कांग्रेस की मजबूत वापसी के लिए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी लगातार कोशिशों में जुटी हैं। पहले चिंतन शिविर और अब उस मंथन पर अमल की तैयारी की जा रही है। इसी कड़ी में कांग्रेस की पॉलिटकल अफेयर्स कमिटी का गठन किया गया है। इसके साथ ही 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को ध्यान रखत हुए टास्क फोर्स का भी ऐलान किया गया है। बता दें कि कांग्रेस पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी में कुछ आठ सदस्यों को जगह दी गई है। कांग्रेस इस नई टीम में प्रियंका गांधी समेत बागी नेताओं को भी मौका दिया गया है। PAC में इन सदस्यों को मौका कांग्रेस की पॉलिटिकल अफेयर्स कमिटी में जिन आठ लोगों को शामिल किया गया है। उसमें राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे, गुलाम नबी आजाद, अम्बिका सोनी, दिग्विजय सिंह, आनन्द शर्मा, केसी वेणुगोपाल और जितेंद्र सिंह प्रमुख रूप से शामिल हैं।
क्या होगा PAC का काम
यह समूह महत्वपूर्ण राजनीतिक मामलों पर कांग्रेस का स्टैंड तय करने से लेकर त्वरित फैसले लेने के लिए बनाई गई है जिसकी अध्यक्षता सोनिया गांधी करेंगी।

टास्क फोर्स में किसको मिली एंट्री
कांग्रेस का सबसे बड़ा फोकस आगामी लोकसभा चुनाव है। यही वजह है कि चिंतन शिविर के बाद पार्टी की ओर से एक खास टास्क फोर्स 2024 का ऐलान किया गया है। इस टीम में जिन सदस्यों को जगह मिली है उनमें- पी चिदम्बरम, मुकुल वासनिक, जयराम रमेश, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, प्रियंका गांधी, रणदीप सुरजेवाला, सुनील कनगोलु का नाम है।

राहुल-प्रियंका को अलग-अलग जिम्मेदारी
सोनिया गांधी ने कांग्रेस की मजबूत वापसी के लिए एक बार फिर राहुल गांधी और प्रियंका गांधी पर भरोसा दिखाया है। दोनों को अलग-अलग जिम्मेदारी भी दी है।
एक तरफ पीएसी में शामिल राहुल गांधी जहां पार्टी के अहम फैसलों में शामिल होंगे वहीं दूसरी तरफ प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर नजर रखेंगी।

असंतुष्ट खेमे के नेताओं को भी मौका
सोनिया गांधी ने दोनों अहम कमिटियों में सिर्फ वरिष्ठ नेताओं को ही जगह दी है। खास बात यह है कि इस दोनों ही टीमों में गुलाम नबी आजाद, आनंद शर्मा, मुकुल वासनिक जैसे असंतुष्ट टीम के नेताओं को भी मौका दिया गया है।

PK की जगह सुनील कनूगोलु ने ली
कांग्रेस में जहां चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर की एंट्री को लेकर विराम लग चुका है वहीं अब सोनिया गांधी ने टास्ट फोर्स 2024 में प्रशान्त किशोर की जगह चुनावी रणनीतिकार सुनील कनूगोलु को शामिल किया है।

बता दें कि सुनील कर्नाटक और तेलंगाना में कांग्रेस के लिए काम कर रहे हैं। नई कमिटियों में सबसे मजबूत स्थिति वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह की नजर आ रही है। उन्हें पीएसी में शामिल किए जाने के साथ ही भारत जोड़ो यात्रा की भी जिम्मेदारी मिली है।

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