22 जनवरी को अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में गाय के गोबर से 21 हज़ार दीये बनाए जा रहे हैं. ये दीये अयोध्या भेजे जाएंगे और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के दिन जलाए जाएंगे.
गाय के गोबर से मोबाइल स्टैंड, घड़ी, झूमर, पेन स्टैंड, नेम प्लेट, चाबी रिंग, और बच्चों के खेलने वाले खिलौने भी बनाए जा रहे हैं.
जनवरी को अयोध्या में राम मंदिर में प्रभु श्रीराम की प्रतिमा में प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन होना है. इसे लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आह्वान किया है कि इस दिन देशवासी अपने-अपने घरों में दीपक जलाएं. इसके अलावा भी इस अनुष्ठान में खुद और समाज की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए लोग अलग-अलग तरह की पूजा सामग्री बनाकर अयोध्या भेज रहे हैं या फिर भेजने की तैयारी कर रहे हैं. मुजफ्फरपुर के सकरा प्रखंड में भी यहां की महिलाएं गोबर के दीपक तैयार कर रही हैं, जिसे अयोध्या को रोशन करने के लिए भेजा जाएगा.
मुखिया के साथ महिलाएं बना रहीं दीप
मुजफ्फरपुर जिले के सकरा प्रखंड अंतर्गत विशुनपुर बघनगरी गांव की महिलाएं दीपक बनाने में जुट गई हैं. खास बात यह है कि यहां की महिलाएं गाय के गोबर से दीपक तैयार कर रही हैं. जो जिले में चर्चा का विषय बना हुआ है. बताया जा रहा है कि अयोध्या के अलावा प्रखंड क्षेत्र के 27 पंचायतों में पांच-पांच दीपक भेजा जाएगा. आपको बता दें कि इस दीपक को बनाने के में गाय के शुद्ध गोबर इस्तमाल किया जाता है और फिर हाथों से उसे बेहतर रूप दिया जाता है.
सूख जाने के बाद उसे पैक कर अयोध्या भेजा जाएगा. इस काम में ग्रामीण महिलाओं के साथ-साथ विशुनपुर बघनगरी पंचायत की मुखिया बबिता कुमारी भी जुटी हुई हैं.
21 हजार दीपक भेजेंगी अयोध्या
मुखिया बबिता कुमारी बताती हैं कि यह दीपक गाय के गोबर से बनाया जा रहा है. 21 हजार दीया बनाया जा रहा है, जिसे राम मंदिर अयोध्या भेजा जाएगा. इसके अलावा पांच-पांच दीयासकरा प्रखंड के सभी पंचायतों में भी भेजा जाएगा.