गऊ माता का क्षमा रूप – महारानी अहिल्याबाई होल्कर के समय की सत्य घटना
यह दृश्य देखकर महारानी के मंत्रीगणों ने अहिल्याबाई से मालोजी को क्षमा करने की प्रार्थना की, जिसका आधार उस गाय का व्यवहार बना। गाय का यह मानवतावादी व्यवहार देखकर महारानी हतप्रभ थीं। स्वयं पीड़ित होते हुए भी वह गाय मालोजी को क्षमा करके उनके जीवन की रक्षा करने की जिद पकड़े हुई थी। गाय ने यह साबित कर दिया था कि ‘अक्रोध से क्रोध पर, प्रेम से घृणा पर और क्षमा से प्रतिशोध की भावना पर विजय पाई जा सकती है’।