अबू धाबी,28 जून : जी-7 शिखर सम्मेलन के बाद मंगलवार को संयुक्त अरब अमीरात पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यूएई (संयुक्त अरब अमीरात) के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने अबू धाबी में गर्मजोशी से स्वागत किया। जानकारी के मुताबिक, पीएम मोदी और यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद ने अबू धाबी में एक बैठक भी की। पीएम मोदी ने इस दौरान खाड़ी देश के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर अपनी गहरी संवेदना प्रकट की। इसके बाद पीएम मोदी वहां से रवाना हो गए।
#WATCH | UAE President Sheikh Mohamed bin Zayed Al Nahyan warmly receives Prime Minister Narendra Modi in Abu Dhabi, UAE.
PM Modi will pay his condolences on the passing away of Sheikh Khalifa bin Zayed Al Nahyan, former UAE President & Abu Dhabi Ruler. pic.twitter.com/hbqkjWzJ5l
— ANI (@ANI) June 28, 2022
अरिंदम बागची ने कहा… विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने अबू धाबी से कहा, “एक बहुत ही खास अंदाज में, हिज हाइनेस शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान और शाही परिवार के सदस्य पीएम मोदी से मिलने और बातचीत करने के लिए अबू धाबी के हवाई अड्डे पर आए, ताकि पीएम को पूरे रास्ते से होकर शहर न जाना पड़े।
पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक जताएंगे पीएम मोदी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खाड़ी देश के पूर्व राष्ट्रपति शेख खलीफा बिन जायद अल नाहयान के निधन पर व्यक्तिगत रूप से शोक जताने के लिए अपनी संक्षिप्त यात्रा पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) पहुंचे। पीएम ने पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर शोक जताया। इसके बाद पीएम मोदी यूएई से रवाना हो गए। शेख खलीफा का लंबी बीमारी के बाद 73 साल की आयु में 13 मई को निधन हो गया था। कौन थे शेख खलीफा? बता दें कि, शेख खलीफा संयुक्त अरब अमीरात के संस्थापक शेख जायद बिन सुल्तान अल नाहयान के सबसे बड़े बेटे थे।
उन्होंने 3 नवंबर 2004 से अपनी मृत्यु तक यूएई के राष्ट्रपति और अबू धाबी के शासक के रूप में कार्य किया। इससे पहले उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भी पिछले महीने संयुक्त अरब अमीरात का दौरा किया था और शेख खलीफा के निधन पर संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के नेतृत्व के प्रति संवेदना व्यक्त की थी। पीएम मोदी को 2019 में मिला था यूएई का सर्वोच्च सम्मान यूएई की मोदी की अंतिम यात्रा अगस्त 2019 में हुई थी, जिस दौरान उन्हें यूएई के राष्ट्रपति द्वारा देश का सर्वोच्च पुरस्कार ‘ऑर्डर ऑफ जायद’ मिला था। विदेश मंत्रालय के अनुसार, चीन और अमेरिका के बाद वर्ष 2019-20 के लिए यूएई भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार था।