मुंबई, एजेंसी। Chhath Puja 2022 Mumbai: आस्‍था का महापर्व छठ पूजा 28 अक्‍टूबर से प्रारंभ हो गई है। जिसे देखते हुए मुंबई में भी खास इंतजाम किए गए हैं। शहर में 81 जगहों पर छठ पूजा मनायी जाती है। समाचार एजेंसी के मुताबिक जुहू चौपाटी जैसे स्‍थानों में अधिक भीड़ की आशंका को देखते हुए खास इंतजाम किए गए हैं।

विश्वास नांगरे पाटिल, ज्वाइंट सीपी, (एल एंड ओ) ने बताया कि ट्रैफिक मैनेज करने के लिए खास व्‍यवस्‍था की गई है। 31 अक्‍टूबर की सुबह हाइ टाइड को देखते हुए लाइफ गार्ड लगाए गए हैं।

36 घंटे निर्जल व्रत रखा जाता है

चार दिवसीय छठ पर्व की शुरुआत नहाय-खाय से शुरू होती है। छठ व्रती को 36 घंटे तक निर्जल व्रत रखना होता है, ये व्रत काफी कठिन होता है। कार्तिक मास की शुक्‍ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के दिन नहाय-खाय के साथ व्रत प्रारंभ होता है। छठ पर्व पर षष्‍ठी मैया और सूर्य भगवान को अर्घ्‍य दे उनकी पूजा की जाती है।

इस महा पर्व को सूर्य षष्‍ठी के नाम से भी जाना जाता है। ये व्रत को संतान और घर में सुख शांति के लिए रखा जाता है। चार दिवसीय इस पर्व के पहले दिन नहाय खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्‍य दिया जाता है और चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्‍य देते हैं जिसके बाद व्रत का पारण होता है।

खरना के बाद षष्‍ठी देवी का होता है आगमन

छठ महापर्व पर सूर्य देव की पूजा का खास महत्‍व है। पर्व की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है, व्रती स्‍नान कर नए कपड़े पहनती है। पूजा की जाती है जिसके बाद चना दाल, कद्दू की सब्‍जी व अरवा चावल का प्रसाद ग्रहण किया जाता है। व्रती के भोजन के उपरांत परिवार के अन्‍य सदस्‍य भोजन करते हैं।

नहाय-खाय के दिन भोजन के बाद अगले दिन शाम को खरना की पूजा की जाती है। इसमें लकड़ी के चूल्‍हे पर गुड़ की खीर बनाकर प्रसाद की तरह खायी जाती है। जिसके बाद व्रती के 36 घंटे के निर्जला उपवास की शुरुआत हो जाती है। ऐसी मान्‍यता है कि षष्‍ठी देवी का आगमन खरना पूजा के बाद शुरू हो जाता है।

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चुनाव पर भी पूरी नजर

मुंबई महानगर क्षेत्र के कई मनपा में अगले कुछ महीनों में चुनाव होंगे। इन चुनावों में उत्तर भारतीय मतदाताओं की अहम भूमिका होगी। इसीलिए इस बार मनपा चुनावों को देखते हुए बीजेपी सक्रिय हो गई है। पार्टी के उत्तर भारतीय नेता छठ व्रत के आयोजकों के संपर्क में हैं और आयोजन में होने वाली हर दिक्कत का समाधान निकालने के लिए मंत्रालय से लेकर बीएमसी कार्यालय तक दौड़ लगा रहे हैं। बीजेपी के उत्तर भारतीय नेताओं की कोशिश है कि इस बार छठ व्रतियों को कोई परेशानी न हो। हालांकि, जिस तरह से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने महानगर में कई स्थानों पर आयोजित हुई रामलीलाओं और कृष्ण लीला से दूरी बनाए रखी, उससे उत्तर भारतीय समाज और आयोजकों में तरह-तरह की चर्चा है।

हाई टाइड से सावधान

मंत्री मुनगंटीवार ने कहा कि छठ पूजा आयोजन के दौरान समुद्र में हाई टाइड आने की आशंका है, इसलिए संबंधित विभाग के अधिकारी मौसम विभाग से लगातार संपर्क रखें, ताकि किसी प्रकार का हादसा न हो। पवई जैसे स्थानों पर आयोजन में इस प्रकार की दिक्कत नहीं आएगी।

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