कोडरमा: झुमरी तिलैया में इन दिनों एक फर्नीचर व्यवसायी और गाय के बीच अनोखे प्रेम की चर्चा लोगों की जुबान पर है. गाय व्यवसायी के साथ रोज करीब 4 किलोमीटर मॉर्निंग वॉक करती है. फिर चाय की दुकान पर बिस्कुट, ब्रेड का आनंद लेती है. इस दृश्य को देखकर लोग भी बच्चों को गौ सेवा के महत्व के प्रति प्रेरित करते नजर आते हैं.
बेडरूम और दुकान में बैठती थी गाय
फर्नीचर व्यवसायी वीरेंद्र यादव ने बताया कि करीब 3 वर्ष पहले गाय की बछिया को घर लाए थे. शुरू से ही बछिया उनके साथ घुल मिल गई. बछिया उनके बेडरूम में पलंग पर घंटों बैठकर सुकून से आराम करती थी. ब्लॉक रोड स्थित उनकी फर्नीचर की दुकान में भी आकर काफी देर काउंटर के समीप बैठी रहती थी. जब उसकी इच्छा होती थी, तब घर चली जाती थी.
चाय की दुकान पर ब्रेड-बिस्कुट से दिन की शुरुआत
वीरेंद्र यादव ने बताया कि प्रतिदिन सुबह 5 से 7 बजे के बीच वह अपनी गाय को लेकर मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते हैं. इस दौरान ब्लॉक रोड होते हुए वह झंडा चौक पहुंचते हैं. जहां गाय को ब्रेड और बिस्कुट खिलाया जाता है. इसके बाद वापस ब्लॉक रोड होते हुए मॉर्निंग वॉक करते हुए ब्लॉक मैदान पहुंचते हैं. बताया कि इस दौरान रास्ते एवं ब्लॉक मैदान में शहर के कई महिला-पुरुष और बच्चे मॉर्निंग वॉक करने निकलते हैं. लेकिन, गाय किसी को परेशान नहीं करती, बल्कि कई लोग सुबह-सुबह गौ माता के दर्शन कर उसे दुलार करते नजर आते हैं. गाय उनके इशारे पर चलती और रुकती है.
दूध का कर्ज उतारने के लिए गौ सेवा से जुड़े
वीरेंद्र ने बताया कि गौ पालन करने से मन को सुकून मिलता है. गौ माता के आशीर्वाद से परेशानियां दूर होती हैं. उनके सभी काम सफल होते हैं. कहा कि कई बार जगह की कमी होने पर लोग गौ पालन नहीं कर पाते हैं और बाजार से दूध खरीद कर सेवन करते हैं. गाय के दूध को अमृत माना गया है, जिसकी कीमत एक लीटर दूध का दाम देकर नहीं चुकाई जा सकता है. दूध के कर्ज को चुकाने के लिए लोग गौशाला में अपने सामर्थ्य अनुसार महीने में सहयोग राशि का दान करें. इससे उन्हें गौ सेवा करने का पुण्य मिलेगा.