भोपाल. छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा हरेली पर्व के अवसर पर राज्य में गौ-मूत्र खरीदी योजना शुरु की है। इसी तर्ज पर मध्य प्रदेश में भी भूपेश मॉडल लागू करने की मांग उठने लगी है। ये मांग मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी की ओर से उठाई जा रही है। मांग के जरिए शिवराज सरकार से गौ-मूत्र खरीदी योजना लागू करने को कहा गया है। साथ ही, कांग्रेस का ये भी कहना है कि, अगर हमारी सरकार आती है तो इस योजना को तत्काल ही मध्य प्रदेश में भी लागू किया जाएगा।
इस संबंद् में कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री पीसी शर्मा का कहना है कि, भूपेश बघेल और कमलनाथ असली गौ भक्त हैं। गोबर के बाद अब गोमूत्र भी भूपेश बघेल खरीद रहे हैं। सरकार में आए तो कमलनाथ भी गोमूत्र खरीदी योजना लागू करेंगे। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि, अपनी सरकार के दौरान कमलनाथ ने भी प्रदेश में सरकारी गौशाला बनाने की शुरुआत की थी।
कांग्रेस की मांग पर मध्य प्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने तंज कसते हुए कहा कि, इनकी सरकार कल्पना में जीती है। आप देखो अगर वो सरकार में आते हैं, तो काल्पनिक प्रश्न है। आसमान अगर बिना खंबे से टिक आएंगे, अगर गिर गया तो सिर्फ़ काल्पनिक ही आश्वासन दे सकते हैं। इसके अलावा कुछ नहीं। उन्होंने आगे कहा कि, जनता भी अब कांग्रेस के आश्वासनों को काल्पनिक ही मानने लगी है।
कांग्रेस की गौ-मूत्र खरीदी की मांग पर बीजेपी ने पलटवार किया है. बीजेपी प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी ने कहा कि, ये भ्रष्टाचार की योजना साबित होगी। भ्रष्टाचार का सूत्र गोमूत्र बनेगा। कांग्रेस ने कभी गौ भक्ति नहीं की है।
4 रुपए लीटर गौ-मूत्र खरीद रही भूपेश सरकार
आपको बता दें कि, छत्तीसगढ़ में 28 जुलाई को हरेली उत्सव से शुरू हुई गोमूत्र खरीदी सरकारी योजना के पहले दिन 2306 लीटर गोमूत्र खरीदा गया। ये भी बता दें कि, सबसे ज्यादा 307 लीटर गौ-मूत्र की खरीदी कवर्धा में हुई है। बालोद जिले में पहले दिन 287 लीटर गोमूत्र और महासमुंद जिले में 184 लीटर गोमूत्र प्राप्त हुआ। राज्य में 4 रुपए लीटर की दर से गौ-मूत्र खरीदी की जा रही है। शुरुआत फिलहाल 63 गांवों के गौठानों से की गई है।