मेरठ। नौचंदी ग्राउंड में गौ-हत्या कर अवशेष फूलबाग कालोनी में बसपा कार्यालय के समीप नाले में फेंकने वाले सात गोतस्करों पर गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर लिया। उसके बाद पुलिस ने सभी पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हाल ही में गोकशी के आरोप में जमानत पर छूटकर जेल से बाहर आए थे। 14ए के तहत पुलिस उक्त सभी की संपत्ति के बारे में भी जानकारी जुटा रही है।
दो फरवरी को नौचंदी क्षेत्र स्थित बसपा कार्यालय के समीप फूलबाग कालोनी गली नंबर दस के पीछे नाले में गोवंश अवशेष मिले थे। हिंदू संगठन के हंगामा करने के बाद नौचंदी पुलिस ने गोकशी का मुकदमा दर्ज कर लिया। उसके बाद कप्तान ने गोकशी रोकने में नाकाम फूलबाग कालोनी चौकी प्रभारी महेश कुमार, दारोगा वीरेंद्र सिंह, दारोगा पवन कुमार और सिपाही प्रकाश को सस्पेंड कर दिया था।
जमानत पर छूट गए सभी आरोपित
बाद में इंस्पेक्टर ईलम सिंह ने पुलिस की टीम बनाकर सात फरवरी को मुठभेड़ के बाद गोकशी के आरोपित साजिद, शाबाज कुरैशी, सलीम अट्टा, शरीफ उर्फ सुक्के, नज्जू, रियाजुद्दीन, मोहसीन को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। सभी आरोपित जेल से जमानत पर छूट गए। निगरानी में सामने आया कि सभी आरोपित फिर से गोकशी का प्रयास कर रहे थे।
ऐसे में सभी आरोपितों के खिलाफ 14 मई को पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज किया। इंस्पेक्टर ने बताया कि साजिद निवासी दुन्नी वाली गली जाकिर कालोनी, शाबाज कुरैशी निवासी लक्खीपुरा, शरीफ उर्फ सुक्के निवासी नीचा सद्दीक नगर, नज्जू निवासी आम पेड वाली गली जाकिर कालोनी और रियाजुद्दीन निवासी कांच का पुल अहमद नगर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।सलीम अट्टा और मोहसीन अभी पकड़ से दूर है। उनकी तलाश में दबिश डाली जा रही है। सभी आरोपितों पर गोकशी से तीन से चार मुकदमे दर्ज है, जो नौचंदी ग्राउंड में गौ-हत्या करने के बाद अवशेष को फूलबाग कालोनी स्थित नाले में फेंक देते थे। जेसीबी से नाले की खोदाई कराने के बाद नगर निगम की टीम ने भारी संख्या में अवशेष बरामद किए थे।