मुंबई: शिवसेना के संस्थापक बालासाहेब ठाकरे (Balasaheb Thackeray Death Anniversary) की पुण्यतिथि पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) के उनके स्मारक पर जाने को लेकर राजनीति शुरू हो गई है। एकनाथ शिंदे अपने गुट के विधायकों के साथ शिवाजी पार्क स्थित बालासाहेब की समाधि पर पहुंचे और उन्हें नमन किया। एकनाथ शिंदे के वहां से जाते ही यह बात सामने आई है कि उद्धव ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने स्मारक पर जाकर गोमूत्र छिड़का। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार नारेबाजी भी की। इससे पहले भी केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की ओर से बालासाहेब के समाधि स्थल पर सलामी देने के बाद ठाकरे गुट के कार्यकर्ताओं ने गोमूत्र छिड़का और क्षेत्र का शुद्धिकरण किया।
दरअसल एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद बालासाहेब ठाकरे का असली वारिस कौन? इसी को लेकर महाराष्ट्र में ठाकरे और शिंदे गुट के बीच तनातनी चल रही है। इसी तरह बालासाहेब ठाकरे का 10वां स्मृति दिवस मनाया गया। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शिंदे गुट के विधायकों के साथ बुधवार को शिवाजी पार्क में बालासाहेब के स्मारक का दौरा किया ताकि गुरुवार को कोई अप्रिय घटना न हो।
शिंदे के जाते ही बालासाहेब के स्माकर पहुंचे उद्धव गुट के सैनिक
हालांकि, जैसे ही एकनाथ शिंदे का काफिला वहां से निकला, ठाकरे गुट के कार्यकर्ता बालासाहेब के स्मारक पहुंचे और उस पर गोमूत्र छिड़का। खास बात यह है कि इस मौके पर सांसद अरविंद सावंत भी मौजूद थे। सांवत ने कहा कि बालासाहेब का स्मृति दिवस है। उन्होंने जीवन भर हम पर हिंदू धर्म को बिठाया। उन्हें देशद्रोहियों पर बहुत गुस्सा आया। उन्होंने इसी शिव तीर्थ से आदेश दिया था कि अगर कोई शिवसेना छोड़ता है तो ऐसे विधायकों को सड़क पर रौंदा जाए।
स्मारक पर गोमूत्र छिड़कने के बाद पानी से सफाई