नई दिल्ली। कुछ दिन पहले ही उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी को फेक समाजवादी करार देने वाले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का कहना है कि समाजवाद का असली गुण और व्यवहार तो भाजपा मे है। एक ही तराजू पर सपा और कांग्रेस को रखते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां परिवारवाद हावी है जबकि भाजपा सरकार में गरीबों को भोजन, पेय जल स्वास्थ्य की व्यवस्था, कृषि के लिए मदद जैसे सारे काम होते हैं। यह काम अगर समाजवाद है और कोई भाजपा को समाजवादी कहे तो मंजूर है।
पिछले दो दिनों से संसद में प्रधानमंत्री परिवारवाद को लोकतंत्र के लिए खतरा बताते रहे हैं। बुधवार को एक टेलीविजन एजेंसी को दिए साक्षात्कार में उन्होंने इसे और विस्तार से समझाया। उन्होंने कहा कि राम मनोहर लोहिया, जार्ज फर्नाँडिस, नीतीश कुमार सभी समाजवादी है और इनके परिवार से कोई दूसरा चुनाव लड़ने नहीं आया। किसी की ओर से भेजी गई एक चिट्ठी का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां 45 सदस्य कोई न कोई चुनाव लड़ रहे थे। समाजवादी पार्टी के मुखिया के परिवार में 25 से उपर ऐसा कोई बचा नहीं जिसने चुनाव न लड़ा हो। यही हाल दूसरी पार्टी का है जहां सबकुछ परिवार के लिए होता है। अध्यक्ष भी उसी परिवार से, कोषाध्यक्ष भी। प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू -कश्मीर हो या तमिलनाडु, पंजाब हो या उत्तर प्रदेश यही परिवारवाद हावी है। ऐसे में आज का युवा भाजपा छोड़कर किसी दूसरी पार्टी ने जाना चाहे तो भी जगह नहीं मिलेगी।
पांचों राज्यों में है भाजपा की लहर
सवालों का जवाब देते प्रधानमंत्री ने पांचों राज्यों में भाजपा की लहर बताई और कहा कि उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने वह कर दिखाया है विपक्षी दलों के शासनकाल में असंभव था। योजनाएं गरीबों के घर पहुंच रही हैं। कानून व्यवस्था दुरुस्त है, बहन बेटियां सुरक्षित हैं। अखिलेश कह रहे हैं कि उनकी योजनाओं का श्रेय लिया जा रहा है लेकिन सच्चाई यह है कि वह कर ही नहीं पाए थे, अब योगी जी ने कर दिया तो उसे कैश करने चले हैं।
एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि असामाजिक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई हो रही है। और पूरी तरह कानूनी प्रक्रिया के अंदर कार्रवाई होती है। वरना कुछ लोगों का तो घर ही पीआइएल पर चलता है। उन्हें भी कुछ नहीं मिला इसका अर्थ ही है कि ऐसा कुछ था ही नहीं।
पिछले विधानसभा में कांग्रेस -सपा के गठबंधन का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वहां पहले दो लड़के भी लड़े चुके हैं और अहंकार भी दिखा चुके है जब दो गधे की बात की गई थी। बाद के चुनाव मे बुआ भी आ गई थीं लेकिन जनता ने हर बार उनको नकारा। यह इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा सरकार फाइल साइन करने और घोषणाओं तक सीमित नहीं रहती है। भाजपा डिलीवरी पर जोर देती है। उन्होंने कहा कि भाजपा जब हारती है तो मंथन करती है कि विरोधियों की क्या रणनीति थी, खुद को सुधारती है, सीखती है और जब जीतती है तो दिल जीतने में लगती है। जमीन पर अपनी स्थिति और मजबूत करने की कोशिश करती है। यही कारण है कि जनता का भरोसा भाजपा में है। हम जीत को सिर पर सवार नहीं होने देते हैं।
डबल इंजन सरकार को लेकर भी उन्होंने विस्तार से बताया और कहा कि कुछ राज्य यह समझते हैं कि उनकी सरकार है और वह अपनी मर्जी चलाएंगे लेकिन इसमें जनता का नुकसान हो जाता है। उन्होंने आयुष्मान का हवाला दिया और कहा कि अगर कोई राज्य इसे लागू नहीं करता है तो वहा की जनता दूसरे राज्यों में जाकर इसका फायदा नहीं ले पाएगी। इस क्रम में उन्होंने दिल्ली का नाम भी लिया।
लखीमपुर खीरी के कारण घेरे में आए केंद्रीय मंत्री अजय मिश्र टेनी और हाल के दिनों मे हुई कुछ रेड की घटनाओं पर भी उन्होंने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि टेनी के मामले में सुप्रीम कोर्ट जिस तरह की जांच चाहता है वह हो रहा है। सच्चाई सामने आएगी। जबकि रेड को उन्होंने प्रशासनिक प्रक्रिया बताया। उन्होंने कहा कि देश में तो अक्सर चुनाव हो रहे होते हैं, तो क्या सरकारी दफ्तर काम करना बंद कर दे। चुनाव के वक्त रेड नहीं होते हैं, रेड के बीच ही चुनाव आ जाते हैं। उन्होंने आगे जोड़ा कि अगर गलत तरीके से कमाया गया धन सरकारी खजाने मे आ रहा है लोगों के काम आ रहा है तो बुराई क्या है।
कोरोना प्रसार के लिए प्रधानमंत्री ने फिर से विपक्षी दलों और दिल्ली का आम आदमा पार्टी सरकार को कठघरे में खडा किया। उन्होंने कहा कि पहली लहर के वक्त आप के लोगों ने घर जा जा कर लोगों को दिल्ली छोड़ने को उकसाया। उन्होंने कहा कि इसके कई वीडियो साक्ष्य हैं।