राजेश झा (विश्व संवाद केंद्र, मुंबई)
मुंबई। नेपाल भारत सहयोग मंच द्वारा गुरूवार को वीरगंज में आयोजित लता मंगेशकर के श्रद्धांजलि समारोह में सुर साधिका लता मंगेशकर के नाम पर नेपाल में पुरस्कार स्थापना की घोषणा की गई।भारत से बाहर लता मंगेशकर के नाम पर पहली बार नेपाल में इस पुरस्कार की स्थापना की गई है ।नेपाल भारत सहयोग मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक बैद ने बताया कि उनके माता -पिता की स्मृति में स्थापित हनुमानी देवी नथमल बैद सेवा समिति द्वारा प्रत्येक वर्ष लता मंगेशकर की पुण्यतिथि के अवसर पर यह पुरस्कार दिया जाएगा ।
इस पुरस्कार का नाम “लता मंगेशकर नेपाल प्रतिभा पुरस्कार” रखा गया है ।५१ हजार राशि का यह पुरस्कार संगीत, साहित्य, कला, संस्कृति के क्षेत्र में योगदान करने के लिए दिया जाएगा । श्रद्धांजलि सभा में सभासद डा शोभाकर पराजुली ने लता मंगेशकर के नेपाल के साथ के संबंधों पर प्रकाश डाला। इस अवसर पर वीरगंज स्थित भारतीय महावाणिज्य दूतावास के महावाणिज्य दूत नीतेश कुमार ने कहा कि संगीत किसी भूगोल में सीमित नहीं रहता यह पूरे विश्व पर प्रभाव डालता है जिसका सबसे बडा उदाहरण लता जी हैं ।
मंच के सलाहकार चन्द्रकिशोर ने कहा कि शस्त्र विभाजित करता है और संगीत विश्व के जनमन को जोड़ने का काम करता है जिसका प्रतीक लता मंगेशकर है ।मंच के अध्यक्ष अशोक बैद ने कहा कि नेपाल भारत जन सम्बन्ध को भारतीय गीत संगीत प्रभावकारी ढंग से मजबूत बनाया है । लता मंगेशकर प्रत्येक नेपाली के मन में है और अपने परिवार के सदस्य की तरह हैं । उनके निधन से विश्व संगीत को अपूरणीय क्षति हुई है ।इस अवसर में डा के के अग्रवाल, श्रुती हिरावत ,अनुप सरावगी , अजमत अली , सुनिल पंडित आदि ने लता जी का गीत गाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया ।श्रद्धांजलि सभाको संचालन नूतन सरावगी ले गरेका थिए । उक्त सभा में वीरगंज के विभिन्न क्षेत्र के संगीत प्रेमी की उल्लेखनीय उपस्थिति थी ।