चंडीगढ़। Punjab Congress CM Face: पंजाब में कांग्रेस ने चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम फेस के रूप में पेश कर दिया है। शुरू से ही चरणजीत सिंह चन्नी पंजाब कांग्रेस प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू पर भारी पड़ते दिख रहे थे। चन्नी हाईकमान की पसंद भी थे और सीएम बनने के बाद सिद्धू के विरोध के बावजूद उन्होंने जिस तरह से खुद को एक ब्रांड के रूप में स्थापित किया उसने उनके सीएम फेस बनने का मार्ग प्रशस्त किया। दलित फेस के रूप में चन्नी कांग्रेस के लिए अब सीएम फेस की मजबूरी भी बन चुके थे और तुरुप का इक्का भी। आइए जानते हैं वह दस कारण जिससे चन्नी सीएम फेस बने।
१- चरणजीत सिंह चन्नी राहुल गांधी की पसंद रहे हैं। प्रकाश सिंह बादल जब 2012 में मुख्यमंत्री बने थे तो तब सुनील जाखड़ नेता प्रतिपक्ष बनाए गए, लेकिन 2015 में पार्टी ने उनसे इस्तीफा लेकर चरणजीत सिंह चन्नी को नेता प्रतिपक्ष बना दिया। तब भी पार्टी के फैसले ने सबको चौका दिया था।
- कैप्टन अमरिंदर सिंह के सीएम पद से इस्तीफा देने में भले ही नवजोत सिंह सिद्धू ने अहम भूमिका निभाई हो, लेकिन सीएम फेस के रूप में वह विधायकों की पसंद नहीं रहे। सुनील जाखड़ विधायकों की पहली पसंद रहे, लेकिन इस सबसे बावजूद हाईकमान ने एक बार फिर चौकाया और दलित चेहरे के रूप में चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम बना दिया।
- चरणजीत सिंह चन्नी दलित समुदाय से आते हैं। पंजाब में दलितों की बहुत बड़ी आबादी है। ऐसे में कांग्रेस हाईकमान ऐसा कोई रिस्क नहीं लेना चाहता था कि चन्नी के बजाय किसी और को सीएम फेस बना दिया जाए।
- पंजाब में दलित को सीएम फेस बनाकर कांग्रेस ने अन्य राज्यों खासकर यूपी में भी दलित समुदाय को संदेश दिया कि कांग्रेस दलितों को आगे बढ़ाती है। चन्नी के सीएम फेस का फायदा कांग्रेस अन्य राज्यों में भी लेगी।
- पंजाब का सीएम बनने के बाद जिस तरह से चन्नी ने खुद को साधारण व्यक्ति के रूप में पेश किया और कई ऐसे फैसले लिए जो आम लोगों से जुड़े हैं उससे उन्होंने अलग पहचान बनाई।
- नवजोत सिंह सिद्धू सेलिब्रिटी रहे हैं, लेकिन चन्नी ने अपने मुख्यमंत्री रहते हुए खुद को राजनीतिक सेलिब्रिटी के रूप में पेश किया। वह सिद्धू पर भारी पड़े।