देशभर में अग्निपथ योजना का विरोध देखने को मिल रहा है। जहां गुरुवार को बिहार, दिल्ली, एमपी, राजस्थान और हरियाणा समेत कई राज्यों में इस योजना के खिलाफ छात्रों ने दिनभर प्रदर्शन किया। वहीं अब यह शुक्रवार को भी जारी है। हालांकि छात्रों के रुख को देखते हुए केंद्र सरकार ने गुरुवार को अग्निपथ योजना में अभ्यर्थियों की उम्र सीमा को 21 से बढ़ाकर 23 कर दिया है।
बता दें कि पिछले दो सालों के दौरान कोई भर्ती नहीं हुई थी। ऐसे में सरकार ने उम्र सीमा बढ़ाने के फैसला लिया है। हालांकि उम्र सीमा बढ़ाने के फैसले के बाद भी छात्रों का विरोध प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार की सुबह यूपी, बिहार में छात्रों का उग्र प्रदर्शन जारी है। कुछ टीवी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शुक्रवार (17 जून, 2022) साढ़े छह बजे बक्सर के डुमरांव स्टेशन पर प्रदर्शनकारियों ने रेल ट्रैक को निशाना बनाते हुए पटरियों के बीच में टायर जलाए और अपना गुबार निकाला। वे इसके अलावा सड़क से लेकर सोशल मीडिया पर भी मुहिम चला रहे हैं।
राकेश टिकैत ने विरोध का समर्थन कर किया राष्ट्रवापी आंदोलन का ऐलान: केंद्र सरकार द्वारा सेना में भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ का विरोधर करते हुए गुरुवार को भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि यह योजना युवाओं खासकर किसान के बच्चों के लिए हितकारी नहीं है। टिकैत ने कहा कि इस योजना का विरोध किया जाएगा और इसके खिलाफ राष्ट्रवापी आंदोलन किया जाएगा।
टिकैत ने कहा कि सेना में अभी तक युवाओं को 15 साल की नौकरी और पेंशन मिल रही थी। लेकिन नई योजना के तहत जब चार साल की नौकरी के बाद युवा बिना पेंशन घर जायेगा तों उसका आगे भविष्य क्या होगा।
नई सेना भर्ती से जुड़ी व्यवस्था का सर्वाधिक विरोध बिहार में हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान पैसेंजर ट्रेनें रोकीं और वे ऐसा कर नरेंद्र मोदी सरकार तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, एक रोज पहले यानी गुरुवार को उपद्रवियों ने बिहार में हल्ला बोला था और इस दौरान एक बीजेपी दफ्तर पर भी हमला बोला गया था।