दिल्ली । नगर निगम चुनाव 2022 के रुझानों और अब तक आए नतीजों के आधार पर एमसीडी की सत्ता आम आदमी पार्टी की झोली में है। वहीं, 15 साल बाद नगर निगम से भाजपा की विदाई भी तय है।
दिल्ली नगर निगम चुनाव 2022 के नतीजों की तस्वीर लगभग साफ हो चुकी है। रुझानों और अब तक आए नतीजों के आधार पर एमसीडी की सत्ता आम आदमी पार्टी की झोली में है तो एमसीडी से 15 साल बाद भाजपा की विदाई भी तय है। इन आंकड़ों ने एग्जिट पोल में किए गए दावों पर भी मुहर लगा दी है। ऐसे में वोट शेयर की बात करें तो आम आदमी पार्टी को बंपर फायदा पहुंचा है, जबकि भाजपा को भी कतई नुकसान नहीं हुआ। हालांकि कांग्रेस को चौतरफा मार का सामना जरूर करना पड़ा। इस रिपोर्ट में जानते हैं कि किस पार्टी का वोट शेयर कितना रहा और 2017 के चुनावों के मुकाबले उन्हें कितना फायदा-नुकसान उठाना पड़ा।
आम आदमी पार्टी को बंपर फायदा
एमसीडी चुनाव 2022 के अब तक के रुझानों और नतीजों पर गौर करें तो आप सबसे बड़ी पार्टी बनकर सामने आई है। दिल्ली की जनता ने विधानसभा के बाद नगर निगम के लिए भी आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर भरोसा जताया है। वोट शेयर की बात करें तो इस चुनाव में आम आदमी पार्टी की झोली में 42.4 फीसदी लोगों ने मतदान किया, जो 2017 के नतीजों के मुकाबले कहीं ज्यादा है। दरअसल, 2017 में दिल्ली नगर निगम तीन हिस्सों में बंटा हुआ था। उस वक्त आम आदमी पार्टी को एनडीएमसी में 27.88 फीसदी, एसडीएमसी में 26.44 फीसदी और ईडीएमसी में 23.4 फीसदी वोट शेयर मिला था। अगर इनका औसत देखा जाए तो आम आदमी पार्टी को करीब 25 फीसदी वोट शेयर हासिल हुआ था।
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