यूपीएल ने शाश्वत मिठास से लिखी टिकाऊ कृषि की नई कहानी
अनिल बेदाग की रिपोर्ट सस्टेनेबिलिटी के लिए यूपीएल की दृढ़ प्रतिबद्धता उसके टिकाऊ उत्पाद पोर्टफोलियो और टिकाऊ कृषि सेवा और प्रौद्योगिकी समाधानों के माध्यम से 2040 तक जीएचजी उत्सर्जन को 1 जीटी तक कम करने के उसके संकल्प से जाहिर होती है। कंपनी 2030 तक अपशिष्ट जल प्रदूषण को खत्म करने के मिशन में वर्ल्ड बिजनेस काउंसिल फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट (डब्ल्यूबीसीएसडी) के शुरुआती तीन वैश्विक भागीदारों में से एक है। कंपनी को वर्तमान में सस्टेनलिटिक्स द्वारा ईएसजी प्रदर्शन में नंबर वन फसल संरक्षण कंपनी का दर्जा दिया गया है। मिट्टी के स्वास्था से लेकर उन्नत संकर बीजों से लेकर फसल कटाई के बाद अपशिष्ट में कमी, जल दक्षता से लेकर कार्बन पृथक्करण तक -यूपीएल किसानों के साथ मिलकर काम कर रही है और इसने उनके जीवन में बदलाव लाने के लिए विभिन्न पहल की है।