मैहर की शारदा माता , भारत में जगत जननी भगवती दुर्गा
एक परंपरा मनौती पूरी हो जाने पर अपनी संतानों या अपना स्वयं का मुंडन कराने की भी है। मंदिर के परिसर के बाहर पाहड़ी पर रोज सैकड़ों मुंडन होते हैं। चैत्र और आश्विन की नवरात्रियों में मैहर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या हजारों में होती है। इन अवसरों पर विशाल मेले लगते हैं। मैहर के आसपास भी कुछ महत्वपूर्ण स्थान है, जिनमें गोलमठ, आल्हाताल, गणेश घाटी तथा आल्हा का अखाड़ा आदि उल्लेखनीय है।