भोपाल: मध्य प्रदेश कांग्रेस ने अरुण यादव और पार्टी के बीच में गाहे-बगाहे चले वाली अनबन की चर्चाओं में विराम लगाने की कोशिश की है. पार्टी ने अरुण यादव के समर्थकों को दोबारा से पद पर बहाल कर दिया है. खंडवा लोकसभा उपचुनाव दौरान उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में पद से पटा दिया गया था. माना जा रहा है कांग्रेस 2023 के चुनावों में किसी तरह का चांस नहीं लेना चाह रही है, इस कारण अरण यादव के समर्थकों को पद वापस किए गए हैं.
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AICC और PCC के आदेश
AICC ने पहले एक आदेश जारी कर बुरहानपुर ग्रामीण एवं शहरी तथा खंडवा ग्रामीण एवं शहरी कांग्रेस कमेटी को बहाल करने के आदेश दिए. इसके बाद देश कांग्रेस कमेटी ने आदेश जारी कर इसप नेताओं की बहाली कर दी. जिला कांग्रेस कमेटी की बहाली के बाद उन सभी नेताओं को पद वापस कर दिए गए जिन्हें पार्टी विरोधी गतिविधा के कारण पद मुक्त कर दिया गया था.
किसे मिला पद
बुरहानपुर ग्रामीण- किशोर महाजन
बुरहानपुर शहरी- अजय रघुवंशी
खंडवा ग्रामीण- ओंकार पटेल
खंडवा शहरी- इंदल सिंह पंवार
बता दें इन सभी नेताओं को खंडवा लोकसभा क्षेत्र में उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी राजनारायण सिंह पूरनी के हार के बाद पद मुक्त कर दिया गया था. तभी से राजनीतिक गलियारों में अरुण यादव और कांग्रेस के बीच अनबन की बाते जोर पकड़े हुए थी. माना जा रहा है अब कांग्रेस 2023 के चुनावों में किसी तरह का रिस्क नहीं ले सकती है. इस कारण अरुण यादव को खुश करने की ये कोशिश की गई है.