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सरकार ने गौ रक्षा के लिए कदम नहीं उठाया , आज गौ रक्षकों को गुंडे बताया जाता है – जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज

सरकार ने गौ रक्षा के लिए कदम नहीं उठाया , आज गौ रक्षकों को गुंडे बताया जाता है - जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज

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यमुनानगर, 29 नवम्बर । अखंड भारत संकल्प हमारा उद्देश्य को लेकर ऋग्वेद पूर्वामनाय गोवर्धनमठ पुरी पीठाधीश्वर जगतगुरु शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद सरस्वती महाराज सोमवार को यमुनानगर पहुंचे। उनका स्वागत जगतगुरु शंकराचार्य स्वागत समिति जगाधरी द्वारा किया गया। अनाज मंडी जगाधरी में धर्म प्रवचन का आयोजन किया गया। अपने जन सम्बोधन से पहले उन्होंने पत्रकारों के सवालों के भी जवाब दिए।

शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने कहा कि यदि आरक्षण की व्यवस्था ठीक रही होती तो आज देश उन्नति की राह पर अग्रसर होता। उन्होंने कहा कि संविधान की धारा 25 के अनुसार यदि सब काम ठीक से किया होता तो आज भारत हिंदू राष्ट्र की ओर तेजी से अग्रसर होता। उनका कहना है कि उन्होंने सदा ही इस आरक्षण का विरोध किया है जो कि तत्कालीन प्रधानमंत्री वीपी सिंह की देन है। उन्होंने उस समय भी इस आरक्षण का विरोध करते हुए कहा था कि यह आरक्षण देश के विकास में बाधा है और प्रगति के मार्ग को रोकने वाला है।

उन्होंने कहा कि कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो सनातन धर्म पर चल कर खुश ना हो बल्कि कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो सनातन धर्म के ना मानने पर खुश रहे। उन्होंने कहा कि वेद में कोई एक भी वाक्य ऐसा नहीं है जिसे वैज्ञानिक खंडित कर सकें। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में तो लोक परलोक दोनों का संबंध है। गोरक्षा की बात करते हुए उन्होंने कहा कि आज तक किसी भी सरकार ने गौ रक्षा के लिए कदम नहीं उठाया। आज गौ रक्षकों को गुंडे बताया जाता है। जहां के प्रधानमंत्री और उच्चतम न्यायालय गौ रक्षकों को गुंडे बताते हैं वहां गौ की क्या हालत होगी इसका अनुमान लगाया जा सकता है। हिंदू राष्ट्र के प्रश्न का जवाब देते हुए शंकराचार्य ने कहा कि हिंदू हैं कहने से काम नहीं चलेगा बल्कि हिंदुओं के हितों की ओर कदम बढ़ाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि हिंदू धर्म को बचाने के लिए लगातार उनकी पीठ से प्रयास चल रहे हैं। उसी प्रयास के चलते वह यहां पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि आज आधुनिक विधा के कारण कथावाचकओं की भी बाढ़ आ गई है जबकि कथा करने का अधिकार सबको नहीं है।

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