हरियाणा सरकार द्वारा गौशालाओं को गायों की देखभाल के लिए आर्थिक मदद ना करने के रोष स्वरूप गौशालाओं के प्रतिनिधियों ने गुरुवार को लघु सचिवालय के समक्ष धरना दिया। इस दौरान अन्य सामाजिक व धार्मिक संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल रहे।

धरने में उपस्थित प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए अग्रोहा धाम वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि एक ओर तो हम गाय को अपनी माता मानते हैं और दूसरी ओर बेसहारा गायों को सड़कों पर लाचार घूमने के लिए और कचरा खाते आम तौर पर देखा जाता है। दिल्ली, राजस्थान व पंजाब सरकार द्वारा गौशाला को प्रति गाय आर्थिक सहायता दी जा रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से मांग की है कि बेसहारा गायों के लिए हरियाणा की हर गौशालाओं को 50 रुपये प्रतिदिन प्रति गाय के हिसाब से आर्थिक सहायता दी जाए, ताकि गौशाला अच्छे ढंग से गौ माता की सेवा कर सके।

उन्होंने कहा कि आज के युग में तूड़ी, खल, गुड़, हरा चारा आदि सामग्री के रेट अनाप-शनाप हो चुके हैं, ऐसी स्थिति में गौशालाओं को चलाना संस्थाओं के लिए बहुत मुश्किल हो चुका है। सरकार को गौ माता के हित में 50 रुपये प्रतिदिन प्रति गाय के हिसाब से तुरंत प्रभाव से देने चाहिए।

बजरंग गर्ग ने कहा कि बेसहारा गायों के सड़कों पर खुले घूमने से हरियाणा में हर रोज सड़क दुर्घटना में काफी लोग घायल व मौतें हो चुकी हैं और हर समय दुर्घटना होने का खतरा बना रहता है। उन्होंने सरकार से अपील की कि बेसहारा गायों को पकड़ कर नंदिनी गौशाला में अच्छे ढंग से रखरखाव किया जाए। उन्होंने कहा कि यदि सरकार ने गौ माता के हित में गौशालाओं को आर्थिक सहायता देने का फैसला नहीं लिया तो गौ भक्त सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे। आर्थिक सहायता देने के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया गया।

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