दिल्ली पुलिस भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह  (Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ महिला पहलवानों द्वारा लगाये गए यौन उत्पीड़न के आरोपों के सिलसिले में दो प्राथमिकी दर्ज कर चुकी है. अब इस मामले में खुद सामने आकर बृजभूषण शरण सिंह ने कहा, “मैं पूरी तरह निर्दोष हूं, इसलिए अपराधी बनकर इस्तीफा नहीं दूंगा. मुझे किसी के खिलाफ कोई शिकायत नहीं है. मैं किसी भी जांच में सहयोग करूंगा. मुझे हमेशा एजेंसियों में विश्वास रहा है. मेरे समर्थक और मुझे विश्वास है कि मुझे न्याय मिलेगा.”
कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख (WFI Cheif) ने अपना बचाव करते हुए कहा कि मैं निर्दोष हूं और सभी आरोपों का सामना करूंगा. ये पहलवानों का नहीं बल्कि षडयंत्रकारियों का धरना है. इस मामले की जांच पूरी हो, मुझे सुप्रीम कोर्ट पर पूरा भरोसा है. धरने पर बैठे पहलवानों की मांगें लगातार बदल रही हैं. उन्होंने सबसे पहले मेरा इस्तीफा मांगा, जिस पर मैंने कहा कि इसका मतलब आरोपों को स्वीकार करना होगा. 4 महीने के लिए वे लोगों को मेरे खिलाफ भड़काते हैं और नए लोगों को मेरे खिलाफ खड़ा करते हैं. मैंने हमेशा सरकार का सम्मान किया है.
बृजभूषण शरण सिंह ने साथ ही कहा कि वे कह रहे हैं कि मुझे जेल में होना चाहिए, मैं एक लोकसभा सांसद हूं. मेरा ओहदा विनेश फोगाट के कारण नहीं है, यह लोगों की वजह से है, जिन्होंने मुझे वोट देकर चुना है. आखिरकार एक ही परिवार और एक अखाड़ा ही सिर्फ मेरा विरोध क्यों कर रहा है? मैं बहुत मेहनत कर रहा हूं, यह मेरे खिलाफ साजिश है. जंतर-मंतर पर पप्पू यादव और केजरीवाल जैसे नेता क्यों आ रहे हैं. प्रियंका गांधी को नहीं पता कि दीपेंद्र हुड्डा ने मेरे खिलाफ कैसे साजिश रची. पहले दिल्ली पुलिस की रिपोर्ट का इंतजार क्यों नहीं कर सके. रिपोर्ट के बाद जंतर-मंतर क्यों नहीं गए ?

महिला पहलवानों द्वारा बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में दिल्ली पुलिस ने शुक्रवार को दो प्राथमिकी दर्ज कीं. पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को बताया था कि महिला पहलवानों की शिकायत पर कनॉट प्लेस थाने में दो प्राथमिकी दर्ज की गई हैं. उन्होंने कहा था कि पहली प्राथमिकी एक नाबालिग द्वारा लगाए गए आरोपों से संबंधित है, जिसके तहत यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम समेत भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की प्रासंगिक धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है. बृजभूषण शरण सिंह पर यौन उत्पीड़न और डराने-धमकाने का आरोप लगाने वाले पहलवानों ने 23 अप्रैल से एक बार फिर अपना आंदोलन शुरू किया, इससे पहले, उन्होंने जनवरी में धरना दिया था.

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