बाग . सरकारी गौ शालाओं की हालत माली है इस ओर कोई देखने वाला नहीं है सरकार ने भले ही अच्छी मंशा से इन गौ शालाओं का निर्माण किया हो परन्तु उनका रख रखाव बिल्कुल नहीं है। नगर में विचरण करने वाली गौमाताओं की दुर्दशा के चलते गायों की हो रही मौतों से व्यथित नगर के गौ सेवको ने गौ सेवा संकल्प समिति का गठन किया एवं गायों के चारा पानी की समुचित व्यवस्था करने के लिए कार्य योजना बनाकर जब समिति सदस्यों ने समीपस्थ ग्राम महाकाल पूरा में निर्मित गौशाला का अवलोकन किया । नगर में विचरण करने वाली गायों को रखने पर आवश्यक सुविधाओं को देखा तो देखने पर पाया गया कि लाखो की राशि खर्च करने के बाद भी विभागीय गैर जिम्मेदारी के चलते महाकाल पूरा में 2019 में लोकार्पित गौशाला पूर्णत: अनुपयोगी बनी हुई है ।
गौशाला में गायों के लिए पेयजल उपलब्ध करवाने के लिए नलकूप खनन नहीं किया हुआ है और समीप के कुएं से पानी लाने के लिए ना ही बिजली की उपलब्धता है । ग्रामीण यांत्रिकी विभाग द्वारा 27 लाख की राशि से निर्मित एवं 2019 में लोकार्पित इस गौशाला में विभागीय अधिकारियों की गैर जिम्मेदारी के चलते गौ शाला अपने लोकार्पण के बाद से ही अनुपयोगी बनी हुई है । पहुंच मार्ग भी आधा अधूरा एवं बेतरतीब है । बिजली, पानी की कोई सुविधा गौशाला मे नहीं है । आरईएस विभाग द्वारा निर्धारित मापदंड के अनुसार निर्माण नहीं करवाने एवं इस्टीमेट में नलकूप खनन , बिजली कनेक्शन आदि होने के बावजूद आवश्यक कार्य नहीं किए जाने से गौशाला निर्माण व्यर्थ साबित हो रहा है ।