सफीदों। ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आह्वान पर गोमाता को राष्ट्र माता का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर अनेक सामाजिक व धार्मिक संगठनों के लोगों ने नगर के महाराजा अग्रसेन चौक पर प्रदर्शन किया। इसकी अगुवाई जगद्गुरु शंकराचार्य सम्मान समिति के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल ने की।
उन्होंने कहा कि गाय सिर्फ हमारी और भारत की नहीं, पूरे विश्व की माता है। सनातन धर्म में गोहत्या महापाप है। देश में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और रामजी के आने की बात कही जा रही है। तब भी अमृत (दूध) देने वाली गोमाता की हत्या होती रहे तो यह सरासर अन्याय है। देश का हर हिंदू व सनातनी चाहता हैं कि भारत में गोहत्या को दंडनीय अपराध माना जाए और गोमाता को पशु सूची से निकालकर राष्ट्रमाता का सम्मान दिया जाए। जिस प्रकार देश में राष्ट्रध्वज, राष्ट्रीय पक्षी आदि को संविधान में सम्मान प्राप्त है, वैसे ही गौमाता को भी राष्ट्र माता का सम्मान प्राप्त हो। उन्होंने लोगों से आह्वान किया कि वे गोरक्षा व गौ संरक्षण का संकल्प लें और भारत से गोहत्या बंद करने के लिए आगे आए।