राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आज शाम (3 अक्टूबर, 2022) गांधीनगर में उनके सम्मान में गुजरात सरकार द्वारा आयोजित एक नागरिक स्वागत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने अपने सम्मान में सम्मान समारोह आयोजित करने के लिए गुजरात सरकार और लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रपति के रूप में यह उनकी पहली गुजरात यात्रा थी और वह लोगों के अपार उत्साह और स्नेह से अभिभूत थीं।
राष्ट्रपति ने कहा कि गुजरात प्राचीन काल से ही भारतीय संस्कृति और सभ्यता का प्रमुख केंद्र रहा है। धोलावीरा जैसे स्थल, जूनागढ़ में सम्राट अशोक के शिलालेख, मोढेरा में सूर्य-मंदिर और सूरत और मांडवी जैसे व्यापार केंद्र गुजरात की समृद्ध संस्कृति के प्राचीन उदाहरण हैं। गुजरात में पलिताना और गिरनार में जैन मंदिर, वडनगर में बौद्ध विहार, उदवाडा में पारसी अग्नि मंदिर हैं। वर्तमान शहरों में, अहमदाबाद को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर शहर घोषित किया गया है।
पिछले 600 वर्षों में निर्मित इमारतों और अन्य भौतिक आयामों का आकलन करने के अलावा, यूनेस्को ने अहमदाबाद के लोगों की आपसी सद्भाव और साझा संस्कृति की परंपरा को भी महत्व दिया। उन्होंने कहा कि यूनेस्को ने भी अहिंसा में आस्था जैसे मानवीय मूल्यों को अहमदाबाद की अमूर्त विरासत के रूप में मान्यता दी है। उन्होंने कहा कि गुजरात भारत की सांस्कृतिक एकता का दर्पण था और है और भविष्य में भी रहेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि गुजरात के लोग अपनी कड़ी मेहनत, समर्पण और समाज सेवा के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में ‘गुजरात मॉडल’ को स्वरुप दिया, जिसने गुजरात की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया। आज वे भारत के समग्र विकास को नए आयाम प्रदान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी गुजरात की प्रगतिशील और समावेशी संस्कृति के आदर्श प्रतिनिधि हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि विश्व के परिष्कृत हीरे का लगभग दो तिहाई गुजरात में उत्पादित होता है। यह राज्य भारत के हीरे के निर्यात का 95 प्रतिशत हिस्सा है। उन्होंने कहा कि गुजरात भारत के कुल निर्यात में लगभग 21 प्रतिशत की हिस्सेदारी के साथ पहले स्थान पर है। स्टार्ट-अप इकोसिस्टम के मामले में भी यह देश के अग्रणी राज्यों में से एक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि देश के अग्रणी विनिर्माण केंद्र के रूप में गुजरात रोजगार के विशाल अवसर प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि गुजरात की सहकारी समितियों के माध्यम से ‘श्वेत क्रांति’ दुग्ध उत्पादन में भारत की शीर्ष रैंकिंग के पीछे है। गुजरात देश के 76 प्रतिशत नमक का उत्पादन करता है। हल्के-फुल्के अंदाज में राष्ट्रपति ने कहा, ‘गुजरात में पैदा होने वाला नमक सभी भारतीयों द्वारा खाया जाता है’ (यह कहा जा सकता है कि सभी देशवासी गुजरात का नमक खाते हैं)।
राष्ट्रपति ने कहा कि गुजरात ने औद्योगिक विकास के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण को भी उच्च प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि गुजरात देश में रूफ टॉप सौर ऊर्जा का सबसे बड़ा उत्पादक है। गुजरात पवन ऊर्जा उत्पादन में भी अग्रणी राज्यों में से एक है।
राष्ट्रपति ने कहा कि गुजरात देश में सबसे अधिक निवेशक-अनुकूल राज्यों में से एक है। इस राज्य ने आधुनिक बुनियादी ढांचे और कनेक्टिविटी के विकास में प्रभावशाली प्रगति की है। उन्होंने गुजरात के राज्यपाल के मार्गदर्शन और उनके नेतृत्व के लिए गुजरात के मुख्यमंत्री की सराहना की और विश्वास व्यक्त किया कि गुजरात की विकास यात्रा और भी तेज गति से आगे बढ़ती रहेगी।
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