। वह चीन और रूस सहित कुछ भागीदार देशों के रक्षा मंत्रियों के साथ द्विपक्षीय बैठकें भी करेंगे।

भारत क्षेत्र में बहुपक्षवाद, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और लोगों के बीच आपसी संपर्क को बढ़ावा देने में एससीओ को विशेष महत्व देता है। एससीओ संप्रभुता, राष्ट्रों की क्षेत्रीय अखंडता, आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप न करने, आपसी सम्मान, समझ और सभी सदस्य देशों की समानता के सिद्धांतों के आधार पर अपनी नीति का पालन करता है।

वर्ष 2001 में गठित एससीओ, एक अंतर-सरकारी संगठन है। भारत वर्ष 2017 में इसका पूर्ण सदस्य बना और वर्ष 2023 में इसकी अध्यक्षता संभाली। एससीओ के सदस्यों में भारत के अलावा कजाकिस्तान, चीन, किर्गिस्तान, पाकिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान, ईरान और बेलारूस शामिल हैं। चीन ने ‘शंघाई भावना की निरंतरता: गतिमान एससीओ’ थीम के अंतर्गत वर्ष 2025 के लिए एससीओ की अध्यक्षता संभाली है ।

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मेमोरी तकनीक में विश्व रिकॉर्डधारी सी.ए. डॉ. महेश गौड़ को मिला “महाराष्ट्र रत्न सम्मान”

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मुंबई। देश की शिक्षा प्रणाली में अभिनव बदलाव लाने वाले और मेमोरी तकनीक के क्षेत्र में विश्व रिकॉर्डधारी सी. ए. डॉ. महेश गौड़ को महाराष्ट्र रत्न सम्मान से सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें यूएनआई-ग्लोबल इंटेलेक्चुअल्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित वार्षिक शिक्षा शिखर सम्मेलन 2025 में प्रदान किया गया, जो नेशनल गैलरी ऑफ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए), मुंबई और भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय के सहयोग से आयोजित हुआ।
इस अवसर पर कई गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति रही, जिनमें मंगल प्रभात लोढ़ा (कौशल विकास, रोजगार, नवाचार मंत्री, महाराष्ट्र सरकार), एडवोकेट आशीष शेलार (सूचना प्रौद्योगिकी एवं सांस्कृतिक मामलों के कैबिनेट मंत्री), सुश्री निधि चौधरी (आईएएस, निदेशक, एनजीएमए मुंबई) और प्रेम शुक्ला (भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता) शामिल थे।
इस सम्मेलन में देशभर से कई व्यक्तित्वों को शिक्षा क्षेत्र में उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए सम्मानित किया गया। इनमें डॉ. गौड़ विशेष रूप से चर्चित रहे, जिनकी मेमोरी तकनीक न केवल छात्रों को संपूर्ण पुस्तक याद रखने में सहायता करती है, बल्कि यह तकनीक वैज्ञानिक रूप से सिद्ध है और रटने (रटंत विद्या) को प्रोत्साहित नहीं करती, बल्कि सीखने को समझने और स्थायी रूप से याद रखने की दिशा में मार्गदर्शन करती है।
डॉ. गौड़ की यह शोधपरक तकनीक यह बताती है कि मस्तिष्क कैसे काम करता है और उसे किस तरह प्रशिक्षण देकर अद्भुत परिणाम पाए जा सकते हैं। उनकी संस्था एडुवेदा एडटेक प्राइवेट लिमिटेड के अंतर्गत आने वाला ब्रांड एडुक्विक (Eduquik) जल्द ही इस मेमोरी तकनीक पर आधारित एक विशेष कोर्स लॉन्च करने जा रहा है। यह कोर्स न केवल भारत के छात्रों के लिए, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी विद्यार्थियों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
सम्मेलन आयोजकों ने डॉ. गौड़ के कार्यों की मुक्तकंठ से सराहना की और कहा कि उनका योगदान शिक्षा की पारंपरिक पद्धतियों में बदलाव लाने वाला है। उन्होंने यह साबित किया है कि वैज्ञानिक सोच और तकनीकी नवाचार से शिक्षा को अधिक प्रभावशाली और रोचक बनाया जा सकता है।
सम्मान प्राप्त करने के बाद डॉ. गौड़ ने कहा, “यह पुरस्कार मेरे लिए नहीं, बल्कि उन सभी छात्रों के लिए है जो बेहतर तरीके से सीखना चाहते हैं। हमारी कोशिश है कि हम विज्ञान आधारित शिक्षण विधियों को हर विद्यार्थी तक पहुंचाएं।”
शिक्षा शिखर सम्मेलन 2025 में डॉ. गौड़ जैसे प्रेरणादायक व्यक्तित्वों ने यह संदेश दिया कि नवाचार और समर्पण से शिक्षा को नई दिशा दी जा सकती है।

‘गौ राष्ट्र यात्रा’ – कामधेनु धाम गौशाला में विशेष प्रशिक्षण शिविर का भव्य शुभारंभ!

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‘गौ राष्ट्र यात्रा’ गुरुग्राम में: पंचगव्य से आत्मनिर्भरता और स्वस्थ भारत की ओर बढ़ा कदम, कामधेनु धाम गौशाला में विशेष प्रशिक्षण शिविर का भव्य शुभारंभ!


गुरुग्राम, हरियाणा: देशभर में गौमाता के महत्व को जन-जन तक पहुँचाती और सनातन संस्कृति की जड़ों को मजबूत करती ‘गौ राष्ट्र यात्रा’ आज हरियाणा के गुरुग्राम पहुँची। इस ऐतिहासिक यात्रा के पड़ाव के रूप में यहाँ कामधेनु धाम गौशाला, कार्टरपुरी, गुरुग्राम में एक पंचगव्य उत्पाद प्रशिक्षण शिविर का भव्य शुभारंभ हुआ। इस शिविर का उद्देश्य केवल गौशालाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना ही नहीं है, बल्कि समाज को गौ-आधारित पंचगव्य उत्पादों के माध्यम से प्राकृतिक, रसायनमुक्त और आयुर्वेदिक स्वास्थ्य रक्षा का एक प्राचीन और प्रभावी मार्ग दिखाना भी है। यह पहल हमारी सदियों पुरानी संस्कृति, स्वदेशी ज्ञान की पहचान और बेहतर स्वास्थ्य को पुनः जागृत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण और दूरगामी कदम है।

गौ राष्ट्र यात्रा का विराट विजन: स्वदेशी और स्वास्थ्य का आह्वान


इस पावन अवसर पर, ‘गौ राष्ट्र यात्रा’ का नेतृत्व कर रहे जीव-जंतु कल्याण एवं कृषि शोध संस्थान (AWARI) के अध्यक्ष श्री भारत सिंह राजपुरोहित ने सभा को संबोधित किया। अपने संबोधन में, उन्होंने गौमाता के समग्र महत्व और इस विराट यात्रा के उद्देश्यों पर विस्तार से प्रकाश डाला। राजपुरोहित ने बताया कि कैसे गौमाता केवल पशु नहीं, बल्कि हमारी अर्थव्यवस्था का आधार और स्वास्थ्य का श्रोत हैं। उन्होंने पंचगव्य उत्पादों की शक्ति को रेखांकित करते हुए कहा कि ये उत्पाद न केवल गौशालाओं को स्वावलंबी बना सकते हैं, बल्कि हर घर को शुद्ध और प्राकृतिक स्वास्थ्य समाधान भी प्रदान कर सकते हैं। यह यात्रा इसी गौ-आधारित जीवनशैली को देश के हर कोने तक पहुँचाने का एक सशक्त माध्यम है।

समर्पित गौभक्तों और गणमान्यजनों की गरिमामय उपस्थिति

इस प्रेरणादायक आयोजन में बड़ी संख्या में गौभक्तों और कई गणमान्य व्यक्तियों की गरिमामय उपस्थिति ने कार्यक्रम में चार चाँद लगा दिए। इनमें गुरुग्राम के विधायक मुकेश पहलवान, श्री चेतन दास जी (गौ संवर्धन, हरियाणा), संयोजक श्री पूरण यादव (उपाध्यक्ष, हरियाणा गौ सेवा आयोग), प्रशिक्षण प्रभारी श्री वीरेंद्र सिंह जी, जाने-माने पंचगव्य प्रशिक्षक श्री घनश्याम मीणा जी, संजय वशिष्ठ (सूर्या फाउंडेशन), और खबर किसान की चैनल के संस्थापक अंकित शर्मा प्रमुख रूप से शामिल थे। सभी उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों और गौभक्तों ने गौमाता और पंचगव्य के लाभों को जन-जन तक पहुँचाने और गौ-आधारित समाज के निर्माण के संकल्प को दोहराया।
‘गौ राष्ट्र यात्रा’ का गुरुग्राम में यह पड़ाव गौ-आधारित अर्थव्यवस्था के निर्माण, पारंपरिक ज्ञान के पुनरुत्थान और स्वस्थ व समृद्ध समाज की ओर एक नई उम्मीद जगाता है। यह आयोजन दर्शाता है कि कैसे सामूहिक प्रयासों से हम अपनी संस्कृति और स्वास्थ्य को सशक्त बना सकते हैं।

जीएमसीएल ने नशा मुक्त महाराष्ट्र मिशन के विस्तार के लिए मुंबई पुलिस संग क्रिकेट के मैदान पर बनाया अटूट गठबंधन 

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बांद्रा पश्चिम टूर्नामेंट चल रहे नशा मुक्ति अभियान में सामुदायिक सहभागिता की एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में उभरा

मुंबई। महाराष्ट्र में मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ़ चल रही लड़ाई को मज़बूती देने के लिए, मुंबई पुलिस और गली मोहल्ला क्रिकेट लीग (जीएमसीएल) शनिवार को बांद्रा वेस्ट ग्राउंड में एकजुट हुए। यह टूर्नामेंट राज्य के नशा मुक्ति अभियान के भीतर एक रणनीतिक सामुदायिक सहभागिता स्तंभ है। मैदान में छह टीमों की प्रतिस्पर्धा रही जहां खिलाड़ियों सहित सबने अभूतपूर्व सार्वजनिक उत्साह दिखाया, जो नशा मुक्त भविष्य के लिए एक साझा प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

स्पिरिचुअल लीडर बाबा इंदर प्रीत सिंह ने खेल देखते हुए कहा कि यहां बनाया गया हर रन उम्मीद का एक नया अध्याय लिखता है। यह पिच वह जगह है जहां हम महाराष्ट्र की आत्मा को नशे की छाया से मुक्त करते हैं। अमन बांदवी (ग्लोबल मिडास कैपिटल) ने कहा “जब युवा नशे की जगह बल्ले को चुनते हैं तो हमारी सड़कें फलती-फूलती हैं। यह निवेश स्थायी विरासत बनाता है।जीएमसीएल के सीईओ रमन गांधी और हरमीत सिंह (प्राइड अकादमी) ने पूरे राज्य में इस पहल को दोहराने की योजना की घोषणा की।

इस टूर्नामेंट में छह प्रतिस्पर्धी टीमों के बीच फाइनल मैच बांद्रा वेस्ट पुलिस और खार दांडा मोहल्ला टीम के बीच खेला गया जिसमें बांद्रा वेस्ट पुलिस को 44 रन का लक्ष्य दिया गया और वह 18 रन से पिछड़ गई।

टूर्नामेंट में मोहल्ला कमेटी खार डांडा ने चैंपियंस का खिताब जीता वहीं बांद्रा वेस्ट पुलिस वॉरियर्स ने दूसरा रनर-अप हासिल किया और स्टैलियन 11 (गर्ल्स ठाणे) ने रनर-अप का खिताब जीता।

डीसीपी दीक्षित गेदम ने ऑपरेशनल विजन पर जोर दिया,”जब अधिकारी और नागरिक एक साथ मिलकर काम करते हैं, तो हम विश्वास का निर्माण करते हैं जो तस्करों को अलग-थलग कर देता है। यह बेहतरीन सक्रिय पुलिसिंग है।

एसीपी अधिकाराव पोल, संजीव धूमल सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर खार पुलिस स्टेशन मुंबई, संजय मराठे सीनियर पुलिस इंस्पेक्टर बांद्रा पुलिस स्टेशन मुंबई और वैभव काटकर पुलिस इंस्पेक्टर (क्राइम) खार पुलिस स्टेशन मुंबई सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने इस आयोजन का नेतृत्व किया।

जीएमसीएल – कोर टीम द्वारा समर्थित इम्तियाज शेख, सूरज पालकर, मुनाफ अमीराली जावेद शेख, रऊफ शेख, संदीप और कोच शशांक ने घोषणा की, “क्रिकेट की एकजुट करने वाली शक्ति के माध्यम से, हम हर गली को ड्रग्स के खिलाफ प्रतिरोध की एक किरण में बदल देंगे। यह तो बस शुरुआत है।

बड़ौदा की मुख्य अतिथि राजकुमारी आशाराजा गायकवाड़ ने उपस्थित लोगों को प्रेरित किया और कहा कि महलों से लेकर खेल के मैदानों तक, हम एक हैं। इन जीतों से ऐसे समुदायों को प्रेरणा मिले, जहाँ उम्मीद नशे पर हावी हो।

मैच के दौरान डॉ. शकील सैफी (अध्यक्ष विश्व शांति सद्भाव), अनिल शर्मा (फिल्म निर्देशक), रवि भट्टाराई (हेड पोस्ट प्रोडक्शन टेलीविजन बालाजी टेली फिल्म्स लिमिटेड), रिजवान खान (आईएफईटी इंडो फ्रांस के अध्यक्ष), गिरिराज लाड (महाप्रबंधक एचएन रिलायंस), रूपेश पॉल (फिल्म निर्देशक) की उपस्थिति रही।

शाहरुख खान के फैंस ने मराठा मंदिर सिनेमाहॉल में डीडीएलजे फिल्म के 30 वर्ष पूर्ण होने पर किया सेलिब्रेट

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मुंबई। सुपरस्टार शाहरुख खान ने बॉलीवुड में 33 वर्ष पूरा कर लिया है और उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे को रिलीज हुए 30 वर्ष पूर्ण हो चुका है। यह रोमांटिक फिल्म मुंबई के मराठा मंदिर सिनेमाघर में 30 वर्ष से नियमित एक शो चल रहा है।

22 जून 2025 को मराठा मंदिर सिनेमाघर में डीडीएलजे फिल्म देखने के लिए शाहरुख खान के फैन बड़ी संख्या में एकत्रित हुए। शो समाप्त होने के सभी ने एक स्वर में जमकर शाहरुख खान नाम का नारा लगाया और उस फिल्म का डायलॉग बोलकर एक दूसरे को बधाई दिया। उसी दौरान सुपरस्टार के कई जूनियर एसआरके ने अपने गुरु का सिग्नेचर पोज दिखाया। टीम एसआरके मुंबई के सभी सदस्यों ने मिलकर एक बड़ा केक काटकर शाहरुख और उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म दिलवाले दुल्हनियां ले जाएंगे को सेलिब्रेट किया। टीम एसआरके मुंबई से जुड़े लड़के लड़कियां भारी उत्साह के साथ दिखे।

वहीं टीम एसआरके मुंबई के सपोर्ट में उद्योगपति और एम्पल मिशन के संस्थापक डॉ अनिल मुरारका भी उपस्थित रहे और फैंस के साथ शाहरुख खान जिंदाबाद के नारे लगाए। अनिल मुरारका ने कहा एक शाहरुख खान ही है जो असली सुपरस्टार है। उनके एक्टिंग से हम सभी शुरू से ही प्रभावित रहे हैं।

फैंस जश्न मनाकर अपने प्रिय सुपरस्टार से लेकर आम जनता तक अपना संदेश पहुंचाना चाहते हैं जिससे सिने फलक पर एसआरके की चमक हमेशा बरकरार रहे।

पूरी दुनिया में शाहरुख की जबरदस्त फैन फॉलोइंग है। उनके चाहने वाले उन्हें एसआरके और किंग खान के नाम से संबोधित करते हैं। देश के अलावा विदेशों में भी एसआरके का जलवा कायम है। बॉक्स ऑफिस पर एसआरके की फिल्मों का हिट होना निश्चित माना जाता है। 2024 में रिलीज हुई शाहरुख की तीन फिल्में पठान, जवान और डंकी ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता के नए कीर्तिमान स्थापित किया था। अब फैंस उनकी आगामी फिल्म किंग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। फैंस के अनुसार जब यह फिल्म रिलीज होगी तो सिनेमाहॉल को दर्शकों से भर दिया जाएगा और एक बार फिर बॉक्स ऑफिस पर सुनामी आएगा।

निराश्रित गौ वंश की सेवा और घायलों की शल्य चिकित्सा

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दमोह, 21 जून (हि.स.)। नगर में निराश्रित गौ वंश की सेवा में लगे युवाओं ने एक शिविर के माध्यम से घायल एवं अंगभंग गायों की शल्यक्रिया करवाने का कार्य शनिवार को किया गया। विदित हो कि नगर के पुराना थाना परिसर में एक छोटी जगह पर नगर के ही कुछ युवाओं के द्वारा गौ सेवा का कार्य प्रारंभ किया गया था जिसमेें पूर्ण समर्पण के साथ यह युवा पिछले लम्बे समय से लगे देखे जा सकते हैं। बिना किसी शासकीय मदद के यह अपने लक्ष्य को लेकर आगे बढते जा रहे हैं।

शल्य क्रिया के लिये शिविर-

नानाजी देशमुख वेटरनरी साइंस यूनिवर्सिटी के कुलगुरु डॉ. मनदीप शर्मा डीन डॉ. आरके शर्मा के निर्देशन एवं मार्गदर्शन में डॉ. शोभा जावरे और उनकी टीम ने यहां पर चार गौ माता की सर्जरी की और तीन गौ माता का कृत्रिम पैर बनाया गया। दो का प्लास्टर किया गया, एक गौ माता जिसे पुराना फ्रैक्चर था, उसका प्लास्टर फिक्सचर लगाकर किया गया इसके साथ अन्य गोवंश का उपचार भी किया गया।

मंत्री लखन पटेल के साथ कलेक्टर कोचर एवं एसपी सोमवंशी पहुंचे-

इस अवसर पर मध्यप्रदेश सरकार के पशु पालन डेरी राज्य मंत्री लखन पटेल ने कहा कि गौसेवा की जितनी तारीफ करें, उतनी कम है क्योंकि जिस भाव से यह लोग काम करते हैं। वेटरिनरी कॉलेज की पूरी टीम अपनी पूरी सर्जरी की टीम लेके आई और अभी देख रहे हैं 03-04 ऑपरेशन वह कर चुके हैं। टीम ने एक गाय के पैर के तीन ऑपरेशन करके उस गाय को चला दिया। नकली पैर लगाके उनको चलाया, गौ माता कभी चिल्ला कर कह तो सकती नहीं, दर्द सह लेगी, लेकिन कार्यकर्ताओं के दिल में जो भाव हैं, उस भाव की जितनी तारीफ की जाए उतनी कम हैं। मैं सदस्यों का बहुत-बहुत धन्यवाद करना चाहता हूँ, आज उनके बीच में आने का अवसर मिला।

 

 

निःसदेह प्रशंसनीय कार्य-कलेक्टर कोचर-

कलेक्टर सुधीर कुमार कोचर ने कहा पशु चिकित्सा शिविर का अवलोकन किया है, निरूसंदेह बहुत ही प्रशंसनीय कार्य है, ऐसे कार्य की बहुत ही जरूरत है, क्योकि बारिश के समय में पशु बहुत घायल होते है, पशुओं को चिकित्सीय उपचार की आवश्यकता होती है, उनको चिकित्सा सुविधा मिल नहीं पाती है, आज यहॉ पर वेटनरी कॉलेज के डॉक्टर भी आये हुए है, जो पशुओं की सर्जरी का काम करते है, निश्चित रूप से बहुत ही अच्छी पहल है, जिला प्रशासन की ओर से पूर्ण सहयोग दिया जा रहा है। दिये गये विकल्पों पर यह लोग विचार करेगें, जब तक नगर पालिका सीएमओ भी ज्वाइन कर लेंगे तदोपरांत कार्यवाही प्रारंभ की जायेगी।

इनका कार्य पवित्र अधिक सुविधा देने की आवश्यकता -एसपी

पुलिस अधीक्षक श्रुतकीर्ति सोमवंशी ने कहा यहां पर वैष्णवी निस्वार्थ समिति द्वारा बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है, पहले भी सूचना आती रही है, कि गौ सेवको के द्वारा आवारा पशुओं की सेवा करते है और घायल पशुओं का इलाज किया जाता है। आज मंत्री श्री पटैल ने, कलेक्टर सर के साथ कैम्पस का अवलोकन किया और समिति को बेहतर सुविधा किस प्रकार से दी जा सकती है, इस पर विचार किया जा रहा है, इनको और भी बेहतर सुविधा देने की आवश्यकता है, जिससे और भी अच्छे कार्य कर पाये। इस अवसर पर गणमान्य नागरिकों एवं गौ सेवकों की उपस्थिति

हिन्दुस्थान समाचार / हंसा वैष्णव

गोवंश की तस्करी पूरी तरह से रोकी जाए

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अल्मोड़ा। उत्तराखंड गो सेवा आयोग के अध्यक्ष डाॅ. राजेंद्र प्रसाद अणथ्वाल ने कहा कि गाय भारतीय संस्कृति की रीढ़ है। इसके लिए शासन स्तर पर भी पशु कल्याण बोर्ड को और अधिक सशक्त बनाया जा रहा है ताकि पर्वतीय क्षेत्रों में बद्री गाय को संरक्षित किया जा सके। उन्होंने पुलिस अधिकारियों को गोवंश की तस्करी को पूर्णरूप से रोकने के निर्देश दिए। शुक्रवार को विकास भवन सभागार में निराश्रित गोकल्याण कार्यक्रम की समीक्षा बैठक में उन्होंने ये बातें कहीं। उन्होंने गोवंश को सड़कों पर छोड़ने वाले पशुपालकों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने मुख्य पशुचित्साधिकारी को निर्देश दिए कि ग्राम स्तर, नगर निकाय और नगर पंचायत स्तर पर पशु जन्म-मृत्यु रजिस्टर अनिवार्य रूप से बनाया जाए। गो सदन संचालक लक्ष्मण सिंह कडाकोटी ने सुझाव दिया कि गो सदनों को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास करना चाहिए।

उन्होंने अध्यक्ष को सुझाव दिया कि गो सदनों में गोमूत्र, अर्क प्लांट, वर्मी कंपोस्ट पीट एवं गोबर गैस प्लांट का निर्माण कराया जाए ताकि और लोग भी गो सदन से प्रेरणा ले सकें। मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डॉ. योगेश अग्रवाल ने बताया कि जिले में वर्ष 2024-25 में 1081 निराश्रित पशुओं की निशुल्क चिकित्सा की गई। बैठक में संयुक्त मजिस्ट्रेट रानीखेत राहुल आनंद, भौमिक पशु सेवा सुरक्षा समिति की संचालक कामिनी कश्यप, श्री गुरुकृपा गौ सुरक्षा समिति गौसदन संचालक खीमानंद नैनवाल, ग्राम्य समाज कल्याण समिति गौसदन संचालक लक्ष्मण सिंह कैडाकोटी, श्री नीम करौली महाराज मां गायत्री ट्रस्ट गौ सदन संचालक यशवंती टम्टा, गौ सेवा न्यास गुरुकुल के संचालक दयाकृष्ण कांडपाल, गौ ग्राम उत्थान ट्रस्ट के संचालक आनंद सिंह असवाल आदि मौजूद रहे।

वैशाली भाऊरजार को निर्माता निर्देशक धीरज कुमार ने किया sammanit

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मेगामॉडल वैशाली भाऊरज़ार को निर्माता निर्देशक और अभिनेता डॉ.धीरज कुमार के हाथों बॉलीवुड आइकॉनिक अवॉर्ड 2025 का सम्मान मिला। यह अवॉर्ड उन्हें बेस्ट सुपर मॉडल के रूप में प्राप्त हुआ।
इससे पहले नेशनल लेवल ग्लैडरैग्स मेगामॉडल अचीवर और ब्यूटी आइकन वैशाली भाऊरज़ार लीजेंड दादासाहेब फाल्के अवॉर्ड 2025 से सम्मानित हो चुकी हैं। प्रसिद्ध बॉलीवुड गायक पद्मश्री उदित नारायण के हाथों उन्हें यह सम्मान मिला है। यह उनका तीसरा अवसर रहा जिसमें उन्हें पुनः उदित नारायण के हाथों सम्मान प्राप्त हुआ है। इससे पहले भी वैशाली को पद्मश्री उदित नारायण के हाथों सुपर ह्यूमन एक्सीलेंस अवार्ड 2024 और मुम्बई ग्लोबल की ओर से अखण्ड भारत गौरव अवार्ड 2024 का अवार्ड मिल चुका है।
आज कई बड़ी ब्रांड का पसंदीदा चेहरा है वैशाली भाऊरज़ार, जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ढेर सारे अवॉर्ड से सम्मानित हो चुकी है। कुछ समय पहले ही इन्हें नेहरू युवा केन्द्र मुम्बई द्वारा महाराष्ट्र मिनिस्ट्री ऑफ युथ अफेयर्स एंड स्पोर्ट्स की ओर से राष्ट्रीय सम्मान चिन्ह प्राप्त हुआ था।
मेगामॉडल वैशाली भाऊरज़ार को पद्मश्री उदित नारायण की पत्नी दीपा नारायण के हाथों मिस इंडिया विनर का अवार्ड मिल चुका है। इस ब्यूटी पेजेंट शो की वह विनर रही। इस वर्ष के वैलेन्टाइन डे पर वैशाली भाऊरज़ार ने अनोखा कदम उठाया है और लोगों के लिए नई मिसाल प्रस्तुत की है। उन्होंने यह विशेष दिन ‘सुरक्षा हेल्थ एंड एजुकेशन वेलफेयर एसोसिएशन’ एनजीओ की टीम और स्टूडेंट्स के साथ मनाया। वह नारी शक्ति सम्मान से भी सम्मानित हो चुकी है।
वैशाली ने जहाँ कई पुरस्कार पाएं हैं वहीं मुख्य अतिथि के रूप में विभिन्न कार्यक्रमों में सम्मिलित हुयी हैं। फार्मेसी के स्टूडेंट्स को उन्होंने अपने हाथों से पुरस्कार प्रदान किया है साथ ही राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में भी उन्होंने अवार्ड्स देकर खिलाड़ियों को सम्मानित किया है।
वर्तमान समय में मेगा मॉडल वैशाली का परफॉर्मेंस उच्च दर्जे का है। वह राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उपलब्धियां और ख्याति प्राप्त कर रही हैं। अपनी विशेष खूबियों और कौशल के कारण वह कई राज्यस्तरीय और राष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं में जीत हासिल कर चुकी है। कुछ समय पहले एक एनजीओ के साथ मिलकर बॉलीवुड महाआरोग्य कैम्प के आयोजन में उनकी सहभागिता भी देखी गई, जहाँ बॉलीवुड तथा मीडिया के लोगों के लिए निःशुल्क चिकित्सीय सेवायें उपलब्ध कराई गई थी। कोरोना काल के दौरान उन्होंने कोविड प्रोडक्ट्स की ब्रांडिंग के विज्ञापन भी किये हैं।
वैशाली ने जन जागरूक करने वाले विज्ञापन भी किये हैं जैसे डोंट ड्रिंक एंड ड्राइव के प्रति सतर्कता आदि। साथ ही बीएसएनएल और कई छोटे बड़े विज्ञापन भी उन्होंने किये हैं।
एक बार जब मुम्बई में चिलचिलाती 38 डिग्री की धूप में क्रिकेट की आईपीएल प्रतियोगिता संपन्न हुई थी वहाँ पर पहुँचकर वैशाली ने खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाया था।
वैशाली ने एक छोटे से शहर से लेकर महानगर में अपनी छवि बनाने के लिए काफी मेहनत की है। वैसे उनकी मॉडल बनने की कहानी काफी दिलचस्प और प्रेरणादायक है।
वैशाली प्रारंभ में एयर होस्टेस बनना चाहती थी और वह बनी भी। किंगफिशर एयरलाइंस के साथ उन्होंने एक्स कैबिन क्रू (एयरहोस्टेस) के रूप में काम भी किया। आज अपनी मेहनत और किस्मत के कारण नेशनल लेवल अचीवर है। वह अपनी कड़ी मेहनत और लगन से लगातार अपने कर्मपथ आगे बढ़ रही है और कई ब्रांड्स व युवाओं का पसंदीदा चेहरा बन चुकी है।

सच्चे प्रेम को महसूस करने वालों के लिए है गाना “मेरी जन्नत है तू” 

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मुंबई। संगीत प्रेमियों के लिए रोमांटिक वीडियो सॉन्ग “मेरी जन्नत है तू” को मुंबई में अंधेरी पश्चिम स्थित रेड रिबन म्यूजिक के कार्यालय में 19 जून 2025 को लॉन्च किया गया। यह कार्यक्रम प्रेम, भावना और रचनात्मकता का जीवंत उदाहरण बना।

रेड रिबन म्यूजिक बैनर, जिसकी कमान जानी-मानी गायिका और कंपनी की मैनेजिंग डायरेक्टर लालित्य मुनशॉ के हाथों में है, उन्होंने कहा कि यह गाना न केवल एक मधुर धुन है, बल्कि एक भावना है – एक ऐसा अनुभव जो प्रेम की गहराईयों को छूता है।

“मेरी जन्नत है तू” गाने की जान है इसकी गायिका रूबाई, जिनकी भावपूर्ण आवाज़ इस गीत को जीवंत बनाती है। रूबाई की गायकी में वो जादू है जो सीधे दिल से जुड़ता है। उनकी आवाज़ में एक ऐसी मासूमियत और गहराई है जो इस गीत के भावों को और भी असरदार बना देती है।

इस गाने के संगीत और बोल दोनों की रचना मनीष निखारे द्वारा की गई है, जिन्होंने सरल और असरदार शब्दों के ज़रिए प्रेम की गहराई को बख़ूबी उकेरा है। उनकी लेखनी में एक सहजता है जो श्रोताओं को अपनी कहानी से जोड़ लेती है।

इस गीत की वीडियो प्रस्तुति भी उतनी ही सशक्त और संवेदनशील है जितनी इसकी ध्वनि। निर्देशक प्रशांत हेडाऊ ने इसे न केवल एक संगीत वीडियो के रूप में बल्कि एक प्रेम कथा की तरह निर्देशित किया है।

मुख्य कलाकारों के रूप में स्तुति गोयल और पुजित कपूर ने अपनी शानदार अदाकारी से गाने के भावों को बख़ूबी निभाया। स्तुति की आँखों में प्रेम और पीड़ा की भावनाएँ झलकती हैं, वहीं पुजित का भावनात्मक प्रदर्शन दर्शकों को कहानी से बाँध लेता है।

शहज़ाद द्वारा फिल्माई गई सिनेमैटोग्राफी इस वीडियो को एक अलग ही स्तर पर ले जाती है। कैमरे का हर एंगल, हर फ्रेम, गाने के भावों से मेल खाता है।

अभिषेक – नीति सिंह की कोरियोग्राफी इस गाने की आत्मा में चार चांद लगाती है। नृत्य में भाव, लय और प्रेम की अभिव्यक्ति देखने को मिलती है जो गीत को और भी प्रभावशाली बनाती है।

उमेश प्रजापति द्वारा किया गया संपादन वीडियो को एक परफेक्ट फिनिश देता है। कट्स, ट्रांजिशन और सीन का तालमेल ऐसा है कि दर्शक एक बार देखने के बाद दोबारा देखने से खुद को रोक नहीं पाएंगे।

इस भव्य कार्यक्रम में निर्माता पुष्पा शंकर निखारे, गायिका रूबाई, निर्देशक प्रशांत हेडाऊ, गीतकार, संगीतकार मनीष निखारे, और अन्य तकनीकी सदस्यों की उपस्थिति ने समारोह को खास बना दिया।

पुष्पा शंकर निखारे ने कहा, “यह गाना मेरे दिल के बेहद करीब है। इसकी भावना हर उस व्यक्ति को छूएगी जो सच्चे प्रेम को महसूस करता है।”

लालित्य मुनशाॅ (Red Ribbon Music की एम.डी.) ने कहा, “हमें गर्व है कि हमने एक ऐसा गीत प्रस्तुत किया है जो संगीत प्रेमियों के दिलों को छूएगा। ‘मेरी जन्नत है तू’ उन गीतों में से है जो सालों तक याद रखा जाएगा।”

रूबाई, भावुक होकर बोलीं, “यह गाना मेरे लिए एक प्रार्थना जैसा है। मुझे उम्मीद है कि यह लोगों के दिल तक पहुँचेगा और उन्हें वही सुकून देगा जो मुझे इसे गाते समय महसूस हुआ।”

वीडियो की पहली स्क्रीनिंग के दौरान वहाँ मौजूद सभी दर्शक बेहद भावुक हो गए और तालियों की गूंज में वीडियो को खूब सराहा गया।

“मेरी जन्नत है तू” अब Red Ribbon Music के यूट्यूब चैनल समेत सभी प्रमुख म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स (Spotify, Apple Music, JioSaavn) पर उपलब्ध है। रिलीज़ के कुछ ही घंटों में गाने ने सोशल मीडिया पर लोकप्रियता हासिल करनी शुरू कर दी है।

संगीत समीक्षक और म्यूजिक ब्लॉगर गाने की रचनात्मकता, सादगी और भावना की तारीफ कर रहे हैं। विशेष रूप से युवा वर्ग और प्रेम गीतों के प्रशंसक इस गाने से जुड़ाव महसूस कर रहे हैं।

“मेरी जन्नत है तू” सिर्फ एक गाना नहीं है, यह एक अनुभव है — प्रेम की एक परिपूर्ण अभिव्यक्ति, जो सुरों और दृश्यों के ज़रिए दिल में उतर जाती है। यह गीत उस हर व्यक्ति के लिए है जिसने सच्चे प्रेम को महसूस किया है, खोया है या फिर आज भी उसका इंतज़ार कर रहा है।

मुंबई के सभी पक्षों को उजागर करती है राजेश विक्रांत की आमची मुंबई-2

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आशीर्वाद के कार्यक्रम में जुटे शहर के प्रमुख रचनाधर्मी/ दिखे मुंबई के विविध रंग
मुंबई: शहर की अग्रणी साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था “आशीर्वाद” द्वारा आयोजित लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार राजेश विक्रांत की नई पुस्तक “आमची मुंबई-2” का विमोचन समारोह शुक्रवार 20 जून की शाम को गोरेगांव के अजंता पार्टी हॉल में आयोजित किया गया।
मुख्य अतिथि भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल ने कहा कि मैं राजेश विक्रांत जी की लेखन प्रतिभा से दोपहर का सामना के शुरू के दिनों से परिचित हूँ। आमची मुंबई भाग 1 के बाद ये पुस्तक मुंबई के सभी पक्षों को उजागर करती है। मुंबई के बारे में जानने में यह पुस्तक काफी मददगार होगी।
संतोष कुमार झा (अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक: कोंकण रेलवे), सुप्रसिद्ध अभिनेता विष्णु शर्मा, भुवेंद्र त्यागी ( संपादक: दैनिक भास्कर),  आशीर्वाद के निदेशक डॉ उमाकांत बाजपेयी, अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल, अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन, ठाणे के अध्यक्ष सुभाषचंद्र अग्रवाल, श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष आचार्य पवन त्रिपाठी, वरिष्ठ साहित्यकार ह्रदयेश मयंक, मुंबई लोकल’ तथा ‘महाराष्ट्र बलिदानों की धरती’ के रचनाकार तथा मुंबई पर 1500 से अधिक लेखों के सर्जक विमल मिश्र, 6 उपन्यासों समेत 10 किताबों के लेखक,चार राज्य साहित्य अकादमी पुरस्कार व उर्दू उपन्यास रोहज़िन के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता रहमान अब्बास, वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर व डॉयल 100 स्तंभ फेम सुनील मेहरोत्रा, विवेक अग्रवाल (मुंबई क्राइम पर कुल 23 पुस्तकों के लेखक), हरि मृदुल (कहानियों व लघुकथाओं में मुंबई के जनजीवन को साकार करने वाले साहित्यकार तथा नवभारत टाइम्स के ‘आमची मुंबई’ के स्तंभकार, टीवी पत्रकार व मुंबई पर दो पुस्तकों के लेखक जीतेन्द्र दीक्षित, शराफत खान (‘दहशत का अनसुना इतिहास: बॉम्बे के डॉन’ फेम), नितीन सालुंखे (‘अज्ञात मुंबई’ तथा ‘अज्ञात मुंबई-2’ फेम) ने पुस्तक का विमोचन किया। इसके पहले संतोष कुमार झा को आशीर्वाद राजभाषा रत्न पुरस्कार प्रदान किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत से पूर्व
दिग्गज मराठी क्राइम रिपोर्टर प्रभाकर पवार (मुंबई क्राइम पर कुल 9 पुस्तकों के लेखक) ने लेखक राजेश विक्रांत को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम की विशेषता यह रही कि इसमें मुंबई के इतिहास, संस्कृति, साहित्य, सामाजिक जीवन, अपराध पर विशिष्ट पुस्तकों/ लेखों/ उपन्यासों के लेखक विशेष अतिथियों  ने अपनी रचना प्रक्रिया, लेखन व अपनी पुस्तकों से जुड़े अनुभव बांटे। ह्रदयेश मयंक ने मुंबई के साहित्यिक परिदृश्य का परिचय दिया, विमल मिश्र ने मुंबई महानगर को रचनात्मक प्रेरणा की भूमि कहा तो हरि मृदुल की राय में मुंबई धर्मवीर भारती, शैलेश मटियानी आदि साहित्यकारों की रचनात्मक सरजमीं है। रहमान अब्बास ने अपने उपन्यास रोहजिन के मुंबई से रिश्ते को रेखांकित किया तो जीतेन्द्र दीक्षित ने अपने उपन्यास बॉम्बे-3 की चर्चा की। आचार्य पवन त्रिपाठी ने आजादी की लड़ाई में मुंबई का योगदान पुस्तक की रचना प्रक्रिया साझा की।
प्रमुख अतिथियों में भुवेंद्र त्यागी का सारगर्भित वक्तव्य काफी सराहा गया। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में आमची मुंबई के सभी रंग उपस्थित हैं। विष्णु शर्मा ने आमची मुंबई से अपने खास रिश्ते को रेखांकित किया। संतोष कुमार झा ने अपनी कविताओं से श्रोताओं का मन मोह लिया। अतिथियों का स्वागत आशीर्वाद की सहनिदेशिका नीता बाजपेयी, विकलांग की पुकार के कार्यकारी संपादक विकलांग की पुकार के कार्यकारी संपादक सरताज मेहदी, कथाकार संगीता बाजपेयी, साहित्यकार डॉ जे पी बघेल ने किया।
इस कार्यक्रम में भारत पब्लिकेशन की निदेशक कमर जबीं, डिजाइनर भालचंद्र मेहेर व पत्रकार शिवपूजन पांडेय का सम्मान किया गया। साहित्य संगम संस्थान के कवि राम सिंह, पत्रकारिता कोश के संपादक आफताब आलम व समाजसेवी विनोद मिश्र ने लेखक राजेश विक्रांत का सम्मान किया। कार्यक्रम का संचालन कवि, साहित्यकार देवमणि पांडेय ने किया आभार प्रदर्शन राजेश विक्रांत ने किया। इस कार्यक्रम में डॉ हरिप्रसाद राय, शत्रुघ्न प्रसाद, अलका अग्रवाल सिगतिया, रानी अग्रवाल, डॉ जितेंद्र पांडेय, डॉ भालचंद्र तिवारी, अमर त्रिपाठी, महेश दुबे, राकेश दुबे, शैलेन्द्र श्रीवास्तव, मनीषा गुरव, तुलसीदास भोईटे, जीतसिंह चौहान, डॉ नीलिमा पांडेय, संगीता तिवारी आसमां, नामदार राही, गुलशन मदान, डॉ नरोत्तम शर्मा, ओम व्यास, प्रदीप गुप्ता, संजय अमान, इंद्रदेव पांडेय, पंकज सिंह, शिरीष उपाध्याय, लालचंद तिवारी, डॉ वीरेंद्र मिश्र, चंद्रकांत दुबे, विनय शर्मा दीप, अनिल कुमार राही, रवींद्र दुबे, लक्ष्मीकांत कमल नयन, संस्कृति दुबे, अजय शुक्ल बनारसी, राजीव रोहित, शरद नानल, प्रेम अग्रवाल, कमर हाजीपुरी, पवन सक्सेना, त्रिलोचन सिंह अरोड़ा, आदित्य दुबे, राजकिशोर तिवारी, राकेश कुमार तिवारी, नीतू पांडेय क्रांति, गजानन महतपुरकर, मनोरमा त्रिपाठी, डॉ आलोक धर द्विवेदी, डॉ नीता धर द्विवेदी, शुभम तिवारी, रीमा राय सिंह, शर्मिला मिश्र, अनुपम मिश्र, आस्था मिश्र, देवांशी मिश्र, गिरिजेश कुमार ओझा, गुड्डू पाठक, श्रीधर मिश्र आत्मिक, ओमप्रकाश तिवारी, रवि प्रकाश सिंह, लक्ष्मी यादव, संतोष पांडेय, एड राजीव मिश्र मधुकर, प्रेम चौबे, एस एन सिंह, अखिलेश मिश्र, अल्ताफ आलम, राम कुमार, डॉ महिमा, कुमुद त्रिपाठी, जाफर शेख, धर्मेंद्र पांडेय, संजय सिंह निर्जल, त्रिभुवन दुबे, राज कुमार मिश्र, राजू मिश्र कविरा, आनंद मिश्र, कैलाश तिवारी, देवांश मिश्र, अशोक मिश्र, समीउल्लाह खान, अनिल त्रिपाठी कड़क, नीलेश पाठक, हीरेन्द्र झा, श्रुति भट्टाचार्य समेत साहित्य, पत्रकारिता व संस्कृति जगत के मशहूर हस्ताक्षर मौजूद रहे।
बता दें कि मुंबई पर अब तक राजेश विक्रांत के कार्यों में “मुंबई माफिया: एक एनसाइक्लोपीडिया” ( श्री प्रभाकर पवार की मराठी पुस्तक का हिंदी अनुवाद- 2012), “आमची मुंबई”- 2019, “आजादी की लड़ाई में मुंबई का योगदान” ( आचार्य पवन त्रिपाठी के साथ सह लेखन- 2022), “स्वातंत्र्य लढ्यातील मुंबईचे योगदान”( आचार्य पवन त्रिपाठी के साथ सहलिखित पुस्तक का सुश्री पल्लवी शिंदे- माने, मैडिसन, विस्कॉन्सिन, अमेरिका द्वारा मराठी में अनुवाद- 2024) तथा “मुंबई और हिंदी” ( डॉ दीनदयाल मुरारका के साथ सह लेखन) और ‘आदिज्ञान’ (संपादक: जीतसिंह चौहान, संस्कृति-साहित्य की शीर्षस्थ त्रैमासिकी का जुलाई 2024-जून 2025) के ‘मुंबई का कोली समुदाय विशेषांक’ का संयोजन और अतिथि संपादन शामिल है। इन महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उन्हें महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के राज्य स्तरीय जीवन गौरव सम्मान छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय एकता पुरस्कार- 2024-25 से सम्मानित किया गया है। आमची मुंबई- 2 का प्रकाशन भारत पब्लिकेशन, मुंबई द्वारा किया गया है। 424 पृष्ठों की इस पुस्तक का मूल्य 750 रुपए है।