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भारत के शीर्ष 4 जूस निर्यातकों में ताज इंडियन ग्रुप शामिल

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मुंबई। भारतीय मूल के उद्यमियों द्वारा स्थापित पोलैंड स्थित FMCG कंपनी ताज इंडियन ग्रुप ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए वैश्विक आयात-निर्यात डेटा के अनुसार अपने परिचालन के पहले वर्ष में ही HS कोड 22029920 के तहत भारत के शीर्ष चार जूस निर्यातकों में स्थान पाने का उल्लेखनीय गौरव हासिल किया है।

यह विशिष्ट HS कोड फलों के गूदे या फलों के रस-आधारित पेय पदार्थों से संबंधित है। पारले एग्रो ने सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जबकि ताज इंडियन ग्रुप ने चौथा स्थान प्राप्त किया।

ताज इंडियन ग्रुप के संस्थापक हरप्रीत सिंह ने कहा कि गुजरात से फलों के रस और स्पार्कलिंग ड्रिंक जैसे हमारे अनुबंध-निर्मित गैर-अल्कोहल राईना जूस पदार्थों को लॉन्च करने के सिर्फ़ एक साल के भीतर, प्रीमियम फलों से बने हमारे गूदे-आधारित उत्पाद पूरे यूरोप में तुरंत पसंदीदा बन गए। हमने अब भारत और यूरोप के बीच एक विश्वसनीय और कुशल निर्यात-आयात आपूर्ति श्रृंखला बनाई है और कनाडा और ऑस्ट्रेलिया में सक्रिय रूप से विस्तार कर रहे हैं।
प्रेस क्लब, मुंबई में ताज इंडियन द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में आकाश एंटरप्राइजेज के मालिक और पुणे के सुपर स्टॉकिस्ट आकाश दिलीप सोलापुरे भी शामिल हुए, जिन्होंने ब्रांड की क्षमता पर भरोसा जताया और कहा कि ताज इंडियन ग्रुप ने सिर्फ़ एक साल में जो हासिल किया है, वह किसी असाधारण उपलब्धि से कम नहीं है। एक भागीदार के रूप में, मैंने खुद देखा है कि कैसे उपभोक्ता इन उत्पादों के स्वाद और गुणवत्ता को पसंद कर रहे हैं। भारत में, कंपनी के उत्पाद अब 12 प्रमुख शहरों और पाँच राज्यों: महाराष्ट्र, गुजरात, पंजाब, असम और पश्चिम बंगाल में 5,000 से ज़्यादा खुदरा दुकानों में उपलब्ध हैं। सह-संस्थापक और सीईओ गौतम कुमार ने कंपनी की घरेलू विकास योजनाओं के बारे में बताते हुए कहा कि हमारा लक्ष्य 15 और राज्यों और 30 शहरों में विस्तार करना है, जिसमें प्रीमियम भारतीय मसालों, स्नैक्स, बेकरी आइटम और रेडी-टू-ईट भोजन में 300 से ज़्यादा SKU की विविधतापूर्ण सूची शामिल है। उत्पादन को और बढ़ावा देने तथा मेक इन इंडिया पहल का समर्थन करने के लिए, कंपनी गुजरात में ₹50 करोड़ की लागत वाली एक मिनी फ़ूड पार्क परियोजना के लिए भूमि अधिग्रहण के अंतिम चरण में है, जिसे निजी इक्विटी तथा सरकारी अनुदान के मिश्रण से वित्तपोषित किया जाएगा।

5-6 एकड़ में फैले इस फ़ूड पार्क में 7-8 एकीकृत इकाइयाँ होंगी, जिनकी दैनिक उत्पादन क्षमता निम्न प्रकार होगी:
जूस और पेय पदार्थ: 50,000 लीटर
मसाले: 10 मीट्रिक टन
स्नैक्स और बेकरी: 5 मीट्रिक टन
रेडी-टू-ईट भोजन: 25,000 पैक

इस पहल से 500 प्रत्यक्ष तथा 800 अप्रत्यक्ष नौकरियाँ सृजित होने की उम्मीद है।

प्रेस वार्ता के दौरान अनिरुद्ध चौधरी, टीम लीड – पुणे तथा महबूब भट्टी, बिज़नेस ग्रोथ पार्टनर – मुंबई सहित टीम के प्रमुख सदस्य उपस्थित थे, जो दोनों ही कंपनी के क्षेत्रीय विस्तार प्रयासों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पंकज देशमुख (देशमुख वितरक) ठाणे के अधिकृत सुपर स्टॉकिस्ट हैं, जो महाराष्ट्र में अपनी उपस्थिति को मजबूत कर रहे हैं।

ताज इंडियन ग्रुप एक 100% बूटस्ट्रैप्ड उद्यम बना हुआ है जिसका कॉर्पोरेट कार्यालय मुंबई में है। कंपनी अब रणनीतिक और वित्तीय साझेदारी के लिए तैयार है क्योंकि यह विकास के अगले चरण की तैयारी कर रही है।

गौ-तस्करी का पर्दाफाश 9 गौ-वंशों को छुड़ाया गया

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Jashpur. जशपुर। जिले में सक्रिय गौ-तस्करी के खिलाफ पुलिस द्वारा चलाए जा रहे विशेष अभियान “ऑपरेशन शंखनाद” के तहत जशपुर पुलिस को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने इस अभियान के अंतर्गत गौ-तस्करों के चंगुल से 09 गौ-वंशों को सकुशल छुड़ाया, जबकि इस दुखद घटना में एक गौ-वंश की मौत हो गई। घटना के समय तस्कर एक पिकअप वाहन में इन मवेशियों की तस्करी कर रहे थे, जो अनियंत्रित होकर सड़क पर पलट गया। हादसे के तुरंत बाद आरोपी तस्कर वाहन और मवेशियों को मौके पर छोड़कर भाग निकले।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, जशपुर पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर एक पिकअप वाहन में गौ-वंशों को भरकर अवैध रूप से तस्करी के लिए ले जा रहे हैं। सूचना मिलते ही पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर निगरानी शुरू कर दी। इसी बीच, संदेहास्पद पिकअप वाहन अनियंत्रित होकर पलट गया। हादसा इतना गंभीर था कि उसमें एक गाय की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाकी 09 गौ-वंशों को घायल अवस्था में पुलिस ने बचा लिया। हादसे का फायदा उठाकर तस्कर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने तत्काल मौके पर

गौरतलब है कि जशपुर जिले में बीते कुछ महीनों से गौ-तस्करी की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही थी। इसी को ध्यान में रखते हुए जशपुर पुलिस अधीक्षक द्वारा “ऑपरेशन शंखनाद” नामक एक विशेष अभियान की शुरुआत की गई थी। इस अभियान के तहत जिलेभर में मवेशियों की अवैध तस्करी, वध, परिवहन और व्यापार पर निगरानी रखी जा रही है। अभियान की निगरानी स्वयं वरिष्ठ पुलिस अधिकारी कर रहे हैं और लगातार कार्रवाई जारी है। जशपुर पुलिस की यह कार्रवाई न केवल गौ-वंशों की रक्षा की दिशा में एक सराहनीय कदम है, बल्कि इससे अवैध गतिविधियों में लिप्त तस्करों को भी स्पष्ट संदेश मिला है कि इस तरह की गैरकानूनी हरकतें अब बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।

गली मोहल्ला क्रिकेट लीग नशामुक्ति और दिशाहीन युवाओं को जमीनी स्तर पर काम करने के लिए मार्गदर्शन देने पर केंद्रित

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मुंबई। गली मोहल्ला क्रिकेट लीग (जीएमसीएल) ने मुंबई में जमीनी स्तर पर क्रिकेट में क्रांति लाने की अपनी महत्वाकांक्षी योजना का अनावरण किया, जिसमें खेलों के माध्यम से नशे की लत से निपटने के लिए महाराष्ट्र पुलिस के साथ एक ऐतिहासिक गठबंधन पर हस्ताक्षर किए गए।

अंधेरी के कंट्री क्लब में प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए, सतकर्मिक मिशन के आध्यात्मिक प्रमुख बाबा इंदरप्रीत सिंह ने राष्ट्र विकास के लिए युवाओं को सशक्त बनाने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “जीएमसीएल बदलाव के लिए एक आंदोलन है, जो नशामुक्ति और दिशाहीन युवाओं को जमीनी स्तर पर काम करने के लिए मार्गदर्शन देने पर केंद्रित है।”
ग्लोबल मिडास कैपिटल फंड के निदेशक अमन बांदवी ने मजबूत राष्ट्रों के निर्माण में प्रभाव निवेश के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “हमारा ध्यान खेलों के माध्यम से वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को कम करने पर है और क्रिकेट बदलाव का एक शक्तिशाली माध्यम है।”
“हम जीएमसीएल के प्रभाव को मापने और युवा लोगों के जीवन में एक स्थायी अंतर पैदा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।” जीएमसीएल और प्राइड अकादमी के निदेशक हरमीत सिंह ने स्कूलों, कॉलेजों और संस्थानों के साथ गठजोड़ के माध्यम से फिटनेस, मानसिक लचीलापन और उज्ज्वल दिमागों को पोषित करने पर लीग के फोकस के बारे में बात की। जीएमसीएल के सीईओ रमन गांधी ने सड़कों से प्रतिभाओं की खोज करने और युवा क्रिकेटरों को चमकने के लिए एक मंच प्रदान करने के लिए लीग की प्रतिबद्धता पर जोर दिया। प्रेस कॉन्फ्रेंस में जीएमसीएल महाराष्ट्र की टीम मौजूद थी, जिसमें सूरज पालकर, संदीप मघाड़े, रिजवान खान, शशांक यादव, हरक्षा तांबे, इम्तियाज शेख, मुनाफ अमीराली, रऊफ शेख, जावेद शेख और हरेश आचरेकर शामिल थे, जिसने लीग के लॉन्च के उत्साह को और बढ़ा दिया।

टीमें 1100 रुपये के पंजीकरण शुल्क के साथ पंजीकरण करती हैं। 11 लाख रुपये की पुरस्कार राशि, जिसमें उपविजेता के लिए 5 लाख रुपये शामिल हैं। प्रत्येक टीम कम से कम 10 मैच खेलेगी, जिसमें एक पुरस्कार पूल भी शामिल है जिसमें प्रशिक्षण के लिए 1 साल का प्रायोजन भी शामिल है। पंजीकरण शुल्क लगभग 10 रुपये प्रति मैच है।

लीग के उद्घाटन मैच खार जिमखाना में आयोजित किए जाएंगे, जिसका आयोजन महाराष्ट्र पुलिस के सहयोग से किया जाएगा, जो जीएमसीएल और पुलिस विभाग के बीच नशा मुक्ति पहल में साझेदारी को और मजबूत करेगा।

लीग ने मुंबई में कम से कम 500 टीमों, 5500 खिलाड़ियों और 5000 मैचों की योजना बनाई है, जो जमीनी स्तर पर क्रिकेट को बढ़ावा देने और युवाओं के जीवन पर स्थायी प्रभाव डालने की इसकी प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है। मुंबई, नवी मुंबई, ठाणे और रायगढ़ को कवर करने वाले चार क्षेत्रों के लिए पंजीकरण अब खुले हैं।

MP MURAINA NEWS – प्रतिदिन बिजली के खंभों से चीपककर गोवंश की हो रही मौत

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वनखंडी रोड़ व अन्य जगह पर जमीन पर रखे टांसफार्मर के चारों ओर जाली लगाने महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपा
मुरैना:- गौसेवकों ने बिजली विभाग के महाप्रबंध को करंट लगने से शहर व जिले में हो रही गौवंश की हत्या को लेकर ज्ञापन सौंपा जिसमें कहा कि शहर व जिले भर में करंट से चीपककर प्रतिदिन गौवंश की मृत्यु हो रही है आज भी सुभाषनगर व रामनगर में एक गोवंश व गोमाता की खंभे से चिपककर मृत्यु हो गई कल भी बड़ोखर व वनखंडी रोड़ पर गौवंश की करंट से चिपककर मौत हुई और वनखंडी रोड़ पर जो टांसफार्मर रखे है उनमै जो जालियां लगी थी वो भी टूट चुकी है कुछ दिन पूर्व पोरसा, जौरा, वानमोर में भी विजली के खंभों से चिपककर गौवंश की मौत हो गई।

श्रीमान जी से निवेदन है कि उक्त स्थानो पर लगे ट्रांसफार्मर व खंभों को जाली और प्लास्टिक या रबर ट्यूब से सुरक्षित कर गौवंश व आम जन की जान बचाए।
ज्ञापन देने वालों में गौसेवक रुद्रप्रताप सिंह, शैलेन्द्र सिंह राजावत, रोहित दंडोतिया, अभिनव दंडोतिया, बिट्टू छारी, राहुल राठौर, अजय परमार, हर्षित राठौर, विवेक राठौर,रवि नेकाडी आदि

मुंबई: गौ सेवक उमेश शाह को मिला ‘करमदीप सम्मान’

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मुंबई, 18 जून 2025: गौ सेवक और सामाजिक कार्यकर्ता उमेश शाह को उनके उत्कृष्ट गौसेवा और सामाजिक कार्यों के लिए ‘करमदीप सम्मान’ से नवाजा गया। अंधेरी के मेयर हॉल में आयोजित एक भव्य समारोह में यह सम्मान प्रख्यात अभिनेता रजा मुराद ने उमेश शाह को प्रदान किया।
उमेश शाह लंबे समय से गौसेवा के क्षेत्र में समर्पित रूप से कार्यरत हैं और समाज के विभिन्न वर्गों के उत्थान के लिए भी उनके योगदान को सराहा जाता है। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों ने उनके कार्यों की प्रशंसा की और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
समारोह में कई सामाजिक कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक मौजूद थे, जिन्होंने उमेश शाह के इस सम्मान पर खुशी जताई। समारोह में उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की भारी भीड़ ने उमेश शाह के इस सम्मान पर उत्साह और गर्व व्यक्त किया। उमेश शाह ने लंबे समय से गौसेवा के क्षेत्र में निस्वार्थ भाव से कार्य किया है। उनकी गौशालाएँ न केवल गायों की देखभाल और संरक्षण के लिए जानी जाती हैं, बल्कि ये सामाजिक जागरूकता और पर्यावरण संरक्षण के केंद्र के रूप में भी उभरी हैं। इसके अलावा, उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य और गरीबों के कल्याण के लिए कई सामाजिक पहल शुरू की हैं, जिन्होंने समाज के वंचित वर्गों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाए हैं।
समारोह में रजा मुराद ने उमेश शाह की प्रशंसा करते हुए कहा, “उमेश जी जैसे लोग समाज के लिए प्रेरणा हैं। उनकी गौसेवा और सामाजिक कार्य न केवल मानवता की सेवा है, बल्कि हमारी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को जीवित रखने का प्रयास भी है।” 
इस अवसर पर आयोजकों ने उमेश शाह के कार्यों पर एक लघु वृत्तचित्र भी प्रदर्शित किया, जिसमें उनकी गौशाला में किए जा रहे कार्यों, जैविक खेती को बढ़ावा देने और स्थानीय समुदाय के साथ उनके सहयोग को दर्शाया गया। कार्यक्रम में उपस्थित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी उमेश शाह के साथ अपने अनुभव साझा किए और उनके नेतृत्व की सराहना की।
उमेश शाह ने सम्मान ग्रहण करने के बाद अपने संबोधन में कहा, “यह सम्मान मेरे लिए नहीं, बल्कि उन सभी लोगों के लिए है जो मेरे साथ इस नेक कार्य में सहयोग करते हैं। गौसेवा और समाजसेवा मेरा धर्म है, और मैं इसे जीवनभर निभाता रहूँगा।” उन्होंने युवाओं से भी अपील की कि वे गौसेवा और पर्यावरण संरक्षण के लिए आगे आएँ।
कार्यक्रम का आयोजन स्थानीय सामाजिक संगठनों और गौसेवा समितियों द्वारा संयुक्त रूप से किया गया था। समारोह में सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ और गौसेवा से संबंधित जागरूकता सत्र भी आयोजित किए गए, जिन्होंने उपस्थित लोगों का ध्यान आकर्षित किया।
उमेश शाह का यह सम्मान न केवल उनके व्यक्तिगत प्रयासों का सम्मान है, बल्कि गौसेवा और सामाजिक कार्यों के प्रति समाज में जागरूकता बढ़ाने का एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस अवसर पर उपस्थित सभी लोगों ने उनके उज्ज्वल भविष्य और निरंतर सेवा कार्यों के लिए शुभकामनाएँ दीं।

एनएचएआई ने केरल में एनएच-66 पर ढलान संरक्षण कार्य के ढहने के लिए रियायतकर्ता को प्रतिबंधित किया

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एनएचएआई ने केरल में एनएच-66 पर ढलान संरक्षण कार्य के ढहने के लिए रियायतकर्ता को प्रतिबंधित किया

16 जून 2025 को केरल में एनएच-66 के चेंगाला-नीलेश्वरम खंड पर कासरगोड जिले के चेरक्काला में ढलान संरक्षण कार्यों के ढहने की घटना की सूचना मिली थी। इस घटना को अनुचित डिजाइन, अपर्याप्त ढलान संरक्षण कार्य और खराब जल निकासी का कारण बताया जा रहा है।

इस घटना को देखते हुए रियायतग्राही और उसके प्रमोटर मेसर्स मेघा इंजीनियरिंग एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड को भविष्य की बोलियों में भाग लेने से रोक दिया गया है क्योंकि वे पर्याप्त ढलान संरक्षण कार्य करने में असफल रहे हैं और ऐसे जोखिमों को कम करने के लिए उचित जल निकासी व्यवस्था नहीं बना पाए हैं। रियायतग्राही को एक वर्ष के लिए रोक लगाने के लिए कारण बताओ नोटिस भी जारी किया गया है, जिसमें 09 करोड़ रुपये तक का मौद्रिक जुर्माना लगाया गया है।

यह परियोजना हाइब्रिड एन्युटी मोड (एचएएम) पर है, जहां रियायतग्राही को इस खंड का 15 वर्षों तक रखरखाव करना होगा तथा ढलान संरक्षण कार्यों का पुनर्निर्माण स्वयं के खर्च पर करना होगा।

केंद्रीय सड़क अनुसंधान संस्थान (सीआरआरआई) के वरिष्ठ वैज्ञानिक, आईआईटी-पलक्कड़ के सेवानिवृत्त प्रोफेसर और भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (जीएसआई) की एक विशेषज्ञ समिति का गठन किया गया है, जो साइट का दौरा करेगी और केरल राज्य में एनएच-66 की डिजाइन और निर्माण की समीक्षा करेगी। समिति परियोजना के लिए विस्तृत उपचारात्मक उपाय भी सुझाएगी। एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) इस घटना से निपटने को सभी आवश्यक कदम उठा रहा है।

गाय को माता मानने वाला ही असली सनातनी- अविमुक्तेश्वरानंद

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नरसिंहपुर के गोटेगांव में रविवार को सुबह परमहंसी गंगा आश्रम झांतेश्वर से 33 दिवसीय गौ संकल्प पदयात्रा शुरु हुई। यात्रा शुरु होने के पूर्व शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद (Shankaracharya Avimukteshwarananda) ने धर्मसभा को सबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज कल प्रदर्शन, आंदोलन से राजनीतिक सत्ताधारियों पर किसी प्रकार का असर नहीं पड़ रहा है। अब सिर्फ उनको वोट का डर ही हिला सकता है। इसलिए सभी गौ सेवकों को गौहत्या रोकने के लिए वोट का डर तैयार करना होगा और एक-एक वोट गौ माता के नाम पर तैयार करना होगा। तभी गो माता की हत्या पर विराम लग सकता है।
बिहार चुनाव से करो शुरुआत
उन्होंने कहा कि चुनाव का वक्त आ चुका है। इसलिए सभी गौ सेवकों को एक एक वोट गाय के नाम से तैयार करना होगी और इसी शुरुआत बिहार चुनाव (2025 Bihar elections) से करना होगी। इस चुनाव में गौ माता के प्रत्याशी को सभी विधानसभा सीट से बड़ा करना होगा। इसी से निर्धारण होगा कि गौ माता के नाम पर कितनी वोट चुनाव में प्राप्त होगीं। जब वोट का डर मजबूती से तैयार हो जाएगा। तभी देश में गौहत्या पर रोक लग सकती है।

गाय को माता मानने वाला ही असली सनातनी- अविमुक्तेश्वरानंद

शंकराचार्य ने कहा कि जिन्होंने सनातन धर्म को अपने जीवन में अपनाया है। उसके लिए गाय ही माता है। जो सनातन धर्म को नहीं मानता है। उसके लिए गाय माता का रूप नहीं हो सकती है। सनातन धर्मी गाय की सेवा आशीर्वाद के लिए करता है, दूध के लिए नहीं करता है। इसलिए सनातन धर्मी का पहला काम गौ की रक्षा और सेवा करना ही है। आपने कहा कि गाय और गर्वे दो प्रकार की नस्ल हो गई है।
उन्होंने आगे कहा कि इसलिए गाय और गर्वे में भेद करना है, क्योंकि दो प्रकार की गाय हो गई है जिससे मूल गाय की पहचान विलुप्त होती जा रही है। आपने कहा कि गर्दै गाय का मूत्र एवं गोबर पवित्रता की श्रेणी में नहीं आता है। आपने कहा कि बिना गोत्र के कोई हिन्दू नहीं हो सकता है। भले ही वह कोई भी भाषा का उपयोग करता हो। आपने कहा कि आज की नई पीढ़ी की समझ में नहीं आ रही है कि गाय ही हमारी माता है। नई पीढ़ी अपनी संस्कृति, वेशभूषा और भाषा को खोती जा रही है।

33 करोड़ ‘गौ मतदाता’ बनाएंगे : शैलेन्द्र महाराज

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जयपुर में रविवार को आयोजित गौ ध्वज पूजन और परिक्रमा कार्यक्रम के दौरान शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद के प्रतिनिधि योगीराज शैलेन्द्र महाराज ने एक बड़ा राजनीतिक ऐलान किया। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि गौ भक्त सिर्फ पूजा-पाठ तक सीमित न रहें, बल्कि राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाएं। इसी दिशा में एक पहल के तहत देशभर में 33 करोड़ ‘गौ मतदाता’ बनाए जाएंगे, जो गाय के नाम पर खड़े उम्मीदवार को ही वोट देंगे।

शैलेन्द्र महाराज ने कहा कि यदि कोई पार्टी या प्रत्याशी गौ सेवा और संरक्षण की शपथ लेकर सामने आता है, तो गौ क्रांति मंच उसका समर्थन करेगा। लेकिन जो सरकारें गौ माता के नाम पर वादे कर सत्ता में आती हैं और बाद में चुप्पी साध लेती हैं, उनके विकल्प तैयार किए जाएंगे। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में जिस सरकार ने गौ माता को राज्य माता का दर्जा दिया, वह सरकार दोबारा सत्ता में लौटी। इससे यह स्पष्ट है कि गाय के लिए कार्य करने वाले ही सत्ता में वापसी करते हैं।

उन्होंने बताया कि शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पिछले वर्ष पूरे भारत में गौ प्रतिष्ठा यात्रा निकाली थी, और हर राज्य की राजधानी में जाकर गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करने की मांग की गई थी। लेकिन एक साल बीत जाने के बावजूद केंद्र सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। इसलिए अब जनजागरण का तरीका बदला जा रहा है, और राजनीतिक हस्तक्षेप की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं।

राजेश विक्रांत की आमची मुंबई-2 का विमोचन 20 जून को

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मुंबई: शहर की अग्रणी साहित्यिक-सांस्कृतिक संस्था “आशीर्वाद” द्वारा आयोजित लेखक एवं वरिष्ठ पत्रकार राजेश विक्रांत की नई पुस्तक “आमची मुंबई-2” का विमोचन समारोह शुक्रवार 20 जून की शाम को गोरेगांव के अजंता पार्टी हॉल में आयोजित किया गया है।
आशीर्वाद के निदेशक डॉ उमाकांत बाजपेयी एवं अध्यक्ष बृजमोहन अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्य अतिथियों में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रेम शुक्ल, संतोष कुमार झा (अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक: कोंकण रेलवे)  सुप्रसिद्ध अभिनेता विष्णु शर्मा, भुवेंद्र त्यागी ( संपादक: दैनिक भास्कर), अनिल तिवारी ( निवासी संपादक- दोपहर का सामना) रहेंगे जबकि विशेष अतिथियों में (मुंबई के इतिहास, संस्कृति, साहित्य, सामाजिक जीवन, अपराध पर विशिष्ट पुस्तकों/ लेखों/ उपन्यासों के लेखकों में गोपाल शर्मा ( ‘बंबई दर बंबई’ फेम), ह्रदयेश मयंक ( ‘मुंबई का साहित्यिक परिदृश्य: एक पुनरावलोकन’ फेम), मुंबई लोकल’ तथा ‘महाराष्ट्र बलिदानों की धरती’ के रचनाकार तथा मुंबई पर 1200 से अधिक लेखों के सर्जक विमल मिश्र, 6 उपन्यासों समेत 10 किताबों के लेखक उर्दू उपन्यास रोहज़िन के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता रहमान अब्बास (उन्होंने चार राज्य साहित्य अकादमी पुरस्कार भी जीते हैं। रोहज़िन में तीन समानांतर कथा सूत्र- एक प्रेम कहानी, भारतीय मुसलमानों की पहचान का मुद्दा तथा तीसरा मुंबई यानी बॉम्बे की कहानी चलती है। तीसरा कथा सूत्र इस महान शहर के इतिहास, मिथकों, किंवदंतियों, समाजशास्त्र और राजनीति की गहराई से पड़ताल करता है), मुंबई के दिग्गज मराठी पत्रकार प्रभाकर पवार (मुंबई क्राइम पर कुल 9 पुस्तकों के लेखक), मुंबई के वरिष्ठ क्राइम रिपोर्टर व डॉयल 100 स्तंभ फेम सुनील मेहरोत्रा, विवेक अग्रवाल (मुंबई क्राइम पर कुल 19 पुस्तकों के लेखक), हरि मृदुल (कहानियों व लघुकथाओं में मुंबई के जनजीवन को साकार करने वाले साहित्यकार तथा नवभारत टाइम्स के ‘आमची मुंबई’ के स्तंभकार, जीतेन्द्र दीक्षित ( ’35 डेज: हाऊ पालिटिक्स इन महाराष्ट्र चेंज् फॉरएवर इन 2019′- ‘सबसे बड़ी बगावत: महाराष्ट्र में तख्तापलट की पर्दे के पीछे की कहानी’, ‘बॉम्बे ऑफ्टर अयोध्या: ए सिटी इन फ्लक्स’- ‘अयोध्या ने कैसे बदल दी बंबई’ तथा ‘बॉम्बे-3’- ‘ये है बंबई नगरिया’ के लेखक, आचार्य पवन त्रिपाठी (‘आजादी की लड़ाई में मुंबई का योगदान’- हिंदी तथा ‘स्वातंत्र्य लढ्यातील मुंबईचे योगदान’- मराठी के सह लेखक, श्री सिद्धिविनायक मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष व मुंबई भाजपा उपाध्यक्ष), शराफत खान (‘दहशत का अनसुना इतिहास: बॉम्बे के डॉन’ फेम), नितीन सालुंखे (‘अज्ञात मुंबई’ तथा ‘अज्ञात मुंबई-2’ फेम) का समावेश है। कार्यक्रम का संचालन करेंगे कवि, साहित्यकार देवमणि पांडेय, अतिथियों का स्वागत करेंगी आशीर्वाद की सहनिदेशिका नीता बाजपेयी। निमन्त्रक डॉ बनमाली चतुर्वेदी, डॉ जे पी बघेल, सुधा सिंह व अरविंद राही हैं।
इस कार्यक्रम में आईआरएस अधिकारी व साहित्यकार डॉ कुंदन यादव, पत्रकारिता कोश के संपादक आफताब आलम, डिजाइनर भालचंद्र मेहेर, मुद्रक अमेय लोकरे, पत्रकार सरताज मेहदी, छायाकार अर्जुन कांबले व पत्रकार शिवपूजन पांडेय का सम्मान भी किया जाएगा।
बता दें कि मुंबई पर अब तक राजेश विक्रांत के कार्यों में “मुंबई माफिया: एक एनसाइक्लोपीडिया” ( श्री प्रभाकर पवार की मराठी पुस्तक का हिंदी अनुवाद- 2012), “आमची मुंबई”- 2019, “आजादी की लड़ाई में मुंबई का योगदान” ( आचार्य पवन त्रिपाठी के साथ सह लेखन- 2022), “स्वातंत्र्य लढ्यातील मुंबईचे योगदान”( आचार्य पवन त्रिपाठी के साथ सहलिखित पुस्तक का सुश्री पल्लवी शिंदे- माने, मैडिसन, विस्कॉन्सिन, अमेरिका द्वारा मराठी में अनुवाद- 2024) तथा “मुंबई और हिंदी” ( डॉ दीनदयाल मुरारका के साथ सह लेखन) और ‘आदिज्ञान’ (संपादक: जीतसिंह चौहान, संस्कृति-साहित्य की शीर्षस्थ त्रैमासिकी का जुलाई 2024-जून 2025) के ‘मुंबई का कोली समुदाय विशेषांक’ का संयोजन और अतिथि संपादन शामिल है। इन महत्वपूर्ण कार्यों के लिए उन्हें महाराष्ट्र राज्य हिंदी साहित्य अकादमी के राज्य स्तरीय जीवन गौरव सम्मान छत्रपति शिवाजी महाराज राष्ट्रीय एकता पुरस्कार- 2024-25 से सम्मानित किया गया है। आमची मुंबई- 2 का प्रकाशन भारत पब्लिकेशन, मुंबई द्वारा किया गया है।

के. रवि को मातृशोक

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मुंबई प्रतिनिधि: सामाजिक आंदोलन के कार्यकर्ता, चित्रपट निर्माता और इंडिया मीडिया लिंक के प्रमुख वरिष्ठ पत्रकार के. रवि की मातोश्री यशोदा शिवाजी दुपारगुडे का गुरुवार, 12 जून 2025 को वृद्धावस्था के कारण निधन हो गया।
घाटकोपर के गरोडिया नगर में ‘लैवेंडर बाग’ सभागृह में रविवार, 15 जून 2025 को उनकी पुण्यस्मरण का कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर चित्रपट जगत के कई कलाकारों सहित सामाजिक, राजनीतिक और श्रमिक क्षेत्र के अनेक गणमान्य व्यक्तियों ने मातोश्री यशोदा शिवाजी दुपारगुडे को श्रद्धांजलि अर्पित की