मुंबई – वैलेंटाइन डे अपनों की संगति में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है| वैलेंटाइन्स डे का संदेश है अपने प्रियजन का ख्याल रखना और किसी भी आपदा की स्थिति में उनका साथ देना है| इस खास दिन को उन्हीं डॉक्टरों ने मनाया, जिन्होंने दिल की बीमारियों के मरीजों का ऑपरेशन किया था।
हृदय शल्य चिकित्सा के छह से आठ महीने बाद, कुछ नागरिक थोड़ा असहज महसूस करते हैं, जिसका अर्थ है कि वे अपना ख्याल नहीं रखते हैं। इसीलिए दिल की समस्याओं वाले नागरिकों को उनके परिवारों के साथ परामर्श करने की आवश्यकता है| इसी उद्देश्य के लिए झायनोव्हा शाल्बी अस्पताल में कार्डियोलॉजिस्ट और सर्जनडॉ. चेतन शाह व डॉ. जितेश देसाई ने ,जिन नागरिकों की सर्जरी हुई थी और उनके रिश्तेदारों को वेलेंटाइन डे के लिए एक साथ बुलाया गया था।इस अवसर पर रेनी वर्गीज, चीफ एडमिन ऑफिसर, आशीष शर्मा, हेड ऑफ सेल्स एंड मार्केटिंग झायनोव्हा शाल्बी अस्पताल की नर्सें मौजूद थीं। २५ नागरिकोंनें दिल की सर्जरी करवाई है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को गुलाब देकर वैलेंटाइन्स डे मनाया| आप इस दिन को माता-पिता, भाई-बहन, दोस्तों के साथ भी मना सकते हैं। दिल की सर्जरी करा चुके ८५ वर्षीय प्रीतम सिंह ने यह अहसास जताया कि अपने मन में वैलेंटाइन कोई भी हो सकता है।
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