Cow Hug Day : भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने अपने उस आदेश को वापस ले लिया है जिसमें 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने की बात कही गयी थी। वेलेंटाइन डे मनाए जाने को लेकर हर साल देश में एक तबका विरोध करता हुआ दिखाई देता है। कुछ लोग इस दिन को माता-पिता को समर्पित करने की बात करते हैं तो कुछ वेलेंटाइन डे को पश्चिमी सभ्यता की रिवायत बता कर नकारने की बात करते हैं। लेकिन इस बार भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने एक ऐसा आदेश दे दिया था जिसकी चर्चा हर तरफ होने लगी थी।
बोर्ड के आदेश में क्या था ?
पशुपालन और डेयरी विभाग के तहत आने वाले भारतीय पशु कल्याण बोर्ड ने एक नोटिस जारी करते हुए 6 फरवरी, 2023 को अपील जारी की थी।इस अपील में लोगों से 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने को कहा गया था। इस नोटिस में कहा गया था कि सभी गाय प्रेमी गो माता की महत्ता को ध्यान में रखते हुए और जिंदगी को खुशनुमा और सकारात्मक ऊर्जा से परिपूर्ण बनाने के लिए 14 फरवरी को काउ हग डे मना सकते हैं। हालांकि बोर्ड ने 14 फरवरी को ‘काउ हग डे’ मनाने की अपनी अपील शुक्रवार को वापस ले ली है। भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (एडब्ल्यूबीआई) ने शुक्रवार को यह आदेश जारी किया है।
योग दिवस की तरह ही भारतीय पशु कल्याण बोर्ड के सहयोग से मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्रालय ने भारतीय संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए ‘काउ हग डे’ मनाने की पहल की थी। हालाँकि बोर्ड द्वारा इस फैसले को वापस लेने के पीछे के कारण का खुलासा अब तक नहीं हो सका। बता दें कि भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI) भारत सरकार का एक संवैधानिक निकाय है, जिसे पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 (पीसीए एक्ट) के अंतर्गत बनाया गया था।
इससे पहले बोर्ड की तरफ से की गई अपील में कहा गया था, “हम सब जानते हैं कि गाय भारतीय संस्कृति और ग्रामीण अर्थव्यवस्था की रीढ़ है। गाय हमारे जीवन को बनाए रखने के अलावा पशुधन और जैव विविधता का प्रतिनिधित्व भी करती है। माँ के समान पोषक प्रकृति और दूध देने के कारण गायों को कामधेनु और गौमाता के नाम से जाना जाता है। अपील में आगे लिखा है कि पश्चिमीकरण के कारण हमने अपनी संस्कृति और वैदिक परंपराओं को भुला दिया है।”
अपील में यह भी कहा गया था, “गाय के उपकारों के बदले उसे गले लगाने से गायों के साथ हमारा भावनात्मक जुड़ाव होगा। इसलिए गाय से प्रेम रखने वाले लोगों को 14 फरवरी को COW HUG DAY मनाना चाहिए। इस दिन को मनाते हुए हमें मानव जीवन पर गाय के उपकारों और गाय की महत्ता को याद करना चाहिए। ताकि हमारा जीवन सकारात्मक और खुशहाल बना रहे।”